काशी के पंचांग अनुसार यह श्रावण मास का दूसरा सोमवार है।श्रावण में सोमवार के दिन शिवजी का पूजन अत्यंत फलदाई होता है। भगवान शिव की इस दिन पूजा प्रदोष पूजन के समान ही फलदाई मानी जाती है। अतः आज भगवान शिव जी के विशेष पूजन व अभिषेक का दिन है।इस दिन रुद्राभिषेक महारुद्र लघु रूद्र रूद्र आदि के द्वारा भगवान शिव का पूजन किया जाता है।
सर्व साधारण हेतु शिव जी का पंचाक्षरी मंत्र
ओम नमः शिवाय अमोघ वरदान है ।
शिव जी के ध्यान का मंत्र इस प्रकार है
ध्यायेत् नित्यम महेशं रजतगिरिनिभं चारूचंद्रावतंसं।
रत्नाकल्पोज्वलांगम परशुमृगवराभीतिहस्तं
प्रसन्नम ।
पद्ममासीनं समन्तात स्तुतिमरगणै व्याघकृत्तिं वसानम् ।
विश्वआद्यं विश्वबीजम् निखिल भयहरं पंचवक्त्रं त्रिनेत्रं ।
*पंचक समाप्ती विवरण
स्थानीय पंचांगानुसार प्रातः काल 11:14 व काशी के पंचांगानुसार 10:57 के पश्चात पंचक समाप्त हो रहा है.
*मुहूर्त विशेष
प्रातः 11:14 तक शिशु तांबूल भक्षण और औषधि ,वाहन खरीदने का मुहूर्त रहेगा
तत्पश्चात पशुओं की खरीद बिक्री वाहन भूमि की खरीद बिक्री शिल्प विद्या व व्यापार आरंभ करने का मुहूर्त रहेगा ।
*दिशाशूल
आज पूर्व दिशा का दिशाशूल है।
*राहुकाल विवरण
आज का राहुकाल रात 7:30 से 9:00 बजे तक रहेगा। इस अवधि में किसी भी नए कार्य का आरंभ या नयी यात्रा का आरंभ ना करें।
दिनांक 13 जूलाई सन 2020 दिन सोमवार का पंचांग विवरण।
मास- सौर पंचांग अनुसार आषाढ़ कृष्ण पक्ष ।
चान्द्र पंचांग अनुसार श्रावण कृष्ण पक्ष ।
तिथि मुंबई के पंचांग अनुसार : अष्टमी सायं 06: 10 तक तदुपरांत नवमी ।
तिथि काशी के पंचांग अनुसार : अष्टमी सायं 04:39 तक तदुपरांत नवमी।
नक्षत्र काशी के पंचांग अनुसार – रेवती 10.57 तक तदुपरांत अश्विनी।
नक्षत्र स्थानीय पंचांग अनुसार रेवती प्रातः 10:57 तक तदुपरांत अश्विनी।
योग : सुकर्मा योग 20:47 तक तदुपरांत धृति योग
करण : कौलव करण 18.10 तक तदुपरांत तैतिल ।
सूर्योदय मुंबई के पंचांग अनुसार 6:11
सूर्यास्त मुंबई के पंचांग अनुसार 19:18 30 सेकंड
सूर्योदय काशी के पंचांग अनुसार 5:16
सूर्यास्त काशी के पंचांग अनुसार 6:44
ग्रह स्थितियां
सूर्य मिथुन में
चंद्र मीन में
मंगल मीन में
बुध मिथुन में मार्गी व उदय
वृहस्पति धनु में वक्री
शुक्र वृष में
शनि मकर में वक्री
राम मिथुन में वक्री
केतु धनु में वक्री
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आज का दिन है बड़ा ही महत्वपूर्ण, जानिए क्यों?
