मुंबई-गांधीनगर वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन बुधवार को नहीं चलेगी!

अब से मुंबई-गांधीनगर वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन बुधवार को नहीं चलेगी। जबकि मुंबई-अहमदाबाद शताब्दी ट्रेन रविवार को छोड़कर सप्ताह में सोमवार से शनिवार तक चलेगी। इसके साथ ही मंगलवार 30 तारीख से वंदे भारत ट्रेन को बोरीवली स्टेशन पर स्टॉपेज की घोषणा की गई है।

मुंबई से अहमदाबाद के बीच सप्ताह के 7 दिन यात्रियों को ट्रेन की उचित सुविधा मिले इसलिए रेलवे प्रशासन द्वारा वंदे भारत और शताब्दी ट्रेन के शेड्यूल में बदलाव किया गया है। खासकर वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन जो वर्तमान में यात्रियों के बीच सबसे लोकप्रिय है, अब हर बुधवार को नहीं चलेगी। वंदे भारत ट्रेन रविवार को चलाई जाएगी। जबकि मुंबई-अहमदाबाद शताब्दी ट्रेन रविवार को नहीं चलेगी। अब यह ट्रेन सप्ताह में सोमवार से शनिवार तक चलेगी।

दोनों ट्रेनों में बदलाव का सीधा फायदा यात्रियों को होगा। रविवार को मुंबई जाने वाले यात्री वंदे भारत ट्रेन का लुत्फ उठा रहे हैं और उन्हें फिलहाल समय पर चलने वाली ट्रेन में सफर करना ज्यादा सुविधाजनक लग रहा है। शताब्दी और राजधानी से भी ज्यादा ये ट्रेन यात्रियों के बीच हॉट फेवरेट बन चुकी है।

उल्लेखनीय है कि अभी तक वंदे भारत ट्रेन सोमवार से रविवार तक चल रही थी। लेकिन अब रविवार की जगह बुधवार को ट्रेन नहीं चलेगी।इसके सामने मुंबई-अहमदाबाद सप्ताह में सोमवार से शनिवार तक चलाने का निर्णय लिया गया है।

रेल्वे में यात्रियों को फिर से जल्द मिलेगी कंबल और तकिये की सुविधा


देशभर में कोरोना की परिस्थिति धीरे-धीरे अंकुश में आ रही है ऐसे में यातायात व्यवस्था फिर से पहले की भांति सामान्य हो रही है। रेल्वे प्रशासन ने हाल में ही मार्च महीने से ट्रेन शुरू करने की घोषणा के बाद अब यात्रियों की सुविधा की दिशा में एक और कदम आगे बढाया है।

कोरोना के कारण ट्रेन में कंबल और तकिया की सुविधा बंद कर दी गई थी, लेकिन अब रेल्वे प्रशासन ने यात्रियों की सुविधा के लिए इसे फिर से बहाल करने का मन बनाया है। अब से रेलवे में सफर के दौरान अब आपको बिस्तर और कंबल फिर से मिलने लगेंगे। इसके लिए रेलवे ने एक जर्म फ्री डिस्पोजेबल बेडरोल तैयार किया है। कोरोना के कारण कई महीनों तक रेल्वे यातायात बंद होने के कारण जनजीवन पर असर पड़ा है।


कोरोना के खिलाफ वैक्सीनेशन शुरू होने के बाद अब जिंदगी धीरे-धीरे पटरी पर लौट रही है। रेल्वे की और से भी क्रमश: ट्रेन शुरू की जा रही है। अभी तक कंबल और तकिया की सुविधा बंद थी लेकिन हाल में ही रेलवे ने फैसला किया है कि नई दिल्ली रेलवे स्टेशन सहित कई दूसरे बड़े स्टेशनों पर यात्री जर्म फ्री डिस्पोजेबल बेडरोल (Germ Free Disposable Bedroll) खरीद सकेंगे।

