सूरत में कोरोना केस 1900 के पार,26 की मौत, यह क्षेत्र है सबसे गंभीर


सूरत शहर और ग्राम्य क्षेत्रों में कोरोना लगातार कोरोना बेकाबू होते जा रहा है। शुक्रवार को शहर में 1522 सहित ग्राम्य के 398 मिलाकर कुल 1920 कोरोना संक्रमित केस दर्ज हुए। वहीं 831 मरीज डिस्चार्ज हुए। अभी तक शहर में 64663 और तथा ग्रामीण क्षेत्र में 18633 मिलाकर 83,296 मरीज कोरोना संक्रमित हुए ।शुक्रवार को ग्रामीण क्षेत्र से 2 और शहरी क्षेत्र से 24 कोरोना मरीजों की मौत हुई। अब तक शहर जिले में कुल 1404 की मौत हुई और 71,987 मरीज अस्पताल से स्वस्थ होकर घर लौटे हैं। शहर जिले में 9905 एक्टिव मरीज है।


सूरत में कोरोना मरीज दर्ज हुए इसमे सबसे अधिक मरीज अठवा जोन में 13026 कोरोना संक्रमित मरीज है, रांदेर जोन में 10493, कतारगाम जोन में 9415, लिंबायत जोन में 6674, वराछा-ए जोन में 6731, सेन्ट्रल जोन में 6394, वराछा बी जोन में 5972 और सबसे कम उधना जोन में 5958 कोरोना संक्रमित मरीज है। इसी के साथ अब तक शहर में 1102 लोगों की और ग्रामीण क्षेत्र से 302 लोगों की मौत हुई है।
शुक्रवार को सेन्ट्रल जोन में 141,वराछा ए में 140,वराछा बी में 106, रांदेर में 290,कतारगाम 288,लिंबायत में 134, उधना में 139,अठवा में 284 मरीज दर्ज हुए।


सूरत में लगातार बढ रहे कोरोना के केस के कारण प्रशासन की नींद हराम हो गई है। प्रशासन ने कोरोना को रोकने के लिए सभी प्रयास करना शुरू कर दिया है। इसके बावजूद कोरोना के केस लगातार बढते जा रहे हैं। कोरोना के मरीजों के कारण अस्पताल में बैड, ऑक्सीजन की कमी का सामना करना पड़ रहा है। हालाकि प्रशासन सभी प्रयास कर परिस्थिति को नियंत्रण में लाने का प्रयास कर रहा है।

हाय रे कोरोना: अब ऑक्सीजन के प्लान्ट पर पुलिस का पहरा

कोरोना के बढ़ते मरीज़ों के कारण सिविल-स्मीमेर अस्पताल सहित सूरत शहर-जिले में 200 से अधिक अस्पतालों में 200 मेट्रीक टन ऑक्सीजन की ज़रूरत पड़ रही है। अब तक सामान्य दिन में 10 से 20 मेट्रिक टन ऑक्सीजन की जरूरत होती थी। इस परिस्थिति से सूरत की परिस्थिति का ख़्याल आ आता है।सूरत शहर और जिले में कोरोना के विस्फोटक रूप लिया है।

गंभीर रोगियों से अस्पताल उभर रहे हैं। उन्हें बिस्तर नहीं मिल रहा। 2020 में कोरोना के मामले में इस समय ऑक्सीजन की डिमान्ड वाले रोगियों की संख्या बहुत अधिक है। जैसे-जैसे यह संख्या बढ़ रही है, वैसे-वैसे ऑक्सीजन की जरूरत भी बढ़ रही है। सूरत जिला कलेक्टर ने डिप्टी कलेक्टर आरआर बोर्ड, खाद्य और औषधि विभाग के अधिकारियों की एक टीम को काम सौंप दिया है ताकि ऑक्सीजन संकट न हो।

