डिजिटल युग का नायक – प्रवीण मिश्रा और ओम्फ का वैश्विक और राष्ट्रीय सम्मान

दिल्ली, 26 नवंबर: डिजिटल नवाचार के क्षेत्र में भारत के योगदान को वैश्विक स्तर पर मान्यता मिलते हुए, प्रवीण मिश्रा, संस्थापक और सीईओ ओम्फ, ने एक सप्ताह के भीतर दो प्रतिष्ठित पुरस्कार प्राप्त किए हैं। पहले हाउस ऑफ कॉमन्स, लंदन में “साल के सबसे प्रभावशाली स्टार्टअप” के लिए सम्मानित किया गया और अब उन्हें “भारत विभूषण पुरस्कार 2024” से सम्मानित किया गया है।

ओम्फ: डिजिटल क्रांति का नेतृत्व

ओम्फ एक ऐसा प्लेटफ़ॉर्म है जो विश्वास और विश्वसनीयता को डिजिटल कनेक्टिविटी का आधार बनाता है। पारंपरिक सोशल मीडिया की तुलना में, ओम्फ उपयोगकर्ताओं को उनकी डिजिटल प्रतिष्ठा को वास्तविक आर्थिक लाभ में बदलने की सुविधा देता है।

प्रवीण मिश्रा कहते हैं:
“डिजिटल नवाचार का असली उद्देश्य लोगों को सशक्त करना और समुदायों को मजबूत बनाना है। ओम्फ इस विचारधारा का प्रतीक है।”

भारत विभूषण पुरस्कार: नवाचार और सामाजिक प्रगति की मान्यता

यह प्रतिष्ठित पुरस्कार, जो इंस्टीट्यूट फॉर सोशल रिफॉर्म्स एंड हायर एजुकेशन चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा प्रदान किया जाता है, उन व्यक्तियों और संगठनों को मान्यता देता है जो समाज में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए नवाचार का उपयोग कर रहे हैं।

स्थानीय से वैश्विक: ओम्फ का प्रभाव

भारत के डिजिटल इंडिया और आत्मनिर्भर भारत अभियानों के अनुरूप, ओम्फ एक ऐसा मॉडल प्रस्तुत करता है जो स्थानीय व्यापार को बढ़ावा देने के साथ-साथ वैश्विक स्तर पर विस्तार की संभावनाएं प्रदान करता है।

आगे का रास्ता

ब्लॉकचेन तकनीक और स्मार्ट कॉन्ट्रैक्ट्स के आगामी इंटीग्रेशन के साथ, ओम्फ डिजिटल इकोनॉमी में एक नई क्रांति लाने के लिए तैयार है। यह प्लेटफ़ॉर्म न केवल डिजिटल कनेक्टिविटी को मजबूत करेगा, बल्कि आर्थिक और सामाजिक समानता को भी बढ़ावा देगा।

प्रवीण मिश्रा का यह डबल सम्मान भारत की बढ़ती वैश्विक प्रतिष्ठा और तकनीकी नेतृत्व का प्रतीक है। ओम्फ के माध्यम से, वे यह सिद्ध कर रहे हैं कि विश्वास केवल एक मूल्य नहीं, बल्कि एक बेहतर भविष्य की नींव है।

जिसे जान से ज़्यादा चाहती थी उसी ने किया मरने को मजबूर!!

एक लड़के को दिल देने के बाद उससे शादी का सपना देख रही लड़की से उसके प्रेमी ने धोखा दिया और बात बढ़ गई। अंत में पुलिस को आना पड़ा। दिल्ली में एक लड़की के बॉयफ्रेंड ने उसके साथ शादी करने से इनकार कर दिया। जिससे कि वह दुखी हो कर बॉयफ्रेंड के फ्लैट की बिल्डिंग के ऊपरी मंजिल पर चली गई। इसके बाद उसने कूदने का प्रयास करना शुरू कर दिया। नीचे खड़े लोगों ने इस बारे में पुलिस को जानकारी दी।


जानकारी मिलते ही पुलिस घटनास्थल पर तुरंत पहुंच गई और उन्होंने वहां देखा कि लाल रंग का ड्रेस पहन कर एक लड़की छत पर चढ़ी है और कूदने की धमकी दे रही थी। नीचे खड़े लोग उसे मना कर उतर जाने के लिए आग्रह कर रहे थे।

लड़की ने खूब शराब पी रखी थी। पुलिस को माजरा समझ में आ गया कि क्या है? पुलिस ने तुरंत ही परिस्थिति को संभालते हुए लाउडस्पीकर से लड़की तक आवाज पहुंचे इस तरह उसे उतरने की अपील की और घटनास्थल पर दमकल की गाड़ी भी बुला ली गई। फायर ब्रिगेड की टीम ने पहुंचकर बिल्डिंग के नीचे जाल बिछा दिया।


