कपड़ा व्यापारी की लाश रहस्यमय संजोगो में मिली, आर्थिक तंगी से था परेशान

दो दिन पहले काम पर जाने का कहने के बाद घर निकलने वाले पालनपुर पाटिया के अधेड़ व्यापारी की लाश जहांगीरपुरा से उनकी कार में ज़हर पीने की हालत में मिलने के कारण तरह-तरह के तर्क उठने लगे हैं। कुछ लोग इसे आर्थिक तंगी के कारण और परिवार में विवाद के कारण आत्महत्या बता रहे हैं।

सिविल हॉस्पिटल के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार रांदेर के पालनपुर क्षेत्र में अविष्कार रो हाउस में रहने वाले 48 साल के जयेश भाई भूपेंद्र भाई सरैया 2 दिन पहले काम पर जा रहे हैं। ऐसा कहकर अपनी कार लेकर निकले थे।

शाम तक वह वापस नहीं आए तो परिवार जनों ने उनसे फोन पर बात की करने की कोशिश की लेकिन फोन भी बंद था। तब घरवालों ने उन्हें ढूंढना शुरू किया लेकिन उनका पता नहीं चला इस बारे में घर वालों ने रांदेर पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई थी।


इस दौरान कल शाम को जहांगीरपुरा के मधुबन पार्टी प्लॉट के पास एक अजनबी व्यक्ति बेहोश हालत में होने की जानकारी पुलिस को मिली थी। पुलिस वहां पर पहुंची तब उस व्यक्ति की पहचान गुम हुए कपड़ा व्यापारी जयेश तरैया के तौर पर हुई लेकिन तब तक जहरीली दवाई पीने से उनकी मौत हो चुकी थी। इस बारे में परिवार के लोगों को जानकारी दी गई।


जहांगीर पुलिस का कहना है कि वह मुंबई मार्केट में दुकान चलाते हैं। लॉकडाउन में व्यापार नहीं होने के कारण दुकान का किराया चढ़ गया था। उन्होंने परिवार के सदस्यों से भी किराया चुकाने के पैसे मांगे थे लेकिन नहीं मिले इसके अलावा संपत्ति का विवाद चल रहा था जयेश के पास एक चिट्ठी मिली है।

जिसमें लिखा है कि मैं जा रहा हूं। हिस्सा नहीं मिल रहा। इस जमाने में नहीं मिलूंगा अगले जमाने में आऊंगा। पुलिस ने तमाम संभावना को ध्यान में रखकर जांच शुरू की है।

इन चोरों को सिर्फ अंडरवियर और बनियान पसंद है?


सूरत
गुजरात में सूरत के उधना क्षेत्र से लॉकडाउन के दौरान चोरी की एक घटना ने सबका ध्यान खींचा है। चोरों ने एक दुकान पर हाथ साफ करते हुए वहां से ₹162000 की अंडरवियर और बनियान चोरी कर गए। पुलिस मे मामला दर्ज कर इन अजीबोग़रीब चोरों की जाँच। की है।


पुलिस ने सीसीटीवी कैमरा के मदद से चोरों की जांच शुरू की है। मिली जानकारी के अनुसार उधना के रोड नंबर 3 पर धरती नमकीन के सामने शिव प्लाजा अपार्टमेंट में फ्लैट नंबर 104 में रहने वाले कालूराम प्रजापति की अपार्टमेंट के नीचे ही सांवरिया होजयरी नाम की कपड़े की दुकान है। इसमें वह रेडीमेड गारमेंट अंडरवियर और बनियान आदि बेचते हैं।

लोकडाउन के कारण पिछले कई दिनों से कालूराम की दुकान बंद थी। ऐसे में चोरों ने मौके का लाभ उठाते हुए 16 से 17 मई के दौरान दुकान का शटर उठाकर उसमें से ₹162000 के अंडरवियर और बनियान के दो सौ बॉक्स चोरी कर फरार हो गए। इसमें कई ब्रांडेड कपड़े भी मौजूद थे।उल्लेखनीय है कि इस तरह की अंडरवियर बनियान की घटना सामने आते ही पुलिस भी आश्चर्य में है।

फिलहाल तो पुलिस ने अंडरवियर और बनियान चोरों के खिलाफ शिकायत दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है। आसपास रेडीमेड गारमेन्ट्स की अन्य दुकानें भी है लेकिन चोरों ने अंडरवियर और बनियाम की दुकान को ही क्यों निशाना बनाया यह अभी तक कोई नही समझ पा रहा।


पुलिस ने पिछले रिकॉर्ड के आधार पर कुछ संदेहास्पद लोगों से भी पूछताछ करना शुरू कर दी है।

लॉकडाउन में छोड़ें व्यसन, अपनाए यह उपचार ..