300 रुपये की कीमत वाले इस बेडरोल में यात्री को एक कंबल, दो चादर, तकिया और कवर, मास्क, टूथ ब्रश, पेस्ट, कंघी, मास्क, पेपर शाप, सैनिटाइजर और बिस्तर को साथ ले जाने के लिए एक बैग मिलेगा।अगर यात्री केवल कंबल लेना चाहता है तो उसे 150 रुपए देना होगा। उल्लेखनीय है कि रेल्वे की ओर से ट्रेन बंद करने के कारण दूरी पर नौकरी जाने वालों को परेशान होना पड़ रहा था, लेकिन ट्रेन शुरू होने के बाद उन्हें राहत होगी।

इस तारीख से पटरी पर दौडने लगेंगी सभी ट्रेन


कोरोना के कारण लॉकडाउन में बंद रेल्वे यात्रा जल्दी ही फिर से बहाल की जा सकती है। रेल्वे मंत्रालय यात्रियों की मुसीबत को देखते हुए और आगामी दिनों में लग्नसरा तथा त्यौहारों को देखते हुए जल्दी ही सभी ट्रेने दोडाने पर विचार कर रहा है। साथ ही कोरोना की परिस्थिति नियंत्रण में होने के कारण इस पर मुहर लगने की संभावना भी व्यक्त कर रही है।

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार 1 अप्रैल से सभी ट्रेनें पटरी पर दौड़ने की उम्मीद है। बीते साल कोरोना के कारण एहतियात के तौर पर रेल्वे प्रशासन को सभी ट्रेने बंद करनी पड़ी थी। इसके बाद क्रमश: ट्रेन शुरू की गई है लेकिन इन ट्रेन में सिर्फ रिजर्वेशन वाले यात्री ही जा सकते थे। इसके अलावा अभी तक लोकल ट्रेन नहीं शुरू की गई है। इस कारण रोजमर्रा के काम से ट्रेन में यात्रा करने वालों को मुसीबत का सामना करना पड़ता था।


दरअसल, 29 मार्च को होली का त्योहार पड़ रहा है, जिसमें ट्रेनों की भारी डिमांड होती है. इसलिए यात्रियों को ट्रेनों के लिए मारामारी न करनी पड़े। रेलवे 1 अप्रैल से सभी ट्रेनों को पटरी पर दौडा सकता है. इसमें जनरल, शताब्दी और राजधानी सभी तरह की ट्रेनें चलाई जाएंगी। उल्लेखनीय है कि रेल्वे मंत्रालय ट्रेन दौडाने की अनुमति देता है तो इससे लग्नसरा के दिनों में गांव मे जाने वाले लोगं को बड़ी राहत होगी।

अब टीटीई नहीं मशीन बताएँगे टिकिट कन्फर्म है या नहीं?

रेलवे प्रशासन की ओर यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए इन दिनों कई सराहनीय कदम उठाए जा रहे है। फ़िलहाल रेलवे की ओर से यात्रियों की टिकिट कन्फर्म है या नहीं यह पता करने वाली मशीनें लगाई जा रही है।

अभी देश में यह पॉयलोट प्रोजेक्ट के तौर पर कुछ स्टेशनों पर शुरू किया गया है। यदि यह सफल हुआ तो अन्य स्टेशनों पर भी ऐसी मशीनें लगाई जाएगी। इस मशीन में लगे कैमरे के सामने टिकट लाते ही यात्रियों को टिकिट कन्फर्म है या नही यह पता चल जाएगा। फ़िलहाल प्रारंभिक चरण में लखनऊ जंक्शन और प्रयागराज में कैमरे लगा दिए गए हैं।

गोरखपुर जंक्शन और मंडुआडीह में कैमरे जल्द लगाए जाएंगे। इसके लिए टेंडर जारी किए गए है। यह प्रक्रिया पूरी होने के बाद जल्दी ही इन स्टेशन पर भी सुविधा शुरू हो जाएगी। बताया जा रहा है कि इस पध्धति से यात्रियों को प्लेटफ़ॉर्म पर ही उनके टिकिट संबंधित जानकारी मिल जाएगी।


