पीएमओ ने दिए थे आईोटीसी घोटाला मामले मे सुफियान के अकाउंट की जांच के आदेश?

डायरेक्टरेट जनरल आफ गुड्स एंड सर्विस टैक्स डिपार्टमेंट में बुधवार को भागातलाव क्षेत्र में से 30 करोड रुपए से अधिक के जीएसटी के घोटाल में एक सुफियान नाम के शख्स को गिरफ्तार किया था। इस मामले में डीजीजीआई ने गुरूवार को उसे कोर्ट पेश किया था। जिसे की जुडिशल कस्टडी में भेज दिया गया है।

मिली जानकारी के अनुसार डीजीजीआई की ओर से बीते 1 महीने से जीएसटी घोटाले बाजों के खिलाफ तेजी से कार्यवाही की जा रही है। डीजीजीआई ने बुधवार को चौक बाजार से सुफियान नाम के शख्स को पकड़ा था। बताया जा रहा है कि प्रधानमंत्री कार्यालय से सूरत डीजीजीआई विभाग को यह सूचना मिली थी कि सूरत में एक निजी और दो सरकारी बैंकों में पाकिस्तान के माध्यम से वाया दुबई होकर विदेशी फंड आ रहा है। इसकी जांच के लिए भी निर्देश दिए गए थे। जिसके बाद डीजीजीआई ने जांच करते हुए जिन बैंक के खातों में रुपए आ रहे थे। उसकी ट्रान्जेक्शन डिटैल और केवाईसी मांगी थी। केवाईसी के अनुसार यह सारे बैंक अकाउंट सुफियान नाम के शख्स के थे।

जिसने कि बैंकों में अलग अलग नाम से जीएसटी रजिस्ट्रेशन लेकर फर्म के बैंक अकाउंट खुलवाए थे। इन बैंक अकाउंट के माध्यम से फर्जी बिलो के आधार पर वह विदेशों में से रुपए हासिल करने का काम करता था। सुफियान विदेश में टेक्सटाइल एक्सपोर्ट करने का और कलर केमिकल तथा डाई भेजने का फर्जीवाडा करता। इस सिलसिले में विभाग ने कुछ महीनों पहले भी सुफियान को नोटिस दिया था, तब से वह भाग गया था।

सूत्रों का कहना है कि सुफियान ने कई गरीब और मध्यमवर्गीय लोगों के पैन कार्ड और आधार कार्ड आदि हासिल करके उनके नाम से भी लगभग 12 कंपनियां खोली थी। सुफियान ने बताया कि वह सिगरेट टेलीफोन तथा फुटवियर आदि भी खरीद कर बिना बिल के बेच देता था।

इस तरह से उसने 21करोड रुपए की जीएसटी भी चोरी की थी इसके अलावा अन्य लोगों के नाम से पैन कार्ड और आधार कार्ड लेकर झूठे बिलों के आधार पर खरीद बिक्री दिखाते हुए 12 करोड रुपए की बोगस आईटी से भी हासिल की थी। उल्लेखनीय है कि सुफियान को पकड़ने गए अधिकारियों के साथ सुफियान ने धक्का मुक्की की और वहां से भागन को कोशिश में एक अधिकारी को काट लिया था।