कोरोना में १९ दिन में २११ मौत, महिलाओं से दो गुना पुरूष!

कोरोना के कारण बीते 19 दिन में 211 लोगों की मौत हो चुकी है। 22 मार्च से 30 जून तक 100 दिन में कोरोनावायरस मरने वालों की संख्या 182 थी। जो जुलाई महीने के 19 दिन में डबल हो गई है सिर्फ 19 दिन में ही कोरोना के कारण 211 लोगों की मौत हो गई।


अगर उम्र के अनुसार देखा जाए तो 40 साल से कम हो ऐसे 9 लोग, 41 से 50 के बीच 34, 51 से 60 के बीच 75, 61 से 70 साल के बीच 46, 71 से 80 के बीच 34 और 80 से अधिक उम्र वाले में से 4 लोगों की मौत हो चुकी है।बताया जा रहा है कि मृतकों में 71 महिलाएं हैं और जबकि उनके सामने 140 पुरुष हैं।


सूरत में लोक डाउन के दौरान कोरोनावायरस जो और मृतकों की संख्या कम थी लेकिन अनलॉक बन के बाद जैसे ही व्यापार उद्योग शुरू हुआ वैसे ही कोरोना के मरीजों की संख्या भी तेजी से बढ़ने लगी। फिलहाल शहर में रोज 200 से ढाई सौ के करीब करो ना कि मरीज आ रहे हैं। इसके अलावा सरकारी चौपड़ें पर रोज 10 से 15 मौत हो रही है। सूरत महानगर पालिका की ओर से आपको कोरोना का टेस्ट बढ़ाने का निर्णय लिया गया है।

सूरत महानगर पालिका ने मनपा के 800 कोरोना की जांच करना शुरू कर दी है। बताया जा रहा है कि महानगर पालिका की ओर से शहरी जनों से सोशल डिस्टैंस का पालन और मास्क पहनने का अपील बार-बार की जा रही है। इसके बावजूद कई क्षेत्रों में लोग परिस्थिति को समझ नहीं रहे हैं। सूरत में कतारगाम क्षेत्र सबसे ज्यादा संवेदनशील माना जा रहा है। यहां पर से हीरा श्रमिक बड़ी संख्या में संक्रमित हुए हैं।

फिलहाल शहर में स्वैच्छिक लॉकडाउन की परिस्थिति है। सूरत महानगर पालिका की ओर से हेयर सैलून और ब्यूटी पार्लर संचालकों के लिए गाइडलाइन जारी की गई है। यहां पर प्रतिदिन बड़ी संख्या में लोग आते हैं। इसलिए यहां पर ज्यादा संक्रमण फैलने का भय है। इस परिस्थिति को समझते हुए हेयर सैलून के लिए नई गाइडलाइन जारी की है। बताया गया है कि यहां पर 50% स्टाफ से काम करने के लिए और यदि जगह कम हो तो सिर्फ एक ही काम कराने के लिए कहा गया है।

इसके अलावा सभी लोगों को मास्क अनिवार्य है। हर ग्राहक के ग्लब्स बदलना भी अनिवार्य है। हर एक ग्राहक के बाद उपयोग में लेने वाला और कपड़ा बदलना पड़ेगा। साथ ही इस्तेमाल की जाने वाले साधन को 30 मिनट तक गर्म पानी में गर्म करना पड़ेगा।

80 प्रतिशत लोग बिना लक्षण वाले, फैला सकते हैं रोग!

सूरत

शहर में रविवार को 35 और मामले कोरोना पॉजिटिव पाए गए। सूरत में अब तक कोरोना के मामले 1055 पर पहु्च गए हैं। सूरत के नगर आयुक्त बंछानिधि पाणि ने कहा कि शहर मे अंदाजन 80 प्रतिशत लोग बिना लक्षण वाले है इनसे कोरोना फैल सकता है। इसलिए सावधानी ज़रूरी है।

कमिश्नर ने कहा कि सूरत में रविवार को दो मौत के साथ अब तक कुल पचास लोगों की मौत हो चुकी है। हालाँकि इसके सामने अब तक 703 लोगों को डिस्चार्ज भी किया जा चुका है। उन्होंने कहा कि कई लोगों को कोरोना पॉज़िटिव होने के बाद भी उन्हे लक्षण नही दिखता। इसलिए मास्क और सामाजिक दूरी पहनना बहुत महत्वपूर्ण है।