डेस्क
कोरोना के कारण देशभर में हज़ारों लोगों की जान जा चुकी है और लाखों लोग बेरोज़गार हो चुके हैं। कोरोना ने बहुत नुक़सान पहुँचाया है। कोरोना से बचने के लिए लोगों को अपने जीवन शैली बदलनी पड़ेगी। हालाँकि कोरोना में कई लोगों की आदतें सुधार भी है।स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि जिनको इतनी भी प्रकार का व्यसन हो उनके लिए व्यसन छोड़ने का यह सही समय है।


स्वास्थ मंत्रालय ने एक वीडियो बनाया है। इस वीडियो में कहा गया है कि तंबाकू, सिगरेट या पान-मसाला छोड़ने से शुरुआत में कुछ समस्याएं हो सकती हैं, जिनमें चिड़चिड़ापन, उनींदापन, धूम्रपान करने की तीव्र इच्छा और काम पर ध्यान न देना जैसे लक्षण शामिल हैं। लेकिन जल्द ही ये मुश्किलें कम होने लगेंगी और आप नशे की लत से मुक्त हो जाएंगे।

स्वास्थ्य मंत्रालय ने अपने ट्विटर हैंडल पर वीडियो साझा किया, जिसमें तंबाकू और मसालों को छोड़ने के तरीके बताए गए हैं, जैसे खुद को व्यस्त रखना, परिवार के साथ समय बिताना, बागवानी करना या किताब पढ़ना।

इस तरह छोड़ें व्यसन
स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा एक वीडियो जारी किया गया है|
वीडियो में कहा गया है कि तंबाकू और सिगरेट छोड़ने के लिए निकोटीन गम या निकोटीन पैच का इस्तेमाल किया जा सकता है, जिससे तंबाकू की लालसा कम हो सकती है। इसके अलावा कैंडी, टॉफी, इलायची आदि खाने से भी तंबाकू की लालसा को कम किया जा सकता है।


उल्लेखनीय है कि लोकडाउन के दौरान कई लोग पान गुटका आदि महंगी क़ीमत में ख़रीद कर अपना व्यसन पूरा कर रहे हैं ।गुजरात के सूरत शहर में तो पान मावा की चोरी की घटनाएँ भी दाम में आयी पुलिस ने चोरी आदि के मामले में कई लोगों के ख़िलाफ़ शिकायत भी दर्ज की है।

यूपी लौट रहे श्रमिकों के लिए बड़ी खबर, मिल सकती है नौकरी

डेस्क
यूपी जाने वाले श्रमिकों के लिए यह खबर राहत देने वाली है। क्योंकि यूपी की योगी सरकार ने लॉकडाउन में दूसरे राज्यों से अपने वतन लौट रहे यूपी के मजदूरों को रोजगार देने के लिए एक प्रोजेक्ट बना रही है।
मिली जानकारी के अनुसार देशभर में लॉकडाउन के कारण व्यापार धंधा बंद होने से अन्य राज्यों के श्रमिक लौटकर अपने अपने वतन जा रहे है। ऐसे में यूपी में भी लाखो श्रमिक वापिस जाने की संभावन है।योगी सरकार का लक्ष्य अन्य राज्यों से लौटे लाखों लोगों को रोजगार देना है।

