सूरत में यूके के नए स्ट्रेन वाला कोरोना संक्रमित मिला, प्रशासन के हाथ पाँव फूले

सूरत में कोरोना के यू के के नए स्ट्रेन का केस सामने आया है। फरवरी महीने में तीन लोगों के कोरोना सैम्पल पूना की लेबोरेटरी में भेजे गए थे। जिसमें की रांदेर के एक जन के सैंपल में यूके के नए स्ट्रेन का कोरोनावायरस देखने के कारण प्रशासन के हाथ पांव फूल गए हैं।

सूरत महानगर पालिका के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार चुनाव के बाद एक बार फिर से धीरे-धीरे कोरोना संक्रमितो की संख्या बढ़ी है। महानगरपालिका के सूत्रों के अनुसार सूरत शहर और जिले में कोरोना के कुल पॉजिटिव केस के मामले 54 हजार के ऊपर पहुंच गए हैं। कोरोना में अभी तक सूरत शहर और जिले में 1135 लोगों की जान जा चुकी है।

महानगर पालिका का चुनाव शुरू होने के पहले सूरत शहर और जिले में कोरोना के 35-40 केस दर्ज होते थे लेकिन बीते 2 दिन से 100 से अधिक मामले सामने आ रहे हैं।कोरोना की जांच भी बढ़ा दी गई है। सूरत शहर में चार नए क्लस्टर घोषित किए गए हैं। सरथाना, वराछा, पाल, पालनपुर इनमें शामिल है।

शहर में स्कूल खुलने के कारण स्कूलों में भी कोरोना कि मामले दर्ज हो रहे हैं।रांदेर की लोकमान्य स्कूल में कक्षा 12 साइंस के 3 विद्यार्थी और एक टीचर का रिपोर्ट पॉजिटिव था। उल्लेखनीय है कि प्रशासन की ओर से एक बार फिर से सख़्ती बरतनी शुरू की गई है। चुनाव के दिनों में लोग चुनाव प्रचार के लिए एक साथ घूमे थे तब सोश्यल गाइडलाइन का उल्लंघन हुआ था जिसके चलते अब कोरोना केस की संख्या बढ़ी है।

सूरत में बेकाबू हो रहा कोरोना, शनिवार को 59 केस! दो की मौत

corona


सूरत
लॉकडाउन के 4 में मिली छूटछाट के बाद सूरत में कोरोना के मरीजों की संख्या में तेजी से उछाल आया है। शनिवारको कोरोना के 53 मरीजों के बाद रविवार को 59 मरीज आए। इनमें से दो लोगों की मौत हो गई। 


मनपा कमिश्नर ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि रविवार को लिंबायत जोन से 15, सेन्ट्रल जोन से 10, कतारगाम जोन से 16, उधना से 3 अठवा से 3 कोरोना के मरीज मिले। उन्होंने बताया कि शहर में अब तक कोरोना से मरने वालों की संख्या 70 पर पहुंच गई है। 
एक ओर शहर में कोरोना पॉजिटिव की संख्या बढ रही है और दूसरी ओर मनपा अनलॉक-1 में कुछ और छुट देने को सोच रही है।

मनपा कमिश्नर ने रविवार को बताया कि नोन-कन्टेनमेंट जोन में एक प्लस टू के फॉर्मूला से रिक्शा चलाने की छूट दी गई है। बैंक जरूरी सेवा होने के कारण कन्टेनमेंट जोन में भी खुले रहेंगे और अब बीआरटीएस बसें भी धीरे-धीरे शुरू की जाएगी।

मनपा कमिश्नर ने बताया कि इन दिनो मनपा का ज्यादातर ध्यान जो लोग वृध्ध है और पहले से ही किसी ने किसी बिमारी से पीडित हैं उन पर ज्यादा है। इसके चलते मनपा की ओर से एपीएक्स पध्धति से सर्वे कर उनकी सूची भी बनाई गई है जो कि मनपा की वेबसाइट पर रखी गई है।

कल से कपड़ा मार्केट शुरू, रखना होगा इन नियमों का ख्याल


रिंगरोड के ज्यादातर कपड़ा मार्केट सोमवार से खुल जाएंगे। दो महीने से ज्यादा समय के बाद कपड़ा मार्केट खुलने के कारण व्यापारियों के साथ कपडा व्यापार से जुड़े तमाम लोगों में उत्साह है।