अधिक जानकारी देते हुए नगर आयुक्त ने कहा कि सूरत में मास्क का प्रचलन बढ रहा है। उन्होंने लोगों से सावधानी बरतने के लिए कहते हुए ऊन क्षेत्र का उदाहरण दिया और कहा कि उन क्षेत्र की एक बूढ़ी महिला का कोरोना पॉज़िटिव रिपोर्ट आया है। वह पिछले 20 दिनों से घर पर थी। उनके पैरों में फ्रैक्चर था। लेकिन उनके घरों के युवा लोग बाहर जाते थे इससे संक्रमण लगने की आशंका है। इसलिए सूरत के नगर आयुक्त ने नागरिकों से अपील की कि अगर घर में बुजुर्ग लोग हैं, तो उन्हें अधिक सावधान रहने की जरूरत है।

कमिशनर ने लोगों से आरोग्य सेतु डाउनलोड करने की अपील करते हुए कहा कि लिंबायत के दो लोगों को सर्दी-खांसी की समस्या थी, जिन्होंने आरोग्य सेतु में अपनी जानकारी दी और उसकी सूचना के आधार पर सिविल में जांच कराई। उनका रिपोर्ट पोजिटिव आया है। इसलिए लोगों से यह अप्तालीकेशन डाउनलोड करने की अपील की। ताकि इससे आसपास के लोगों की भी जानकारी मिल सके।

कमिश्नर ने कहा कि लोगों के हमारे हाथ दिन में 90 से अधिक बार मुंह पर जाते हैं। इसलिए लोगों को बार-बार हाथ धोने की आदत डालना जरूरी है। सूरत में, APX सर्वेक्षण में 1176 टीमें शामिल हुई हैं। कुल 2,28,745 घरों का सर्वेक्षण किया गया है। आज सूरत में 4000 से अधिक जगहों को साफ कर दिया गया। अन्य जिलों और राज्य के 2073 से अधिक लोग सूरत शहर में लौट आए थे।

ओड़िशा में अचानक जाने वाली सभी ट्रेन रद्द करनी पड़ी! जाने क्यो?


सूरत
सूरत से ओडिशा जाने वाली ट्रेन को ओडिशा में तूफान की आशंका के कारण रद्द किया गया है। मिली जानकारी के अनुसार बंगाल की खाड़ी से तूफानी हवा के साथ एम्फोन तूफान आने की आशंका हवामान विभाग में व्यक्त की है।

इसके चलते ओडिशा प्रशासन ने सतर्क होकर वहां वाहन व्यवहार पर प्रतिबंध लगा दिया है। अन्य राज्यों से आने वाले तमाम ट्रेनों को रद्द कर दिया है।जिसका असर सूरत से ओड़िशा से जाने वाली ट्रेन पर भी पड़ा है।कलेक्टर से मिली जानकारी के अनुसार सूरत से जो ट्रेन जा रही थी उनको फिलहाल रोक दिया गया है।

ओडिशा सरकार की ओर से मंजूरी मिलेगी तो यह फिर शुरू कर दी जाएगी।आपको बता दें कि उड़ीसा ट्रेन शुरू होने के बाद लगातार कोई ना कोई घटना के कारण वहां की ट्रेन और अवरोधित होते रही है।कई बार वहां के प्रशासन के चलते ट्रेन रोकनी पड़ी है तो कई बार अन्य कारणों से ।

आज तूफान की आशंका के कारण ट्रेन रोक देने से उड़ीसा जाने वाले लाखों श्रमिकों को निराशा का सामना करना पड़ा है।साथ ही ट्रेन कब शुरू होगी यह भी निश्चित नहीं होने के कारण हुआ परेशान हो गए हैं।

