कहते हैं कि कड़ी महेनत का कोई विकल्प नहीं होता। कड़ी महेनत से इंसान अपने सपनों को साकार कर सकता है। भारतीय क्रिकेटर मुनाफ पटेल ने भी सूरत के चैम्बर ऑफ कॉमर्स में अपने संघर्ष के दिनों को याद करते हुए कुछ यादें साझा की।
मुनाफ पटेल युवाओं को लक्ष्य तक पहुचने के लिए क्या ध्यान रखना चाहिए इस बार मार्गदर्शन देते हुए बताया कि ‘आप जिस क्षेत्र को पसंद करते हैं उस फिल्ड में आपको 100 प्रतिशत समर्पित होना चाहिए। सफल होने के लिए स्ट्रगल की अंतिम लाइन को छूना पड़ता है। संघर्ष के बिना जिंदगी में कुछ नहीं हासिल किया जा सकता।
भारतीय क्रिकेटर में चयन होने के पहले मेरा संघर्ष रोज 120 किलोमीटर की यात्रा का था। अंतर सिर्फ इतना है कि पहले में ट्रेन में लटक कर जाता था अब कार में जाता हुं। किसान के घर में से क्रिकेट तक की सफर के बारे में उन्होंने बताया कि उनके पीछे कोई बैक ग्राउन्ड नहीं था। भाषा पर भी कोई विशेष प्रभुत्व नहीं था।
पहले गांव में क्रिकेट और वॉलीबॉल दो ही प्रकार के खेल थे। तब हम स्कूल भी जाते और खेलते भी थे। वह दिन भी अच्छे थे लेकिन स्ट्रगल वाले थे। मै टाइल्स की फैक्टरी में काम करता था, जहां कि 35 रूपए मिलते थे। क्रिकेट खेलना अच्छा लगता था।इसलिए वही तय कर लिया। परिवार के लोग विरोध कर रहे थे, लेकिन उन्हें समझा लिया’।
पटेल ने बताया कि वडोदरा में किरण मोरे एकेडेमी में जाने के बाद झवेरी लीग में खेलना शुरू किया। चार साल डोमेस्टिक मैच खेलने के बाद इन्डियन क्रिके़ट टीम में नंबर लगा। सिलेक्शन के पहले भारत की सभी ट्रोफी खेल चुका था। उन्होंने सचिन तेंदुलकर को अपना आदर्श बताया। एक छोटे गांव से जा कर तिरंगा पहनने को उन्होंने अपनी जिंदगी की सबसे बड़ी जीत बताई।
भारतीय क्रिकेट के सफल कप्तानों में से एक एम.एस धोनी ने 15 अगस्त को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह सब को चौंका दिया है। महेन्द्र सिंह धोनी की पहली और अंतिम मैच के दौरान एक बात कॉमन रही कि धोनी अपनी इन दोनों यादगार मैचों में रन आउट हुए।
धोनी ने अपने करियर की पहली अंतरराष्ट्रीय मैच 23 दिसंबर के रोज़ 2004 में बांग्लादेश के ख़िलाफ़ किया खेला था। उस समय दूसरे छोर पर मोहम्म्द कैफ़ थे। धोनी ने एक बॉल का सामना किया था और शून्य रन बनाकर रन आउट हो गए थे।
भारत ने उस मैच में 245 रन बनाया था और बांग्लादेश 234 रन ही बना सका था। धोनी का प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा था लेकिन भारत जीत गया था।
इसी तरह से धोनी ने अपना अंतिम मैच न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ 10 जुलाई 2019 को खेला था। वर्ल्ड कप के मैच में भारत को जीतने के लिए 240 रन बनाने थे। भारत के छह विकेट 92 रन में गिर गए थे। इसके पास धोनी और जाडेजा में 116 रन की पारी भागीदारी हुई।
जाडेजा के आउट होने के बाद भुवनेश्वर कुमार क्रीज़ पर आए। भारत को 10 बॉल में 25 रन की आवश्यकता भी। जल्दबाज़ी में दो रन लेने के चक्कर में धोनी रन आउट हो गए और भारत यह मैच हार गया। धोनी की पहली और अंतिम दोनों मैच में वह रन आउट हुए।
एमएस धोनी ने इंटरनेशनल क्रिकेट को कहा अलविदा
भारत के सफल कप्तान और विश्व प्रख्यात क्रिकेटर महेन्द्र सिंह धोनी ने अपने रिटायर होने की घोषणा कर अपने प्रशंसकों को चौंका दिया है। उन्होंने अचानक अंतरर्राष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कहने का निर्णय ले लिया है। यह एक चौंकाने वाली खबर है।
महेन्द्र सिंह धोनी ने अपने इंस्टाग्राम एकाऊंट पर एक पोस्ट शेयर करते हुए लिखा कि आप सबके सपोर्ट और प्यार के लिये खूब खूब आभार। 19.29 बजे से मुझे रिटायर्ड समझ लेना। बताया जा रहा है कि महेंद्र सिंह धोनी भारत के सफल कप्तानों में से एक है भारत को विश्व कप जिताने में भी उनके सराहनीय भूमिका रही।
खिलाड़ी उन्हें पसंद करते थे पिछले वर्ल्ड कप के बाद पे ही उनके रिटायरमेंट की चर्चाएँ शुरू हो गई थी। हालाँकि तब उन्होंने रिटायरमेंट की घोषणा नहीं की थी। इसके बाद आज 15 अगस्त के समय पर उन्होंने रिटायरमेंट लेकर अपने प्रशंसक को चौंका दिया है और दुखी भी कर दिया है।