हालाकि इसके साथ ही व्यापारियों को कोरोना का संक्रमण नहीं फैले इसकी सावधानी खुद ही उठानी पड़ेगी। क्योंकि भले ही व्यापार शुरू हो रहा है, लेकिन कोरोना समाप्त नहीं हुआ है। अर्थतंत्र चलाए रखने के लिए प्रशासन की ओर से कई छूटछाट जरूर दी जा रही है, लेकिन अब व्यापारियों को सावधान रहना होगा।


फोस्टा के सेक्रेटरी चंपालाल बोथरा ने बताया कि सोमवार से लिंबायत और सेन्ट्रल जोन के ज्यादातर माक्रेट खुल जाएंगे। हालाकि कोरोना का प्रसार नहीं फैले इसलिए हम सब को जिम्मेदारी उठानी होगी और मनपा की ओर से सुझाए गए तमाम नियमों का पालन करना होगा। 
मार्केट खोलने का समय सुबह 09:00 बजे से दोपहर04:00 बजे तक रहेगा।
मार्केट की दुकाने ODD/EVEN नियम से ही खोलना है।
मार्केट से पार्सल ट्रांसपोर्ट में भिजवा सकते है| किसी भी तरफ के ग्रे एवं मिल से माल का आना-जाना बंद रहेगा |
मार्केट में सफाई और सेनेटाइजर की व्यवस्था रखनी होगी। 
कन्टेनमेंट जोन के व्यापारी या कर्मचारी को मार्केट में प्रवेश नहीं मिलेगा I
सभी व्यापारिभाइयो को मास्क लगाना एवं सोश्यल डिस्टेंसिंग का पालन करना आवश्यक है। बिना मास्क मार्केट में प्रवेश वर्जित रहेगा।

-थर्मल गन से व्यापारियों के टेम्परेचर चेक करे तथा नार्मल होने पर ही मार्केट में प्रवेश दिलावे|
-मार्केट में आने वाले व्यापारी/स्टाफ /कर्मचारी का डेटा रखना आवश्यक है।
-मार्केट में एक सप्ताह के लिए केन्टीन नहीं खुलेंगी, बाहरी खाध्य पदार्थो का निषेध करे ।
-सभी कपड़ा मार्केट में गेट पर सेनेटाइजर की व्यवस्था रखनी होगी, साथ ही मार्केट परिसर एवं दुकान में २ मीटर  सामाजिक दुरी का सख्ती का पालन करना आवश्यक है।
कपड़ा मार्केट में गुटखा,पान-मसाला खाना या बीड़ी-सिगरेट पीना वर्जित रहेगा।  पकडे जाने पर दंड का प्रावधान रहेगा।  जो सम्बंधित मार्केट द्वारा वसूल किया जायेगा।
-मार्केट में 10 वर्ष से कम एवं 65 वर्ष से अधिक व्यक्ति को प्रवेश नहीं मिलेगा।

विशेष:-
-उपरोक्त सभी नियम दिनांक 01-06-2020 से 08-06-2020 तक लागु रहेंगे|
-दिनांक 01-06-2020 से 08-06-2020 तक के पालना की सूरत महानगरपालिका कमिश्नरश्री द्वारा समीक्षा कर आगे की सुचना दी जायेगी|
-यदि कोई मार्केट इन नियमो की पालना की अवेलना करता है और उसका मार्केट बंद होता है तो उसकी जिम्मेदारी स्वयं मार्केट प्रबधक की रहेगी |

कोरोना का भय : कब्र खोदने के लिए भी नहीं मिल रहे लोग !!

डेस्क

कोरोना के कारण यह दिन भी देखना पड़ेगा ऐसा कभी ने किसी ने नहीं सोचा होगा। देश में कोरोना की बढती संख्या और मृतांक ने लोगों की हिम्मत कम कर दी है। कोरोना के बढते भय और लॉकडाउन के श्रमिको के जाने की छूट के बाद कई शहरों में कोरोना की परिस्थिति में जरूरी काम कर सके ऐसे मजूरो की कमी हो गई है।


