नामांकन भरने के लिए नहीं लगेगा समर्थकों और गाडियों का जमावडा़


कोरोना ने लोगों की जीवन जीने की शैली को बदल कर रख दिया है। कोरोना के कारण जहां सामाजिक आयाम बदले हैं वहीं अब चुनाव में भी कोरोना का प्रभाव दिख रहा है। राज्य सरकार की ओर से इस बार चुनाव को लेकर नई मार्गदर्शिका जारी की है। इसके अनुसार प्रत्याशियों को कई नियमों का पालन करना होगा।

चुनाव प्रचार के दौरान 5 से अधिक व्यक्ति नहीं उपस्थित रहेंगे। साथ ही कार्यालय में भी लोगों का समूह इकट्ठा करने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। परिस्थिति को देखते हुए चुनाव आयोग ने राज्य के 6 महानगर पालिका के चुनाव में प्रत्याशी ऑनलाइन फॉर्म भर सकेंगे यह विकल्प भी रखा है। प्रत्याशियों को ऑनलाइन फॉर्म भर के डॉक्यूमेंट अपलोड करने रहेंगे।

इसके बाद फॉर्म की प्रिंट निकाल कर जरूरी डॉक्यूमेंट और एफिडेविट और डिपोजिट के के साथ वार्ड के चुनाव अधिकारी कार्यालय में जमा करना रहेगा। सूरत महानगर पालिका के चुनाव का परिपत्र घोषित होने के साथ ही फॉर्म लेने के लिए लोग बड़ी संख्या में उपस्थित हो रहे हैं। 2 दिन में 700 से अधिक फॉर्म लिए जा चुके हैं।

कांग्रेस ने प्रत्याशियों की प्रथम तिथि घोषित कर दी है। अब कुछ दिनों में ही भाजप भी प्रत्याशियों की सूची घोषित कर देगा। बुधवार और गुरुवार को फॉर्म भरने के लिए बड़ी संख्या में प्रत्याशी उपस्थित रहेंगे। हालांकि कोरोना की परिस्थिति को देखते हुए चुनाव ने प्रत्याशी ऑनलाइन उम्मीदवार फॉर्म भर सकते हैं यह सुविधा भी दी है।

ऑनलाइन फॉर्म भरने के साथ जरूरी डॉक्यूमेंट भी अपलोड करने होंगे। इसके बाद फॉर्म का प्रिंट निकाल कर एफिडेविट और जरूरी डॉक्यूमेंट भी संबंधित अधिकारी को देना होगा। इसके अलावा आरक्षित कैटेगरी के प्रत्याशी को 1500 और जनरल कैटेगरी को 3000 डिपॉजिट देना होगा। कोरोना की महामारी को ध्यान में रखते हुए चुनाव का फॉर्म भरे जाते समय ज्यादा लोगों के इकट्ठे होने पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है।

कोंग्रेस के सिनियर नेता दिलाना चाहते हैं अपनी जवान प्रेमिका को टिकिट, चर्चा ज़ोरों में


कहते है कि प्यार का नशा अच्छे अच्छे को पागल बना देता है। बडे ब़ड़े राजा महाराजाओं को इस प्यार ने बदनाम कर दिया। फिलहाल अहमदाबाद कोंग्रेस में एक सिनियर नेता का प्यार जोर शोर से लोगों मे चर्चा में है। कुछ दिनों पहले कोंग्रेस के एक सिनियर नेता का दिल एक जवान खुबसूरत महिला कार्यकर्ता पर आ गया।

अब वह महिला कार्यकर्ता की टिकिट के लिए एड़ीचोटी का जोर लगा रहे हैं। मंगलवार को अपनी प्रेमिका को लिए सिनियर नेता कांग्रेस भवन तक आए थे लेकिन कोई बड़े नेता उपस्थित नहीं होने के कारण उन्हें वापस जाना पड़ा। चर्चा है कि गुजरात कांग्रेस के नेता अपनी प्रेमिका को वैलेंटाइन पर कॉरपोरेशन की टिकट गिफ्ट देना चाहते हैं।

यह बात पूरी कांग्रेस पार्टी में आग की तरह फैल गई है। वह जहां से अपनी प्रेमिका को टिकिट दिलाना चाहतें हैं वहां अन्य अग्रणी कार्यकर्ताओं ने भी अपनी कमर कस ली है और यदि टिकट नहीं मिलेगी तो जंग शुरू करने का भी ऐलान कर दिया है।पूरा मामला छत्तीसगढ़ के गृहमंत्री और ऑब्जर्वर ताम्रधव्ज शाहू तक पहुंचाने के लिए भी कार्यकर्ताओं ने प्रयास शुरू कर दिया है।

हालांकि वार्ड के अग्रणी प्रभारी राजीव सातव को इस बारे में गुहार नहीं लगाएंगे क्योंकि उनको प्रदेश के नेता जरा भी मान नहीं देते। यह सब तो ठीक कई नेताओं ने अपने मन से पैनल बदल देने की शिकायतें भी उठ रही है। जिसके कारण कांग्रेस पार्टी के निरीक्षक नाराज हैं।

निरिक्षकों का कहना है कि कार्यकर्ता और कई नेता निरीक्षकों की इज्जत ही नहीं कर रहे। यदि यही सब करना था तो दावेदारों को सुनने का क्या फायदा है? दूसरी और कार्यकर्ताओं का कहना है कि वास्तव में जो काम करते हैं उनकी तो कोई सुनवाई ही नहीं होती। इस हंगामे के बाद कई बोर्ड में फिर से नाम बदलकर निरीक्षकों ने जो नाम बताए थे वह नाम तय किए गए।