सूरत में मंगलवार को मगदल्ला क्षेत्र में समुद्र में से एक दुर्लभ श्वान मुखी सांप मछुआरों के जाल में फस गया। जिसे के मछुआरे ने जीव दया प्रेमी संस्थाओं को सौंप दिया और बाद में इसे वन विभाग को दे दिया गया।
मिली जानकारी के अनुसार सूरत के समुद्री किनारे में मगदल्ला क्षेत्र में मच्छी पकड़ रहे एक मछुआरे के जाल में अचानक कुत्ते के जैसा चेहरे वाला सांप फस गया।
जब इसकी जानकारी नेचर क्लब के सदस्यों की गई तब नेचर क्लब के सदस्य के घर पर पहुंच गए उन्होंने देखा कि मछुआरे की जाल में एक कुत्ते जैसा मुंह वाला सांप खाता है। नेचर क्लब के सदस्य कुणाल द्विवेदी ने मीडिया को बताया कि हमारी संस्था के सदस्य भाई ने मछुआरे की जाल को काटकर सांप को सलामत तरीके से निकाल दिया है।

उन्होंने बताया कि आप कुछ हद तक जहरीला है। इस क्लब के सदस्य रजनीकांत का कहना है कि यह सब बहुत तेजी से दौड़ने वालों में से एक है। इसका मुंह कुत्ते की तरह होने के कारण इसे स्वानमुखी सांप भी कहा जाता है यह सांप जहां मीठे पानी और पानी का संगम होता है ऐसे जगह रहता है।यह है निशाचर है।
कई समुद्री वनस्पति में लिपटा रहता है और उसके सहारे मछली और अन्य जानवरों का शिकार करता है। स्वान मुखी श्वान खूब गुस्से में काटता है लेकिन यह अर्ध जहरीला होने से इसके कारण मौत नहीं होती इस सांप को पकड़कर विभाग को सौंप दिया गया है।
कोरोना ग्रसित पत्नी को पति ने पहचानने से किया इनकार
कहते हैं कि पति पत्नी का रिश्ता सात जन्मो का होता है। दोनो एक दूसरे का सुख दुख में साथ निभाने के लिए होते है, लेकिन यहां एक घटना ने इन बातों को सिर्फ छलावा साबित कर दिया है।
यह घटना उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में रहने वाली हिना नामकी महिला गर्भवती थी। डिलीवरी के लिए उसे अस्पताल में दाखिल कराया गया। इस दौरान कोरोनावायरस की जांच की गई। इस जांच में पॉजिटिव पाई गई।
यह जानकारी उसके पति फखरूल को दी तब उसने हिना की मदद करने के बजाय उसे छोड़ कर भाग गया।बताया जा रहा है कि जब अस्पताल वालों ने फोन किया तो उसने हिना को पहचानने से इंकार कर दिया।
इसके बाद हिना के पिता ने फखरुल को फोन किया तब भी उसने हिना को पहचानने से इंकार कर दिया फिलहाल हिना की देखरेख उसकी बहन कर रही है उपचार में देरी के कारण हिना का बच्चा गर्भ में ही मर गया फिलहाल हिना खतरे के बाहर है।
उसका कहना है कि वह पति के खिलाफ कोर्ट में शिकायत दर्ज करेगी।उसके इस व्यवहार से गांव के सभी लोग अचंभे में है। बताया जा रहा है कि कोरोना के दौरान ऐसी कई जानकारियां सामने आ रही है जिसमें कि कोरोना पीडित परिवारजनो को परिवारजन ही छोडकर चले जा रहे हैं।