कोरोना के कारण बीते 19 दिन में 211 लोगों की मौत हो चुकी है। 22 मार्च से 30 जून तक 100 दिन में कोरोनावायरस मरने वालों की संख्या 182 थी। जो जुलाई महीने के 19 दिन में डबल हो गई है सिर्फ 19 दिन में ही कोरोना के कारण 211 लोगों की मौत हो गई।
अगर उम्र के अनुसार देखा जाए तो 40 साल से कम हो ऐसे 9 लोग, 41 से 50 के बीच 34, 51 से 60 के बीच 75, 61 से 70 साल के बीच 46, 71 से 80 के बीच 34 और 80 से अधिक उम्र वाले में से 4 लोगों की मौत हो चुकी है।बताया जा रहा है कि मृतकों में 71 महिलाएं हैं और जबकि उनके सामने 140 पुरुष हैं।
सूरत में लोक डाउन के दौरान कोरोनावायरस जो और मृतकों की संख्या कम थी लेकिन अनलॉक बन के बाद जैसे ही व्यापार उद्योग शुरू हुआ वैसे ही कोरोना के मरीजों की संख्या भी तेजी से बढ़ने लगी। फिलहाल शहर में रोज 200 से ढाई सौ के करीब करो ना कि मरीज आ रहे हैं। इसके अलावा सरकारी चौपड़ें पर रोज 10 से 15 मौत हो रही है। सूरत महानगर पालिका की ओर से आपको कोरोना का टेस्ट बढ़ाने का निर्णय लिया गया है।
सूरत महानगर पालिका ने मनपा के 800 कोरोना की जांच करना शुरू कर दी है। बताया जा रहा है कि महानगर पालिका की ओर से शहरी जनों से सोशल डिस्टैंस का पालन और मास्क पहनने का अपील बार-बार की जा रही है। इसके बावजूद कई क्षेत्रों में लोग परिस्थिति को समझ नहीं रहे हैं। सूरत में कतारगाम क्षेत्र सबसे ज्यादा संवेदनशील माना जा रहा है। यहां पर से हीरा श्रमिक बड़ी संख्या में संक्रमित हुए हैं।
फिलहाल शहर में स्वैच्छिक लॉकडाउन की परिस्थिति है। सूरत महानगर पालिका की ओर से हेयर सैलून और ब्यूटी पार्लर संचालकों के लिए गाइडलाइन जारी की गई है। यहां पर प्रतिदिन बड़ी संख्या में लोग आते हैं। इसलिए यहां पर ज्यादा संक्रमण फैलने का भय है। इस परिस्थिति को समझते हुए हेयर सैलून के लिए नई गाइडलाइन जारी की है। बताया गया है कि यहां पर 50% स्टाफ से काम करने के लिए और यदि जगह कम हो तो सिर्फ एक ही काम कराने के लिए कहा गया है।
इसके अलावा सभी लोगों को मास्क अनिवार्य है। हर ग्राहक के ग्लब्स बदलना भी अनिवार्य है। हर एक ग्राहक के बाद उपयोग में लेने वाला और कपड़ा बदलना पड़ेगा। साथ ही इस्तेमाल की जाने वाले साधन को 30 मिनट तक गर्म पानी में गर्म करना पड़ेगा।