पुलिस ने लड़की को बात में फसाए रखा। इस दौरान लीला नाम की एक महिला को छत पर चुपके से भेज दिया गया। बातचीत के दौरान लीला ने लड़की को पकड़ लिया और उसके बाद पुलिस भी पहुंच गई और लड़की को उतार कर नीचे लाया गया।

लड़की ने पूछताछ के दौरान बताया कि वह मयंक से प्यार करती है वह उससे शादी करना चाहती है लेकिन मयंक ने उसे धोखा दिया जिसके चलते वह आत्महत्या का प्रयास कर रही थी। पुलिस ने लड़के से पूछताछ शुरू की है।

दिल्ली में लगा लॉकडाउन, शराबियों ने दुकानों के आगे लगाई कतारें


देशभर में कोरोना की दूसरी लहर तेजी से चल रही है।देश के कई राज्यों में परिस्थिति और असामान्य है। दिल्ली में भी कोरोना संक्रमण तेजी से बढ़ने के कारण मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली में अगले सोमवार की सुबह तक लॉकडाउन लगा दिया है।

यह लॉकडाउन सोमवार की रात तक रहेगा। लॉकडाउन लगने खरीदने वालों की लंबी-लंबी लाइनें दुकानों पर देखी गई इतना ही नहीं शराब पीने वालों का तो मानो सुकून ही छीन गया हो। वह तुरंत ही दुकानो पर पहुंच कर स्टोक खरीदने लगे।

आपको बता दें कि दिल्ली ही नहीं बल्कि देशभर में कई राज्यों में कोरोना तेजी से बढ़ रहा है। महाराष्ट्र में तो कोरोना वायरस ने गंभीर रूप धारण कर लिया है। वहीं गुजरात भी पीछे नहीं है। गुजरात में भी कोरोना बड़ी तेजी से आगे बढ़ रहा है। 1 हफ्ते तक दिल्ली में सख्ती से लॉकडाउन लागू रहेगा। बेवजह दिल्ली में लोगों को बाहर निकलने की इजाजत नहीं दी गई है।

सभी प्राइवेट ऑफिसों में work-from-home कर दिया गया है। हालांकि अस्पताल जाने वाले, मेडिकल स्टोर जाने वाले, वैक्सिन लगवाने जाने वाले लोगों को लॉकडाउन में छूट मिलेगी। इसी तरह रेलवे स्टेशन, एयरपोर्ट और बस स्टेशन पर जाने वाले को भी छूट रहेगी। मेट्रो और बस सेवाएं चालू रहेगी पेट्रोल पंप धार्मिक स्थल आदि भी खुले रहेंगे। हालांकि इसमें मुलाकातियों को नहीं जाने दिया जाएगा।

32 साल से एक भी रूपया लिए बिना ट्रेफ़िक की ड्यूटी निभा रहे यह बुजुर्ग, जानिए क्यों?


जवान बेटे की मौत के बाद पिता को इतना दुख हुआ कि उन्होंने फिर से किसी बाप के सामने कोई बेटा प्राण नहीं गंवाए, इसलिए लोगों में ट्रैफिक के नियमों की जागृती लाने के लिए प्रयास शुरू किया है। वह इस प्रयास में 30 साल से अधिक समय से लगे हैं।

अब वह रोज सबेरे दिल्ली के सीलमपुर सर्कल पर रोज गंगाराम ट्रैफिक पुलिस की ड्यूटी करने केलिए खड़े हो जाते हैं। 32 साल से उन्होंने निशुल्क बिना सेवा दी है। ठंडी,गर्मी या बरसात हो वह अपनी ड्यूटी से नहीं चूकते। सवेरे 9:00 बजे से शाम तक वह अपनी ड्यटी बखूबी निभाते है।उनकी इस कला को कोई मात नहीं दे सकता। कहा जाता है कि कई बार जिंदगी में ऐसी घटनाएं घट जाती है जो कि आदमी के लिए जीवन का मार्ग बदल देती है।

ऐसी ही घटना 72 वर्षीय गंगाराम के साथ दी हुई है। सीलमपुर हाईवे पर रोड एक्सीडेंट में एक दिन उनके बेटे की मौत हो गई। बेटे की मौत का आघात लगने के कारण उनकी पत्नी की भी मौत हो गई। गंगाराम बेटे और पत्नी को गंवा देने के बाद बहुत दुखी थे। उनका जीना मुश्किल हो गया था। ऐसे में उन्हें ख्याल आया कि पहले मेरा बेटा एक्सीडेंट के कारण नहीं बचा लेकिन अब दूसरों को यह दिन ना देखना पड़े इसलिए मैं कोशिश करूंगा।

यह सोचकर उन्होंने लोगों से ट्रैफिक के नियम का पालन करवाना शुरू किया है। उनका कहना है कि  पहली बार वह सीलमपुर सर्कल पर जब खड़े हुए तो लोगों को देखकर आश्चर्य हुआ लेकिन अब 32 साल से वह यह ड्यूटी निभा रहे हैं। यहां से गुजरने वाले सभी लोग इस नेक दिल इंसान को पहचानते हैं।