वर्तमान में, वलसाड, झगडिया और हजीरा कंपनियों से ऑक्सीजन आता है जो कि सूरत शहर में चार और जिले में तीन प्लान्ट में ऑक्सीजन की रिफलिंग करके अस्पतालों में पहुंचाया ज़ाया रहा है। वर्तमान में, सूरत के शहर और जिले के सिविल, स्मीमेर और सभी निजी अस्पतालों को प्रति दिन 200 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की आवश्यकता पड़ रही है।

डिप्टी कलेक्टर और उनकी टीम चौबीसों घंटे काम कर रही है कि यह राशि सभी अस्पतालों तक समय पर पहुंचे। साथ ही सभी सात प्लांटों पर पुलिस और राजस्व कर्मचारी तैनात किए गए हैं और जहां भी ऑक्सीजन की आपूर्ति की जाती है, वह पर्याप्त पुलिस बंदोबस्त और राजस्व कर्मचारियों के साथ किया जा रहा है।

सूरत: सिविल में नहीं मिल रहा 150 रेमेडिसिविर इंजेक्शन का हिसाब!

कोरोना के कारण रेमेडेसिवीर इंजेक्शन की भारी मांग उठी है। प्रशासन रेमेडिसिविर इंजेक्शन मरीजों तक पहुंचाने के लिए हर संभव प्रयास कर रहा है लेकिन इस बीच सिविल हॉस्पिटल में डेढ सौ इंजेक्शन का हिसाब किताब नहीं मिलने के कारण सिविल प्रशासन चिंता में है। इसकी जाँच के आदेश दिए है।

बात ऐसी है कि नियम के अनुसार सिविल में दाखिल हो ऐसे मरीजों को ही रेमेडिसिविर इंजेक्शन दिया जाता है लेकिन मेडिकल स्टोर से सिविल हॉस्पिटल में दाखिल नहीं है।ऐसे लोगों के नाम पर भी इंजेक्शन दिया गया है। संभावना है कि डेढ़ सौ इंजेक्शन सिविल में दाखिल नहीं हो ऐसे लोगों के नाम पर जारी किए गए हैं।

यह मामला सामने आने के बाद सुप्रिन्टेन्डेन्ट ने जांच के आदेश दे दिए हैं। सोमवार को जिला कलेक्टर ने भी निजी हॉस्पिटलों को 1200 इंजेक्शन दिए थे एक मरीज के लिए एक इंजेक्शन ही दिया जा रहा है और जब तक कि स्टॉक है तब निजी हॉस्पिटल को इंजेक्शन दिया जाएगा। इसके दो दिन पहले भाजपा कार्यालय से भी लोगों को निशुल्क इंजेक्शन दिया गया था।

सूरत शहर में कोरोना ने अब डरावना रूप ले लिया है। प्रशासन की सभी तैयारियों के बाद भी कोरोना घटने का नाम नहीं ले रहा। शहर में कोरोना के बढते केसो के कारण लोगों में भय का माहौल बनता जा रहा है। सूरत में कोरोना संक्रमितों की संख्या सोमवार को 1469 पर पहुंच गई।सूरत की निजी अस्पतालों में अब कोरोना के बेड की कमी होने लगी है। मृतकों की संख्या देखते हुए पाल में 14 साल पहले बंद स्मशान घाट फिर से शुरू करना पड़ा।


सूरत शहर और ग्राम्य में मिलाकर संक्रमितों का आंकड़ा 1469 पर पहुंच गया। साथ ही 788 स्वस्थ होकर डिस्चार्ज हुए। अभी तक शहर तथा ग्रामीण क्षेत्र से कुल 76416 मरीज कोरोना संक्रमित हुए। सोमवार को शहरी क्षेत्र से 18 तथा ग्रामीण क्षेत्र से 1 सहित कुल 19 कोरोना मरीजों की मौत हुई।अब तक शहर जिले में कुल 1302 की मौत हुई और 68763 मरीज डिस्चार्ज हुए हैं।


सूरत में कोरोना के मरीज़ों की संख्या को देखते हुए सिविल अस्पताल में आपातकालीन ओपीडी के सिवाय अन्य ओपीडी बंद करने का फ़ैसला किया गया है। कोरोना के कारण श्रमिकों में भय होने के कारण वह पलायन नहीं करें इसलिए चैम्बर ऑफ कॉमर्स ने प्रशासन से गुहार लगाई है।

