कॉन्फिडरेशन ऑफ ऑल इन्डिया ट्रेडर्स की ओर से बार बार केन्द्र सरकार से ऑनलाइन व्यापार के कारण रिटेल व्यापारियों को नुकसान होने की बात कही जा रही है और इस पर अंकुश लगाने की गुहार लगाई जा रही है लेकिन सरकार इस पर ध्यान नहीं दे रही।

इसका खामियाजा रिटेल व्यापारियों को हो रहा है। दिवाली में, गुजरात में केवल 7 दिनों में लगभग 1600 करोड़ मोबाइल बेचे गए थे। इस वर्ष कारोना के कारण 600-700 करोड़ रुपये की मोबाइल बिक्री में गिरावट आई है। एक तो कोरोना के कारण मोबाइल विक्रेताओं को कोरोना के कारण व्यापार में तगड़ा नुकसान हुआ है। दूसरी ओर, व्यापारी कह रहे हैं कि ऑनलाइन मोबाइल की कीमत के साथ-साथ उस पर उपलब्ध सस्ती योजनाओं के कारण ऑनलाइन बिक्री बढ़ रही है।

मोबाइल विक्रेताओं का कहना है कि दिवाली पर मोबाइल की बिक्री सामान्य दिनों से ज्यादा है लेकिन अपेक्षा से कम है। कोरोना में ऑनलाइन पढाई और वर्क फ्राम होम चल रहा है, जिसके कारण मोबाइल के साथ टैब की बिक्री हुई। हर साल दीवाली की अवधि के दौरान, पूरे गुजरात में अनुमानित 1200 करोड़ मोबाइल बेचे जाते हैं, जो इस दिवाली केवल 600 से 700 करोड़ रुपए रही। सामान्य दिनों में, गुजरात में मासिक 800 करोड़ के मोबाइल बिकते है, लेकिन इस साल दिवाली पर ऑनलाइन बिक्री बढ़ने से ऑफलाइन बिक्री में गिरावट आई है।

व्यापारियों का कहना है कि बिक्री में गिरावट के पीछे कारण यह है कि ऑनलाइन मोबाइल की खरीदारी बढ़ रही है। लोग ऑनलाइन खरीदारी कर रहे हैं।
ऑल इंडिया मोबाइल एसोसिएशन के अध्यक्ष निकुंज पटेल ने मीडिया को बताया कि ऑनलाइन मोबाइल पर अच्छे ऑफर और कम कीमत की वजह से ज्यादातर लोग ऑनलाइन शॉपिंग करते हैं।
उल्लेखनीय है कि कैट की ओर से बारबार सरकार से ऑनलाइन कंपनियों की ओर से दी जाने वाली छूट को लेकर शिकायत की गई है।