कोरोना के कारण लोगों की आर्थिक हालत खराब हो चुकी है। व्यापार धंधे बंद हो चुके हैं। लोग मानसिक तौर पर टूट चुके हैं। ऐसे में नया शैक्षणिक सत्र शुरू होने की तैयारी हो चुकी है। स्कूलों की ओर से अभिभावकों को बच्चों की फीस भरने के लिए बार-बार नोटिस आ रहा है।
इन सब मुद्दों को ध्यान में लेते हुए गुजरात राज्य के शिक्षा विभाग ने अभिभावकों को थोड़ी राहत दी है। शिक्षा मंत्री ने कहा कि इस वर्ष स्कूलों की फीस में कोई बढ़ोतरी नहीं होगी। यदि कोई अभिभावक स्कूल की फीस नहीं भर सकता तो त्रैमासिक के स्थान पर प्रतिमाह भी भर सकता है।
अभिभावकों को सितंबर महीने तक फीस भर सकते हैं। तब तक उन पर कोई दबाव नहीं डाला जाएगा। इसके अलावा ट्रांसपोर्टेशन, यूनिफॉर्म, और पुस्तकों के लिए जोर नहीं किया जा सकता।शिक्षा मंत्री भूपेंद्र सिंह की अध्यक्षता में शिक्षा विभाग की मीटिंग हुई थी। स्कूल,कॉलेज, स्कूल के संचालक द्वारा वसूली जाती मुद्दों पर चर्चा हुई थी। शिक्षा मंत्री ने कहा के बाद अब देश डिजिटल की ओर जा रहा है।
शिक्षा विभाग ने भी विद्यार्थियों का पढ़ाई खराब ना हो इसलिए डिजिटल की ओर जाने का फैसला किया है। आगामी 15 तारीख से कक्षा तीन से आठवीं के विद्यार्थियों के लिए 30 मिनट और नौ से बारह के लिए लिए 1 घंटे शिक्षा दी जाएगी नहीं होगी। जिन के पास इन्टरनेट या टीवी जैसे उपकरण नहीं है उनको पाठय सामग्री पहुँचाई जाएगी।