सूरत:सोमवार को कोरोना से 19 की मौत, नए 1469 मरीज

सूरत शहर में कोरोना ने अब डरावना रूप ले लिया है। प्रशासन की सभी तैयारियों के बाद भी कोरोना घटने का नाम नहीं ले रहा। शहर में कोरोना के बढते केसो के कारण लोगों में भय का माहौल बनता जा रहा है। सूरत में कोरोना संक्रमितों की संख्या सोमवार को 1469 पर पहुंच गई।सूरत की निजी अस्पतालों में अब कोरोना के बेड की कमी होने लगी है। मृतकों की संख्या देखते हुए पाल में 14 साल पहले बंद स्मशान घाट फिर से शुरू करना पड़ा।


सूरत शहर और ग्राम्य में मिलाकर संक्रमितों का आंकड़ा 1469 पर पहुंच गया। साथ ही 788 स्वस्थ होकर डिस्चार्ज हुए। अभी तक शहर तथा ग्रामीण क्षेत्र से कुल 76416 मरीज कोरोना संक्रमित हुए। सोमवार को शहरी क्षेत्र से 18 तथा ग्रामीण क्षेत्र से 1 सहित कुल 19 कोरोना मरीजों की मौत हुई।अब तक शहर जिले में कुल 1302 की मौत हुई और 68763 मरीज डिस्चार्ज हुए हैं।


सूरत में कोरोना के मरीज़ों की संख्या को देखते हुए सिविल अस्पताल में आपातकालीन ओपीडी के सिवाय अन्य ओपीडी बंद करने का फ़ैसला किया गया है। कोरोना के कारण श्रमिकों में भय होने के कारण वह पलायन नहीं करें इसलिए चैम्बर ऑफ कॉमर्स ने प्रशासन से गुहार लगाई है।


मृतकों की संख्या को देखते हुए पिछले 14 साल से पाल में बंद स्मशान भूमि कैलाश मोक्ष धाम को पालिका की विनती के बाद चालू कर दिया गया है। शहर के पाल क्षेत्र में स्थित इस स्मशान भूमि को 14 साल पहले बंद कर दिया गया था। लेकिन शहर में तेजी से कोरोना के कारण मृतकों की संख्या बढ़ने से सभी सभी स्मशान भूमि में वेईंटिग चल रही है।

इस परिस्थिति को देखते हुए पालिका ने पाल स्मशान भूमि के कर्ताहर्ताओ से इसे चालू करने की विनती की थी। इसके बाद इसे चालू कर दिया गया है। रविवार को स्शान भूमि में 15 लोगों की अंतिम विधि की की गई थी। यहाँ पर 50 लोगों की अंतिम विधि की जा सके ऐसी व्यवस्था की गई है।

आपको बता दें कि रोज शहर में बड़ी संख्या में कोरोना के कारण लोगों की मौत हो रही है। शहर के तीनों स्मशान भूमि में मृतकों की अंतिम विधि के लिए टोकन लिए जा रहे हैं। फिर भी घंटों तक वेटिंग लिस्ट चल रही है। जिसे देखते हुए मनपा ने 2006 में बंद पाल की स्मशान भूमि को फिर से शुरू करने का फैसला किया है।

पालिका के पूर्व कॉरपोरेटर और स्मशान के ट्रस्टी पीएम पटेल, अडाजन के पूर्व कॉरपोरेटर पीएम पटेल तथा वर्तमान कॉरपोरेटर नीलेश पटेल,भाजपा के पूर्व प्रमुख नितिन भजीय वाला ने परिस्थिति देखते हुए स्मशान भूमि को शुरू करने का फैसला किया है। शनिवार को शाम को सफाई की गई थी।यहां पर अंतिम संस्कार शुरू कर दिया गया है। एक्वेरीम के पीछे स्थित इस स्मशान में कोरोना के मृतकों की अंतिम क्रिया की जाएगी।

