शारीरिक संबंध बनाने के लिए अनुमति देगा यह अप्लीकेशन

हमारी जिंदगी शायद अब मोबाइल और लैपटॉप के आधिक हो गई है। छोटी छोटी बातों के लिए हम इनपर आधारिक हो गए हैं। इतना ही नहीं निजी जिंदगी में भी इसका असर होने लगा है। डेनमार्क में बलात्कार के मामलों की बढ़ती संख्या और झूठी शिकायतों को रोकने के लिए एक कंपनी ने ऐप लॉन्च किया गया है। इस एप पर जोड़े सेक्स के लिए अपनी सहमति दे सकते हैं।

ऐप बनानेवालों का कहना है कि संबंध बनाने और 24 घंटे के लिए सहमति एक बार दी गई मान्य होगी। पार्टनर के साथ जब चाहे इस सहमति को वापस ले सकता है। हालांकि, लोगों को सरकार का यह कदम पसंद नहीं आ रहा है। ज्यादातर लोग इस ऐप के बारे में उत्साहित हैं। आप को बता दें कि डेनमार्क में कुछ समय पहले बलात्कार के खिलाफ एक नया कानून बनाया गया है और इसके बाद केवल आइकोनसेन्ट नाम का यह ऐप लॉन्च किया गया है।


ऐप में सभी डेटा को एन्क्रिप्ट कर रखा जाएगा, जरूरत पड़ने पर केवल आपराधिक मामलों में साझा किया जाएगा। हालांकि विशेषज्ञों को संदेह है कि यह डेटा वास्तव में अदालत में उपयोग किया जाएगा। दिसंबर में डेनमार्क की संसद ने बलात्कार के खिलाफ एक नया कानून पारित किया। जनवरी से इसे लागू किया गया है। इस नए कानून के तहत स्पष्ट सहमति के बिना बनाये गये किसी भी संबंध को बलात्कार कहा जा सकता है।

पहले रेप में यह भी दिखाना होता था कि महिला के साथ हिंसा किया गया था या महिला रेप का विरोध करने में सक्षम नहीं थी। आइकोनसेन्ट ऐप के डेवलपर्स का कहना है कि ऐप जोड़ों को इस सहमति का दस्तावेज बनाने का अवसर देता है। पार्टनर इस ऐप के तहत सहमति दे सकता है और प्रतिक्रिया भी दे सकता है। वहीं, डेवलपर्स का यह भी कहना है कि ऐप में न केवल सहमति देना काम करेगा, बल्कि सेक्स से पहले, उसके दौरान और बाद में सहमति भी मांगी जानी चाहिए।

ऐप यौन पीड़ितों को सलाह देने के साथ, पीड़ितों की मदद करने के लिए एक समूह में शामिल होने वाले जोड़ों को भी प्रदान करता है। डेनमार्क में हर साल लगभग 11,400 महिलाओं का बलात्कार किया जाता है। सरकार का दावा है कि ऐप अपराधों की जांच में मदद करेगा और सहमति को साक्ष्य के रूप में पेश करने में सक्षम होगा। हालाकि इस ऐप को लेकर लोगों में तरह तरह की चर्चा चल रही है।