प्रसुति पीड़ा से कराह रही थी महिला,108 के स्टाफ ने करवाई डिलीवरी


अडाजण क्षेत्र में रहने वाली गर्भवती महिला को प्रसुति पीड़ा होने पर 108 इमरजन्सी सर्विस से उसे सिविल होस्पिटल ले जाया गया, लेकिन वह अस्पताल में अंदर तक पहुंचे। इसके पहले ही प्रसुति शुरू हो जाने से 108 इमरजन्सी सेवा के ईएमटी ने उसे सिविल के ट्रोमा सेन्टर के बाहर ही डिलिवरी करवाई। महिला ने एक स्वस्थ्य बच्ची को जन्म दिया। दोनो को अस्पताल में दाखिल किया गया है।
मिली जानकारी के अनुसार अडाजण क्षेत्र में खोडियार नगर में रहने वाली मूलत: महाराष्ट्र की सपना नितिन वसईकर को इन दिनों गर्भ का अंतिम महीना चल रहा था। गुरूवार की दोपहर को अचानक उन्हे दर्द होने लगा।

इस दौरान उन्होने 108 को फोन किया। इस पर 108 की रिया रावल और पायलट नीरज गामित तुरंत ही पहुंचे और सपना को सिविल लेकर आए। सपना सिविल अस्पताल में ट्रोमा सेन्टर तक पहुंची तभी उसका दर्द तेजी से शुरू हो गया और प्रसुति प्रक्रिया शुरू हो जाने पर 108 के कर्मचारियों ने डिलिवरी करवाई।

इस दौरान सिविल अस्पताल की नर्स भी दौड़ी आई। लेकिन तब तक बच्ची का जन्म हो चुका था। माता-बेटी दोनो ठीक है। दोनो को अस्पताल में दाखिल किया गया है। उल्लेखनीय है कि यहां पर 108 इमरजन्सी सेवा के स्टाफ ने बड़ी ही सूझबूझ के साथ काम किया और महिला और बच्ची दोनो की जान बचा ली। इसके पहले भी कई घटनाओ में 108 इमरजन्सी सेवा के स्टाफ ने कई बार रास्ते में या घर पर ही डिलिवरी करवाने की घटनाएं भी हुई है।

एक बार टो मोबाईल के टॉर्च की रोशनी में भी 108 के स्टाफ ने डिलवरी कराने की घटना हो चुकी है। फिलहाल आज की घटना में सभी लोग 108 के स्टाफ की सराहना की है।