जयपुर में तो  कब्र खोदने के लिए भी मज़दूर उपलब्ध नहीं हैं। कब्रिस्तान तक पहुंचने वाले अंतिम संस्कार घंटों वहां पड़े रहते हैं। उन्हें कब्र खोदने तक इंतजार करना पड़ता है। कब्रों की खुदाई करने वाले कोई और प्रांतीय लोग नहीं हैं। ये सभी लोग पश्चिम बंगाल और बिहार के थे, जो अपने घर जा रहे थे। इसलिए जो लोग स्थानीय हैं वे कोरोना के डर से कब्रिस्तान में आने के लिए तैयार नहीं हैं। आखिरकार स्थिति यह पैदा हुई कि कब्र खोदने के लिए मृतक के परिवार के सदस्यों की बारी थी।

बताया जा रहा है कि डेढ महीने से लॉकडाउन के कारण मजदूरी का काम करने वाले श्रमिक लाचार हो गए है। कामधंधा बंद होने के कारण उनके पास पैसे भी नहीं है। कुछ दिनों तो उन्होने राज्य सरकार और सामाजिक संगठनो की ओर से मिल रही मदद पर काम चलाया लेकिन अब मुश्किल है। वह कहते है कि कब तक मांग कर चलाएंगे। लॉकडाउन-3 में श्रमिकों को कुछ छुट मिलने के कारण कई राज्यों के श्रमिक लौट गए है। इस कारण राजस्थान के भीलवाड़ा, जयपुर, दौसा सहित देश के कई हिस्सों में यह स्थिति पैदा हो गई है। कब्र खोदने वाले नहीं मिलते हैं इसलिए कुछ जगहों पर जेसीबी की मदद ली जाती है। कब्र खोदने के लिए कोई तैयार नहीं है।


विशेष कर जो लोग कोरोना से मर जाते हैं उनकी कबर खोदने के लिए कोई तैयार नहीं होता। उनकी कब्रों को परिवार के सदस्य खोदते है या जेसीबी मंगाई जाती है। यह स्थिति पिछले एक महीने से देखी जा रही है। 

यहाँ के लोग क्वारंटाइन में रहने को हो जाए तैयार!!

सूरत


उधना में कर्मयोगी- II, पुलिस कॉलोनी और पत्रकार कॉलोनी क्षेत्र 1290 घरों में रहने वाले 5774 क्ल्स्टर क्वारन्टइन घोषित किया गया है। अगले आदेशों तक उन्हें अनिवार्य क्वारन्टाइन में रहने का आदेश दिया गया है।

सूरत म्यूनिसिपल कमिश्नर बंछानिधि पाणि की ओर से इस बारे में एक अधिसूचना जारी की गई है। इस आदेश का कड़ाई से अनुपालन होना चाहिए, अन्यथा भारतीय दंड संहिता की धारा 188 तथा और महामारी रोग अधिनियम 1897 तहत आदेश की अवहेलना करने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। सूरत शहर के जिन क्षेत्रोे में कोरोना के अधिक पॉजिटिव मामले सामने आ रहे हैं। उन क्षेत्रों को क्लस्टर घोषित किया जा रहा है। और लोगों को क्लस्टर क्षेत्रों में क्वारन्टाइन किया जा रहा है।

इन घोषणाओं के उल्लंघन पर भी मुकदमा चलाया जाएगा। सूरत में 35 से अधिक क्षेत्रों को अब तक क्लस्टर घोषित किया गया है। वर्तमान में लिम्बायत, वराछा-ए क्षेत्र के साथ-साथ सेन्ट्रल और में उधना जोन में मामले सामने आ रहे हैं। सूरत में पॉजिटिव मामलों की कुल संख्या 800 के करीब पहुंच गई है। सूरत में ज्यादा मामले स्लम इलाकों से आ रहे हैं इसलिए वहाँ से अधिक परीक्षण किए जा रहे हैं।और यहां तक कि स्लम क्षेत्रों के साथ घनी आबादी वाले क्षेत्रों में सर्वे की टीम बढ़ा दी गई है। स्लम क्षेत्रों में बढ़ते केसों ने प्रशासन की चिंता दी है। इसलिए सूरत नगर निगम द्वारा एक नई रणनीति पर काम किया जा रहा है। और ऐसे क्षेत्र जहां मामले अधिक आ रहे हैं, उन्हें क्लस्टर घोषित किया जा रहा है।

