भारत और चीन के बीच सीमा पर चल रहे विवाद के बीच भारत सरकार ने चीन के 118 अप्लीकेशन बैन कर दिए हैं इसमे पबजी गैम भी शामिल है। भारत में बड़ी संख्या में युवावर्ग पबजी गैम खेलता है। जानकारों का कहना है कि इससे युवावर्ग बिगड़ रहा था और निजी जानकारियाँ बाहर जा रही थी।

सरकार द्वारा आज 118 और चीनी ऐप्स पर प्रतिबंध लगाना चीन के के खिलाफ एक बड़ा मील का पत्थर कदम है और निश्चित रूप से सरकार का यह कदम देश का मनोबल बढ़ाएगा।

कोन्फिडरेशन ऑफ़ ऑल इंडिया ट्रेडर्ज़ (कैट) के राष्ट्रीय अध्यक्ष बी सी भरतिया और राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीण खंडेलवाल ने कहा कि 10 जून, 20 के बाद से देश में कैट के चीन विरोधी आंदोलन को प्रबलता से चलाने में मदद मिलेगी । सरकार ने चीन को लेकर अब अपना इरादा बेहद स्पष्ट कर दिया है ।

भरतिया एवं खंडेलवाल ने कहा कि 59 चीनी ऐप्स को प्रतिबंधित करने के बाद अब 118 चीनी ऐप्स की प्रतिबंधित करना अधिक आवश्यक था। क्योंकि ये ऐप हमेशा से ही देश की सुरक्षा और संप्रभुता के लिए खतरा थे, साथ ही व्यक्तिगत डेटा जो इन ऐप्स के उपयोग के माध्यम से चीनी कम्पनियों को प्राप्त होता था उसके भी दुरुपयोग की सम्भावना बनी हुई थी ।

उन्होंने यह भी कहा कि PUBG जैसे एप्लिकेशन अगली पीढ़ी को खराब कर रहे थे। क्योंकि भारत के अधिक से अधिक लोग PUBG और अन्य ऐप्स पर अपने अधिक समय का उपयोग कर रहे थे ।

उन्होंने यह भी कहा कि केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल और केंद्रीय आईटी मंत्री रविशंकर प्रसाद को 24 अगस्त को भेजे गए अपने पत्र में कैट ने दोनों मंत्रियों से और अधिक चीनी ऐप्स पर प्रतिबंध लगाने का आग्रह किया था।

देश के व्यापारिक समुदाय की ओर से हम भारत के लोगों की इच्छा के अनुसार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अगुवाई में सरकार के प्रति आभार व्यक्त करते हैं क्योंकि यह चीनी ऐप्स सुरक्षा के लिए बड़ा ख़तरा थी।