सूरत शहर में गुरुवार की देर शाम शहर की मेयर ने घोषणा की थी कि भाजपा प्रदेश प्रमुख ने और मनपा और पुलिस कमिश्नर के साथ मिलकर दंड नहीं लेने, लेकिन मास्क पहनने की नीति बनाई है। जिसके चलते शुक्रवार से लोगों से मास्क नहीं करने पर दंड नहीं वसूला जाएगा।

इस घोषणा के बाद असमंजसकारक परिस्थिति खड़ी हो गई है। मास्क नहीं पहनने वालों से दंड लेने का आदेश तो कोर्ट ने दिया है। इसलिए मेयर की घोषणा के प्रशासनिक अव्यवस्था उत्पन्न हुई थी।इसे ध्यान में रखते हुए शुक्रवार को पुलिस कमिश्नर ने मास्क नहीं पहनने पर दंड किया जाएगा ऐसी घोषणा की है।

मेयर की घोषणा के बाद से ही विवाद शुरू हो गया था क्योंकि यदि मास्क नहीं पहनने वालों से दंड नहीं लिया जाएगा तो यह कोर्ट के ख़िलाफ़ माना जाएगा। विवाद अधिक पहले ही पालिका कमिश्नर ने सबेरे कहा था कि पहली बार मास्क नहीं पहनने पर समझाया जाएगा। दूसरी बार दंड वसूला जाएगा।

इसके पहली बार और दूसरी बार का नियम भी कोर्ट के नियम के अनुसार माफ़िक़ नहीं आ रहा था। तमाम असमंजसता को दूर करते हुए पुलिस कमिश्नर ने कह दिया है कि मास्क नहीं पहना होगा तो दंड वसूल किया जाएगा।इसलिए लोगों को इस भ्रम में नहीं रहना चाहिए कि उन्हें मास्क नहीं पड़ने पर पैनल्टी मिलेगी।


मनपा प्रशासन ने अब कोरोना की गाइडलाइन का पालन नहीं करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई शुरू की है। मनपा ने मास्क न पहनने वाले 271 लोगों से आज 2,71,000 रुपये का दंड सूरत महानगरपालिका द्वारा वसूला गया। मनपा का कहना है दंड वसूलने का मुख्य हेतु लोगों को कोरोना की गंभीर परिस्थिति के चलते कोरोना वायरस से लोग स्वयं बचे और अपने परिवार तथा शहर को भी कोरोना वायरस से सुरक्षित रखे।

शहर में दिनप्रतिदिन बढ रहा कोरोना संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए महानगरपालिका को साथ सहयोग दे। मास्क न पहनने पर महानगरापालिका 1000 रुपेय का दंड वसूलेगी और जरूरत पड़ने पर शिक्षात्मक कार्यवाही करते हुए एकेडेमिक एक्ट के तहत पुलिस शिकायत भी करेगी।


रविवार को शहर के अठवा जोन में 115, रांदेर जोन में 57, कतारगाम जोन में 38, वराछा ए जोन में 30, वराछा बी जोन में 31, उधना जोन में 42सेन्ट्रल जोन 41 में मरीज दर्ज हुए। कोरोना का संक्रमण तेजी से शहर में बढ़ रहा हैं। दक्षिण गुजरात की बात करें तो चौर्यासी में 28,ओलपाड में08, कामरेज में 22, पलसाणा में 09, बारडोली में 16,महुवा में 02, मांडवी में 9 और मांगरोल में 11 मामले दर्ज हुए है। सूरत शहर में रविवार को दो लोगों की मौत हो गई। 293 लोगों को डिस्चार्ज किया गया।


ग्राम्य क्षेत्र में 13 को डिस्चार्ज किया गया। अब तक कुल आंकडो की बात करें तो सूरत शहर में 44753 केस दर्ज हुए हैं। इनमें से 860 लोगों की मौत हो चुकी है और 42247 लोगो की मौत हो चुकी है। जबकि दक्षिण गुजरात ग्राम्य में 13827 केस दर्ज हुए है। इनमें से 287 लोगों की मौत हो चुकी है और 12967 लोगों को डिस्चार्ज किया गया।