कोरोना से वसूली की दर पचास प्रतिशत तक पहुंच गई
सूरत के लोगों के लिए खुशखबरी है। सूरत में, कोरोना से ठीक होने वाले रोगियों की संख्या पचास प्रतिशत तक पहुंच गई है। सूरत में अब तक कुल 808 कोरो मरीज हैं। जिसमें से कुल 400 मरीज बरामद हुए हैं। सोमवार को सूरत में कुल 26 नए मरीज पहुंचे और 40 मरीजों को छुट्टी दे दी गई।
सूरत के नगर आयुक्त बंचनिधि पाणि ने कहा कि शुक्रवार को सूरत में 26 कोरोना रोगियों में से एक की मौत हो गई। उन्होंने कहा कि अकेले कोरोना से मरने वाले रोगियों की संख्या बहुत कम है। कोरोना से मरने वाले रोगियों को मधुमेह या रक्तचाप जैसे कोरोना के अलावा अन्य बीमारियाँ भी होती हैं। शुक्रवार को मरने वालों को भी मधुमेह था। सूरत में, वसूली दर शुरुआत में बहुत कम थी, लेकिन तब से नगर निगम और भारत सरकार के स्वास्थ्य विभाग के प्रयासों के कारण वसूली दर लगातार बढ़ रही है

कहीं आप ना पकड़ा जाओ! नहीं तो अब खैर नही!


सूरत
सूरत महानगर पालिका ने अब सोशल डिस्टैंस का पालन नहीं करने वाले और मास्क नहीं पहनने वालों के खिलाफ आगामी दिनों में सख्त कार्रवाई करने चेतावनी दी है। मनपा कमिनश्रर ने सोमवार को कोरोना के बारे में मनपा की कार्रवाई की जानकारी देते हुए बताया कि सोमवार को बारबार लोगों को सोशल डिस्टैंस का पालन करने और मास्क पहनने के लिए कहा जा रहा है लेकिन इस बात को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं।


सोमवार को भी कई क्षेत्रों में लोग सोशल डिस्टैंस का उल्लंघन करते हुए मास्क पहने बिना घूमते पकड़े गए। उनसे दंड वसूला गया। इसमें सोशल डिस्टैंस नहीं मानने वाले और मास्क नही पहनने वाले तथा दुकानों पर सेनेटाइजर नहीं रखने वालों से कुल मिलाकर 95 हजार दंड वसूला। आज तक सोशल डिस्टैंस का पालन नहीं करने और मास्क नहीं पहनने वालों से कुल 22 लाख रुपए वसूला गया।


मनपा कमिश्नर ने कहा कि कोरोना जिस तरह से शहर में बढ रहा है। उसे देखते हुए लोगों को मास्क अनिवार्य कर लेना चाहिए। आने वाले दिनों में भी मास्क जिंदगी का हिस्सा बना रहेगा। लोगों को यही सोचकर आगे बढना चाहिए। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि अब तक सोशल डिस्टैंस और मास्क पहनने के लिए हम दंड ले रहे थे, लेकिन अब इससे भी कड़क कार्रवाई की जाएगी। हम इसके लिए तैयार है। 
इसका कारण बताते हुए उन्होंने कहा कि जिस क्षेत्र के लोग सोशल डिस्टैंस का पालन नहीं कर रहे वहां केस मिल रहे है। जिन क्षेत्रों में केस मिलेंगे वहां से लॉकडाउन नहीं हटाया जाएगा और ज्यादा दिनो तक लोगों को क्वारेन्टाइन में रहना पड़ेगा। 


उल्लेखनीय है कि रविवार को लिंबायत में सबेरे एक वीडियो वायरल हुआ था जिसमें कि कई लोग सोशल डिस्टैंस का पालन नहीं कर रहे और बिना मास्क के घूम रहे थे

इन क्षेत्रो में नहीं खुलेगी दुकानें , खोली तो समझ लेना

सूरत
राज्य सरकार और केन्द्र सरकार ने भले ही दुकानें खोलने के लिए कुछ शर्तों के आधिन रहकर छुट दी है, लेकिन सूरत महानगर पालिका कमिश्नर बंछानिेधि पाणी ने सूरत में किन क्षेत्रों में दुकानें खुल सकती है इसे स्पष्ट कर दिया है। उन्होंने कह दिया कि जिन क्षेत्रों में कोरोना पॉजिटिव हो या जो क्षेत्र हॉट-स्पॉट हो उनके तीन किलोमीटर के दायरे में आने वाली बिन जरूरी चीजों की दुकानें 5 मई तक नहीं खुल सकेंगी।