सूरत के लाखो श्रमिकों को अपने राज्य लौटने का इंतज़ार!
सूरत से अन्य राज्यों के लिए प्रतिदिन बड़ी संख्या में ट्रेन जा रही है। यूपी बिहार और उड़ीसा के श्रमिकों के लिए सरकार ने श्रमिक स्पेशल ट्रेन शुरू की है।अभी तक इन राज्यों में लगभग डेढ़ सौ ट्रेन सवा दो लाख श्रमिकों को लेकर जा चुकी है। इसके बावजूद अभी तक 400000 श्रमिक वेटिंग में है प्रशासन ने अन्य राज्यों को ढाई सौ गाड़ियों के लिए सिविल बनाकर भेज दिया है।
सूरत से मई महीने की शुरूआत से ही अन्य राज्यों के लिए ट्रेन दौड़ाई जा रही है सबसे पहले ओडिशा की ट्रेन गई।इसके बाद बिहार झारखंड,उत्तर प्रदेश आदि राज्यों के लिए भी ट्रेनें शुरू हो गई हैं।अब तक सबसे अधिक यूपी की ट्रेन गई है।अन्य राज्यों के श्रमिक सूरत में रुकना नहीं चाहते।इसलिए प्रशासन और जल्दी इन्हें भेजने के लिए प्रयास कर रहा है।सूरत के सचिन,पांडेसरा,वेड रोड,लिंबायत आदि क्षेत्रों में अन्य राज्यों के श्रमिक बड़ी संख्या में रहते हैं। बीते दिनों पांडेसरा और वराछा क्षेत्र में श्रमिकों ने वतन जाने की मांग के साथ धमाल भी की थी।इनके चलते भी प्रशासन अब जल्दी इन श्रमिकों को वतन भेजने की तैयारी कर रहा है। सूरत कलेक्टर ने अन्य राज्यों के श्रमिकों के लिए ढाई सौ गाड़ियों का लिस्ट बनाकर यूपी,बिहार, उड़ीसा झारखंड सहित देशों को भेज दिया है।इनमें सबसे अधिक ट्रेन यूपी के लिए मांगी गई है। इसके बाद बिहार और उड़ीसा के लिए भी मांगी गई है।यदि वहां की सरकार मंजूरी दे तो यह जाएंगी। आपको बता दें कि सूरत प्रशासन ने श्रमिकों को ले जाने के लिए विशेष व्यवस्था की है।यहां पर सिटी बस के माध्यम से श्रमिकों को मेडिकल जांच के बाद रेलवे स्टेशन तक ले जाया जाता है।!इसके बाद उन्हें ट्रेन में बिठाया जाता है मनपा की ओर से संचालित सिटी बस से उनका किराया नहीं लिया जाता है।

यूपी, बिहार, ओड़िशा और राजस्थान के श्रमिकों के लिए वतन जाना हुआ आसान

सूरत
कोरोना के कारण फसे श्रमिकों ने लॉकडाउन के कारण बीते दिनों अपने वतन जाने के लिए पैदल ही यात्रा शुरू कर दी थी ।उन्हें पुलिस ने पकड़ कर शेल्टर होम में रख दिया था सवा महीने से शेल्टर होम में रहने वाले 800 अन्य राज्यों के श्रमिकों को अब अपने वतन जाने दिया जाएगा ।

एस.टी बस गुजरात की सीमा तक ले जाएगी

शनिवार की शाम एसटी बस उन्हें गुजरात की सीमा तक छोड़कर आएगी यह फैसला किया गया है।इसके बाद संबंधित राज्य की सरकारें अपने राज्य तक ले जाने की व्यवस्था करेंगी शनिवार को मध्य प्रदेश के 116 मजदूरों का स्क्रीनिंग कर मध्यप्रदेश भेजा गया ।सूरत के कपड़ा उद्योग में बड़े पैमाने पर उत्तर प्रदेश ,बिहार ,छत्तीसगढ़ ,राजस्थान आदि राज्यों से लोग रहते हैं लॉकडाउन के कारण वह बेरोजगार हो गए हैं ।

बेरोज़गार श्रमिकों ने मचाया था बबाल

सवा महीने तक नौकरी धंधा नहीं होने के कारण उनके पास रुपए भी घट गए हैं ऐसे में बीते दिनों शहर के पांडेसरा ,वेड रोड ,सचिन आदि क्षेत्रों में श्रमिकों ने अपने वतन जाने के लिए बबाल भी किया था ।कुछ लोग पैदल ही अपने वतन के लिए निकल पड़े थे लेकिन ,शहर और राज्य की सीमाएं सील होने के कारण उन तमाम को रोक लिया गया था ,और शेल्टर होम में भेज दिया गया था ।शेल्टर होम में लगभग 800 श्रमिक थे ।अब उन्हें अपने राज्य में भेजने का फैसला किया गया है ।