कोरोना मरीजों के लक्षण लगातार बदल रहे है। चेस्ट स्पेशलिस्ट डॉक्टर समीर धामी ने मीडिया को बताया कि नए कोरोना के मरीजो में लक्ष्ण बदले हैं। मरीज शरीर में दर्द होने की शिकायत से दाखिल हो रहे हैं। उन्हें बुखार भी सामान्य रहता है। कइयों को सांस की तकलीफ भी हो रही है। लोगों को सावधान रखने की जरूरत हैं।

SMC द्वारा जारी COVID-19 की नई गाइड लाइन को लेकर कपड़ा मार्केट प्रबंधन में नाराज़गी और घबराहट का माहौल है। इस बारे में साउथ गुजरात टैक्सटाइल ट्रेडर्स एसोसिएशन ने मनपा कमिश्नर को ज्ञापन देकर गाइडलाइन बदले की माँग की है।


COVID-19 की नई गाइड लाइन में SMC द्वारा यह मांग की गई है कि मास्क नहीं पहनने का जुर्माना लोगों से मार्केट प्रबंधन वसूल करके SMC में जमा करावें जो कि बिल्कुल अव्यावहारिक है। साथ ही खरीददारी के लिए बाहर से आए हुए ग्राहकों की पूरी विगत कौन, कब, कहां से, कितने दिनों के लिए आ रहे हैं।

साथ ही मार्केट में आने वाले प्रत्येक व्यापारी,कर्मचारी, हमाल,ग्रे - फिनिश लाने ले जाने वाले हरेक व्यक्ति का ब्यौरा एक रजिस्टर में दर्ज करके रोजाना SMC द्वारा जारी फॉर्म में पूरी तरह भर कर SMC में जमा करावें और यदि इसमें किसी भी प्रकार की त्रुटि होती है तो पूरी की पूरी जिम्मेवारी मार्केट प्रबंधन की रहेगी।

एसोसिएशन ने बताया है कि मार्केट प्रबंधन मार्केट को सुचारू रूप से चलाने के लिए एक सहयोगी की भूमिका में रहता है और SMC के सहयोग हेतु पहले से ही हैन्ड सैनिटाइज, टेम्परेचर चेकिंग, सोशल डिस्टेंसिंग आदि का पालन सुचारू रूप से करते हुए अपने कर्तव्य का निर्वहन कर रहा है।

अब इस नयी जिम्मेदारी को निभाने में मार्केट प्रबंधन खुद को असमर्थ पा रहा है।अत: इस मामले को अपने संज्ञान में लेकर आवश्यक कार्यवाही करने की माँग की है।


उल्लेखनीय है कि अब तक मनपा की ओर से कपड़ा मार्केट में गाइडलाइन के पालन के नाम पर कई बार मार्कट में मनमानी ढंग से कार्रवाई करने के आरोप भी लगे हैं। जब व्यापारियों ने इसका विरोध किया तो मनपा ने यह ज़िम्मेदारी व्यापारियों पर ही डाल दी ऐसा भी कपड़ा व्यापारी बता रहे है।

शहर में जिस तरह से कोरोना बढ रहा है उसे देखते हु मनपा ने कड़े कदम उठाने की शुरूआत कर दी है। अब से मनपा ने मास्क नहीं पहनने वालों से दो सौ रूपए के स्थान पर पाँच सौ रुपए दंड के तौर पर वसूल करेगी। जो लोग गले में टांगकर मास्क रखते है उनसे भी दंड वसूला जाएगा।

अहमदाबाद की तरह अब सूरत में भी दंड की राशि बढ़ा दी गई है। बताया जा रहा है कि सूरत में जिस तरह से कोरोना के मरीज बढ रहे है उसे देखते हुए मनपा ने यह कदम उठाया है। सूरत महानगर पालिका की ओर से कोरोना के कारण सोशल डिस्टैंस का पालन नहीं करने वालों और मास्क नहीं पहनने वालों के ख़िलाफ़ पहले से कार्रवाई की जा रही हैं। अब शहर के कई क्षेत्रों में कोरोना के मरीज तेज़ी से बढ रहे है ऐसे में मनपा ने यह कार्रवाई और तेज कर दी है।


