आगामी दिनों में होली, रमज़ान ईद के त्यौहार के बाद लग्सरा की सीज़न के कारण बड़ीं संख्या में लोग गाँव जाएगे। ऐसे में कई व्यस्त रूट पर रेल्वे प्रशासन पाँच नई ट्रेन चलाएगा। इनकी बुकिंग शुरू हो चुकी है। कोरोना वायरस के चलते ट्रेन में मात्र आरक्षित टिकट वाले यात्रियों को प्रवास करने दिया जाएगा। जिससे की ट्रेन में कम से कम भीड़ हो। इसलिए आरक्षित टिकिट वाले यात्री ही जा सकेंगे।
मार्च 23 से इंदौर से पूरी जाने वाली ट्रेन नंबर 09371/09372 शुरू होगी। यह ट्रेन इंदौर से शुरू होकर देवास, भोपाल, इटारसी, नागपुर, गोंडिया, राज नंदगाव, दुर्ग, रायपुर, बिलासपुर, सांबलपुर और भुवनेश्वर से होकर पूरी पहुंचेगी।
इसके बाद 25 मार्च से पूरी से इंदौर के लिए निकलेगी।ट्रेन नंबर 09227/09228 जो की गुरुवार और शनिवार को मुंबई सेंट्रल से इंदौर के लिए चलेगी। यह एक दुरंतो स्पेशल ट्रेन होगी। जो की मुंबई से शुरू होकर वडोदरा, रतलाम और उज्जैन होकर इंदौर पहुंचेगी।
ट्रेन नंबर 09229/09230 जो की मुंबई सेंट्रल से जयपुर के लिए दौड़ेगी। यह ट्रेन भी एक दुरंतो स्पेशल ट्रेन होगी। मुंबई से वडोदरा, रतलाम, सवाई माधोपुर होकर जयपुर पहुँचने वाली यह ट्रेन हर शनिवार और मंगलवार को चलेगी।
ट्रेन नंबर 09231/09232 प्रतिदिन सेंट्रल मुंबई से हापा के बीच दौड़ेगी। यह दुरंतो स्पेशल ट्रेन अहमदाबाद, सुरेन्द्रनगर और राजकोट होकर हापा पहुंचेगी।
ट्रेन नंबर 09016/09015 इंदौर से लिंगमपल्ली जो की हर शनिवार को निकलेगी। इंदौर से निकलने के बाद ट्रेन उज्जैन, रतलाम, वडोदरा, सूरत, वसई रोड, पनवेल, पुना, सोलापुर और कालबुरगी होकर लिंगमपल्ली पहुंचेगी।
भारतीय रेल में से 500 ट्रेन और 10000 स्टेशन गायब करने की तैयारी
भारतीय रेलवे ट्रेन के टाइम टेबल को संपूर्ण ढंग से बदलने की तैयारी में है। नए टाइम टेबल में भारतीय रेलवे लगभग 500 ट्रेन को बंद करने और 10,000 स्टेशन बंद करने की तैयारी में है ऐसा प्रतीत हो रहा है।
यह टाइम टेबल कोरोनावायरस समाप्त होने के बाद लागू किया जाएगा। कोरोना दौरान पहले की भॉति ट्रेन चालू रखी जाएगी।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार नए टाइम टेबल में भारतीय रेलवे की कमाई में 1500 करोड़ की बढ़ोतरी होगी। रेलवे मंत्रालय का मानना है कि 1500 करोड़ की अनुमानित कमाई बिना भाड़ा बढ़ाए और बिना किसी प्रकार का चार्ज बढ़ाए होगी।
इस टाइम टेबल के साथ अन्य ऑपरेशनल पॉलिसी में भी फेरफार किया जाएगा। वार्षिक लगभग 50% से कम ऑक्युपेंश के ट्रेन के नेटवर्क को स्थान मिलेगा। आवश्यकता पड़ी तो इन ट्रेनों को दूसरे के साथ मर्ज भी कर दिया जाएगा।
लंबी दूरी की ट्रेन को 200 किलो मी कोई स्टाफ नहीं दिया जाएगा। इस दौरान कोई बड़ा शहर आएगा तभी स्टॉपेज हो सकता है। रेलवे दस हजार स्टोपेज बंद कर देगा।
उल्लेखनीय है कि प्रत्येक पैसेंजर हब हब एंड स्पोक मॉडल पर चलेगी। 10 लाख या उससे अधिक आबादी वाले शहरों के हब बनेंगे। इन शहरों में लंबे अंतर की ट्रेन रुकेगी। छोटे स्टेशन को हब से अन्य ट्रेन के माध्यम से कनेक्ट किया जाएगा।
इसके अलावा टूरिस्ट स्थानों के तीर्थ स्थानों को भी हब का दर्जा मिलेगा। नए टाइम टेबल से मुंबई लोकल जैसे सब अर्बन नेटवर्क प्रभावित नहीं होंगे।यह टाइम टेबल कोरोनावायरस समाप्त होने के बाद लागू किया जाएगा।
दुनिया में चौथे स्थान पर सबसे बड़ा नेटवर्क रखने वाली भारतीय रेलवे में निजीकरण का आरंभ हो चुका है। भारत में पहली बार पैसेंजर ट्रेनो के संचालन के लिए रेलवे ने निजी कंपनियों को आमंत्रण दिया है।
रेलवे मंत्रालय की ओर से जारी की गई आवेदन में 151 पैसेंजर ट्रेन का 109 रूट पर संचालन करने के लिए प्राइवेट कंपनियों को ऑफर मंगाए गए है। पैसेंजर ट्रेन की निजीकरण से 30 हजार करोड़ का फंड रेलवे इकट्ठा कर सकती है।
रेलवे के सूत्रों के अनुसार 2023 से भारत में निजी ट्रेन दौडने लगेगी। हालाकि ट्रेन का किराया रेलवे तय करेगी। 2021 जनवरी तक रेलवे टेन्डर जारी कर देगा।
पैसेंजर ट्रेन कें संचालन के अलावा मेंटेनेस, ट्रांसपोर्टेशन की जिम्मेदारी निजी कंपनी की होगी। ट्रेन की डिजाइन इस तरह बनाई जाएगी कि वह 160 किमी प्रति घंटे दौड सके। प्रत्येक ट्रेन में 16 कोच लगेंगे। इनमें से ज्यादातक मेक इन इन्डिया के तहत बने होंगे।
उल्लेखनीय है कि भारतीय रेलवे कुछ दिनों में ही 90 स्पेशल ट्रेन शुरू करने की तैयारी कर रहा है। ट्रेनो की सूची को मंजूरी के लिए गृहमंत्रालय को भेज दिया गया है। संभवत: यह ट्रेन अगले सप्ताह से दौडने लगेगी। इनमें 120 दिन पहले से बुकिंग शुरू हो जाएगी। इसमें तत्काल कोटे में भी सीट उपलब्ध है।
1 जुलाई को भारतीय रेलवे के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ कि भारतीय रेल की तमाम ट्रेन समय पर पहुंची। भारतीय रेलवे की सभी गाडियों ने पहुंचकर इतिहास बनाया।