मनपा संचालित स्मीमेर हॉस्पिटल ने प्लाज्मा डोनेट के मामले में रिकॉर्ड दर्ज कराया है। गुजरात में सबसे अधिक प्लाजमा डोनेशन स्मीमेर हॉस्पिटल में किया गया है। स्मीमेर होस्पिटल के प्लाज्मा बैंक में 5 जुलाई से प्लाजमा डोनेशन शुरू किया गया है।
अब तक यहाँ 500 मरीजों ने प्लाज्मा डोनेट किया है। पूरे राज्य में यह सबसे अधिक है।प्लाज्मा डोनेट के पहले कई टेस्ट कराने पड़ते हैंं जिसमें कि एंटीबॉडी, एचआईवी,एचसीवी, सिफीलिस सहित कई टेस्ट मरीज को करवाने पड़ते हैं।
आपको बता देंगे दान पुण्य में आगे रहने वाले सूरत के लोगों ने भी प्लाज्मा डोनेट करने में उत्साह दिखाया है। सूरत में कोरोना होने के बाद ठीक हुए लोगों ने बड़ी संख्या में प्लाज्मा डोनेट किया है। कई लोगों ने तो 2 से भी अधिक बार प्लाज्मा डोनेट कर चुके हैं। एक डॉक्टर ने तो निश्चित अंतराल के बाद प्लाज्मा डोनेट करने का तय किया है।
प्लाजमा थेरेपी से सूरत में अब तक दो सौ से अधिक लोग ठीक हो चुके है। प्लाजमा थैरेपी को कोरोना में कारगर माना जाता है। सूरत के सिवाय देश में कई स्थानों पर प्लाजमा थैरेपी से उपचार किया जा रहा है। बीते दिनों प्रशासन की ओर से भी कोरोना से ठीक हुए लोगों से प्लाजमा डोनेट करने की अपील की है।
इसी तरह यूनिक जेम्स कंपनी के 41 श्रमिकों ने कोरोनावायरस से ठीक होने के बाद प्लाज्मा डोनेट करने के लिए सरकार की गाइड लाइन के अनुसार कोरोनावायरस उसकी एंटीबॉडी टेस्ट की जाती है यदि उसके शरीर में विशेष प्रकार की बॉडी बने हो तो वह प्लाज्मा दे सकता है।