शहर में मनपा प्रशासन की ओर से बार-बार लोगों से नियम का पालन करने आग्रह किए जाने के बाद भी लोग नियमों की अवमानना कर रहे है। मनपा के साथ पुलिस विभाग ने भी अब मास्क नहीं पहनने वालों के ख़िलाफ़ कार्रवाई शुरू की है।


बताया जा रहा है कि मनपा विभाग के साथ पुलिस विभाग ने जब से मास्क नहीं पहनने वालों के ख़िलाफ़ कार्रवाई शुरू की है तब से थोड़ा असर दिखने लगा है लेकिन अभी भी लोग लापरवाही बरत रहे है। कई लोग तो मालिक नहीं पहनने की ज़िद पर पुलिस से भी उलझ जाते है।

सूरत में कोरोना के मरीजो का तेजी से बढने का सिलसिला जारी है। सूरत में कोरोना की बात करें तो बुधवार को कुल 255 मरीज दर्ज हुए। इसमें सूरत सिटी के 173 हैं और जिले के 82 हैं। अब तक कोरोना के कारण शहर में कुल शहर में 7713 और जिले में 11492 केस दर्ज हुए हैं। कुल मिलाकर शहर और जिले में कोरोना संक्रमितो की संख्या 9205 पर पहुंच गई है।

आज कुल 12 लोगों की मौत के साथ कुल 387 लोगों की जान जा चुकी है। इसके अलावा शहर और जिले में 207 लोगों को डिस्चार्ज किया गया। अब तक कुल 5690 लोगों को डिस्चार्ज किया जा चुका है।

बताया जा रहा है कि सूरत में जिस तरह से कोरोना के मरीज बढ रहे हैं इसके कारण प्रशासन को और मेडिकल व्यवस्था का इंतजाम करना पड सकता है। मनपा की सहारा दरवाजा स्थित मेडिकल कॉलेज और सिविल होस्पिटल में रोज बड़ी संख्या में मरीज औ रहे है। इसके अलावा कई निजी अस्पतालों में तो बैड फूल हो गए है। शहर के स्मशान गृहो में भी मृतदेह की अंतिमविधी के लिए घंटो भर इंतजार करना पड़ रहा है।


मनपा कमिश्नर ने वराछा, सरथाणा, पूणा, पूणा गाम, योगीचौक, कारगील चौक, बॉम्बे मार्केट, सिंगणपोर, अमरोली, छापरा, भाठा. डभोली. पाल, अडाजण. पालनपोर, सलाबतपुरा, भाग, चौक बाजार, सोनी फलिया, सैयदपुरा, गोपीपुरा, नानपुरा, डिंडोली, उधना, पांडेसरा, भटार और अन्य क्षेत्रों में तेजी से कोरोना फैल रहा है। इन क्षेत्र के लोग कारण बिना बाहर नहीं निकलने और घरो में ही रहे वह उनके लिए हितावह है।


उल्लेखनीय है कि गुजरात में पहले अहमदाबाद शहर कोरोना को होटस्पोट माना जा रहा था। अब से सूरत में प्रतिदिन 200 से अधिक केस आने के कारण सूरत को कोरोना का हॉटस्पाट बताया जा रहा है।