उन्हें रेडीमेड गारमेंट्स, फूड प्रोसेसिंग, काउ बेस्ड प्रोडक्ट्स, फ्लोरिकल्चर, फ्लोरीकल्चर प्रोडक्ट्स जैसे सेक्टर्स में नौकरी दी जाएगी। राज्य सरकार ने इसके लिए एक मास्टर प्लान तैयार किया है।
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि इस संबंध में एक अधिसूचना जल्द ही जारी की जाएगी। अन्य राज्यों से लौटने वाले सभी श्रमिकों को उस क्षेत्र में पंजीकृत किया जा रहा है जिसमें वे काम कर रहे हैं। उन्हें इस क्षेत्र में नौकरी दी जाएगी।
शनिवार शाम तक 110 से अधिक ट्रेनों से लगभग 1.15 लाख से अधिक लोग यूपी लौट आए हैं। अन्य वापस लौट रहे हैं। अगले दो दिनों में अन्य 90 से अधिक आएंगी।
उल्लेखनीय है कि यूपी, बिहार आदि राज्यो के कई श्रमिक देशभर के सभी राज्यों में किसी न किसी क्षेत्र से जुड़े है। सूरत और महाराष्ट्र में लाखो उत्तर भारतीय कपड़ा उधोग में जुड़े है। इसी तरह अन्य राज्यों में भी उत्तर प्रदेश के श्रमिक है।
यदि योगी सरकार की योजना सफल होती है और तालाबंदी और कोरोना अवधि समाप्त होने के बाद श्रमिक अन्य राज्यों में नहीं लौटते हैं, तो अन्य राज्यों के लिए श्रमिकों की कमी होगी।

पगार नहीं दे सकते उधमी, कार्रवाई न हो- चैम्बर ऑफ कॉमर्स

सूरत

पश्चिमी महाराष्ट्र चैंबर ऑफ कॉमर्स, इंडस्ट्रीज, एग्रो एंड एजुकेशन (WESMEC) द्वारा बुधवार की शाम 4.45 बजे ‘ब्राइट फ्यूचर ऑफ इंडियन इकोनॉमी पोस्ट-कोविद -18’ पर एक वेबिनार का आयोजन किया गया।

भारत सरकार के वित्त और कॉर्पोरेट मामलों के राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर के साथ एक विशेष इंटरैक्टिव सत्र आयोजित किया गया। इस सत्र में फ़िक्की महाराष्ट्र स्टेट काउन्सिल की चेयर पर्सन सुलजा फिरोदिया-मोटवानी, फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड के एमडी और सीईओ मोतीलाल ओसवाल, क्रेडाई के नेशनल प्रेसिडेन्ट शांतिलाल कटारिया, महाराष्ट्र चैम्बर ऑफ कॉमर्स के प्रमुख संतोष मांडलेचा तथा अतिथि विशेष के तौर पर केतन देसाई उपस्थित थे।

मंत्री अनुराग ठाकुर ने अतिथियों को उद्योग के लिए सरकार द्वारा किए जा रहे विभिन्न प्रयासों के बारे में अवगत कराया और उनसे उद्योग विशिष्ट सुझावों का अनुरोध किया।
उद्योग के प्रतिनिधियों ने विभिन्न क्षेत्र से संबंधित मुद्दों पर मंत्री को जानकारी दी। दक्षिण गुजरात के चैंबर ऑफ कॉमर्स के प्रमुख केतन देसाई ने टेक्सटाइल, डायमंड, एक्वाकल्चर, कृषि, रसायन, रियल एस्टेट और एमएसएमई के सेक्टर में मदद के लिए गुहार लगाई।

