भारत के पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मु्खर्जी का सोमवार की शाम निधन हो गया। बताया जा रहा है कि फेफडे में इन्फेक्शन के कारण उन्हें होस्पिटल में दाखिल किया गया था। वह 84 साल के थे।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार भारत के पूर्व राष्ट्रपति और भारत रत्न प्रणव मुखर्जी को सोमवार को शारीरिक तकलीफ और फेफड़े में संक्रमण के कारण उपचार हेतु होस्पिटल में दाखिल किया गया था। प्रणव मुखर्जी का जन्म 11 दिसंबर 1935 में बंगाल में हुआ था। वह भारत के 13वें राष्ट्रपति थे।
चैम्बर ऑफ कॉमर्स में प्रमुख के पदभार के दौरान वह एक बार सूरत दौरे पर भी आए थे। 26 जनवरी 2019 को प्रणव मुखर्जी को भारत रत्न से सम्मानित किया गया था। उनके निधन के बाद देश के कई बड़े नेताओं ने सोशल मीडिया के माध्यम से दुख व्यक्त किया। उनके मौत की जानकारी जैसे जैसे फेली वैसे वैसे लोगों के शोक संदेश आने लगे।
राजनीतिक जीवन में भी मुखर्जी बड़े नेता के तौर पर जाने जाते थे। सोमवार को उन्हें फेफडे में तकलीक होने के कारण होस्पिटल में दाखिल किया गया था। जहां उनकी मौत की जानकारी सामने आ रही है।
बह सन 2012 से 2017 तक भारत के राष्ट्रपति थे। उन्होंने दिल्ली के आर्मी होस्पिटल में अपनी अंतिम साँस ली। 1997 में उन्हें सर्वश्रेष्ठ सासंद का अवार्ड मिला था।