कोरोना के मरीजों में ज्यादा को श्वॉस की तकलीफ, ऑक्सीजन का उपयोग चार गुना बढा


सूरत में कोरोना दिन प्रतिदिन विकराल रूप धारण कर रहा है। होस्पिटल में दाखिल होने वाले ज्यादातर मरीजों को सास की तकलीफ है। इनमें से 90% मरीज ऑक्सीजन पर हैं। ऑक्सीजन सप्लाई करने वाली कंपनी के संचालकों ने मीडिया से बताया कि सिविल हॉस्पिटल में प्रति घंटे 15 से 18 टन ऑक्सीजन का इस्तेमाल हो रहा है।

सामान्य दिनों में सिविल हॉस्पिटल में 100 से 200 बोटल ऑक्सीजन सप्लाई किया जाता था जो कि अब बढ के 800 बोतल पर पहुंच गया है। रिफिलिंग के लिए रोज चार ट्रक भरकर जाते हैं। लिक्विड ऑक्सीजन के लिए भी नया प्लांट तैयार किया जा रहा है। इसके बावजूद ऑक्सीजन की कमी आ रही है।

यदि परिस्थिति नहीं सुधरी तो आगामी दिनों में ऑक्सीजन कहां से लाया जाएगा इसकी चिंता परेशान कर रही है? दूसरी और हमको क्वारंटाइन किए गए मरीजों के लिए भी ऑक्सीजन जरूरी है। इन दिनों कोरोना के कारण ऑक्सीजन के सिलेंडरों की डिमांड बहुत तेजी से बढ़ी है। कई मरीजों को तो ऑक्सीजन बड़ी मुश्किल से उपलब्ध हो रहा है।

ऐसे में मरीजों के लिए ऑक्सीजन की व्यवस्था भी मुश्किल हो गई है। कोरोनावायरस बढ़ता जा रहा है जिसे देखते हुए प्रशासन को इसके लिए आवश्यक व्यवस्थाओं को भी तेजी से बढ़ाना होगा। उल्लेखनीय है कि सूरत में रविवार को 1 हजार से अधिक मरीज दर्ज हुए थे। ग्रामीण क्षेत्रों में भी केस तेजी से बढ़ रहे हैं। रविवार को सूरत के ग्रामीण क्षेत्रों में 300 से अधिक कोरोना संक्रमण के केस दर्ज हुए थे और गांव तथा शहर में मिलाकर कुल 8 मरीजों की मौत हो गई।

सूरत में गहराता कोरोना संकट: 16 की मौत


शहर में कोरोना चिंताजनक स्थिति पर पहुंच गया है। परिस्थति इस हद तक बिगड गई है कि सूरत में आज गुवाहाटी से विशेष विमान के माध्यम से 10 हजार रेमेडिसिविर इंजेक्शन मंगाना पड़ा। सूरत शहर में शनिवार को 913 और जिले में मिलाकर नए 1152 कोरोना संक्रमित दर्ज हुए।

आज 761 लोग स्वस्थ होकर डिस्चार्ज हुए। अभी तक शहर तथा ग्रामीण क्षेत्र से कुल 73499 मरीज कोरोना संक्रमित दर्ज हुए है और 67203 मरीज अस्पताल से स्वस्थ होकर घर लौटे हैं। शुक्रवार को शहर में 15 और ग्राम्य क्षेत्र में 1 कुल मिलाकर 16कोरोना मरीजों की मौत हुई। अब तक कुल 1265 लोगों की जान जा चुकी है।

भाजपा कार्यालय के आगे रेमेडिसिविर इंजेक्शन के लिएलाइन लगी


शनिवार को सूरत शहर में नए 913 मरीजों के साथ कुल संक्रमितों की संख्या 56641 पर पहुंच गई है। अब तक शहर जिले में कुल 1265 की मौत हुई अभी 5031 एक्टिव केस हैं। शुक्रवार को नए 913 कोरोना संक्रमित मरीजों में से शहर में सबसे अधिक मरीज अठवा जोन से 155, रांदेर जोन से 143, लिंबायत जोन से 96, कतारगाम जोन से 100, सेन्ट्रल जोन से 118, वराछा-ए जोन से 107, वराछा-बी जोन से 97 और उधना जोन से 97 नए मरीजों का समावेश है।