  • वर्तमान में उद्योग की पूरी दुनिया लॉकडाउन, तरलता और श्रम के बुनियादी मुद्दों से ग्रस्त है।
  • उद्योगों को तीन-छह महीने के बजाय 31 मार्च, 2021 तक एक साल के लिए राहत दी जानी चाहिए।
  • एमएसएमई को बैंकों से कार्यशील पूंजीके ऋण की २५ प्रतिशत सीमा बढ़ाकर 100 प्रतिशत तक सरल ऋण दिया जाना चाहिए।
  • निजी बैंकों द्वारा RBI के नियमों का कड़ाई से पालन किया जाना चाहिए।
  • एमएसएमई और कपड़ा और हीरे के लिए वित्तीय सहायता पैकेज की घोषणा जल्द से जल्द की जानी चाहिए।
  • चूंकि सूरत के एमएसएमई उद्योगपति मजदूरी देने की स्थिति में नहीं हैं, इसलिए इस संबंध में कोई कानूनी कार्रवाई नहीं की जानी चाहिए।
  • व्यापारियों को 5 लाख रुपये से अधिक का आयकर रिफंड, जीएसटी रिफंड और टफ और अन्य सब्सिडी जो पहले मंजूर की गई हैं, उन्हें तुरंत जारी किया जाना चाहिए।
  • बुनकरों की रिफंड को लेकर सरकार द्वारा उच्चतम न्यायालय में दायर याचिका को वापस लेना। इससे व्यापारियों को काफी मदद मिलेगी।
  • लॉकडाउन के बाद लेबर वापस लाने के लिए स्पेशल ट्रेनें चलाई जाए, ताकि उद्योग फिर से पनप सकें।
  • कपड़ा और हीरा उद्योग के लिए उपभोक्ता नहीं। इसलिए, हीरा उद्योग के लिए बाजार खोजने के लिए सरकार द्वारा अभी से प्रयास किए जाने चाहिए।
  • कच्चे माल की समस्या को रोकने के लिए सरकार द्वारा उचित कदम उठाए जाने चाहिए।
  • एक वर्ष के लिए विभिन्न विभागों द्वारा बिना किसी कार्रवाई के उद्योगों के लिए छूट दी गई है।
  • चीन तथा अन्य देशों से आनेवाली कंपिनयों को सूरत और आसपास के क्षेत्रों मे प्राथमिकता दी जानी चाहिए। अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा, डीएमआईसी कॉरिडोर और बंदरगाह आदि जैसी बुनियादी सुविधाएं यहाँ अच्छी हैं।
  • उद्यमियों के साथ ही व्यापारियों के लिए बिल डिस्काउंटिंग प्लेटफॉर्म उपलब्ध कराना चाहिए।
  • डीलरों की दुर्दशा को कम करने के लिए बैंकों को चैनल फायनान्सिंग के लिए सरकार द्वारा आदेश दिया जाना चाहिए।
  • यदि अक्षय ऊर्जा के लिए लंबित सब्सिडी, बिजली जल्द से जल्द जारी की जाती है, तो छोटे व्यवसायों को राहत मिलेगी।
  • उद्योग के लिए बिजली की लागत को कम करने के उद्देश्य से नवीकरणीय ऊर्जा के कैप्टिव पावर प्लांटों पर सब्सिडी का प्रावधान करें
  • किसी भी प्रकार के मोर्गेज डीड पर एक वर्ष के लिए स्टैंप ड्यूटी की छूट।

दक्षिण गुजरात में विभिन्न उद्योगों पर चैंबर की प्रस्तुति पर टिप्पणी करते हुए, मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि प्रधान मंत्री भी स्वीकार करते हैं कि भारतीय अर्थव्यवस्था में सबसे बड़ा योगदान छोटे उद्योगों का है। MSME देश भर में १२ करोड़ लोगों को रोजगार प्रदान करते हैं। इसलिए, एमएसएमई क्षेत्र पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। हम रेड जोन के कारण उद्योग को होने वाली समस्याओं को दूर करने के लिए गृह मंत्रालय से बात करेंगे। हम उद्योगों को दी जाने वाली तीन या छह महीने की रियायतों को 31 मार्च, 2021 तक बढ़ाने पर भी विचार करेंगे।

मंत्री ने कहा कि बैंकिंग प्रणाली में दक्षता लाने के प्रयास किए जाएंगे। हम यह पता लगाने की कोशिश करेंगे कि उद्योगों को दिए जाने वाले ऋण रुपये तक की मुद्रा योजना से कैसे जोड़कर २५ लाख तक का लोन दिया जा सकता है है। इसपर विचार कर रहे है।सरकार अचल संपत्ति और निर्माण के लिए भी काम कर रही है। अन्य देशों की इकाइयाँ भारत आने का इंतज़ार कर रही हैं।लेकिन सरकार का पहला प्रयास स्थानीय इकाइयों को संरक्षित और मजबूत करना होगा।

चैंबर के वेबिनार के लिए चैंबर के अध्यक्ष केतन देसाई द्वारा मंत्री अनुराग ठाकुर को भी आमंत्रित किया गया था। आज के वेबिनार को पूरी तरह से Wesmec के अध्यक्ष ललित गांधी द्वारा प्रबंधित किया गया था।