कई राज्यों ने अपने श्रमिकों के ले जाने की तैयारी की

शनिवार को मध्य प्रदेश ,राजस्थान ,यूपी ,बिहार की सरकार ने अपने श्रमिकों को ले जाने के लिए तैयारी दिखाई है ।इसके साथ ही सूरत का शेल्टर होम में रहने वाले मजदूरों को उनके वतन में ले जाने के लिए एसटी विभाग की ओर से बस शुरू की गई है |सूरत के अलावा पलसाना ,बारडोली,उमरपाडा आदि शेल्टर होम में रहने वाले श्रमिकों को उनके भेजा जाएगा ।उल्लेखनीय है कि सूरत में अभी भी बड़े पैमाने पर अन्य राज्यों के लोग फंसे हुए हैं जोकि सामाजिक संगठन और राज्य सरकार की मदद पर ही जी रहे हैं ।श्रमिक बार-बार अपने वतन जाने की मांग कर रहे हैं ।

सासंद सीआर पाटिल में दिखाई मानवता

सांसद सीआर पाटील ने इस सिलसिले में सरकार में गुहार लगाई थी ।अब जिन लोगों को अपने वतन जाना है उन लोगों के लिए सांसद सीआर पाटील अपने ऑफिस से बस की व्यवस्था करने की तैयारी कर रहे हैं ।शनिवार को 8 बस तय की गई थी और 25 और भेजने की तैयारी चल रही है। श्रमिक वतन जाने वालों की जानकारी उनके कार्यालय पर जमा करवा रहे है।

सूरत में लाखों का पान मसाला चुरा ले गए नशेडी!!!!

सूरत
लॉकडाउन के दौरान पान मसाला, बीड़ी-सिगरेट आदि की दुकानें बंद होने के कारण इनका सेवन करने वाले परेशान हो गए हैं । चोरी छुपे से बड़े पैमाने पर इसकी कालाबाज़ारी हो रही है।सूरत में अब तक चोरी छुपे से पान मसाला ले जाने वाले छह से अधिक लोगों के ख़िलाफ़ पुलिस ने शिकायत दर्ज कर जाँच शुरू की है ।
गुरुवार को कडोदरा रोड पर पान मसाला के गोडाउन में रखा लाखों रुपया का पान मसाला चोरी कर कुछ लोग फ़रार हो गए ।


बंद गोडाउन का ताला तोडा
घटना के बारे में पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई है ।मिली जानकारी के अनुसार करमचंद कम्पनी में काम करने वाले सुरेश धनजी के के तेजाणी ने शिकायत दर्ज कराई है कि, दो मार्च से 22 अप्रैल के दौरान दुकान और गोडाउन बंद था ।उस दौरान गोडाउन का ताला तोड़कर चोर अंदर गए और 8 लाख रुपये का पान मसाला चोरी कर फ़रार हो गए ।इसके अलावा वॉटर बॉटल और कुर्सी सहित कुल मिलाकर 12.12 लाख रुपये की चोरी कर फ़रार हो गए। यहाँ पान मसाला की कुल 25000 बोरी थी, जिसमें कि 5000 पैकेट थे। एक की क़ीमत 800 रूपए थी।

इसके अलावा तंबाकू के 11 बोरे में 800 पैकेट थे जिनकी क़ीमत 352000 रूपए थी। इसके अलावा स्कीम में देने के लिए रखी वॉटर बोटल और कुर्सी भी उठा ले गए। पुलिस ने किसी नशेडी ने यह काम किया हो इस दिशा में भी जाँच शुरू की है, या पानमसाला के बढ़ते दाम के चलते अधिक क़ीमत पर बेचने के लिए चोरी की गई हो यह आशंका भी है।

कपड़ा व्यापारियों को एमएसएमई में शामिल करने की गुहार !

सरकार को करोड़ों रुपए का टैक्स चुकाने वाले कपड़ा व्यापारियों को सरकार की नीतियों का लाभ बहुत कम मिलता है ।इस शिकायत के साथ कपड़ा उधमियों को सूक्ष्म, लघू और मध्यम उधोग की श्रेणी में शामिल करने की माँग उठी है। कपड़ा उधमियों का कहना है कि कपड़ा व्यापारी देशभर में लाखों लोगों को रोजगार देते हैं । सरकार को करोड़ों रुपए टैक्स चुकाते हैं।किसी भी आपदा के समय में सरकार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े रहते हैं लेकिन , उन्हें किसी योजना का लाभ नहीं मिल पाता ।

गुरूवार को सूरत में चार और क्षेत्र क्ल्स्टर घोषित

गुरूवार को चार और क्षेत्रों को क्लस्टर के रूप में घोषित किया गया है,। साथ ही यहाँ रहने वाले लगभग 2.49 लाख लोगों को होम क्वारन्टाइन किया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार इन लोगों उधना ज़ोन में भेस्तान आवास 96 घरों के पाँच सौ के लोग,हैं।वराछा के धरती नगर सोसाइटी तथा फूलपाड़ा के आसपास के धरतीनगर और सोमनाथ सोसायटी के 2276 लोग और गोडादरा 122154 तथा डिंडोली 124910के लोग हैं

