केरल में इंसानियत को शर्मसार करने वाली एक घटना सामने आ रही है। केरल में पथनममिट्टा पास 19 साल की एक कोरोनाग्रस्त युवती को उपचार के लिए अस्पताल ले जाते समय एंबुलेंस चालक ने कथित रूप से उस समय बलात्कार किया। इस घटना की जानकारी सामने आने के बाद प्रशासन तुरत हरकत में आ गया और आरोपी को हिरासत में ले लिया है।
इस घटना का संज्ञान लेते हुए राज्य महिला आयो ने स्वयं ही मामला दर्ज किया है। इस घटना के बारे में विपक्षी कांग्रेस और भाजपा ने इस घटना की निंदा की है। मामले को तूल पकड़ते देख मामले की सफाई देते हुए स्वास्थ्य मंत्री के के सैलजा ने कहा कि अपराधी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का निर्देश दिया है।
घटना के बारे में जानकारी देते हुए जांच अधिकारी ने कहा, इस घटना के बारे में बलात्कार पीड़िता ने सबसे पहले बलात्कार के बारे में अस्पताल प्रशासन को बताया और फिर अस्पताल प्रशासन ने हमें इसकी सूचना दी। उसके बाद हमने उसे गिरफ्तार कर लिया है। वह अभी अपनी आपबीती बताने की स्थिति में नहीं है इसलिए हम लड़की का बाद में बयान लेंगे। इस लड़की को शनिवार को अडूर के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उसे और उसकी मां कोरोना वायरस संक्रमित है।
अधिकारी ने अधिक जानकारी देते हुए बताया कि कोरोना संक्रमण पाए जाने के बाद जब लड़की को उपचार केंद्र स्थानांतरित किया जा रहा था, तब एंबुलेंस चालक ने उसके साथ कथित तौर पर बलात्कार किया। महिला आयोग की अध्यक्ष एम सी जोसफाइन ने मीडिया से कहा कि महिला को सभी तरह की सहायता की तैयारी दिखाई है।
उन्होंने कहा कि ‘‘यह मुद्दा दर्शाता है कि महिला मरीजों को पृथक सुरक्षा व्यवस्था की जरूरत है. अपराधी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के अलावा उसका ड्राइविंग लाइसेंस भी रद्द कर दिया जाना चाहिये.’’ उन्होंने कहा, ‘‘एंबुलेंसों के लिए चालक नियुक्त करने से पहले उनके इतिहास की भी जानकारी लेनी चाहिए। देशभर में इस घटना के बाद से कोरोना पीडितों की सुरक्षा को लेकर सवाल पूछे जा रहे हैं।
(तस्वीर-प्रतिकात्मक है)