कोरोना के कारण पूरे देश में हाहाकार मचा है। किसी ने अपने पिता किसी ने माता और किसी ने अपने भाई, बहन को गंवा दिया। स्मशान घाट पर अग्निदाह के लिए घंटो भर इंतजार करना पड़ा। हर ओर दुख और निराशा फैली है। ऐसी ही एक जानकारी सामने आ रही है जिसमें कि कोरोना के कारण एक ही परिवार के तीन लोगों की मौत हो गई।
प अमरेली के राजुला स्थित श्रीजीनगर सोसाइटी में रहने वाले महेशभाई उनके पिता भूपतभाई और माता विमलाबेन कोरोना संक्रमित हुये थे। परिवार के सभी सदस्य को राजुला की निजी अस्पताल में दाखिल किया गया । इन्हीं दिनों तूफान के कारण राजुला में बिजली चली गई और सभी को भावनगर के अस्पताल में ले जाया गया। उपचार के दौरान वह निराश हो गए थे और डॉक्टरों को वह नहीं जी पाएंगे इस तरह की बात कर रहे थे।
हालांकि डॉक्टरों ने भी उनको हिम्मत देने का प्रयास किया पर महेशभाई कोरोना के कारण अत्याधिक डर गए थे। महेशभाई ने कोरोना के डर के कारण अपने सभी मित्रों को बाय का मेसेज भी कर दिया था और अंत में दिल का दौरा पड़ने से उनकी मौत हो गई। महेशभाई की कोरोना रिपोर्ट भी नेगेटिव आई थी। 25 मई को महेशभाई की मौत होने के बाद जैसे ही यह बात पिता को पता चली, वह भी अपने पुत्र की मृत्यु का सदमा नहीं सहन कर सके।
अंत में पाँच दिन के बाद माता ने अपने पुत्र और पति की तरह चल बसी। कोरोना संक्रमित होने के बावजूद तीनों में से किसी की कोरोना के कारण नही पर कोरोना के डर और उसके चलते अपने परिजनों को खोने के आघात के कारण हुई। मात्र 6 दिनों के अंतर में परिवार के तीन सदस्यों के खोने के बाद परिवार के अन्य सदस्यों को गहरा सदमा लगा है। महेशभाई की पत्नी और उनके दो संतान अब महेशभाई के नहीं रहने से लाचार हो गए है।