सूरत
एक ओर पूरा देश कोरोना से परेशान हैं।सब लोग चाहते हैं कि कोरोना संक्रमण लगने के बाद जितनी जल्दी रिपोर्ट का परिणाम आए उतना जल्दी ही रोग का उपचार शुरू हो सकता है। इसलिए भारत ने चीन से रैपिड एन्टीबॉडी किट मंगाई थी, लेकिन चीन की यह किट भरोसे पर खरी नहीं उतरी। कुछ दिनों तक किट के बाद इसका परिणाम विश्वसनीय नहीं लगने के कारण मनपा ने सोमवार को इसके उपयोग पर रोक लगाने का फैसला किया है।

मनपा कमिश्नर बंछानिधि पाणि ने बताया कि कुछ दिनो से शुरू किया गया रैपिड एंटी बॉडी टेस्ट बंद किया गया है। इसका कारण बताते हुए उन्होंने कहा कि रैपिड एंटी बॉडी किट के माध्यम से जो टेस्ट किए जा रहे थे उनके परिणाम में विसंगतता आने के कारण यह टेस्ट बंद किया जा रहा है। रैपिड एन्टीबॉडी टेस्ट से जिन लोगों को सात दिनों के अंदर संक्रमण लगा हो उनका पता लगाया जा सकता है। आपको बता दें कि इसके पहले भी एक बार देशभर में रेपि़ड एन्टीबॉडी टेस्ट बंद करवा दिया गया था। 


इसके अलावा अन्य जानकारी देते हुए कमिश्नर ने बताया कि आज तक कुल 10722 टेस्ट किए गए हैं। इनमें 533 पॉजिटिव आए। 9445 नेगेटिल आए और बाकी पेन्डिंग है। कमिश्नर ने लोगों से कोरोना से बचने के लिए अपनी रोगप्रतिकारक शक्ति बढाने पर ध्यान देने को कहा। उन्होने कहा कि आयुष मंत्रालय की गाइडलाइन के अनुसार दिए गए निर्देशों का पालन करे। हरी सब्जियां खाए। फल-फलादि का उपयोग करें और विटामीन सी वाले आहार खाए। 

इसके अलावा सोशल डिस्टैंस का पालन नही करने वालों पर नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि सोमवार को सोशल डिस्टैंस का पालन नहीं 47500 करने वाले, मास्क नहीं पहनने वालों से 33500 हजार रुपए वसूले। आगामी दिनों में सोशल डिस्टैंस का पालन नहीं करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी।