संभावना है कि गुजरात में भी दुनिया के बड़े शहरों की तरह आसमान को छूने वाली इमारतें बन सकेंगी। इसे लेकर राज्य सरकार की ओर से जल्दी ही मंजूरी मिलने की उम्मीद व्यक्त की जा रही है। अहमदाबाद सहित गुजरात के पांच बड़े शहरों में आसमान को छूने वाली इमारतें अब साकार हो सकती हैं।


अब तक गुजरात में र्क कारणो से बहुत बड़ी ईमारतें बनाने की छूट नही थी। राज्य सरकार की ओर से बहुमंजिली ईमारत बनाने के इस फैसले के कारण गुजरात में जमीनों की कीमत घट सकती हैं। गुजरात औद्योगिक शहर होने के कारण यहां के शहरो में अन्य राज्यों से आए लोगों की संख्या ज्यादा है। नौकरी-पेशा करने वाले सामान्य वर्ग के लोगों के बजट में आ सके ऐसे मकान आप सरलता से उपलब्ध हो सकेंगे।

सूत्रों के अनुसार राज्य सरकार की ओर से अमदाबाद, सूरत, बड़ौदा, राजकोट और गांधीनगर में विकास की गति को तेजी से आगे बढ़ाया जा सके इसलिए यह फैसला लिया जा सकता हैं। राज्य सरकार की ओर से बड़ी इमारतों के बाद काम के लिए फिलहाल जो नियम सीजीडीसीआर-2017 अमल में है उसमें परिवर्तन किया जा रहा है।

साथ ही रेगुलेशन में भी सुधार किया जा रहा है। राज्य में अभी तक के नियमों के अनुसार बारिश 23 मंजिल की इमारत बन सकती थी। लेकिन नए नियमों के पास होने के बाद 70 मंजिल की इमारत भी बन सकेंगी। सामान्य तौर पर जिन महानगरों में श्रमिकों की संख्या अधिक है। वहां पर ऐसी इमारतें बनेगी जल्दी ही गुजरात के कई शहरों में बड़ी-बड़ी इमारतें बन सकेगी। बताया जा रहा है कि इसे लेकर जल्दी ही राज्य सरकार मंजूरी दे ऐसी उम्मीद है।

(फोटो प्रतीकात्मक है)

रोज़ कमाकर खाने वालों को नहीं आने देंगे दिक़्क़त
गांधीनगर
कोरोना वायरस को लेकर देशभर में लॉकडाउन के कारण लाखों लोगों को रोज़गार से हाथ धोना पड़ा है। सभी कारख़ाने और कार्यालय बंद होने के कारण कई लोगों के सामने भोजन की समस्या आ गई है ऐसे में राज्य सरकार ने उनके लिए कई घोषणा की।
मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने बुधवार को कहा कि, 60 लाख से ज्यादा परिवारों करीब को मुफ्त में अनाज दिया जाएगा। 1 अप्रैल से प्रति व्यक्ति 3.50 किलो गेंहू, 1.50 किलो चावल मिलेगा। इसके अलावा हर परिवार को 1 किलो चीनी, 1 किलो दाल और 1 किलो नमक भी दिया जाएगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि, रोज कमाकर खाने वालों की मुसीबतों को समझते हुए सरकार ने यह निर्णय लिया है। कोरोना वायरस से बचाव के लिए हुए लोकडाउन में राज्य के किसी भी व्यक्ति को कोई तकलीफ न हो, इसका ध्यान सरकार रखा जाएगा।

किसी भी जरुरी चीज की सप्लाई को रोका नहीं जाएगा। ऐसे में लोगों को किसी चीज का स्टॉक करने की कोशिश नहीं करनी चाहिए, हम समय-समय पर आपूर्ति कराते रहेंगे।
इसके अलावा मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा मंगलवार को लिए गए लॉकडाउन के फैसले की। उन्होंने कहा कि, हमने देखा कि लॉकडाउन के बावजूद किराने की दुकानों पर लोगों की लाइनें दिखाई दीं, ऐसा मत कीजिए।’ उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री की इस घोषणा के बाद लोगों में थोड़ी राहत है।