मनपा कमिश्नर ने स्पष्ट कर दिया कि

केन्द्र सरकार की ओर से शनिवार को कई क्षेत्रों में सोशल डिस्टैंस का पालन करते हुए दुकाने खोलने की छूट दी गइ है। राज्य सरकार ने भी कुछ दुकानें खोलने की छूट दी है। इस दौरान मनपा के क्षेत्र में भी छोटी-छोटी दुकाने खोलने की बात चल रही है, लेकिन छूट के लिए कई शर्ते हैं। उन्होंने कहा कि जिस क्षेत्र में कोरोना पॉजिटिव पाया गया हो उससे तीन किलोमीटर के दायरे में हो और हॉट-स्पॉट से तीन किलोमीटर के दायरे की दुकानें नहीं खुलेगी। वह पांच मई तक बंद रहेगी।
केंद्र सरकार के फैसले के बाद राज्य सरकार ने भी प्रदेशभर में आवासीय क्षेत्रों में दुकानों को खोले जाने की अनुमति दी है। इसके बावजूद शहर में कुछ शर्तों के साथ चुनीदा इलाकों में ही दुकानों को खोलने की अनुमति दी जाएगी। मनपा आयुक्त बंछानिधि पाणि ने साफ किया कि शहर में जितने भी हॉट स्पॉट एरिया हैं, जहां कोरोना संक्रमण के मामले अधिक हैं, उससे तीन किमी के दायरे में दुकानों को खोलने की अनुमति नहीं दी जाएगी। साथ ही रेड जोन के उन इलाकों में भी जहां कोरोना के मरीज मिल रहे हैं, दुकानों को तीन किमी के दायरे में खोलने नहीं दिया जाएगा। साथ ही जिन जगहों पर दुकानें खोली जा सकती हैं, वहां भी सोशल डिस्टेंसिंग और संक्रमण को रोकने के लिए तय किए गए मानकों पर अमल जरूरी होगा। फिलहाल यह व्यवस्था पांच मई तक लागू रहेगी। उन्होंने कहा कि इसके लिए नोटिफिकेशन जारी कर दिया गया है।
अहमदाबाद सूरत सहित चार शहरों में कोरोना बना गंभीर ; केंद्र
केंद्र सरकार ने शुक्रवार को अहमदाबाद, सूरत हैदराबाद और चेन्नई सहित देश के कुछ शहरों में कोरोना गंभीरता से बढ़ रहे होने का संकेत दिया है। गृह मंत्रालय ने कहा कि संक्रमण से बचने के लिए देशभर में लॉकडाउन होने के बावजूद कई स्थानों पर लोग घरों के बाहर निकल रहे हैं और नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं । यह बहुत गंभीर और चिंताजनक विषय है ।खासकर अहमदाबाद ,सूरत थाने हैदराबाद चेन्नई इन शहरों में परिस्थिति गंभीर है ।केंद्र सरकार ने हॉटस्पॉट के तौर पर माने जाने वाले शहरों में गिनती के लिए 10 इंटर मिनिस्ट्रियल सेंट्रल की टीम बनाई है। इन तीनों में से पांच टीम अहमदाबाद सूरत थाने हैदराबाद और चेन्नई में परिस्थिति पर नजर बनाए हैं

मंगलवार को 66 कोरोना पॉज़िटिव मिले, जानिए शायद आप के क्षेत्र से तो नही!!!!

सूरत
शहर में बुधवार को कुल 66 कोरोना पॉज़िटिव केस सामने आए। अब तक कुल 399 मामले हो चुके है। आज जो मामले सामने आए उनमें सबसे अधिक लिंबायत ज़ोन से है। वहाँ से 25 पॉज़िटिव केस मिले। कतारगाम ज़ोन से भी 19 पॉज़िटिव केस मिले। इसके अलावा अमरोली क्षेत्र भी नए हॉट स्पॉट के तौर पर उभर कर आया।

