सूरत: लगातार 24 घंटे जल रही स्मशान घाट की भट्ठियाँ, लोहे की ग्रिल भी पिघलने लगी

सूरत में कोरोना के कारण मृतकों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। स्मशान घाट पर लगातार 24 घंटे लाश की दाह विधि की जा रही है। बड़ी संख्या में मृतक होने के कारण स्मशान घाट पर मृतकों के लिए जल रही भट्ठियाँ लगातार चल रही है। इसके बावजूद लंबी लाइनें है। भट्ठियाँ लगातार चलने के कारण अंतिम संस्कार के लिए बनाई गई चिता लोहे की ग्रिल और चिमनी भी पिघल कर मुडने लगी है। जिसके कारण उन्हें रिपेयरिंग किया गया। इस बात पर से अंदाजा लगाया जा सकता है कि सूरत में कोरोना की परिस्थिति कितनी गंभीर चल रही है।

अभी तक कभी ऐसा नहीं हुआ था कि सूरत में इतनी बड़ी संख्या में लोगों को जान गंवानी पड़ी हो। कोरोना में मृतकों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। सोमवार को कोरोन के कारण 18 लोगों की मौत हुई थी। सूरत शहर में कोरोना ने अब डरावना रूप ले लिया है।

प्रशासन की सभी तैयारियों के बाद भी कोरोना घटने का नाम नहीं ले रहा। शहर में कोरोना के बढते केसो के कारण लोगों में भय का माहौल बनता जा रहा है। सूरत में कोरोना संक्रमितों की संख्या सोमवार को 1469 पर पहुंच गई।सूरत की निजी अस्पतालों में अब कोरोना के बेड की कमी होने लगी है। मृतकों की संख्या देखते हुए पाल में 14 साल पहले बंद स्मशान घाट फिर से शुरू करना पड़ा।


सूरत शहर और ग्राम्य में मिलाकर संक्रमितों का आंकड़ा 1469 पर पहुंच गया। साथ ही 788 स्वस्थ होकर डिस्चार्ज हुए। अभी तक शहर तथा ग्रामीण क्षेत्र से कुल 76416 मरीज कोरोना संक्रमित हुए। सोमवार को शहरी क्षेत्र से 18 तथा ग्रामीण क्षेत्र से 1 सहित कुल 19 कोरोना मरीजों की मौत हुई।अब तक शहर जिले में कुल 1302 की मौत हुई और 68763 मरीज डिस्चार्ज हुए हैं।


सूरत में कोरोना के मरीज़ों की संख्या को देखते हुए सिविल अस्पताल में आपातकालीन ओपीडी के सिवाय अन्य ओपीडी बंद करने का फ़ैसला किया गया है। कोरोना के कारण श्रमिकों में भय होने के कारण वह पलायन नहीं करें इसलिए चैम्बर ऑफ कॉमर्स ने प्रशासन से गुहार लगाई है।