चूक गए मौका

फोस्टा के महामंत्री चंपालाल बोथरा ने बताया कि कल चैम्बर को कोरोना के बाद सर्जित परिस्थितियों की जानकारी देकर संबंधित उधोग के लिए गुहार लगानी थी, कई चीजे तो कोरोना के पहले से है वह बाद में माँग लेते। इसके अलावा जो चीजे पहले से एक स्तर पर पहुँच चुकी है उसके बारे में फिर से गुहार लगाने की ज़रूरत नही थी। कल के वेबिनार में कपड़ा व्यापारियों के लिए कोई माँग नही की गई। चैम्बर यह मौक़ा चूक गया।

मुझे मेरी दूसरी पत्नी के पास जाना है, लॉकडाउन में फँसा युवक

सूरत
लॉकडाउन के दौरान घर से बाहर निकलनें की छूट नहीं है लेकिन इसके बावजूद लोग बाहर निकल रहे हैं और पकड़ाने पर अलग अलग कारण दे रहे हैं। पुलिस के ऐसे अनेक बहाने आते हैं, लेकिन रविवार की शाम पुलिस के सामने एक ऐसा विचित्र कारण आया की , पुलिस भी दंग रह गई ।


शहर के उधना क्षेत्र में पुलिस साउथ ज़ोन के नजदीक ड्यूटी पर थी उस दौरान वहाँ से टूव्हीलर बाइक पर निकले एक युवक को पुलिस ने रोका ।पुलिस ने युवक से लॉकडाउन के दौरान कहा जा रहे हो यह पूछा पहले तो और युवक कुछ नहीं बताया, जब पुलिस ने युवक से ज़बरदस्ती की तो उसने कहा कि उसकी दो बीवियां है एक बीवी उधना क्षेत्र में रहती है और दूसरी अडाजन में । दोनों को संभालने के लिए बारी बारी से उसे दोनों जगह रहना पड़ता है ।अभी तक वह उधना में था लेकिन, दूसरी बीबी का फ़ोन आ रहा है ।इसलिए उसे उसके पास जाना होगा यह सुनकर पुलिस भी आश्चर्यचकित हो गयी ।

पहले तो पुलिस भी नही समझ पाई कि उसे क्या जवाब दिया जाए ।बाद में पुलिस ने उसे यह समझाया कि लॉकडाउन के दौरान एक बीबी के पास समय बीता लो ।बाद में दूसरी बीबी के पास चले जाना ।एक घंटे तक समझाने के बाद युवक वापस लौट गया ।


उल्लेखनीय है कि कोई खुद बीमारी का बहाना बताकर तो कोई मम्मी पापा की तबियत ख़राब होने का बहाना बनाकर लॉकडाउन में बाहर निकलने की कोशिश करते है। ऐसे में दो बीवियों का बहाना बनाने की घटना कल पहली बार पुलिस के सामने आयी थी यह जानकर पुलिस भी दंग रह गई।

देश में कोरोना संक्रमितों की संख्या 17500 के क़रीब पहुंची
केंद्र सरकार की ओर से कोरेना की रोकथाम के लिए सभी इंतजाम किए जा रहे हैं ।इसके बावजूद को रोना तेजी से बढ़ रहा है ।सोमवार तक देश में कोरोना की संख्या 17500 के करीब पहुंच गई। इनमें से पाँच सौ पच्चीस से अधिक की मौत हो गई।
कोरोना के मरीज़ों की संख्या बीते एक सप्ताह से कई राज्यों में बढ़ी है। गुजरात से 105 पश्चिम बंगाल से 30 और उत्तर प्रदेश से सोमवार को 15 मरीज दर्ज हुए ।देश में कोरोना के कारण मरीजों के साथ मृतकों की संख्या में भी तेजी से बढ़ोतरी हो रही है ।आपको बता दें कि कोरोना के कारण अब तक सबसे अधिक मरीज 19 अप्रैल को दर्ज हुए हैं जिनकी संख्या सोलह सौ के करीब थी ।
अब तक महाराष्ट्र में कोरोना के कारण सबसे अधिक मरीज 4150 से अधिक दर्ज हुए हैं , जिनमें से 200 से अधिक की मौत हो गई इसके बाद दूसरे नंबर पर दिल्ली यहां की लगभग 2000 मरीज हुए 45 लोगों की मौत हो गई ।तमिलनाडु में 1477 दर्ज हुए इनमें से 15 की मौत हो गई

लॉकडाउन में यह करें-आदर्श नागरिक का धर्म निभांए!!

