कोरोना के दिनों में लॉकडाउन दौरान गांव चले गए श्रमिकों को वापस लाने की उद्यमियों और प्रशासन की ओर से तडामार तैयारियां चल रही हैं। यहां से भूखे प्यासे चले गए गांव श्रमिकों के लिए कोई लग्जरी बस भेज रहा है तो कोई विमान की टिकट है भेज रहा है।
हाल में ही रेलवे प्रशासन की ओर से उड़ीसा से श्रमिकों को लाने के लिए विशेष ट्रेन की व्यवस्था की गई है। धीरे-धीरे परिस्थितियां सामान्य होने के कारण अन्य राज्यों से श्रमिक सूरत लौटने लगे हैं। चेंबर ऑफ कॉमर्स की ओर से अन्य राज्यों से सूरत में लौटने वाले श्रमिकों के लिए तीन दिवसीय स्वागत कार्यक्रम का आयोजन किया गया सूरत से मुजफ्फरपुर से सूरत आने वाले श्रमिकों को श्रमिक स्वागत सुरक्षा कार्यक्रम के अंतर्गत मंगलवार को सेनीटाइजर और मास्क देकर स्वागत किया गया।
सूरत रेलवे स्टेशन पर आयोजित इस कार्यक्रम में सूरत महानगर पालिका के कमिश्नर निधि पानी मुख्य मेहमान के तौर पर उपस्थित रहे। उन्होंने श्रमिकों को मास्क और सेनेटाइज बाँटे। इस अवसर पर मैया जगदीश पटेल भी उपस्थित रहे इसके अलावा चेंबर ऑफ कॉमर्स के प्रमुख दिनेश नावडिया और मैनेजिंग कमिटी के कई सदस्य उपस्थित रहे।आपको बता दें कि लॉकडाउन के दौरान लाखों की संख्या में श्रमिक अपने गांव लौट गए थे।
जोकि धीरे-धीरे अब कोरोनावायरस की परिस्थिति पहले से सामान्य होने के कारण लौट रहे है। आनेवाले दिनों में बड़ी संख्या में श्रमिकों के लौटने की उम्मीद है। कुछ दिनों में दिवाली के कारण उद्यमी चाहते हैं कि श्रमिक जल्दी लोट आए इसलिए वह श्रमिकों को टिकिट का रूपए भी भेज रहे है।