सूरत में गुरुवार को कोरोना के 30 नए मामले सामने, डाक्टर, मनपाकर्मी भी शिकार बने

सूरत
सूरत में गुरूवार की शाम तक कोरोना के 30 पॉज़िटिव मामले सामने आने के साथ कोरोना पॉज़िटिव की संख्या 429 पर पहुँच गई है | इसके अलावा एक जन की मौत भी हो गई । अब तक सूरत में 13 जनों की मौत हो चुकी है।
सूरत में अब तक जिन क्षेत्रों में से कोरोना पॉज़िटिव के मरीज ज़्यादा मिले हैं उसमें रांदेर, मानदरवाजा, कतारगाम और लिंबायत है। मान दरवाज़ा के टेनमांट से 40 से अधिक कोरोना पॉज़िटिव मामले सामने आ चुके हैं |बुधवार को प्रशासन ने अमरोली क्वारंटाइन कर दिया था ।गुरुवार को जिन लोगों के कोरोना रिपोर्ट पॉज़िटिव आए हैं । उनमें मजूरा गेट के सिविल अस्पताल के गायनेक की दो रेजीडेंट डॉक्टर पारुल गोयल और ख़ुशाली श्रोफ भी हैं ।मनपा के आसिस्टन्ट कमिश्नर आरएस गामीत के ड्राइवर का कोरोना रिपोर्ट पॉज़िटिव आने के बाद उन्हें क्वारन्टाइन किया गया है।

इसके अलावा अडाजन निवासी आयकर विभाग के टैक्स आसिस्ट्न्ट विजय कुमार एक भी चपेट में आ गए है ।वह31 मार्च का अंतिम बार आयकर विभाग आए थे। बताया जा रहा है कि इसके पहले भी वह एक बार जाँच के लिए गये थे। इसके बाद मनपा ने उन्हें दोबारा बुलाया जिसमें उनका रिपोर्ट पॉज़िटिव आया।
कोरोना के सूरत में वृद्धा की मौत
कोरोना के कारण गुरुवार को सबेरे सूरत के लिंबायत क्षेत्र में रहने वाले वृद्धा की मौत हो गई। कोरोना के कारण अब तक सूरत में 13 जनों की मौत हो चुकी है, 429 से पॉज़िटिव मामले सामने आ चुके हैं ।
मिली जानकारी के अनुसार लिंबायत के ओमनगर में रहने वाली ख़ुर्शीद बी अज़ीज़ खान को गत दिनों सर्दी खांसी की तकलीफ़ होने के कारण अस्पताल में दाखिल किया गया थां। जहां जाँच के दौरान उनका कोरोना रिपोर्ट पॉज़िटिव आया था। उपचार के दौरान सबेरे उनकी मौत हो गई।
बुधवार शाम तक सूरत में कोरोना पॉज़िटिव के 435 मामले दर्ज हुए थे। आज सबेरे खुर्शीद बी की मौत के साथ मृतांक 13 पर पहुँच गया।

गुजरात में 100 से अधिक लोगों की मौत
गुजरात मैं अब तक कोरोना पॉज़िटिव की संख्या2407 पर पहुँची है । इसमें से 104 लोगों की मौत हो चुकी है। मिली जानकारी के अनुसार गुजरात में प्रतिदिन 3 हज़ार पेश किए जा रहे हैं ।इनमें से बच्चे तो टेस्ट अलग अलग क्षेत्रों में किया जाता है और 500 टेस्ट अलग अलग क्वारेन्टाइन किए गए लोगों का किया जाता है।

काश पहले यह टेस्ट शुरू कर दिया होता!! तो शायद….