सूरत
सूरत महानगर पालिका कमिश्नर ने रविवार को लोगों से मास्क पहनने की अपील की। उन्होंने कहा कि लोगों को मास्क जरूर पहनना चाहिए। क्योंकि मास्क पहनने से कोरोना संक्रमण का भय घट जाता है। 
मनपा कमिश्नर बंछानिधि पाणी ने बताया कि किसी को कोरोना हो तो वह 11 दिनों तक अन्य लोगों को कोरोना का चेप लगा सकता है। यदि किसी को कोरोना हो और वह मास्क नहीं पहने तो उससे अन्य लोगों को कोरोना का चेप लगने की संभावना 70 प्रतिशत है। जबकि यदि कोरोना संक्रमित और उसके पास जाने वाले दोनो ने ही मास्क पहन रखा हो तो सिर्फ डेढ प्रतिशत कोरोना लगने की संभावना रहती है। कमिश्नर ने बताया कि सूरत में रविवार को कोरोना के 34 नए मामले सामने आए।
अब तक सूरत में कुल कोरोना के संक्रमितो की संख्या 1279 पर पहुंची है। आज कौशल्या राणा नाम कि महिला की मौत हो गई। उन्हें पहले से डायबिटिज और अन्य सम्स्याएं भी थी। अब तक कुल 891 उपचार के बाद लोगों को घर भेजा जा चुका है। 60 लोगों की मौत हो चुकी है। बाकी का उपचार चल रहा है।

16.84 लाख करदाताओं को आयकर ने दिया 26,242 करोड़ रिफंड,

आयकर विभाग ने कोरोना के समय में रिफंड देकर लोगों की दिक्कत कम कर दी है। इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने अब तक 16.84 लाख करदाताओं को 26,424 करोड़ रुपए के टैक्स रिफंड जारी किए हैं। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार कोरोना के समय में लोगो को रुपए के लिए मुसीबत हो रही है यह देखते हुए वित्त मंत्री ने इनकम टैक्स डिपार्टमेंट को रिफंड जारी करने का आदेश दिया था।

मिली जानकारी के अनुसार सेन्ट्रल बोर्ड ऑफ डायरेक्ट टैक्स ने वर्तमान वित्तीय वर्ष 2020-21 में 1 अप्रैल से 21 मई, तक 16,84,298 करदाताओं को 26,242 करोड़ रुपए के टैक्स रिफंड जारी कर दिए हैं। इस अवधि के दौरान रिफंड के रूप में 15,81,906 करदाताओं को 14,632 करोड़ रुपए तथा कॉरपोरेट कर रिफंड के रूप में 1,02,392 करदाताओं को 11,610 करोड़ रुपए दिए। देश भर में कोरोना की परिस्थित गंभीर होने से कई बड़े कोर्पोरेट सेक्टर और औधोगिक गृहों की हालत लगातार खराब होते जा रही है। वह सरकार से बड़े पैकेज की मांग कर रहे हैं। कुछ औधोगिक इकाइयों ने तो सरकार से सब्सिडी की मांग भी की है। कइयों ने जीएसटी में छूट देने के लिए गुहार लगाई है। जहां बड़े कोर्पोरेट की हालत खराब है वहीं छोटे औदोगिक इकाइया भी परेशान है। इसके चलते कोर्पोरेट करदाताओं को भी रिंफड जल्दी करने की व्यवस्था की गई

16 मई को समाप्त पिछले सप्ताह के दौरान 37,531 आयकरदाताओं को 2,050.61 करोड़ रुपये का रिफंड जारी किया था. इसी तरह कॉरपोरेट करदाताओं को 867.62 करोड़ रुपये का रिफंड जारी किया गया. वहीं 21 मई को समाप्त सप्ताह यानी 17 मई से 21 मई के दौरान 1,22,764 आयकरदाताओं को 2,672.97 करोड़ रुपये का रिफंड जारी किया गया. वहीं 33,774 कॉरपोरेट करदाताओं को 6,714.34 करोड़ रुपये का रिफंड जारी किया गया। यदि आप को अभी भी रिफंड नही मिला हो तो आयकर की वेबसाइट पर पैनकार्ड नंबर डालकर जाँच कर सकते है।

उल्लेखनीय है कि सेन्ट्रल बोर्ड ऑफ डायरेक्ट टैक्स ने हाल में ही करदाताओ को बिन जरूरी परेशान नहीं होना प़ड़े इसलिए सीबीडीटी से पूछे बिना कोई भी नोटिस जारी करने से मना किया है।