उन्होंने अपने इस बड़े फैसले का ऐलान इंस्टाग्राम पर एक वीडियो शेयर करते हुए किया है। धोनी ने आखिरी बार वनडे वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड के खिलाफ खेला था। उसके बाद से उनके रिटायरमेंट की अटकलें लगाई जा रही थीं, लेकिन वह मौन थे। अब जब आईपीएल के लिए वह चेन्नै कैंप में शामिल होने पहुंचे तो उन्होंने अपने फैसले का ऐलान कर दिया।
उनके बाद भारतीय क्रिकेटर सुरेश रैना ने भी रिटायर मेंट लेने की जानकारी सामने आ रही है।
भारत के सफल कप्तान और विश्व प्रख्यात क्रिकेटर महेन्द्र सिंह धोनी ने अपने रिटायर होने की घोषणा कर अपने प्रशंसकों को चौंका दिया है। उन्होंने अचानक अंतरर्राष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कहने का निर्णय ले लिया है। यह एक चौंकाने वाली खबर है।
महेन्द्र सिंह धोनी ने अपने इंस्टाग्राम एकाऊंट पर एक पोस्ट शेयर करते हुए लिखा कि आप सबके सपोर्ट और प्यार के लिये खूब खूब आभार। 19.29 बजे से मुझे रिटायर्ड समझ लेना। बताया जा रहा है कि महेंद्र सिंह धोनी भारत के सफल कप्तानों में से एक है भारत को विश्व कप जिताने में भी उनके सराहनीय भूमिका रही।
कई खिलाड़ी उन्हें पसंद करते थे। पिछले वर्ल्ड कप के बाद पे ही उनके रिटायरमेंट की चर्चाएँ शुरू हो गई थी। हालाँकि तब उन्होंने रिटायरमेंट की घोषणा नहीं की थी इसके बाद आज 15 अगस्त के समय पर उन्होंने रिटायरमेंट लेकर अपने प्रशंसक को चौंका दिया है और दुखी भी कर दिया है।उन्होंने अपने इस बड़े फैसले का ऐलान इंस्टाग्राम पर एक वीडियो शेयर करते हुए किया है।
धोनी ने आखिरी बार वनडे वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड के खिलाफ खेला था। उसके बाद से उनके रिटायरमेंट की अटकलें लगाई जा रही थीं, लेकिन वह मौन थे। अब जब आईपीएल के लिए वह चेन्नै कैंप में शामिल होने पहुंचे तो उन्होंने अपने फैसले का ऐलान कर दिया।
उनके बाद भारतीय क्रिकेटर सुरेश रैना ने भी रिटायर मेंट लेने की जानकारी सामने आ रही है।
भारतीय टीम के पूर्व ऑलराउंडर युवराज सिंह को लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल के टिकटॉक वीडियो पर जातिसूचक शब्द का इस्तेमाल करना युवी को भारी पड़ गया। इस मामले में उनकी मुसीबतें आनेवाले दिनों में और बढ सकती है।हरियाणा के एक दलित अधिकार कार्यकर्ता और वकील रजत कल्सन ने उनके खिलाफ पुलिस केस दर्ज करवाया है।
मिली जानकारी के अनुसार रजत ने युवराज के साथ-साथ हिटमैन 'रोहित शर्मा' को भी आरोपी बनाया है। क्योंकि इस शब्द के प्रयोग के दौरान वह भी हंस रहे थे।दोषी पाए जाने पर युवी-रोहित की गिरफ्तारी भी संभव है। यह मामला सामने आते ही भारतीय क्रिकेट टीम के कई खिलाती चिंतित है।
अन्य राज्यों के व्यापारियों को 14 दिन क्वारेन्टाइन में रहना पडेगा
सूरत के कपड़ा बाजार के खुलने के तीन दिन बाद भी बाजार में रौनक नहीं दिख रही। कपड़ा व्यापारियों का कहना है कि बडी संख्या में व्यापारी और श्रमिक अपने गांव लौट गए हैं इनकी कमी के कारण बाजार में कोई चहल पहल नहीं दिख रही। इस सिलसिले में फैडरेशन ऑफ सूरत टैक्सटाइल ट्रेडर्स एसोसिएशन के सदस्य गुरूवार को मनपा कमिश्नर से मिले और गुहार लगाई।
फोस्टा के सदस्यों का कहना था कि अन्य अपने गांव लौट गए व्यापारियों और श्रमिकों की कमी के कारण मार्केट में कामकाज जोर नहीं पकड़ रहा। व्यापारी कुछ ही घंटों में दुकानें बंद कर लौट जाते हैं। इसका कारण बताते हुए फोस्टा के सदस्यों ने कहा कि अभी भी भी पचास प्रतिशत से अधिक व्यापारी और श्रमिक गांव चले गए हैं जो कि लौटकर नहीं आए।
उन्हें डर है कि वापिस जाने पर क्वारेन्टाइन कर दिया जाएगा। इसलिए वह नही आ रहे। इसिलए फोस्टा ने क्वारेन्टाइन के सिलसिले में कोई नई व्यवस्था की बात कही। इस पर मनपा कमिश्नर ने सुरक्षा कारणो का हवाला देते हुए यह संभव नहीं ऐसा कहा।
फोस्टा के रंगनाथ शारडा ने अधिक जानकारी देते हुए बताया कि जो व्यापारी अन्य राज्यों मे लौट गए हैं उन्हें लगता है कि शायद सरकार कोई नई गाइडलाइन जारी करे और क्वारेन्टाइन का मामला निकल जाएगा इसलिए वह थोड़ा और रूक गए हैं।
इसके अलवां उन्होने मेयर से भी मुलाकात की और मार्केट का वर्तमान समय आठ से चार बजे से बदलकर नौ बजे से शाम सात बजे का करने का आग्रह किया।