सूरत
यदि तुरंत ही कोरोना संक्रमण की जानकारी मिल जाए तो जल्दी उपचार हो सकता है और फैलने से भी बचाया जा सकता है। इसलिए सूरत महानगर पालिका ने कोरोना से लड़ने के लिए रैपिड टेस्ट का सहारा लेना शुरू किया है। शहर के हॉट स्पॉट क्षेत्रों रहने वाले , तथा वहाँ काम करने वाले सफ़ाई कर्मचारियों के साथ जो संभवित क्षेत्रों में काम कर रहे हैं, उनमें कोरोना की जाँच के लिए रैपिड टेस्ट शुरू किया गया है ।रैपीड टेस्ट के माध्यम से यदि व्यक्ति को 7 दिनों के भीतर ही संक्रमण लगा हो और शरीर में एंटीबॉडी तैयार होना शुरू हो गया हो तो संक्रमण का पता लगाया जा सकता है ।


35 टीम के 115 सदस्य कॉन्ट्रैक्ट ट्रेसिंग पर कर रहे काम

मिली जानकारी के अनुसार सूरत में सोमवार की शाम छह बजे तक कोरोना के 244 पॉज़िटिव मामले दर्ज हुए थे, जिनमें की दस लोगों की मौत हो चुकी है ।सूरत महानगर पालिका ने कोरोना के पॉज़िटिव मामला ढूंढने के लिए कई तरह से प्रयास शुरू किया है जिसमें कि मनपा के 35 टीम के 115 सदस्य कॉन्ट्रैक्ट ट्रेसिंग पर काम कर रहे हैं , जोकि कोरोना पॉज़िटिव व्यक्ति को संक्रमण किस तरह से लगा और संक्रमण कहाँ तक फैल सकता है । इस पर काम कर रहे हैं ।इसके अलावा 666 सर्विलांस टीम अलग अलग क्षेत्रों में काम कर रही है |

अब तक किए 8536 टेस्ट

आज तक सूरत महानगर पालिका ने कुल 8536 मामलों में टेस्ट किया है जिसमें के 244 टेस्ट पॉज़िटिव आए हैं 7429 नेगेटिव और 868 केस पेंडिंग पड़े हैं |सूरत महानगर पालिका ने स्लम क्षेत्रों में कोरोना की जाँच के लिए स्लम होस्पिटल की शुरू किया है ।

सोशल डिस्टैंस नही मानने वालों के ख़िलाफ़ दंड

सोमवार की जानकारी देते हुए सूरत महानगर पालिका कमिश्नर बंछानिधि पाणी ने बताया कि सोशल डिस्टैंस नहीं मानने वाले और मास्क नहीं पहनने वालों के ख़िलाफ़ कार्रवाई जारी है जिसमें की अब तक सोशल डिस्टैंस का पालन नही करने वालों से साढ़े नौ लाख रुपये और मास्क नहीं पहनने वालों से 8.23 लाख रुपया वसूला हैं ! इसके अलावा जो लोग दुकानों पर सैनेटाइजर नहीं रख रहा है उनके ख़िलाफ़ भी कार्रवाई करते हुए 2.12 लाख रूपए वसूले।

गुजरात में कोरोना से शनिवार को सात की मौत, कुल मृतांक 48

सूरत
गुजरात में शनिवार को कोरोना के कारण सात लोगों की जान चली गई ।अब तक गुजरात में कोरोना से मरनेवालों की संख्या 48 पर पहुँच चुकी है ।पूरे देश की बात करें तो अब तक पांच सौ से अधिक लोगों की जान जा चुकी है। शनिवार को पूरे देश में दस लोगों की मौत हुई ।इसके सात गुजरातके . दो महाराष्ट्र और एक आंध्र प्रदेश से है।
इसके पहले शुक्रवार को 30लोगों की जान गई थी।

गुजरात में एक दिन में पाँच की मौत

गुजरात में अहमदाबाद में सबसे अधिक पाँच मौतें अहमदाबाद में हुई।वड़ोदरा और सूरत में एक एक मरीज़ की मौत हुई सूरत में 36 वर्षीय महिला के उपचार के दौरान मौत हो गई ।अब तक के आंकड़े देखें तो कोरोना के कारण मरने वालों में महाराष्ट्र सबसे आगे हैं ।यहाँ पर 200 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है ।इसके बाद मध्य प्रदेश में 69 और गुजरात में 48 लोगों की जान जा चुकी है ।गुजरात में अहमदाबाद और सूरत में उन्होंने पॉज़िटिव के मामलों में तेज़ी आ रही है ।सूरत की बात करें तो सूरत में शुक्रवार को 46 कोरोना पॉज़िटिव आए थे ।इसके बाद शनिवार को दोपहर 12 बजे तक16 के सामने आ चुके हैं ।

सूरत में सभी सब्ज़ी विक्रेताओं की होगी कोरोना जांच

सूरत में शुक्रवार को वराछा क्षेत्र में दो सब्ज़ी विक्रेता का कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद शहर में सब्ज़ी बेचने वाले तमाम विक्रेताओं की स्क्रीनिंग की जाएगी ।यदि आवश्यकता पड़ी तो उनकी अधिक जांच भी होगी। शहर में कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर चिंतित केंद्र सरकार ने तैयारियाँ और सख़्त कर दी है ।