किरण होस्पिटल के आगे लोगों की लंबी लाइन लगी


जोन वाईज अब तक कुल संक्रमित मरीजों के बारे में जानकारी देते हुए स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि सबसे अधिक मरीज अठवा जोन में 11634 कोरोना संक्रमित मरीज है, रांदेर जोन में 9069, कतारगाम जोन में 8177, लिंबायत जोन में 5921, वराछा-ए जोन में 5854, सेन्ट्रल जोन में 5563, वराछा बी जोन में 5256 और सबसे कम उधना जोन में 5167 कोरोना संक्रमित मरीज दर्ज हुए है।

शहर मे कोरोना में कारगर माने जाने वाली रेमेडिसिविर इंजेक्शन की बढती मांग के देखते हुए शोर्टेज बनी है। इस कारण भाजपा के कार्यालय से 900 रेमेडिसििवर इंजेक्शन बांटे गए। आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने राज्य के स्वास्थ्य मंत्री के घर के आगे इंजेक्शन दो नहीं तो इस्तीफो दो ऐसे नारेबाजी भी की।

सूरत: विधायक का उमदा काम,48 घंटे में खड़ी कर दी 100 बेड की सुविधा


सूरत में कोरोना के मामले तेजी से बढने के कारण होस्पिटल भी भर जाने की कगार पर है।ऐसे में शहर की परिस्थिति को देखते हुए शहर के मजूरा क्षेत्र के विधायक ने सिर्फ 48 घंटे में कोविड केर सेन्टर बना दिया।उनके इस मानवीय कार्य में 100 से अधिक दोस्तो ने भी सहायता दी। आगामी 72 घंटे में 200 बेड की तैयारी की जा रही है।

विधायक हर्ष संघवनी ने मीडिया को बताया कि निजी अस्पताल में भी बड़ी संख्या में मरीज आ रहे हैं। सिविल में भी बड़ी संख्या में मरीज आ रहे हैं। ऐसे समय में मैने यह प्रयास शुरू किया है। मेरे इस कार्य में सभी लोग मेरे सहभागी बनेंगे ऐसी उम्मीद है। उन्होने बताया कि कि सिर्फ दोस्तो, कोर्पोरेटर दौ़ड आए और 12 मदद की। आज शाम तक 100 बेड की होस्पिटल शुरू हो जाएगी।

गुरूवार शाम तक 200 बेड का अस्पताल शुरू कर दिया जाएगा। यहां पर डॉक्टर्स की सूचना के अनुसार रेमेडिसिवर इंजेक्शन नि:शुल्क दिया जाएगा। उल्लेखनीय है कि इसके पहले भी जब कोरोना तेजी से फैला था तब भी विधायक हर्ष संघवी ने अपने मित्रो की मदद से कोविड सेन्टर शुरू करवाया था। उल्लेखनीय है कि शहर में तेजी से कोरोना के मरीज बढ रहे है। ऐसे मे अस्पतालों में जगह नहीं मिलने से वह परेशान है। उन्हें यह सुविधा शुरू होने से बहुत लाभ होगा।

सूरत: मु्ख्यमंत्री ने 800 बेड की होस्पिटल और 300 वेन्टिलेटर की घोषणा की


सूरत में कोरोना के मामले बढने के कारण चिंतित प्रशासन ने तेजी से दौडधाम शुरू कर दी है। मंगलवार को मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री, स्वास्थ्य सचिव ने सूरत में कलक्टर कार्यालय में उच्च अधिकारियों से मीटिंग की। मीटिंग में सूरत की परिस्थिति को समझते हुए मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने बताया कि सूरत में मरीजों के लिए 2500 रेमेडिसिवर का इंतजाम किया गया है।