लिंबायत के मानदरवाजा से अभी भी कोरोना के मरीज मिल रहे है। मनपा का कहना है कि कम्यूनिटी टेस्ट और सर्वे के कारण टेस्ट की संख्या बढ जाने के कारण पॉज़िटिव केस भी बढ़े है। इस बीच मंगलवार को केन्द्र से आई 15 लोगों की टीम ने मनपा के काम की सराहना की। सूरत में अब तक कोरोन से मरनेवालों की संख्या 12 पर पहुँच गई है।

आज शहर के लगभग सभी क्षेत्रों से कोरोना के मरीज दर्ज हुए। अब तक कोरोना के कारण डॉक्टर, मनपाकर्मी,नर्स सहित अन्य कई प्रोफ़ेशनल बीमार हो चुके है।

बुधवार को कोरोनी पॉज़िटिव केस की सूची

मानव कुमार नटूभाई सोलंकी , साईधाम सोसाइटी, न्यू कोसाड (कतारगाम जोन)

अरविन्द रमेश निषाद ,रहमतनगर, वेडरोड, कतारगाम जोन

ज्योत जैमिश गोटी, ब्रह्म लोक रेजीडेंसी, (कतारगाम क्षेत्र)

प्रेमिला बेन , रघुवीर सोसायटी, कतारगाम

यश अल्पेशभाई सेठ ,पारस अपार्टमेंट, तापीनगर

विनुभाई मूलजीभाई अंबलिया ,वृंदावन पार्क सोसाइटी, उतराण, कतारगाम

दीपक आर भट्ट, स्वीट हाउस, अमरोली (कतारगाम जोन)

साईं जीत सस्मल , श्री रामनगर, अमरोली (कतारगाम ज़ोन)

पूजा भूषण धक्ते , आनंद पार्क, वेडरोड , कतारगाम

अरुणा कांजीभाई पटेल , मोरबी महोल्ला कतारगाम

नाथुभाई बाबूभाई भिखोड़िया , सहज कॉर्नेल, सिंगनपुर, कतारगाम

मितेश ईश्वर मिस्त्री कुंभारवाड, कतारगाम

राजकुमार आर राजभर ,नंदनवन सोसायटी

श्यामधर तेजधर दुबे ,वर्धमान पार्क सोसाइटी, कोसाड (कतारगाम जोन)

स्मित अल्पेश सेठ ,पारस अपार्टमेंट, (कतारगाम जोन)

प्रीत अल्पेश सेठ, पारस अपार्टमेंट, (कतारगाम जोन)

भूमिका कांतिभाई सुरती ,सूर्यनगर, अमरोली
पंकज तलशी मोरडिया , सुमन आवास, अमरोली (कतारगाम क्षेत्र)

अरुण महेंद्रनाथ मौर्य सत्यनारायण नगर, अमरोली, कतारगाम क्षेत्र

जिग्नेश भीखा प्रजापति , सरस्वती सोसाइटी (वराछा जोन
अतुल आर गुरिया धरती नगर वराछा (वराछा जोन-ए)

सतेंद्र राजकुमार राजपूत ,मोलता नगर पाटीदार चाल (वराछा जोन-ए)

शंकर पवार आजादनगर, रसूलाबाद (आठवां जोन)

लिंबायत क्षेत्रमौयुद्दीन यूसुफ़ छीबा , मानदरवाजा टेनामेंट

साकु रघुनाथ सोनवणे , उमरवाडा टेकरा

तृप्ति चौधरी , बोरियागाम, मांगरोल (सूरत जिला)

समीर अशोक मार्चावाला , जय जलाराम सोसायटी, (लिम्बायत जोन)

पुष्पाबेन पद्मनगर, लिंबायत क्षेत्र

वमन भद्रई अमुनम, मानदरवाजा , लिंबायत

सैयदबी सैयद फकीर , नूरानीनगर (लिंबायत क्षेत्

फ़िरदोश बी सैयद, नूरानीनगर

सैयद आसिफ अली फकीरा मोहम्मद ,नूरानीनगर (लिम्बायत ज़ोन)

समसदाबी सैयद चंद नूरानीनगर (लिम्बायत ज़ोन)

सैयद नूरानी फकीर मोहम्मद , नूरानीनगर, लिंबायत

मंगलाबेन पटोडे हलपती स्लम, मानदरवाजा

विजय पाटोदे हलपती स्लम, मानदरवाजा

पद्मबेन हरिश्चंद्र राणा , मानदरवाजा टेनामेंट

मनीष किशन टेलर (मानदरवाजा)

