भारतीय रेलवे से 500 ट्रेन और 10000 स्टेशन ग़ायब होंगे

भारतीय रेल में से 500 ट्रेन और 10000 स्टेशन गायब करने की तैयारी
भारतीय रेलवे ट्रेन के टाइम टेबल को संपूर्ण ढंग से बदलने की तैयारी में है। नए टाइम टेबल में भारतीय रेलवे लगभग 500 ट्रेन को बंद करने और 10,000 स्टेशन बंद करने की तैयारी में है ऐसा प्रतीत हो रहा है।

यह टाइम टेबल कोरोनावायरस समाप्त होने के बाद लागू किया जाएगा। कोरोना दौरान पहले की भॉति ट्रेन चालू रखी जाएगी।
 मीडिया रिपोर्ट के अनुसार नए टाइम टेबल में भारतीय रेलवे की कमाई में 1500 करोड़ की बढ़ोतरी होगी। रेलवे मंत्रालय का मानना है कि 1500 करोड़ की अनुमानित कमाई बिना भाड़ा बढ़ाए और बिना किसी प्रकार का चार्ज बढ़ाए होगी।

इस टाइम टेबल के साथ अन्य ऑपरेशनल पॉलिसी में भी फेरफार किया जाएगा। वार्षिक लगभग 50% से कम ऑक्युपेंश के ट्रेन के नेटवर्क को स्थान मिलेगा। आवश्यकता पड़ी तो इन ट्रेनों को दूसरे के साथ मर्ज भी कर दिया जाएगा।

लंबी दूरी की ट्रेन को 200 किलो मी कोई स्टाफ नहीं दिया जाएगा। इस दौरान कोई बड़ा शहर आएगा तभी स्टॉपेज हो सकता है। रेलवे दस हजार स्टोपेज बंद कर देगा।


उल्लेखनीय है कि प्रत्येक पैसेंजर हब हब एंड स्पोक मॉडल पर चलेगी। 10 लाख या उससे अधिक आबादी वाले शहरों के हब बनेंगे। इन शहरों में लंबे अंतर की ट्रेन रुकेगी। छोटे स्टेशन को हब से अन्य ट्रेन के माध्यम से कनेक्ट किया जाएगा।

इसके अलावा टूरिस्ट स्थानों के तीर्थ स्थानों को भी हब का दर्जा मिलेगा। नए टाइम टेबल से मुंबई लोकल जैसे सब अर्बन नेटवर्क प्रभावित नहीं होंगे।यह टाइम टेबल कोरोनावायरस समाप्त होने के बाद लागू किया जाएगा।

2023 से भारत में दौडने लगेगी निजी ट्रेन

दुनिया में चौथे स्थान पर सबसे बड़ा नेटवर्क रखने वाली भारतीय रेलवे में निजीकरण का आरंभ हो चुका है। भारत में पहली बार पैसेंजर ट्रेनो के संचालन के लिए रेलवे ने निजी कंपनियों को आमंत्रण दिया है।

रेलवे मंत्रालय की ओर से जारी की गई आवेदन में 151 पैसेंजर ट्रेन का 109 रूट पर संचालन करने के लिए प्राइवेट कंपनियों को ऑफर मंगाए गए है। पैसेंजर ट्रेन की निजीकरण से 30 हजार करोड़ का फंड रेलवे इकट्ठा कर सकती है।

रेलवे के सूत्रों के अनुसार 2023 से भारत में निजी ट्रेन दौडने लगेगी। हालाकि ट्रेन का किराया रेलवे तय करेगी। 2021 जनवरी तक रेलवे टेन्डर जारी कर देगा।

पैसेंजर ट्रेन कें संचालन के अलावा मेंटेनेस, ट्रांसपोर्टेशन की जिम्मेदारी निजी कंपनी की होगी। ट्रेन की डिजाइन इस तरह बनाई जाएगी कि वह 160 किमी प्रति घंटे दौड सके। प्रत्येक ट्रेन में 16 कोच लगेंगे। इनमें से ज्यादातक मेक इन इन्डिया के तहत बने होंगे।

उल्लेखनीय है कि भारतीय रेलवे कुछ दिनों में ही 90 स्पेशल ट्रेन शुरू करने की तैयारी कर रहा है। ट्रेनो की सूची को मंजूरी के लिए गृहमंत्रालय को भेज दिया गया है। संभवत: यह ट्रेन अगले सप्ताह से दौडने लगेगी। इनमें 120 दिन पहले से बुकिंग शुरू हो जाएगी। इसमें तत्काल कोटे में भी सीट उपलब्ध है।

1 जुलाई को भारतीय रेलवे के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ कि भारतीय रेल की तमाम ट्रेन समय पर पहुंची। भारतीय रेलवे की सभी गाडियों ने पहुंचकर इतिहास बनाया।

आज से दौड़ेगी 200 स्पेशल ट्रेन, डेढ घंटे पहले पहुँचने के साथ क्या क्या है ज़रूरी जाने!


