40 साल पहले किशोरी को भगा ले गया था, बुढापे में जेल की हवा खानी पडेगी


कहते हैं कि एक बार गलती हो जाए तो जिंदगी भर के लिए पछताना पड़ता है। जवानी में की गलती बुढापे तक परेशान करती है। ऐसी ही एक घटना गुजरात के धोराजी से सामने आ रही है।धोराजी के सुपेडी गांव से 30 साल पहले किशोरी को भगा जाने के मामले में धीरुभाई पोला भाई सोवसिया नाम के शख्स के खिलाफ राजकोट पुलिस ने एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग का मामला दर्ज किया था। पुलिस ने धीरुभाई को गिरफ्तार कर लिया है।


आरोपी धीरू घर के खेत में मजदूरी करने वाले परिवार की लडकी भगा ले गए थे। धीरूभाई उनके घर के करीब रहता था। उस समय उनकी उम्र 40 साल की थी और और तीन बच्चों के पिता थे। लड़की की उम्र 17 साल की थी। लड़की को लेकर सूरत वह आए और उसे भी गर्भवती बना दिया। 2 बच्चों के जन्म के बाद महिला दूसरी जगह रहने चली गई। दूसरी ओर उसके परिवार वालों ने अपनी बेटी के गुम होने की शिकायत पुलिस स्टेशन में दर्ज करवाई थी। पुलिस जांच कर रही थी। आरोपी इस दौरान हिमाचल प्रदेश, राजस्थान, सूरत आदि घूमकर नौकरी करता था।


इस दौरान इस मामले की जांच एन्टि ह्यूमन ट्रैफिक सेल के पीएसआई सी.एस बाछानी के पास आने पर उन्होंने एएसआई जगत तरैया को इस मामले की जांच दी थी। जांच में पता चला कि आरोपी धीरू इन दिनों कोटड़ासंगानी के बिलिश्वर मंदिर के पास झोपड़ी में रहता है। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया अब 69 साल का हो चुका है। उसने बताया कि पांच साल बाद ही उसने किशोरी को कामरेज से सूरत की बस में बैठा दिया और दोनो लडके ले लिए थे। जिनकी बिमारी के कारण मौत हो गई। पुलिस ने मामले की सत्यता जांचने के लिए धीरू का रिमान्ड लिया है।