2500 इंजेक्शन रात तक निजी अस्पतालों में पहुंच जाएगा। इसके अलावा 800 बेड की कीडनी होस्पिटल को कोरोना होस्पिटल के तौर पर कार्यरत किया जाएगा। 300 वेन्टिलेटर की घोषणा भी की गई। आपको बता दे कि सूरत में कोरोना के केस तेजी से बढने के कारण प्रशासन की हालत खराब हो गई है। मुख्यमंत्री की घोषणा के पहले स्वास्थ्य सचिव ने उच्च अधिकारियों के साथ मीटिंग कर परिस्थिति का जायजा लिया। मंगलवार की दोपहर को कोर्ट ने गुजरात के महानगरो में तीन चार दिन के लॉकडाउन की बात कही थी। इस पर भी कुछ देर में फैसला आ जाएगा।

13 साल के किशोर की कोरोना से मौत

सूरत में अब कोरोना के मामलों में बच्चो में दस्तक दी है। कोरोना के कारण 13 वर्ष के किशोर की मौत की जानकारी सामने आ रही है। मजूरा फायर स्टेशन के नजदीक एक निजी हॉस्पिटल में 13 साल के किशोर की मौत हो गई। दूसरी ओर अन्य एक 10 वर्षीय किशोर भी वेंटिलेटर पर उपचाराधीन है।

कोरोन के नए स्ट्रेन के कारण बच्चों में भी उल्टी दस्त सहित अन्य कई शिकायतें दिख रही हैं। मिली जानकारी के अनुसार के वराछा के डी मार्ट के पास भवानी हाइट्स में रहने वाले और एम्ब्रॉयडरी कारखाना चलाने वाले भावेश भाई के 13 साल के बेटे ध्रुव कोराट की तबीयत रविवार दोपहर के बाद ख़राब हो गई। उसे सांस लेने में तकलीफ हुई। तुरंत अस्पताल ले जाया गया। जहां कि रैपिड एंटिजेन टेस्ट कराने पर वह टेस्ट पॉजिटिव आया। तबियत और बिगड़ने पर साची चाइल्ड हॉस्पिटल में दाखिल किया गया था।

पाँच घंटे उपचार के बाद 1:00 बजे उसने अंतिम सांस ली। बच्चों में अब कोरोना ने दस्तक दी है। ध्रुव के शरीर में लंबे समय से प्रोटीन डिवेलप नहीं होने की समस्या थी और उसका उपचार भी चल रहा था। रविवार की शाम को जब उसे अस्पताल लाया गया सब तुरंत ही उपचार चालू कर दिया गया लेकिन नहीं बचाया जा सका।

सूरत: कोरोना कम होने का नाम नहीं ले रहा, सात की मौत

सोमवार सूरत शहर में कोरोना के मामले तेज़ी से बढ़ने का सिलसिला सोमवार को भी जारी रहा। रविवार को बड़ी संख्या में मरीज़ दर्ज होने के बाद सोमवार को नए 603 मरीज दर्ज हुए। ग्राम्य क्षेत्र में 185 के साथ मिलाकर कुल 788 मरीज दर्ज हुए। शहर में अब तक कुल संक्रमितों की संख्या 52,878 हुई।

अभी तक शहर में कोरोना से 915 मरीजों की मौत हो चुकी है।सोमवार को शहर के उधना जोन में उधना क्षेत्र से 26 वर्षीय महिला की, रांदेर जोन के अडाजण पाटीया क्षेत्र से 70 वर्षीय महिला की, वराछा-ए जोन के 75 वर्षीय पुरूष की , लिंबायत जोन के 64 वर्षीय महिला की , वराछा जोन के 73 वर्षीय पुरूष की ट, अठवा जोन की 53 वर्षीय महिला की रांदेर जोन के 65 वर्षीय महिला की कोरोना चिकत्सिा के दौरान मौत हो गई।


