एक बिमारी जाती नहीं कि दूसरी आ जाती है। सूरत सहित देशभर में कोरोना के बाद अब नए नए साइड इफ़ेक्ट आ रहे है। सूरत में कुछ लोगों में म्युकोरोमाइसिस नाम की बिमारी दिखी। इससे प्रशासन सतर्क हो गया है।
यह बिमारी फ़ंगस इनफ़ेक्शन से भी हो सकती है। इस रोग के मरीजों को उपचार देने के लिए सिविल में अलग से वॉर्ड और ऑपरेशन थिएटर बनाया गया है। साथ ही डॉक्टरों की एक टीम भी बना दी गई है। फिलहाल सिविल में 2 महिला और 3 पुरुष सहित पांच मरीजों को दाखिल किया गया है।
सिविल सुपरिटेंडेंट डॉ रागिनी बेन वर्मा ने बताया कि म्यूकोमाइसिस के मरीजों को उपचार देने के लिए 2 दिन पहले ई एन टी आंख तथा मेडिसिन डिपार्टमेंट के डॉक्टरों की मीटिंग हुई थी। जिसमें की इस रोग के मरीजों के लिए अलग से वोर्ड बनाने का तय किया गया है। वॉर्ड में 35 से 40 बेड की व्यवस्था है। इनके लिए अलग से ऑपरेशन थिएटर भी बनाया गया है। इसके अलावा ओक्युप्लास्टिक सर्जरी के डॉक्टरों की भी नियुक्ति की गई है।ऐसे मरीजों के उपचार के लिए मेडिसिन एनेस्थेसिया न्यूरो सर्जन सहित अन्य डॉक्टरों की टीम तैयार की गई है।
बताया जा रहा है कि इस प्रकार के रोग में मरीज का नाक बंद हो जाता है। नाक के आसपास सूजन आ जाती है चेहरे पर सूजन और कभी-कभी बुखार आता है। जिन्हे पहले से बिमारी हो उन्हें इसका इंफेक्शन तेजी से लग सकता है। इस रोग से बचने के लिए साफ-सफाई जरूरी है। साथ ही धूल आदि के संपर्क से बचना चाहिए।
लोगों कुछ समय के अंतराल के बाद हाथ-पाव धोते रहना चाहिए। कोरोना की पहली लहर के दौरान भी इस तरह के कइ मरीज अन्य शहरों में मिले थे। हालाँकि इस बार सूरत में भी मरीज दिखने से प्रशासन सतर्क हो गया है।