भ्रष्टाचार कम करने के लिए प्रयासरत सरकार में यह नया क़दम उठाया है। अब से भ्रष्ट पुलिस अधिकारियों के कार्यों को पुलिस स्टेशन के नोटिस बोर्ड पर पोस्ट किया जाएगा और सोशल मीडिया पर साझा किया जाएगा।


गृह विभाग ने सभी पुलिस महानिदेशकों को भ्रष्ट पुलिस अधिकारियों की तस्वीरें और उनकी करतूत के विवरणों को पुलिस स्टेशन के नोटिस बोर्ड और सोशल मीडिया पर साझा करने का निर्देश दिया है। यह न केवल निचले स्तर के अधिकारियों पर बल्कि IPS सहित अधिकारियों पर भी लागू होगा।


प्राप्त जानकारी के अनुसार, सरकार ने रिश्वतखोर अधिकारियों पर लगाम लगाने के लिए पुलिस के सतर्कता विभाग को निर्देश दिया है। एक वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी के अनुसार, पुलिस विभाग में भ्रष्टाचार के पीछे मुख्य कारण पुलिस कर्मियों की कमी, ड्यूटी में तनाव और स्टाफ की कमी की है।

उल्लेखनीय है कि हर साल एंटी करप्शन ब्यूरो की ओर से बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार करने वाले अधिकारियों पर केस किया जाता है। इनमें बड़ी संख्या में पुलिस कर्मचारी भी शामिल हैं।

प्रशासन की ओर से भ्रष्टाचार कम करने के लिए हर संभावित प्रयास किए जाते हैं।लेकिन इसके बावजूद किसी न किसी कारणों से सरकारी विभागों में भ्रष्टाचार फल फूल रहा है। ऐसे मेंसरकार पर भ्रष्टाचार की मूल वजह तक जाना पड़ेगा और वहीं पर कार्रवाई करके भ्रष्टाचार को नाबूद करना पड़ेगा नहीं तो भ्रष्टाचार की जड़ और अंदर तक प्रवेश करते जाएगी।

केंद्र सरकार के इस फ़ैसले के कारण भ्रष्टाचार काम हो या न हो लेकिन भ्रष्ट अधिकारियों में एक बार अपने इज़्ज़त को लेकर ज़रूर बाएँ फ़ाइल जाएगा