प्रवीणचंद्र छोटेलाल जरीवाला, मानदरवाजा

जेनिथ अशोक राणा , मानदरवाजा

दीपिका सानिया .,मानदरवाजा

कृष्णा के अनिल साननिया ,मान दरवाज़ा

मंजुला विजय पाटिल ,जयराज नगर

फरशिदी खान, ओमनगर सोसायटी,

कोमल कृष्णा इंद्र जलाराम नगर ,नवागाम

सलोनी चेतन राठौड़ ,लक्ष्मीनारायण नगर, नवागाम

समाधान दौलत एरंडोले महादेवनगर, डिडोली

आसिफ खान .मानदारवाजा टेनामेंट,

फहीम अहमद अब्दुल अंसारी ,आगनो वड

हरीशभाई ठाकोरभाई शुक्ला (महिधरपुरा)

सविताबन (नानपुरा )

फरहीन अबू सुफयान पटेल (प्रिंस एवेन्यू, नाणावट)

अफिफा सलमान पटेल, प्रिंस एवेन्यू, नाणावट,

मो.हफेश तनवीर अंसारी, सेन्ट्रल ज़ोन

श्रीधर तनवीर अंसारी , सेन्ट्रल जोन

अब्दुल गफ्फार (रुस्तमपुरा)

अंकित गुलाब रावल रामपुरा, सेंट्रल ज़ोन

छोटा अफिरोज खान अकबर शहीद , सेंट्रल ज़ोन

रांदेर ज़ोन
अक्षय भगत वाघेल श्री रो-हाउस,ताडवाडी

फालम शोएब खत्री फैज़ , रांदेर रोड


बेबीबेन बदुभाई पाटिल ,शिवनगर सोसाइटी, बमरोली (उधना जोन)
शोभा गुलाब महाजन श्रीरामनगर, पांडेसरा
रोहित अरुण रितिवारी, सत्यनारायण नगर, पांडेसरा (उधना जोन)
अजय भगवान खत्री राम कृष्णा ,सोसाइटी,

भोलान जलेश्वर प्रसाद सत्यनारायण नगर, पांडेसरा (उधना जोन)


राजेंद्र कमला, न्यू लालभाई स्टेडियम, वेसू

आरती डाह्या नकरानी, सीतानगर, पुणा

ऐसा क्या किया मनपा ने कि फिदा हुई केन्द्र की टीम!

सूरत
सूरत में कोरोना की रोकथाम के प्रयास किए जा रहे हैं ,वर्तमान परिस्थिति में काम करने का ढंग और आगे की योजना जानने मंगलवार को केन्द्र सरकार ओर से पहुंची 15 सदस्यों की टीम सुरत मनपा के काम से खुश हो गई।
 सूरत नगर निगम के आयुक्त बंछानिधि पाणि ने कहा कि डॉ ढींगरा के नेतृत्व में 15-सदस्यीय टीम मंगलवार को सूरत दौरे पर थी उन्होने सूरत में कोविड-19 के तहत किस तरह से काम हो रहा है। एआरआई केस कैसे ढूंढे जाते हैं। उनमें से किन लोगों का टेस्ट किया जाता है और हम कैसे हॉट-स्पॉट, ग्रीन या रेड जॉन तय करते हैं किन मापदंड का ख्याल रखते हैं यह सब जानकारी ली। इसके बाद हमारे जिस तरह से सायन्टिफिक ढंग से काम किया जा रहा है। यह जानकार वह संतुष्ट नजर आए।
उल्लेखनीय है कि सूरत नगर निगम द्वारा मामलों की जांच के दो तरीके हैं, एक एक्टीव टेस्टिंग  और दूसरा पैसिव टेस्टिंग है। एक्टिव टेस्टिंग में मनपा की टीम के लोग हॉट-स्पॉट या येलो जॉन अथवा रेड जॉन तथा संभवित क्षेत्रों में जाकर सैम्पल ले आते हैं और वॉर रूम आगे का काम करता है। इसी तरह से पैसिव टैस्टिंग में मनपा ने प्राइ‌वेट क्लीनक संचालकों से डॉ जैमिनी अ्प्लीकेशन में मांगी जानकारी से संभवित केसों की जानकारी मिलती है। इसी तरह से मनपा की ओर से की गई टैस्टिंग की जानकारी के लिए डॉ. टैको अप्लीकेशन शुरू की है।इन दोनो अप्लीकेशन से भी मनपा एआरआई के केसों की जानकारी प्राप्त करती है। बाद में इन पर फॉलो अप किया जाता है।मनपा ने स्लम एरिया में जाँच के लिए फीवर क्लीनिक भी शुरू किया है।