देशभर में 600 से अधिक अस्पतालों में उपचार

केंद्र सरकार का दावा है कि भारत में 600 से अधिक अस्पतालों में कोरोना का उपचार किया जा सकता है । अस्पतालों में कोरोना के लिए 1, लाख बैड की व्यवस्था है ।और देश में कई लैबोरेटरी में कोरोना की जाँच की जा रही है ।रेलवे विभाग भी रेलगाड़ी के डिब्बों को आइसोलेशन वार्ड में बदलने की कार्रवाई शुरू कर दिया है।

कोरोना मरीजों की बढ़ती संख्या देख स्मीमेर में भी होगा टैस्ट!!

सूरत

कोरोना की जाँच अब सूरत में बड़ी संख्या में और तेज़ी से हो सकेगी । क्योंकि प्रशासन ने सहारा दरवाज़ा स्थित स्मीमेर हॉस्पिटल को कोरोना की जाँच करने की छूट दे दी है ।शुक्रवार को स्मीमेर हॉस्पिटल में 45 कोरोना टैस्ट किए गए ।

मरीजों की संख्या के साथ मनपा बदल रहा स्ट्रेटेजी
शहर में बीते पाँच दिनों से कोरोना के मरीजों के मिलने का सिलसिला तेजी से बढ़ा है। शुक्रवार को एक साथ 46 मरीज आ गए। शहर की परिस्थिति को पहले से ही भाँप चुका मनपा प्रशासन अपनी स्ट्रेटेजी में जरूरत के मुताबिक बदलाव कर रहा है। कम्युनिटी सैम्पलिंग के साथ ही कॉटैक्ट ट्रेसिंग अप्रोच पर और अधिक फोकस किया है। ट्रिपल टी अप्रोच पर मनपा प्रशासन पहले से ही काम कर रहा है।

शुक्रवार से टैस्ट शुरू

मनपा प्रशासन ने आइसीएमआर से सूरत में ही कोरोना परीक्षण की अनुमति मांगी थी। आइसीएमआर से स्मीमेर अस्पताल को कोरोना टैस्टिंग की अनुमति मिलने के बाद से शुक्रवार से सूरत महानगर पालिका प्रशासन ने मनपा संचालित स्मीमेर अस्पताल में कोरोना की जांच शुरू कर दी। पहले दिन 45 सैंपलों की जांच की गई।

एंटीजन और एंटीबॉडी टेस्ट भी

सूरत के लिए बड़ी ख़बर यह भी है कि सूरत महानगर पालिका अब कोरोना के शंकास्पद मरीज़ों की एंटीजेन और एंटीबॉडी टेस्ट भी करेगा इसके लिए 1 हज़ार के शुक्रवार को वलसाड से आ गयी। जिन मरीज़ों के अंदर तीन से अधिक लक्षण पाए गए और जो कोरोना कहता इंकार पर होंगे उनके लिए एंटीबॉडी टेस्ट किया जाएगा।

कई बिमारियों क लगेगा पता
संक्रमण के कारण होने वाली बीमारियों और रोग प्रतिरोधक क्षमता की जांच के लिए एंटीजन-एंटीबॉडी रिएक्शन टैस्ट कराने की सलाह दी जाती है। इससे बीमारी का कारण जैसे बैक्टीरिया, वायरस, फंगस का पता लगाया जाता है। इस टैस्ट से हेपेटाइटिस, डेंगू, मलेरिया, टायफॉइड, हरपीज, चिकनगुनिया के अलावा प्रमुख कैंसर (बे्रस्ट, प्रोस्टेट व यूट्रस) की जांच भी करते हैं।

मानदरवाजा क्षेत्र मे बढ़े मरीज

शहर में मानदरवाजा क्षेत्र में कोरोना के मरीज़ों की संख्या तेज़ी से बढ रही है। कल शाम को एक साथ मानदरवाजा के 25 लोगों के कोरोना के रिपोर्ट पॉज़िटिव आने के साथ ही कुल 29 लोगों के रिपोर्ट कोरोना पॉज़िटिव हो चुके हैं। मनपा और कम्यूनिटी सैंपलिंग पर ध्यान दे रहा है।

ऑह!! कोरोना के कारण 2.91 लाख लोग घर में बंद!