लॉकडाउन के दो महीने से अधिक बीत जाने के बाद सरकार धीरे-धीरे सावधानी पूर्वक आगे बढ रही है। जन-जीवन को पुन: पहले की तरह सामान्य करने और पूरी सतर्कता बने रही इस तरह से देशभर में यात्रा सेवाओं को एक बार फिर धीरे-धीरे शुरू करने की प्रक्रिया शुरू हो रही है।

लॉकडाउन के बाद हालात को फिर से पटरी पर लाने के लिए केंद्र सरकार ‘अनलॉक वन’ में रेल सेवाओं को भी चालू कर रही है|श्रमिक स्पेशन ट्रेनों और शताब्दी ट्रेनों के बाद अब रेलवे कुछ रूट पर सामान्य ट्रेनों की भी शुरुआत कर रहा है! 1 जून से देश में 200 स्पेशल ट्रेनें शुरू हो जाएगी।

देश में 31 मई को लॉकडाउन 4 खत्म हो रहा है। केंद्र सरकार ने चौथा लॉकडाउन समाप्त होने के बाद पाँचवे चरण में सिर्फ कंटेनमेंट जोन में लॉकडाउन को 30 जून तक बढ़ाया है। वहीं रेलवे ने अपनी सभी सेवाओं को पहले ही 30 जून तक रद्द कर दिया था और सिर्फ स्पेशल ट्रेनें चलाने की शुरुआत की थी।इसी क्रम में ये 100 रूट पर 200 स्पेशल ट्रेन 1 जून से शुरू होगी। रेलवे ने इन सभी ट्रेनों की सूची और इनके चलने का कार्यक्रम जारी कर दिया है।


रेलवे के अनुसार पहले दिन 145000 से ज्यादा लोग यात्रा करेंगे। 30 जून तक 2600000 से अधिक लोगों ने ट्रेन से यात्रा की बुकिंग करवाई है। रेलवे ने यात्रियों के लिए इस दौरान कई दिशा-निर्देश जारी किए हैं।


रेलवे स्टेशन पर यात्रियों डेढ़ घंटे पहले ही पहुंच जाना होगा जिनके पास कंफर्म या आरएसी टिकट होगा उन्हीं को रेलवे स्टेशन में प्रवेश दिया जाएगा। मुसाफिरों को यात्रा के दौरान मास्क अनिवार्य होगा मोबाइल में आरोग्य सेतु एप्लीकेशन भी डाउनलोड करना होगा।

बिना मेडिकल जांच के अंदर नहीं जाने दिया जाएगा। जिन लोगों को कोरोना के कोई लक्षण नहीं होंगे उन्हें ही यात्रा की स्वीकृति दी जाएगी
आज से टिकिट चेक करने वाले टीसी बाबु भी पीपीई किट में नज़र आएँगे

रेलगाड़ी को जाना था यूपी पहुँच गई ओड़िशा? जानिए कैसे


डेस्क
कोरोना के कारण प्रशासनिक व्यस्तता के कारण कुछ कुछ गड़बड़ी के मामले सामने नज़र आने लगे है। ऐसे ही एक गड़बड़ी का मामला रेलवे विभाग का सामने आया है।हालाँकि रेलवे का कहना है कि ट्रेन को छोटे रूट से जाना था लेकिन इसका रूट बदलकर काफ़ी लंबा कर देने के कारण यह परिस्थिति बनी।


श्रमिकों को घर पहुंचाने के लिए रेलवे देश भर में हजारों ट्रेनें चला रहा है। लाखो श्रमिकों को रेल विभाग घर पहुंचा चुका है। इसमें कही कहीं चूक के मामले भी सामने आए हैं।


मीडिया रिपोर्ट के अनुसार देश की महानगरी मुंबई से गोरखपुर के लिए एक श्रमिक ट्रेन उड़ीसा के रुरकेला तक पहुँच गई है। अब मुसाफ़िरों को उड़ीसा से यूपी आना है।

21 मई को मुंबई से निकलने वाली यह ट्रेन शोर्ट कट से गुजरने वाली थी, लेकिन रेलवे द्वारा रूट बदलकर लोंग रूट की ओर मोड़ दिया गया। इसके बाद ट्रेन आठ राज्यों से होकर गुजरी यह ट्रेन उड़ीसा पहुंच गई। इस दौरान किसी को यह बात ध्यान पर नही आई।

रेलवे के अनुसार, इस मार्ग पर बहुत अधिक ट्रैफ़िक है क्योंकि बड़ी संख्या में श्रमिक विशेष ट्रेनें चला रहे हैं और इस वजह से कुछ ट्रेनों के मार्ग बदल दिए गए हैं। यहाँ भी शायद यही मामला हो सकता है।(प्रतीकात्मक तस्वीर)