यात्रियों को रेलवे स्टेशन पर पहुंचने के बाद उनके पास मोबाइल में मौजूद ई टिकट या काउंटर से लिया गया प्रिंट टिकट कैमरे के सामने करना होगा। इसे मशीन में रखा कैमरा स्कैन करेगा और कुछ देर के बाद प्रोसेस कर टिकिट कन्फर्म है या अभी भी वेइटिंग है यह पता चल जाएगा।


जिन यात्रियों का टिकिट कन्फर्म होगा उन्हें प्लैटफ़ॉर्म पर ज़रूरी कोरोना की जाँच के बाद भेज दिया जाएगा। जहां से उन्हें अपने कोच और सीट नंबर के स्थान पर बैठ जाना होगा।

रेलवे के टीटीई अब कोट और टाइ में नही पर पीपीई किट में मिलेंगे!


सूरत
कोरोना ने बहुत कुछ बदल दिया है। कोरोना के कारण रेलवे के इतिहास में पहली बार टीटीई अब काले कोट और टाई में नहीं लेकिन पीपीई किट में देखने को मिलेंगे। 


कोरोना के कारण रेलवे ने ड्रेस कोड में परिवर्तन किया है। नए ड्रेस कोड के अनुसार टीटीई पीपीई ड्रेस, मास्क, ग्लबस पहन कर टिकिट चेंक करेंगे। यह नियम 1 जून से लागू होगा। 1 जूनसे शुरी होने वाली ट्रेन में टीटीई इसी ड्रेस मं मिलेंगे। कोरोना के कारण संक्रमण का भय देखते हुए रेलवे ने यहह कदम उठाया है।

यदि आवश्यकता पड़ी तो टीटीई को मेग्निफाइंग ग्लास भी दिया जाएगा। इमरजन्सी में बातचीत के लिए टिकिट चैकिंग स्टाफ को वॉकी-टॉकी भी दिया जाएगा।

बताया जा रहा है कि जो सिनियर टीटीई होंगे उन्हें इन-चार्ज की पोस्ट दी जाएगी। इसके अलावा रेलवे मंत्रालय ने इन दिनो देश में कोरोना की बढती संख्या को देखते हुए बिमार और वृध्ध लोगों से जरूरी नहीं हो तो रेल यात्रा नहीं करने की अपील की है।

लॉकडाउन 30 जून तक बढा, अनलॉक-1 में कुछ राहतें मिली
 लॉकडाउन 5 की घोषणा सरकार ने कर दी है। इसमें कुछ छूट भी दी गई है। कन्टेन्मेंट जोन के बाहर के क्षेत्रों में क्रमश: छूट दी जा रही है। इसे सरकार ने अनलॉक-1 का नाम दिया है।


मिली जानकारी के अनुसार ढाई महीने से अधिक समय बीत जाने के कारण लॉकडाउन से ऊब चुके लोग लॉकडाउन-4 के बाद लॉकडाउन से मुक्ति चाह रहे थे। ऐसे में सरकार ने एक बार फिर से लॉकडाउन बढ़ा दिया। लॉकडाउन-5 का समय 1 जून से 30 जून का होगा।

स्कूल-कॉलेज खोलने का फैसला राज्य सरकार का होगा। 8 जून से हॉटल खोल दिए जाएंगे। रात के नौ बजे से पांच बजे कर्फ्यू होगा। 
प्रथम चरण
गाइड लाइन के अनुसार प्रथम चरण में 8 जून से धार्मिक स्थान, होटेल,रेस्टोरेन्ट, शॉपिंग मॉल को खोलने की मंजूरी दी गई है। इसके लिए स्वास्थय मंत्रालय घोषणा करेगा
दूसरा चरण
इस चरण में स्कूल-कॉलेज और शैक्षणिक संस्थाए राज्य सरकारों से चर्चा के बाद खुलेंगी। 
तीसरा चरण
अंतरराष्ट्रीय फ्लाइट, मेट्रो रेल का संचालन, सिनेमाहॉल, जिम, स्वीमिंग पुल, थियेटर, बार आदि बंद रहेंगे। जो कि समीक्षा के बाद खुलेंगे।