सूरत.
सूरत में बीते तीन दिन से कोरोना मरीजों की बढ़ती संख्या ने शहरीजनों की नींद उड़ा दी है। बुधवार को भी शहर में कोरोना के 16 पॉज़िटिव मामले सामने आए। शहर में बेकाबू होते कोरोना को काबू में करने के लिए मनपा प्रशासन ने प्रभावित बड़ी आबादी को क्लस्टर के दायरे में लाना शुरू कर दिया है। मंगलवार को मनपा प्रशासन ने सात नए इलाकों को क्लस्टर घोषित कर दिया। इसके साथ ही शहर में अब दस इलाके क्लस्टर बनाए गए हैं। इनमें 2.91 लाख लोग घर में बंद में रहने को विवश हो गए हैं।

पालिका ने घोषित किए नए क्लस्टर
सूरत महानगर पालिका ने अब कई संभावित क्षेत्रों में घर-घर जा कर सैंपल लेना शुरू कर दिया है।इस कारण पॉज़िटिव केसों की संख्या भी बढ़ी है। मनपा का प्रयास है कि कोरोना को नियंत्रण मे किया जाए। इसलिए मनपा ने
शुरुआत में सबसे पहले रांदेर से पॉज़िटिव ज़्यादा मिलने के कारण वहाँ के एक हिस्से को मास क्वारन्टाइन कर बेरिकेट किया थ, लेकिन इसके बाद परिस्थिति को देखते हुए पूरे इलाके को क्लस्टर घोषित कर उस क्षेत्र में लोगों की आवाजाही को पूरी तरह प्रतिबंधित कर दिया गया। इसके बाद झांपाबाजार क्षेत्र से कोरोना के मरीज़ों की संख्या बढ़ने के कारण झांपा बाज़ार और बेगमपुरा को मास क्वारन्टाइन घोषित कर दिया गया। मंगलवार को लोखाट अस्पताल में तीन पॉज़िटिव मामले सामने आने के बाद उसे भी क्लस्टर बना दिया था।

कहाँ बने नए क्लस्टर
ईस्ट जोन में दो, साउथ इस्ट जोन में दो, सेंट्रल जोन में लोखात और बेगमपुरा के अलावा दो नए क्लस्टर घोषित किए हैं। इनमें नानपुरा और भागल नए क्लस्टर घोषित किए गए। इसके साथ ही शहर में कोरोना के दस हॉट स्पॉट हो गए हैं।

नानपुरा में 22000 लोग घर में बंद

चौटाबाजार से लाल गेट, भागल चार रास्ता से भाव नगरी शेरी से चौटाबाजार साई बाबा मंदिर तक के क्षेत्र में 1521 घरों के 4047 लोग क्लस्टर क्वारन्टाइन में हैं।साउथ जोन में पांडेसरा के स्वामीनारायण नगर, श्रीराम नगर, छत्रपति शिवाजी नगर, गौरी नगर के 1951 घरों में 11338 लोगों को क्लस्टर क्वारन्टाइन किया गया है। सेंट्रल जोन के नानपुरा में 4556 घरों में रह रहे 22386 लोग क्लस्टर क्वारन्टाइन किए गए हंै।

लिंबायत में 55 हज़ार लोग क्वारन्टाइन में

मनपा आयुक्त बंछानिधि पाणि ने नए क्लस्टर यानी हॉट स्पॉट की पहचान कर कार्रवाई करने के लिए नए क्लस्टर बनाए गए। दस क्लस्टर में 61982 घरों में रह रहे 291942 लोगों को होम क्वारन्टाइन किया गया है।सेंट्रल जोन में 30 हजार लोगों को क्लस्टर क्वाराटाइन किया गया है। वेसू में ईडब्ल्यूएस आवास के 576 घर के 2300 लोग, वराछा में 1545 घरों के 6300 से अधिक लोग और लिंबायत मीठी खाड़ी क्षेत्र में 14 हजार घरों में रह रहे 55 हजार लोगों को क्लस्टर क्वाराटाइन किया गया है।

मास्क नहीं पहनने पर दंड
उल्लेखनीय है कि सूरत महानगर पालिका ने सोशल डिस्टैंस का पालन नहीं करने वाले वालों से दंड लेना शुरू किया है। जो लोग सोशल डिस्टैंस का पालन नहीं करते और मास्क पकड़े जाएँगे उनके ख़िलाफ़ एपेडेमिक डीसिज एक्ट के तहत कार्रवाई की जाएगी।