पॉलिएस्टर यार्न बढ़ती क़ीमतों के बीच विवर्स के लिए एक अच्छे समाचार हैं। पॉलिएस्टर यान विक्रेताओं ने चीन और वियतनाम सहित अन्य देशों से पॉलिएस्टर यार्नआयात करने के लिए ऑर्डर दे दिए हैं। जैसे ही विदेश से यार्न आने लगेंगे वैसे ही यार्न की क़ीमत में गिरावट आना शुरू हो जाएगी। विवर्स का आरोप है कि यार्न उद्यमियों की ओर से मनमाने ढंग से यार्न के क़ीमत लगातार बढ़ायी जा रही है।
बाज़ार में तेज़ी नहीं होने के बावजूद यार्न उत्पादक संगठन बनाकर अपनी मर्ज़ी से लगातार क़ीमतें बढ़ाएं जा रहे है। 3 महीने में पॉलिस्टर यार्न की क़ीमत में 60 रुपये तक की बढ़ोतरी हो चुकी है। इसके बावजूद यार्न की क़ीमत कम होने का नाम नहीं ले रही है। जिसके चलते विवर्स का लाभ ख़त्म हो चला है। इस बारे में विवर्स ने बार बार गुहार लगायी है लेकिन अभी तक इसका कोई फ़ैसला नहीं हो सका है।
विवर्स चाहते है कि विदेश से आयात होने वाले पॉलिएस्टर यार्न पर एंटी डंपिंग ड्यूटी नहीं लगनी चाहिए। लेकिन इसके बावजूद DGTR ने एक बार फिर से विदेश में आयातित यार्न पर ड्यूटी लगाने की बात कही है। फिलहाल दिसंबर में एन्टि डम्पिंग ड्यूटी का समय समाप्त होने से यार्न विक्रेताओं ने बड़े पैमाने पर यार्न आयात के ऑर्डर दिए है।
कपड़ा उद्योग से मिली जानकारी के अनुसार अब तक पॉलिएस्टर यार्न पर एन्टि डम्पिंग ड्यूर टी लागू थी। चीन और थाईलैंड से आयातित यार्न पर ड्यूटी लागू होने के कारण आयात कम थी। घरेलू बाजार में 31 दिसंबर 2020 को एंटि डंपिंग ड्यूटी की समय सीमा समाप्त हो गई।
इसके बाद यार्न उत्पादक फिर से एंटी डंपिंग ड्यूटी लगाने की गुहार कर रहे हैं। डीजीटीआर ने भी इस बारे में वित्त मंत्रालय से गुहार की है। दूसरी ओर विवर नहीं चाहते कि आयातित यार्न पर किसी भी प्रकार की एंटी डंपिंग ड्यूटी लगे। हालांकि अभी इस बारे में कोई फैसला नहीं हो पाया है।
इस दौरान पर स्थिति स्पष्ट हो इसके पहले ही यार्न विक्रेताओं ने विदेश से बड़े पैमाने पर एफडीवाय इंपोर्ट करने का फैसला लिया है और बड़े आर्डर भी बुक करवा दिए हैं। आगामी दिनों में चीन और थाईलैंड से बड़े पैमाने पर यार्न के कंटेनर इंपोर्ट होंगे।बताया जा रहा है कि विदेश से आयातित पॉलिस्टर एफडीआई पर ड्यूटी लगेगी या नहीं अभी विचाराधीन है।
इस दौरान जो माल आ जाएगा उस पर ड्यूटी नहीं लगेगी लेकिन, यदि एक बार ड्यूटी लग गई तो उसके बाद ड्यूटी जोड़कर वसूली जाएगी। इसलिए कई उद्यमी अभी यार्न मंगा ले रहे हैं। यार्न आने के बाद क़ीमत कम हो सकती है।
उल्ल्लेखनीय है कि एक और यान की क़ीमत बढ़ रही है और दूसरी ओर प्रोसेसिंग के लिए आवश्यक अन्य चीज़ों वस्तुओं की क़ीमत में बढ़ोतरी हो रही है जिसके चलते प्रोसेसर ने को मीटिंग कार जॉब जाँच बढ़ाने का फ़ैसला किया था।ऐसे में आगामी दिनों में तैयार कपड़ों की क़ीमत में भारी उछाल का सामना करना पड़ सकता है।
अमेरिका और ब्राजील के बाद कोरोना के मामलों में भारत तीसरे स्थान पर पहुंच गया है। कल तक भारत चौथे स्थान पर था लेकिन, कोरोना के तेजी से बढ़ते मामलों के चलते भारत अब तीसरे स्थान पर आ चुका है। भारत में जिस तरह से कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं।
इससे भारत ही नहीं दुनिया के सभी देशों की चिंता बढ़ गई है। यदि दुनिया की बात करें तो भारत में इस समय 697836 कोरोना के मरीज हैं, जबकि रूस में 681251 कोरोना के मरीज दर्ज हुए हैं। बीते 24 घंटे में भारत में 13000 से अधिक के सामने आए हैं।
रशिया की बात करें तो यहां पर अभी तक 681251 केस दर्ज हुए हैं। बीते 24 घंटे में 6736 के सामने आए हैं। भारत के आगे अब अमेरिका और ब्राजील ही हैं । हालांकि अब उनसे आगे बढ़े इसकी संभावना कम है। क्योंकि अमेरिका में कोरोना के संक्रमण की संख्या दोगुनी अधिक हो चुकी है।
वहाँ 30 लाख और ब्राजील में लगभग 16 लाख मरीज है। कोरोना महामारी की सबसे अधिक असर ब्राजील में है। भारत में अब तक कोरोना के कारण 19700 लोगों की मौत हो चुकी है। चौथे स्थान पर रशिया में अब तक 681251 केस दर्ज हुए हैं। जिनमें की 10161 लोगों की जान जा चुकी है। आपको बता दें कि भारत में लॉकडाउन के बाद अनलॉक के दौरान व्यापार धंधा शुरू होने पर कोरोना के केस तेजी से बढ़े हैं।
हालांकि राज्य सरकार की और केन्द्र सरकार की ओर से दावा किया जा रहा है कि कोरोना के उपचार के लिए सरकार के पास सारी व्यवस्थाएं हैं। सरकार ने लोगों से कोरोना से बचने की कई शर्तों का पालन करने के लिए भी अपील की है। इसके बावजूद कोरोना के मरीज तेजी से बढ़ रहे हैं। जिसने कि सरकार की चिंता बढ़ा दी है। हम यदि पड़ोसी देशों की बात करें तो चीन और पाकिस्तान में भी लगातार केस दर्ज हो रहे हैं। चीन में अभी तक 83557 केस दर्ज हुए हैं।
इनमें से 4634 लोगों की जान जा चुकी है और पाकिस्तान में अब तक 228474 केस दर्ज हुए हैं। इनमें से 4712 लोगों की जान जा चुकी है। संक्रमण के मामले में पाकिस्तान बारहवें और चीन बाइसवें स्थान पर है वहां भी कोरोना केस इस कदर बढ़ रहे हैं कि वहां की सरकार भी चिंतित है।