सूरत: दियोरा एन्ड भंडेरी कोर्पोरेशन पर आयकर के बाद डीजीजीआई की जाँच!

वराछा के हीरा उद्यमी दियोरा एंड भंडेरी कोर्पोरेशन पर पाँच दिनों तक आयकर विभाग की जांच के बाद अब जनरल ऑफ गुड्स एंड सर्विस टैक्स इंटेलिजेंस डिपार्टमेंट के अधिकारियों ने जांच शुरू की है।

बुधवार की शाम को दियोरा एंड भांडेरी कॉरपोरेशन पर डीजीजीआई की टीम ने जांच शुरू की। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार वापी डीजीजीआई के अधिकारियों ने वराछा के हीरा बाग में दिओरा एंड भंडेरी कॉर्पोरेशन के तीनों प्रिमाइस पर जांच की थी।

पहले आयकर विभाग ने गत गुरुवार की शाम से जांच शुरू की थी जो कि 5 दिनों तक चली थी। आयकर विभाग की जांच में यहां से 12 सौ गैलेक्सी और डायमंड प्लानर मशीन मिले थे। इसके अलावा डेढ करोड रुपए नकद तथा 10 लाख से अधिक हीरे मिले थे। जिसकी जांच आयकर विभाग कर रहा है।

इसी दौरान डीजीजीआई की जांच से इस संचालकों की मुसीबत और बढ़ गई है। दरअसल डीजीजीआई यह जानना चाहता है कि यहां पर जो मशीनें बनाई जाती और बेची जाती थी उस पर कंपनी संचालकों ने जीएसटी भरा था या नहीं? डीजीजीआई ने बुधवार को जांच शुरू की जो कि गुरुवार सवेरे तक चली थी। बताया जा रहा है कि डीजीजीआई के अधिकारियों ने यहां पर जीएसटी चोरी की आशंका व्यक्त की है।

आयकर विभाग के बाद अब डीजीजीआई की जांच के कारण कंपनी संचालकों की समस्या बढ़ सकती है। आयकर विभाग आगामी दिनों में इस कंपनी से डआर्थिक संबंध रखने वाले अन्य कंपनी संचालकों को भी नोटिस देकर जवाब देने के लिए बुलाया है। इस बीच आयकर विभाग ने अन्य 3 हीरा कंपनियों पर भी जांच की थी।

आयकर विभाग ने कहा जिन के हीरे हैं उन्हें देना होगा सबूत!

सूरत आयकर विभाग के डीआई विंग ने गुरुवार की शाम से सोमवार की देर रात तक वराछा के हीरा बाग में दियोरा एंड भांडेरी कॉर्पोरेशन में जांच की थी। जांच के दौरान विभाग को यहां से डेढ़ करोड रुपए नगद, 1200 मशीनें और 10 लाख नग हीरे मिले थे। इन सब के हिसाब- किताब अभी तक कंपनी संचालक नहीं दे पाए हैं।

आयकर विभाग ने यहां पर मिले 1000000 नग से अधिक हीरे वहीं पर जप्त कर दिए हैं। जिसके चलते हीरा उद्यमियों को दिक्कत आ रही है। चेंबर ऑफ कॉमर्स ने इस बारे में आयकर विभाग से गुहार लगाई थी कि यह हीरा छोटे-छोटे हीरा उद्यमियों के हैं जो कि जप्त कर लेने से उनकी समस्या बढ़ सकती है। साथ ही 2 लाख से 300000 लोग बेरोजगार हो जाएंगे। यदि यह समय पर नहीं छोड़े गए तो हीरा उद्योग के समक्ष बड़ी दिक्कत आ सकती है।

इस बात को ध्यान में रखते हुए गुरुवार को गुजरात के पूर्व मंत्री तथा चैम्बर के मैनेजिंग कमेटी के सदस्य नानुभाई वानाणी, सूरत डायमंड एसोसिएशन के उप प्रमुख सवजी भरोडिया, सेक्रेटरी दामजी मावाणी तथा इन्कम टैक्स चीफ़ कमिश्नर श्याम कुमार तथा प्रिंसिपल डायरेक्टर ऑफ इन्वेस्टिगेशन जयंत कुमार से मुलाकात कर हीरा उद्यमियों के 1000000 नग हीरे छोड़ने की मांग की।

इस पर आयकर विभाग ने कहा कि हीरा उद्यमी अपना पहचान पत्र, पैन कार्ड देकर और हीरे जॉब वर्क के लिए दिए हैं ऐसे सबूत दे कर हीरे ले जा सकते है। बताया जा रहा है कि यहां पर यहां पर 800 से अधिक कंपनियों जॉब वर्क के लिए आए थे।

आयकर विभाग की इस कार्यवाही के बाद हीरा उद्योग में हड़कंप मच गया है। आयकर विभाग को यहां से बड़े पैमाने पर टैक्स चोरी पकड़ाने की आशंका लग रही है।