सूरत

देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी में 14 अप्रेल को लॉकडाउन आगे बढ़ाते हुए ३ मई तक कर दिया है। ऐसे में हम सभी नागरिको से इस लॉकडाउन में ये अपेक्षित है कि ,हमअपने अपने घरो में रहें और सिवाय जरुरत की वस्तुए खरीदने या दवा ख़रीदने के घर अलावा घर से बाहर न निकले।

मनुष्य एक सामाजिक प्राणी है। अतःइस लॉकडाउन में समाज से दूर घरो में बंद रहकर समय गुजारना आसान कार्य नहीं है। इस अवधि को सुखपूर्वक गुजारने के लिए हमें अपनी दिनचर्या के कई पहलुओं पर ध्यान देना होगा।जीवन में किसी भी बड़ी समस्या का समाधान हम तभी कर सकते हैं ,जब हम उससे लड़ने के लिए शारीरिक, मानसिक, आर्थिक और आध्यात्मिकया धार्मिक रूप से तैयार हो। इस लॉकडाउन की अवधि में हमें इन सब परविशेष ध्यान देना होगा।

सेहत का रखें ख़्यालकसरत या योग करें

 सामान्य दिनों में हम अपने रोजमर्राके काम से बाहर जाते हैं ,चाहे वो ऑफिस हो, स्कूल या कॉलेज हो या बाज़ार हो। शॉपिंग मॉल हो या पार्क हो ।रोजाना बहार जाने सेहमारे शरीर में दिन भर खाए गए भोजन की कैलोरी का उपयोग तो होता ही है। साथ ही साथ मन प्रसन्न भी रहता है ,परन्तु लॉकडाउन के समय हम सब अपने अपने घरो में बंद हैं और कोई शारीरिक कार्यनहीं कर पा रहे हैं। इस समय हम शारीरिक रूप से चुस्तदुरुस्त रहना अत्यंत आवश्यक है। चाहे आप किसी भी आयु के हो शारीरिक चुस्ती इस समय सबसे ज्यादा जरुरी है। इसलिए घर पर ही योग, प्राणायाम जरूर करें।

यूट्यूब और इंटरनेट से कई ऑनलाइन वीडियो उपलबध है। घर बैठे खुद को फिट रखने के लिए जरुरी कसरते दिखाई गई हैं ।जो मन को पसंद हो वह करें लेकिन कुछ करना चाहिए। क्योंकि स्वस्थ्य शरीर में ही स्वस्थ दिमाग रहता है ।जिसके जरिये इस समय हमअपने परिवार के साथ मिलकर इस महामारी से लड़ सकते हैं।, वृद्ध डायबिटिक लोगो को विशेष ध्यान देना पड़ेगा स्वस्थ पर।

आर्थिक रूप से तैयार रहे

आर्थिक तैयारी का तात्पर्य है, घर मेंजरुरत की सामग्री का होना न कि ,अत्यधिक सामान का संग्रह करना। प्रशासन बहुत ही मुश्किल से हमारी रोजमर्रा की जरुरत केलिए दूध, फल,सब्जी इत्यादि उपलबध करा पा रहा है ।इसलिए एक ज़िम्मेदार नागरिक की तरह हम जितना जररत हो उतना ही ख़रीदे और अनावश्यक संग्रह न करे और कोशिश करे एक सादा जीवन जीने की।

सादा जीवन जीने का करें प्रयास

इस लॉकडाउन  की अवधि में एक सादा जीवन जीने की कोशिश करें ।न कि, विलासितापूर्ण जीवन जिए। एक समय कोशिश करे छोले चना या राजमा बनाये और एक समय सब्जी इत्यादि इससे सब्जी,फलइत्यादि की अत्यधिक मांग नहीं बढ़ेगी और उनके दाम नियंत्रित रहेगा। हर वर्ग अपनी ज़रूरी चीजें खरीद सकेगा।इस समय घर में काम करने वाले नौकर आदि का ख्याल रखे, भलेही वो लॉकडाउन के कारण काम पर न आ रहे हो परन्तु इस संकट की घड़ी में हमें उनका भी ख्याल रखना चाहिए ।

मानसिक रूप से तैयार रहें

बहुत पुरानी कहावत है की मन के हारेहार है ,मन के जीते जीत ।इस लॉकडाउन में मानसिक रूप से मजबूत होना बहुत जरुरी है। यहाँ पर परिवार के व्यस्कों पर अतिरिक्त ज़िम्मेदारी है कि वह घर के बच्चो और वृद्धो का विशेष ध्यान रखें।

