सूरत में नहीं घट रहा ऑक्सीजन संकट, बुधवार को 2116 केस,20 मौत

शहर-जिले में बुधवार को नए 2116 कोरोना संक्रमित मरीजों का रिपोर्ट पॉजिटिव आया। इसमें सूरत शहर के 1764 और ग्राम्य के 352 है। दूसरी ओर 2090 मरीज डिस्चार्ज हुए। अभी तक शहर तथा ग्रामीण क्षेत्र से कुल 1,10,890 मरीज कोरोना संक्रमित हुए।

बुधवार को शहरी क्षेत्र से 16 और ग्रामीण क्षेत्र से 4 सहित 20 कोरोना मरीजों की मौत हुई। अब तक शहर जिले में कुल 1717 की मौत हुई और 86,751 मरीज अस्पताल से स्वस्थ होकर घर लौटे हैं। शहर जिले में 22,422 कोरोना मरीज एक्टिव है। बुधवार को कोरोना मरीज़ों को लेने से सिविल अस्पताल और स्मीमेर में इन्कार कर दिया गया। शहर में ऑक्सीजन की कमी बनी रही

ऑक्सीजन की आपूर्ति पर सरकार के प्रतिबंधों ने चैम्बर सहित औद्योगिक संगठनों द्वारा सेवा उद्देश्यों के साथ चलाए जाने वाले ऑक्सीजन बैंक के संचालन को बाधित कर दिया है। अग्रिम भुगतान किए जाने के बावजूद ऑक्सीजन के सिलिण्डर नहीं मिल रही हैं। चैंबर ऑफ कॉमर्स ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर ऑक्सीजन की सिलिण्डर की कमी को दूर करने के उपायों की मांग की है।


प्राप्त जानकारी के अनुसार, सचिन के साथ-साथ चैंबर ऑफ कॉमर्स सहित विभिन्न औद्योगिक संस्थाओ ने घर में क्वारंटाइन में उपचार कर रहे रोगियों को मुफ्त ऑक्सीजन की सिलिण्डर देने के लिए एक ऑक्सीजन बैंक की स्थापना की है, लेकिन सरकार तीन-चार दिन से ऑक्सीजन की आपूर्ति को नियंत्रित कर रही है।

इसके कारण यह संस्थाएँ ऑक्सीजन नहीं खरीद सकती।देश में जंपो ऑक्सीजन सिलेंडर (46.7 लीटर) निर्माता केवल 3 से 4 है। यह सब निर्यात करते है। वर्तमान में, भले ही पहले से भुगतान करके ऑक्सीजन की सिलिण्डर खरीदना हो तब भी सिलिण्डर उपलब्ध नहीं हैऑक्सीजन की आपूर्ति सरकार द्वारा नियंत्रित की जा रही है।


चैम्बर ने हाल ही में 100 बोतलों का एक ऑक्सीजन बैंक लॉन्च किया था, जिसे 500 बोतलों तक विस्तारित करने की योजना है, लेकिन प्रतिबंधों के कारण, ऑक्सीजन बैंक प्रणाली ध्वस्त होने की कगार पर है, इसलिए चैम्बर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिख सिलिण्डर की खरीद सरल बनाए।