रेलवे की ओर से स्पेशल ट्रेनों में आरक्षण के नियम बदले
रेलवे प्रशासन अब लॉकडाउन के दौरान धीर धीरे अपनी गतिविधियों तेज कर रहा है। रेलवे प्रशासन की ओर से अब तक लॉकडाउन के कारण कई नियम बना गए थे। अब उनमें परिवर्तन किया जा रहा है।
मिली जानकारी के अनुसार कोरोना वायरस के कारण देशव्यापी लॉकडाउन के बीच रेलवे ने 12 मई से 15 जोड़ी स्पेशल ट्रेने शुरू की है। भारतीय रेलवे ने यात्रियों की सुविधा के लिए इन ट्रेनों के नियमों में बदलाव करने का फैसला किया है। अब इन ट्रेनों की रिज़र्वेशन का समय 7 दिन से बढ़ाकर 30 दिन कर दिया गया है।

साथ ही इन ट्रेनों में तत्काल आरक्षण की सुविधा उपलब्ध नहीं होगी। इन ट्रेनों के आरएसी और वेटिंग टिकटों की घोषणा की जाएगी। हालांकि, ट्रेन में वेटिंग यात्रियों को अनुमति नहीं दी जाएगी।
रेलवे के नए नियमों के मुताबिक, ट्रेन से निकलने के 4 घंटे पहले पहले चार्ट की घोषणा की जाएगी। दूसरे चार्ट की घोषणा 2 घंटे पहले की जाएगी। पहले और दूसरे चार्ट के बीच वर्तमान बुकिंग के तहत टिकट भी बुक किए जा सकते हैं। इसके अलावा, अब इन ट्रेनों को आरक्षण काउंटरों, डाकघरों, अधिकृत एजेंटों और कॉमन सर्विस सेंटरों पर ऑनलाइन बुक किया जा सकता है। यह नियम 24 मई से लागू होगा और यह आरक्षण 31 मई से चलने वाली ट्रेनों के लिए लागू होगा।
उल्लेखनीय है कि रेलवे की ओर से इतने जल्दी जल्दी नियम बदले जा रहे है कि लोग भी नहीं समक्ष पा रहे।

टिकिट बुक करवा लो बाबु जी, खुल गए रेलवे आरक्षण काउंटर

डेस्क
रेल मंत्रालय एक के बाद एक ख़ुशख़बरी लोगों के लिए दे रहा है। पहले रेल मंत्रालय ने 1 जून से पैसेंजर ट्रेन शुरू कर लोगों को ख़ुश किया इसके बाद अब रिज़र्वेशन संबंधित समस्या भी समाप्त कर दी है। लॉकडाउन के कारण फ़स गए लोगों को रेलवे की इस ख़ुश खबरी के कारण राहत होगी।


देशभर के यात्रियों के लिए राहत की खबर है। भारतीय रेलवे रेलवे आरक्षण काउंटर शुक्रवार से खुलेगा। टिकटों के आरक्षण के लिए आरक्षण काउंटर और सामान्य सेवा केंद्र खुल जाने से देश भर के लोगों ने राहत की सास ली है। लॉकडाउन में रेल की सुविधा बंद हो जाने से आधे से लोग परेशा हो गए थे।


मिली जानकारी के अनुसार आरक्षण केंद्र 22 मई से खोले जाएंगे। यही नहीं, एजेंट के माध्यम से भी टिकट बुक किया जा सकता है।रेलवे ने कहा, वे ज़ोन काउंटरों के लिए स्टेशनों की पहचान कर रहे हैं ताकि सेवाओं को जल्दी से बहाल किया जा सके।


रेलवे ने 25 मार्च से यात्रा, मेल और एक्सप्रेस ट्रेनों को रोक दिया था। इससे पहले, केंद्रीय रेलवे और वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने कहा था कि ट्रेनों की बुकिंग शुक्रवार से 1.7 लाख सामान्य सेवा केंद्रों से शुरू होगी।

1 जून से पैसेंजर ट्रेन शुरू
दो महीने से लॉकडाउन के कारण ट्रेन बंद हो जाने से कई लोगों को दिक़्क़त का सामना करना पड़ रहा है। रेलमंत्रालय ने उनकी गुहार सुन ली है।
भारत सरकार ने घोषणा की है कि 1 जून से प्रतिदिन चलने वाली 200 पैसेंजर ट्रेनों की ऑनलाइन बुकिंग कल सुबह 10 बजे से शुरू होगी।यह ट्रेन श्रमिक स्पेशल ट्रेन के अलावा हैं। कई कारणों से फ़िलहाल इन 200 ट्रेनों के लिए केवल ऑनलाइन बुकिंग हो सकेगी।