बच्चों के साथ बिताएँ समय

बच्चो के साथ खूब समय बिताये, उनके साथ खेले क्योकि इन मासूमों के झूले चीन गए हैं ।पार्क में खेलना छीन गया है।  स्कूल जाना छिन रहा है ।अतः घर के बड़ो की ये जिम्मेदारी है , कि इनके साथ

पूरा परिवार एक साथ लूडो कैरम,ताश या अंताक्षरी खेले बड़े बच्चे सब साथ में खेले और खाये, बच्चो के साथ क्राफ्ट बनाये ।इसके बारे में यूट्यूब पर कई सारे वीडियो उपलब्ध हैं।
घर के बड़े अपना समय नेटफ्लिक्स या हॉटस्टार पर अकेले पिक्चर देखकर भी गुजार सकते हैं लेकिन ऐसा न करें,अगर पिक्चर देखना है तो ,पुरे परिवार के साथ मिलकर देखे क्योकि कोरोना के खिलाफ सबको साथ मिलकर लड़ना है| ऐसे समय में पुस्तके बहुत उपयोगी होती है, अपनी रूचि के अनुसार पुस्तके पढ़े, साहित्य पढ़े|

अपनी पसंद के अनुसार पुस्तक , साहित्य पढ़े

 इन दिनों दूरदर्शन पर रामायण , महाभारत, चाणक्य आदि धारावाहिक का पुनः प्रसारण हो रहा है ।कोशिश करें कि पुरे परिवार के साथ एक साथ बैठ कर देखें । बच्चे बूढ़े सब एक साथ देखे और इस पर चर्चा करे, ये एकसुनहरा अवसर है ,जिसमे आप बच्चो में धार्मिक और नैतिक भावना का विकास कर सकते हैं ,सो ऐसा जरूर करें।अगर आप किसी गुरु या विशेष विचारधारा को मानते है तो परिवारके साथ उनकी शिक्षाओं को पढ़े या सुने, किसी भी प्रकार के नकारात्मक सोच के व्यक्तियों से बचे ।इस समय हमें सकारात्मक सोच के साथ एक एक दिन व्यतीत करना है।

इस बात का हमेशा ख्याल रखे कि यह आप की अकेले की लड़ाई नहीं है ।इसे हम सबको मिलकर लड़ना है। हमें परिवार, मोहल्ला, तालुका, जिला,राज्य  और देश स्तर पर मिलकर ही लड़ना है। साथ मिलकर एक जुटताके साथ ही हम इस लॉकडाउन  का पालन कर सकते हैं और इस महामारीसे लड़ सकते हैं ।

विचार—मयंक पांडेय – संयुक्त आयकर आयुक्त सूरत

लिंबायत में पुलिस और लोग आमने-सामने

सूरत
देशभर में लॉकडाउन के दौरान पुलिस की ओर से लोगों को समूह में नहीं बैठने और नहीं घूमने की सूचना होने के बावजूद लिंबायत के कमरू नगर में कुछ लोग समूह बनाकर बैठे थे ।उन्हें हटाने के समय पुलिस और लोगों के बीच अनबन हो गई ।देखते देखते वहां पर लोगों क्या समूह इकट्ठा हो गए।इससे अतिरिक्त पुलिस बल मंगाकर परिस्थिति पर काबू पाया गया ।पुलिस ने 50 से अधिक लोगों के समूह के खिलाफ अपराध दर्ज कर 30 से अधिक लोगों के खिलाफ धरपकड़ की है ।
मिली जानकारी के अनुसार लॉकडाउन के दौरान लोगों से अपील की गई है, कि वह घरों में रहे यदि जरूरी नहीं हो तो बाहर नहीं निकले और प्रशासन को व्यवस्था बनाए रखने में मदद करें,लेकिन इसके बावजूद कई क्षेत्रों में लॉक डाउन के नियमों का सरेआम उल्लंघन कर रहे हैं ।राज्य के डीजीपी की सूचना के बावजूद लोगों में लोकडाउन का नियम पालने की कोई पहल नहीं दिख रही ।
शहर पुलिस की ओर से बार-बार सूचना दी जा रही है और कई लोगों के खिलाफ कार्यवाही भी की गई है ।फिर भी लोकडाउन के नियमों का कुछ लोग कर रहे हैं क्षेत्र में आज शाम कुछ लोग घूम रहे थे और कुछ टोली बनाकर बैठे थे ।उन्हें हटाते समय पुलिस और उनके बीच अनबन हो गई ।देखते देखते वहां बड़ी संख्या में लोग इकट्ठा हो गए और पुलिस को मामला बिचकता हुआ दिखा ।
पुलिस ने अतिरिक्त पुलिस बल बुला कर इकट्ठे लोगों को दूर किया और 50 लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है ।बताया जा रहा है कि इस मामले में 30 लोगों की धरपकड़ भी की गई है ।