आज अशून्य शयन व्रत पर भगवान विष्णु को माता लक्ष्मी के साथ शयन कराया जाता है। यह व्रत सौभाग्य प्राप्ति हेतु किया जाता है ।चंद्र पंचांग अनुसार श्रावण मास का आरंभ हो रहा है। प्रतिदिन भगवान शिव के पार्थिव का नैमित्तिक पूजन अत्यंत फलदाई होगा।
श्रावण मास में पत्ते की सब्जियां खाना वर्जित है। सोमवार को पूर्व की दिशा में यात्रा करना वर्जित होगा क्योंकि सोमवार को पूर्व दिशा का दिशाशूल है।आज राहुकाल प्रातः 7:30 से 9:00 बजे तक रहेगा अतः इस बीच कोई नया कार्य या नवीन यात्रा का आरंभ न करें।
६ जुलाई सन् २० २० दिन सोमवार का पंचांगीय विवरण ।
मास –
सौर पंचांग अनुसार – आषाढ़ कृष्ण पक्ष ।
चान्द्र पंचांग अनुसार – श्रावण कृष्ण पक्ष
तिथि स्थानीय पंचांग अनुसार प्रतिपदा प्रातः 09:23तक तदुपरांत द्वितिया।
तिथि काशी के पंचांग अनुसार प्रतिपदा प्रातः ० 9 : 23 तक
वार रविवार
नक्षत्र उत्तराषाढ़ा रात्रि 21:34 तक तदुपरांत श्रवण ।
योग वैधृति योग रात्रि 21: 34 तक तदूपरि विष्कुंभ।
स्थानीय सूर्योदय 6: 05सेकंड ।
स्थानीय सूर्यास्त 19 : 2०
काशी का सूर्योदय 5:14
काशी का सूर्यास्त 6:46
स्थानीय पंचांग अनुसार प्रातः 6:46 की ग्रह स्थिति-
सूर्य मिथुन में
चंद्र धनु में
मंगल मीन में
बुध मिथुन में वक्री व अस्त
बृहस्पति धनु में वक्री
शुक्र वृष में मार्गी
शनि मकर में वक्री
राहु मकर में वक्री
केतु मिथुन में वक्री
‘
प्रस्तुति
पंडित शरद चंद्र मिश्र
ज्योतिष एवं कर्मकांड विशारद ।
m.a. संस्कृत साहित्य ।
आज गुप्त नवरात्रि का अंतिम दिन, मां जगदंबा को खुश कर लें.. फिर देखिए..
आज गुप्त नवरात्र की नवमी रहेगी अतः नवमी में माता चंडिका की विशेष अनुकंपा हेतू आज विशेष आराधना करें। प्रातः काल से रात्रि 3:48 तक रवि योग रहेगा।
पश्चिम दिशा का दिशाशूल होने के कारण आज पश्चिम दिशा की नवीन यात्रा डालें।
आज का राहुकाल सायं 4:30 से सायं 6:00 बजे तक रहेगा इस बीच कोई भी नई यात्रा वह नया कार्य आरंभ ना करें।
29 जून सन 2020 दिन सोमवार का पंचांग विवरण।
मास सौर पंचांग अनुसार आषाढ़ शुक्ल पक्ष ।
मास चंद्र पंचांग अनुसार आषाढ़ शुक्ल पक्ष ।
तिथि सौर पंचांग अनुसार नवमी रात्रि 10:13 तक तदोपरांत दशमी
वार सोमवार
नक्षत्र हस्त नक्षत्र प्रात 7:14 तक तदोपरांत चित्र
योग परिध सायं 5:14 तक तदुपरांत शिव योग।
करण वाल करण दोपहर 11:25 तक तदुपरांत कौलव करण ।
सूर्योदय काशी पंचांग अनुसार 5:13
सूर्यास्त काशी पंचांग अनुसार 6:45
स्थानीय पंचांग अनुसार प्रातः 5:30 की ग्रह स्थिति।
सूर्य मिथुन राशि में।
चंद्र कन्या में चंद्र।
मंगल मीन में ।
बुध मिथुन में वक्री व अस्त ।
वृहस्पति मकर में वक्री।
शुक्र वृष में मार्गी।
शनि मकर में वक्री।
राहु मिथुन में वक्री।
केतु धनु में वक्री।
शनिवार रात्रि से पहले आज ही कर ले शुभ कार्य क्योंकि…
आज रात्रि शनिवार से भद्रा लग रही है। इसलिए आज ही शुभ कार्य पूरा कर लीजिए। आज का दिन भगवान विवस्वत सूर्य की पूजा के लिये उत्तम दिन है ।प्रात:काल पूर्वाफाल्गुनी 10.11 होने के कारण यह व्यातिपात योग है।
