दुनिया में चौथे स्थान पर सबसे बड़ा नेटवर्क रखने वाली भारतीय रेलवे में निजीकरण का आरंभ हो चुका है। भारत में पहली बार पैसेंजर ट्रेनो के संचालन के लिए रेलवे ने निजी कंपनियों को आमंत्रण दिया है।
रेलवे मंत्रालय की ओर से जारी की गई आवेदन में 151 पैसेंजर ट्रेन का 109 रूट पर संचालन करने के लिए प्राइवेट कंपनियों को ऑफर मंगाए गए है। पैसेंजर ट्रेन की निजीकरण से 30 हजार करोड़ का फंड रेलवे इकट्ठा कर सकती है।
रेलवे के सूत्रों के अनुसार 2023 से भारत में निजी ट्रेन दौडने लगेगी। हालाकि ट्रेन का किराया रेलवे तय करेगी। 2021 जनवरी तक रेलवे टेन्डर जारी कर देगा।
पैसेंजर ट्रेन कें संचालन के अलावा मेंटेनेस, ट्रांसपोर्टेशन की जिम्मेदारी निजी कंपनी की होगी। ट्रेन की डिजाइन इस तरह बनाई जाएगी कि वह 160 किमी प्रति घंटे दौड सके। प्रत्येक ट्रेन में 16 कोच लगेंगे। इनमें से ज्यादातक मेक इन इन्डिया के तहत बने होंगे।
उल्लेखनीय है कि भारतीय रेलवे कुछ दिनों में ही 90 स्पेशल ट्रेन शुरू करने की तैयारी कर रहा है। ट्रेनो की सूची को मंजूरी के लिए गृहमंत्रालय को भेज दिया गया है। संभवत: यह ट्रेन अगले सप्ताह से दौडने लगेगी। इनमें 120 दिन पहले से बुकिंग शुरू हो जाएगी। इसमें तत्काल कोटे में भी सीट उपलब्ध है।
1 जुलाई को भारतीय रेलवे के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ कि भारतीय रेल की तमाम ट्रेन समय पर पहुंची। भारतीय रेलवे की सभी गाडियों ने पहुंचकर इतिहास बनाया।