डॉक्टरों पर हमले पर होगी कड़ी सजा
कोरोना में डॉक्टरों और स्वास्थ्यकर्मियों पर हो रहे हमले को लेकर सरकार चिंतित है। उनकी सुरक्षा के लिए सरकार ने सख्त रवैया अख्तियार करने की बात कही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में कैबिनेट ने बुधवार को 123 साल पुराने महामारी कानून में संशोधनों का अध्यादेश पास कर दिया। केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने बताया कि डॉक्टरों और किसी स्वास्थ्यकर्मी पर हमला अब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। अब अगर किसी पर हमला किया जाता है तो अधिकतम 7 साल की सजा और 5 लाख जुर्माने का प्रावधान अध्यादेश में रखा गया है।

कई कोरोना पॉजिटिव में नहीं दिख रहे लक्षण, छिपा खतरा

सूरत
जहां एक ओर दुनिया के देश कोरोना का ईलाज ढूंढने के लिए एडी चोटी का जोर लगा रहे हैं, वहीं दूसरी ओर कोरोना बिमारी के बदलते लक्षण ने दुनिया के लिए चिंता और बढा दी है। इस बीच सबसे बड़ी चिंता की बात यह है कि इन दिनों गुजरात में जो केस सामने आ रहे हैं उनमें ज्यादातर पॉजिटिव मामलों में जिन लोगों के रिपोर्ट पॉजिटिव आ चुके हैं उनके अंदर कोरोना के कोई लक्षण हीं नहीं दिख रहे।
इस बात ने प्रशासन की चिंता बढा दी है। राज्य स्वास्थ्य सचिव जयंति रवि ने गुजरात में कोरोना की स्थिति के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि गुजरात में इन दिनो टेस्ट की संख्या बढी है। जिन लोगों के रिपोर्ट पॉजिटिव हैं उनमें 80 प्रतिशत लोगों में कोरोना के कोई लक्षण नहीं दिखते।
उन्होंने कहा कि गुजरात में कोरोना की वास्तविक परिस्थिति क्या है यह जानने के लिए ज्यादा लोगों की जांच की जा रही है। रैपिड टेस्ट आ जाने के बाद रैपि़ड टेस्ट लैब टेस्टिंग के साथ किया जाएगा। यह टैस्ट विशेषतौर पर जहां कोरोना के पॉजिटिव मामले अधिक है वहां किया जाएगा। टेस्ट किट की विश्वसनीयता के मामले में समझौता नहीं किया जाएगा, इसलिए रैपिड टेस्ट किट के साथ एक दोहरी जांच की जाती है जैसे कि एक व्यक्ति रैपिड टेस्ट में सकारात्मक रहा है, यह फिर से प्रयोगशाला परीक्षण भी होगा।

कोरोना पीड़ितों के लिए क़ैदियों ने दिए १.११ लाख रूपए
सूरत सब जेल में क़ैद कैदियों ने कुछ ऐसा काम किया कि जो मानवता की मिसाल बन गया है ।जेल में क़ैद कैदियों ने कोरोना से लड़ने के लिए सरकार को 1,11, 111रुपए देकर मदद की।जेल के कैदियों का मानना है कि कोरोनी की महामारी दुनिया के सामने मुँह फाडकर खड़ी है । ऐसे में हर एक व्यक्ति का दायित्व है कि वह , देश के लिए कुछ समर्पण करें । इसलिए उन्होंने अपनी नैतिक ज़िम्मेदारी समझते हुए देश के लिए 1,11,111 रुपया का दान दिया|

भारत में भी अब तक 15, हज़ार से अधिक लोग संक्रमित हैं और कोरोना की अभी कोई दवाई बाज़ार में उपलब्ध नहीं है आने वाले कितने दिनों तक कोरोना दुनिया का परेशान करेगा यह भी पता नहीं है ।ऐसे में कोरोना से बचाव ही एक सुरक्षा का साधन है ।