जो कि शुभ कार्य के लिए वर्ज्य होगा । रात्रि में 2:54 के पश्चात भद्रा लग जाएगी जो कि रविवार दोपहर 12:56 तक रहेगी ।इस काल में शुभ कार्य जैसे कि विवाह गृह प्रवेश आदि वर्ज्य हैं।शत्रुंजय योग प्रातः 10:16 से रात्रि 2:09 तक रहेगा।
मुकदमा दायर करने के लिए यह उत्तम समय है । त्रिपुष्कर योग 10:16 से रात्रि 2:15 तक रहेगा शुभ कार्यों जैसे कि आभूषण को खरीदना रुपए पैसे का लेनदेन कोई विशेष व्यवहार आदि संपन्न करने के लिए यह उत्तम समय है। रवि योग प्रात 10:16 तक रहेगा उग्र कार्य करने के लिए या उत्तम समय है ।
२७ जून सन् २० २० दिन शनिवार का पंचांगीय विवरण
मास –
सौर पंचांग अनुसार – आषाढ़ शुक्ल पक्ष ।
चान्द्र पंचांग अनुसार -आषाढ़ शुक्ल पक्ष
तिथि स्थानीय पंचांग अनुसार ।
वार शनिवार
नक्षत्र पूर्वा प्रातः 10:11 तक तदुपरांत उत्तरा।
योग व्यातिपात योग रात्रि 11:07 तक तदूपरि विष्टि
स्थानीय सूर्योदय 6:02 56 सेकंड ।
स्थानीय सूर्यास्त 19:19 45 सेकंड
काशी का सूर्योदय 5:13
काशी का सूर्यास्त 6:45
स्थानी पंचांग अनुसार प्रातः 5:30 की ग्रह स्थिति ।
सूर्य मिथुन में
चंद्र सिंह में
मंगल मीन में
बुध मिथुन में वक्री
बृहस्पति मकर में वक्री
शुक्र वृष में मार्गी
शनि मकर में वक्री राहु मिथुन में वक्री
केतु धनु में वक्री
आज,उत्तम त्रिपुष्कर योग: धन, मकान, आभूषण पाने का उत्तम दिन!
आज प्रातः काल से लेकर 10:50 तक प्रातः त्रिपुष्कर योग बन रहा है। यह योग घर,वाहन व आभूषण आदि की खरीदी के लिए अत्यंत उत्तम योग है।
माना जाता है कि इस योग में जो भी कार्य किया जाता है वह अपना 3 गुना फल देता है या तीन बार होता है।
अतः कोशिश यही करें कि आज के दिन कोई बुरा या क्रूर कार्य ना करें।
आज के दिन मां लक्ष्मी की पूजा विशेष फलदाई होती है। अतः लक्ष्मी माता के सामने घी का दीपक जलाकर कोई भी लक्ष्मी मंत्र जपने पर धन मकान एवं आभूषण की प्राप्ति होती है।
लक्ष्मी माता के जप हेतु एक विशेष मंत्र यहां पर दिया जा रहा है-
ऊं श्रीं ह्लीं क्लीं कमल वासिन्यै स्वाहा
आज के दिन के संबंध में विशेष
आज पूरे दिन उत्तर दिशा की यात्रा ना करें क्योंकि आज उत्तर का दिशाशूल है।
दोपहर 1:33 कर पूर्व की दिशा के लिए भी यात्रा करना आज के नक्षत्र के अनुसार वर्जित है।आज के दिन भगवान बलराम जी की रथ यात्रा जगन्नाथ जी में शुरू होगी।
23 जून सन 2020 दिन मंगलवार का पंचांग विवरण।
मांस सौर पंचांग अनुसार आषाढ़ शुक्ल पक्ष।
मांस चंद्र पंचांग अनुसार आषाढ़ शुक्ल पक्ष
तिथि स्थानीय पंचांग अनुसार द्वितिया दोपहर 11:20 पर्यंत।
तिथि काशी पंचांग अनुसार द्वितिया प्रातः 10:57 पर्यंत।
वार मंगलवार नक्षत्र पुनर्वसु दोपहर 1:33 तक तदुपरांत पुष्य
योग व्याघात योग प्रातः 9:08 तक तदुपरांत हर्षण
करण गर करण प्रातः 10:15 तक तदुपरांत विष्टि ।
स्थानीय सूर्योदय 6:01 53 सेकंड तक
स्थानीय सूर्यास्त 19:19 7 सेकंड तक
काशी का सूर्योदय 5:13
काशी का सूर्यास्त 6:47
स्थानीय पंचांग अनुसार प्रातः 5:30 की ग्रह स्थिति।
सूर्य मिथुन में
चंद्रमा मिथुन में
मंगल मीन में
बुध मीन में वक्री एवं अस्त।
बृहस्पति मकर में वक्री
शनि मकर में वक्री
राहु मिथुन में वक्री
केतु घर में वक्री।