सोमवार को कोरोना संक्रमित नए 540 मरीज कोरोना को मात देकर स्वस्थ हुए। अब तक शहर में से 49,486 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं।
सोमवार को नए 603 कोरोना संक्रमित मरीजों में से शहर में सबसे अधिक मरीज अठवा जोन से 107, रांदेर जोन से 87, लिंबायत जोन से 80, , कतारगाम जोन से 79, सेन्ट्रल जोन से 65 , वराछा-ए जोन से 63, वराछा-बी जोन से 62 और उधना जोन से 60 नए मरीज है।

बच्चों में तेजी से बढ रहा कोरोना का संक्रमण


सूरत महानगर पालिका के कमिश्नर ने लोगों को कोरोना की गाइडलाइन का पालन करने की अपील करते हुए कहा कि इन दिनों 10 वर्ष से कम के बच्चों में कोरोना संक्रमण बढा है। बच्चों को संक्रमण लगने का भय अधिक रहता है। इसलिए बच्चों को भी मास्क पहनाना चाहिए। विशेष तौर पर कन्टेनमेन्ट क्षेत्रों मं बच्चें नहीं खेलें इसका विशेष ध्यान देना चाहिए। यदि एक व्यक्ति जो कि सोश्यल डिस्टन्स का पालन नहीं करता वह दिन भर में 65 से 70 तथा 30 दिनों में 400 लोगों को संक्रमित कर सकता है।

सूरत शहर के सेन्ट्रल जोन मे गोपीपुरा,चोकबाजार,नानपुरा,सगरामपुरा, वराछा ए में अश्विनी कुमार, लंबे हनुमान रोड, वराछा बी में मोटा वराछा, रांदेर में अडाजण, अडाजण पाटिया, कतारगाम में अखंड आनंद कोलेज क्षेत्र,धनवर्षा सोसायटी, उधना में मीरानगर, संजय नगर,भेस्तान,वडोद पाटिया अठवा में अलथाण, सिटीलाइट, करीमाबाद और वेसू तथा लिंबायत में गोडादरा,डिंडोली,उमरवाडा और मगोब क्षेत्र में कोरोना के केस तेजी से बढ रहे हैं।

सूरत में बुधवार को 600 के पार कोरोना के मरीज

सूरत में कोरोना के मरीज़ों के तेज़ी से बढ़ने का क्रम जारी है।प्रशासन के प्रयास ना काफ़ी साबित हो रहा है।बुधवार को सूरत शहर में नए 602 मरीजों के साथ कुल संक्रमितों की संख्या 50,234 हुई। अब तक सूरत शहर में कोरोना से 888 मरीजों की मौत हो चुकी है।बुधवार को कोरोना संक्रमित नए 610 मरीज कोरोना को मात देकर स्वस्थ हुए। अब तक शहर में से 46,637 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं।


बुधवार को नए 610 कोरोना संक्रमित मरीजों में से शहर में सबसे अधिक मरीज अठवा जोन से 117, रांदेर जोन से 100, वराछा-ए जोन से 76, ,लिंबायत जोन से 70, कतारगाम जोन से 67, वराछा-बी जोन से 59, सेन्ट्रल जोन से 58 और उधना जोन से 55 नए मरीजों का समावेश है।बुधवार को शहर के पुणागांव क्षेत्र से 69 वर्षीय पुरूष, पाल क्षेत्र से 55 वर्षीय महिला और डिंडोली क्षेत्र से 55 वर्षीय महिला की कोरोना चिकित्सा के दौरान मौत हो गई।

स्वास्थ्य विभाग ने कहा कि सबसे अधिक मरीज अठवा जोन में 10504, रांदेर जोन में 8072, कतारगाम जोन में 7431, लिंबायत जोन में 5165, वराछा-ए जोन में 5123, सेन्ट्रल जोन में 4837, वराछा बी जोन में 4610 और सबसे कम उधना जोन में 4492 कोरोना संक्रमित मरीज है। इसी के साथ अब तक शहर में 888 लोगों की और ग्रामीण क्षेत्र से 288 लोगों की मौत हुई है।