आपको बता दें कि शहर पुलिस ने पहले भी प्रशासन का साथ देने की अपील की है और साथ नहीं देने पर सजा की भी चेतावनी दी है ।इसके बावजूद कई लोग नियमों को ताक पर रख रहे हैं

लॉक डाउन के दौरान चमड़ी के मरीजों के लिए निशुल्क टेलीडरमेटोलॉजी सेवा

सूरत

लॉक डाउन के दौरान भले लोग घरों में है, व्यापार, व्यवसाय बंद है। फिर भी लोग किसी न किसी तरह लोगों की मदद करने का प्रयास कर रहे है। इस दौरान डर्मोटिलोजिस्ट डॉ. जगदीश सखिया ने भी चमड़ी की बीमारी के मरीजों के लिए निशुल्क टेलीडरमेटोलॉजी सेवा शुरू की है। वीडियो कंसल्टिंग के साथ ही वह मरीज को जरूरी मार्गदर्शन और दवाइयां लिखकर दे रहे है। डॉ. जगदीश सखियां ने बताया कि हर महीने करीब नए एक लाख चमड़ी की बीमारी से पीड़ित मरीज आते है। फिलहाल लॉक डाउन के कारण चमड़ी की बीमारी का उपचार करने वाले ज्यादातर क्लीनिक बंद है, ऐसे में मरीजों को मुश्किल ना हो और समय पर उन्हें उपचार मिले इसलिए सखिया स्किन क्लीनिक की ओर से निशुल्क सेवा शुरू की गई है। लॉक डाउन के दौरान चमड़ी की बीमारी से पीड़ित कोई भी मरीज संपर्क नंबर पर संपर्क करेगा उसकी बीमारी का निदान कर जरूरी मार्गदर्शन और दवाइयां लिखकर दी जाएगी। निशुल्क मार्गदर्शन के लिए इस टोल फ्री नम्बर पर संपर्क करे 1800120070000

सूरत में एक क्लिक पर घर बैठे मिलती है सब्ज़ी

लॉकडाउन में सूरत की APMC मार्केट को एक ही दिन में छ सौ ऑर्डर मिले
सूरत
लॉकडाउन के कारण शहरीजनों का बाहर आना जाना बंद हो गया है। ऐसे में बाहर निकलने से बचने के लिए और पुलिस के साथ बात -विवाद न हो इसके लिए लोगों ने ऑनलाइन ख़रीद को विकल्प को अपनाया है ।सूरत के एग्रीकल्चर प्रोडक्ट मार्केटिंग कमेटी को एक ही दिन में फल और साग भाजी के छः सौ ऑर्डर मिले हैं
बताया जा रहा है कि शहर के सभी क्षेत्रों से लोगों ने फलों और साग भाजी के लिए ऑर्डर बुक कराए। धीमे धीमे लोगों में ऑनलाइन ख़रीदी के लिए जागृति आ रही है इसके चलते भी ख़रीदी बढ़ी है ।APMC के प्रमुख रमन जानी और वाइस प्रमुख संदीप देसाई का कहना है कि लोगों को समय पर और अच्छे से डिलीवरी मिलें ये हमारा प्रयास रहता है ।यदि लोग एक साथ मिलकर पूरी सोसायटी का ऑर्डर देंगे तो यह हमारे लिए सुविधा रहेगी ।उन्होंने बताया कि सूरत और तापी ज़िले में से प्रथम तीन दिनों में चार लाख रूपए के १३०० ऑर्डर मिले हैं। अभी लॉकडाउन में १९ दिन और हैं तब हमारा प्रयास और बेहतर सेवा देने का है।