1 जून से 200 पैसेंजर ट्रेन चलेंगी, 21 मई 10 बजे से बुकिंग शुरू


डेस्क
दो महीने से लॉकडाउन के कारण ट्रेन बंद हो जाने से कई लोगों को दिक़्क़त का सामना करना पड़ रहा है। रेलमंत्रालय ने उनकी गुहार सुन ली है।भारत सरकार ने घोषणा की है कि 1 जून से प्रतिदिन चलने वाली 200 पैसेंजर ट्रेनों की ऑनलाइन बुकिंग आज सुबह 10 बजे से शुरू होगी।यह ट्रेन श्रमिक स्पेशल ट्रेन के अलावा हैं।

मिली जानकारी के अनुसार रेल मंत्रालय भी धीरे धीरे सावधानी से साथ सेवाए शुरू कर रहा है। रेलवे ने टिकिट की बुकिंग गुरूवार सुबह १० बजे से हो। ज़्यादा 30 दिन पहले से आरक्षण हो सकेगा।ये ट्रेनें पूरी तरह से आरक्षित होंगी। एसी और नॉन-एसी के अलावा जनरल कोच होंगे लेकिन जनरल कोच आरक्षित टिकट के साथ होंगे। इसमें वेइटिंग के लिये व्यवस्था नही होगी। सुरक्षा कारणों से फ़िलहाल इन 200 ट्रेनों के लिए केवल ऑनलाइन बुकिंग हो सकेगी।

देश में इन दिनों कोरोना कारण भय का माहौल है इसलिए संक्रमण से बचने के लिए यात्रियों को कुछ गाइडलाइन का पालन करना होगा जैसे किकेवल कन्फर्म टिकट वाले यात्री ही रेलवे स्टेशन में प्रवेश कर पाएंगे।
यात्रा करते समय मास्क पहनना अनिवार्य होगा।यात्रियों को स्टेशन पर एक-डेढ़ घंटे पहले पहुंचना होगा ताकि थर्मल स्क्रीनिंग हो सके।बिना लक्षणों वाले लोगों को ही यात्रा करने की अनुमति होगी।

अब तक रेलवे की ओर से दिवाली या गर्मी वेकेशन में प्रीमियम ट्रेन चलाई जाती थी । इसके अलावा ट्रेनों में तत्काल की सुविधा रहती थी लेकिनइन ट्रेनों में तत्काल और प्रीमियम तत्काल टिकट बुकिंग की सुविधा नहीं होगी।

ट्रेन खुलने के चार घंटे पहले और ट्रेन खुलने के दो घंटे पहले यात्रियों की पहली सूची तैयार होगी। स्टेशन में प्रवेश करने से पहले प्रत्येक यात्री की स्क्रीनिंग की जाएगी और बिना लक्षणों वाले यात्रियों को स्टेशन में प्रवेश करने और ट्रेन में चढ़ने की अनुमति दी जाएगी।


कोरोना के कारण ट्रेन मे अन्य कई इंतज़ाम भी किए गए है जैसे कि
ट्रेनों के एसी कोचों में यात्रियों को चादरें नहीं मिलेंगी। यदि पैंट्री कार ट्रेन में मौजूद है, तो खाद्य पदार्थों और पानी की आपूर्ति की जाएगी। यात्रियों को इसके लिए अलग से भुगतान करना होगा। रेलवे ने कोरोना के कारण सख़्ती बढ़ा दी है।