ट्रैफिक पुलिस में भी उनकी इस ड्यूटी की खूब सराहना की जाती है। बेटे और पत्नी की मौत के बाद लोगों को ट्रैफिक का नियम समझाना ही उनके जीवन का मकसद बन गया है। अब तक उनके काम को कई संस्थाओं ने सराहा है और उन्हें कई अवॉर्ड भी मिले हैं।

कार चोरी के लिए विमान से आता था, पुलिस कॉन्स्टेबल का पति

दिल्ली में चोर ने एक लग्जरी कार की चोरी में एक चोर को पकड़ा है। पूछताछ के दौरान आरोपी ने जो जानकारी दी है। यह सुनकर पुलिस भी दंग रह गई है। क्योंकि आरोपी ने बताया कि उनके साथ दो आरोपी और भी हैं। जिनमें की एक मणिपुर का निवासी है और उसकी पत्नी पुलिस में कांस्टेबल है। वह सिर्फ मौज शौख करने के लिए लग्जरी कार चोरी करता है और उत्तर पूर्वी बेच देता हैं

मिली जानकारी के अनुसार दिल्ली की पुलिस अधिकारी मोनिका भारद्वाज ने बताया कि 2 जुलाई के रोज शक्ति नगर क्षेत्र में से एक लग्जरी कार की चोरी हुई थी। पुलिस ने इस केस की जांच स्पेशल इंस्पेक्टर सुनील शर्मा को दी थी। जांच के दौरान सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पुलिस ने इस कार चोरी के एक आरोपी राजीव को पहचान लिया और जुलाई को राजीव को चंदगी रामअखाड़ा के पास से पकड़ लिया।

अब उससे जानकारी ली जा रही है। अब तक की जानकारी मे यह पता चला है कि मोहम्मद हबीबुर मणिपुर का निवासी है और उसकी पत्नी मणिपुर में पुलिस कांस्टेबल है। हबीबुर मणिपुर विलेज डिफेंस के लिए काम करता था लेकिन जल्दी रुपए कमा देने की लालच में वाहन चोर बन गया। वह ऑर्डर मिलने पर ही चोरी करता था।

वह आगरा के राज्य तथा कोलकाता के सागर रॉय के साथ मिलकर उसने एक टीम बना ली। वह दिल्ली तथा एनसीआर से लग्जरी कार चोरी करता था उत्तर पूर्वी राज्यों में बेच देता था कार चोरी करने के लिए विमान में आता जाता था उसने अब तक पाँच सौ कार की चोरी की है।

सूरत: प्लाइवुड विक्रेता के यहाँ डीजीजीआई का छापा

डायरेक्टरेट जनरल ऑफ गुड्स एंड सर्विस टैक्स इंटेलिजेंस डिपार्टमेंट ने नवजीवन सर्कल के पास तथा अलथान में स्थित ममंगलम प्लाई में छापा मारकर जीएसटी के भुगतान में घोटाला पकड़ा है। डिपार्टमेंट में यहां से बड़े पैमाने पर दस्तावेज जप्त किए दस्तावेजों की जांच के दौरान अभी तक डिपार्टमेंट ने यहां से 97 लाख रुपए की जीएसटी चोरी वसूल की है।


मिली जानकारी के अनुसार मंगलम प्लाई पीढ़ी के दोनों ठिकानों पर गत दिनों डीजीजीआई के अधिकारियों ने जांच की थी। जांच के दौरान यहां पर बड़े पैमाने पर खरीद बिक्री के दस्तावेज मिले थे। इनकी बारीकी से जांच में पता चला कि वह ई बिल में जितना बताया गया था उसकी अपेक्षा कहीं ज्यादा माल खरीदा गया था। इसके अलावा उन्होंने उत्तर प्रदेश, राजस्थान, हरियाणा सहित कई राज्यों से बिन रजिस्टर्ड व्यापारियों से भी प्लाईवुड खरीदा था।

प्लाईवुड खरीदने के लिए जो टैक्स भरना था वह भी उन्होंने नहीं चुकाया था। इसके अलावा किसी रिकॉर्ड के बिना प्लाईवुड बेच दिया था। डीजीजीआई के अधिकारियों ने पेढी के भागीदार संजय बांगड़ का स्टेटमेंट दर्ज किया है।

अभी तक मिली जानकारी के अनुसार अधिकारियों ने जीएसटी चोरी के बदले में ₹97 का भुगतान करवा लिया है। विभाग की जांच के दौरान 5 करोड रुपए से अधिक के प्लाइवुड की खरीदी में गड़बड़ी की आशंका पाई गई थी।


उल्लेखनीय है कि डीजीजीआई ने बीते एक सप्ताह से करचोरी करने वालों पर कार्रवाई शुरू कर दी है। अब तक विभाग ने आठ जगह कार्रवाई करते हुए करोडो रूपए की करचोरी का खुलासा किया है।