मिली जानकारी के अनुसार रेल मंत्रालय भी धीरे धीरे सावधानी से साथ सेवाए शुरू कर रहा है। रेलवे ने टिकिट की बुकिंग गुरूवार सुबह १० बजे से होनी घोषणा के साथ रेलवे ने कहा कि ज़्यादा से ज़्यादा 30 दिन पहले से आरक्षण हो सकेगा।ये ट्रेनें पूरी तरह से आरक्षित होंगी। एसी और नॉन-एसी के अलावा जनरल कोच होंगे लेकिन जनरल कोच आरक्षित टिकट के साथ होंगे। इसमें वेइटिंग के लिये व्यवस्था नही होगी।

देश में इन दिनों कोरोना कारण भय का माहौल है इसलिए संक्रमण से बचने के लिए यात्रियों को कुछ गाइडलाइन का पालन करना होगा
केवल कन्फर्म टिकट वाले यात्री ही रेलवे स्टेशन में प्रवेश कर पाएंगे।
यात्रा करते समय मास्क पहनना अनिवार्य होगा।यात्रियों को स्टेशन पर एक-डेढ़ घंटे पहले पहुंचना होता है ताकि थर्मल स्क्रीनिंग हो सके।बिना लक्षणों वाले लोगों को ही यात्रा करने की अनुमति होगी।

अब तक रेलवे की ओर से दिवाली या गर्मी वेकेशन में प्रीमियम ट्रेन चलाई जाती थी । इसके अलावा ट्रेनों में तत्काल की सुविधा रहती थी लेकिनइन ट्रेनों में तत्काल और प्रीमियम तत्काल टिकट बुकिंग की सुविधा नहीं होगी।

ट्रेन खुलने के चार घंटे पहले और ट्रेन खुलने के दो घंटे पहले यात्रियों की पहली सूची तैयार होगी। स्टेशन में प्रवेश करने से पहले प्रत्येक यात्री की स्क्रीनिंग की जाएगी और बिना लक्षणों वाले यात्रियों को स्टेशन में प्रवेश करने और ट्रेन में चढ़ने की अनुमति दी जाएगी।


कोरोना के कारण ट्रेन मे अन्य कई इंतज़ाम भी किए गए है जैसे कि
ट्रेनों के एसी कोचों में यात्रियों को चादरें नहीं मिलेंगी। यदि पैंट्री कार ट्रेन में मौजूद है, तो खाद्य पदार्थों और पानी की आपूर्ति की जाएगी। यात्रियों को इसके लिए अलग से भुगतान करना होगा।

15 अप्रेल से ट्रेन में ऑनलाइन बुकिंग शुरू

सूरत
देश में कोरोना रोग की भयानकता को देखते हुए सरकार ने कई कदम उठाए है। ट्रेन में लोगो की संख्या अधिक होने के कारण संक्रमण की संभावना ज़्यादा रहती है।इसलिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लॉकडाउन की घोषणा से पहले, एहतियात के तौर पर रेलवे को बंद कर दिया गया था। लॉकडाउन के दौरान केवल गुड्स ट्रेनों को चलने दिया जा रहा था।

इस दौरान रेलवे ने मंगलवार को एक महत्वपूर्ण घोषणा की। 15 अप्रैल से, ऑनलाइन बुकिंग भी शुरू कर दी गई है। इससे पहले, पश्चिम रेलवे के मुंबई मंडल ने 22 अप्रैल से 25 मार्च तक जनता कर्फ्यू और लॉकडाउन अवधि के अलावा, 1 मार्च से 21 मार्च तक रिफंड का भुगतान किया था। 1 मार्च से 25 मार्च तक, मुंबई डिवीजन ने 97.49 करोड़ का रिफंड 15,99,968 पैसेंजर्स को दिया। जब दैनिक पास धारकों को 16 लाख का रिफंड दिया गया।

जनता कर्फ़्यू वाले दिन 22 मार्च को 40,669 यात्री रद्द करने के लिए 2,64,43,638 रुपये का भुगतान किया गया था। जिन यात्रियों ने अधिकांश ई-टिकट बुक किए हैं, उन्हें पहले ही अपने खाते में इस धनवापसी का भुगतान किया जा चुका है। हालाँकि रेलवे ने स्पष्ट किया है कि बुकिंग होना मतलब ट्रेन शुरू होना नहीं है। परिस्थिति ठीक रहने पर ही ट्रेन चलेगी।
उल्लेखनीय है कि रेलवे की ओर से 15 अप्रेल से बुकिंग शुरू की जा रही है। इससे यह संभावना भी नज़र आती है के सरकार की ओर से 14 अप्रेल के बाद लॉकडाउन की कोई और तैयारी नही है।