सूरत के संदीप को अचानक लगा कि वह अंदर से महिला हैं, फिर उन्होंने तय किया कि.


सूरत के संदीप को कलेक्टर कार्यालय ने ट्रान्सजेन्डर का सर्टिफिकेट देकर संदीप से अलिशा बनने की मान्यता दे दी। अब से संदीप की नई पहचान अलिशा के तौर पर होगी। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार संदीप जब किशोरावस्था मे पहुंचे तो उन्हें लड़को की तरह नहीं बल्कि लडकियों को जो चीजें पसंद थी वह पसंद आती थी।

हालाकि सामाजिक बंधनो के कारण वह चुप रहे। संदीप ने इंजीनियरिंग में डिप्लोमा पूरा करने के बाद भी आखिरकार तय कर लिया कि उनके अंदर जो कुछ है वह समाज में सबसे आगे लाएगें और 39 साल की उम्र में संदीप ने एक अहम फैसला लिया. तीन सर्जरी करने के बाद वह संदीप से अलीशा पटेल बन गईं।सरकार ने उन्हें सर्टिफिकेट देकर उन्हें एक महिला के रूप में भी मान्यता दी है।


कलेक्टर कार्यालय की ओर से अलीशा को ट्रांसवुमन का सर्टिफिकेट दिया गया।यह सर्टिफिकेट उनके जेंडर रिअसाइनमेंट ऑपरेशन के बाद मिला है और सरकार द्वारा उनकी नई पहचान को मान्यता मिलने पर वह बहुत खुश हैं। अलीशा ने कहा कि वह अपनी नई पहचान पाकर खुश हैं।अलीशा ने कहा, “मैं अब आत्मविश्वास से लोगों के सामने अपनी पहचान प्रकट कर सकती हूं और एक महिला के रूप में काम कर सकती हूं।” जो मैं पहले नहीं कर पाती थी। वह जानती थी कि वह 12 साल की उम्र से एक महिला है।

लड़के हाफ पैंट पहनकर स्कूल आए लेकिन मुझे स्कूल यूनिफॉर्म में लंबी स्कर्ट पसंद आई। लेकिन मैं खुद को व्यक्त नहीं कर सका। छह बहनों में सबसे छोटी अलीशा पटेल ने कहा, “मेरी बॉडी लैंग्वेज, रुचि और बात करने के तरीके ने दिखाया कि मैं बड़ी होकर अपने परिवार में एक महिला बनूंगी।”साल 2019 में यह कानून बन गया कि जेंडर रिअसाइनमेंट के बाद नई पहचान दी जा सकती है।

जिसके तहत वह अलीशा बनने के लिए जरूरी दस्तावेज इकट्ठा करने लगा। बाद में उसने सर्जरी सहित दस्तावेजों के आधार पर सरकार के पास आवेदन किया।ट्रांस गर्ल बनने के लिए आवेदन करने के बाद सत्यापन के अंत में उसे कलेक्टर कार्यालय से प्रमाण पत्र दिया गया है।अलीशा ने कहा, “मैं एक महिला बनना चाहती थी।” परिवार का सहारा था। इसलिए मैंने एक मनोवैज्ञानिक की मदद ली। तो उन्होंने भी मेरे विचार को पुष्ट किया। बाद में मैंने सरकार के ऑनलाइन पोर्टल पर आवेदन किया। 

महिला से मश्करी पड़ी भारी,सभी महिलाओं ने जमकर पीटा

शहर के सरथाना क्षेत्र में महिलाओं ने एक युवक की जमकर पिटाई कर दी।उसे बुरी तरह से पीटा और उसकी बेइज़्ज़ती की।दरअसल बात ऐसी है कि सरथाना क्षेत्र में आज दोपहर को एक कंस्ट्रक्शन साइट पर बड़ी संख्या में मज़दूर काम कर रहे थे।

इस दौरान वहाँ से कुछ महिलाएँ गुज़र रहे थी। इन्हें देखकर एक मज़दूर ने महिला की मश्करी कर दी। इसके बाद तो वहाँ का माहौल देखने जाता ही था। महिला ने जमकर उस युवक की पिटाई करना शुरू कर दी। महिला ने युवक के गले में सफ़ेद रूमाल डालकर उसे रोड पर खींच लिया और थप्पड़ों से पिटाई करने लगी।

कई लोगों ने यह वीडियो भी बना लिया और वायरल कर दिया । शाम तक यह वीडियो पूरे शहर में वायरल हो गया। सभी महिलाएँ इस घटना के ख़िलाफ़ बहुत नाराज़ दिख रही थी। वहाँ पर मौजूद सभी महिलाओं ने जमकर मज़दूर युवक की पिटाई कर दी। महिलाओं का रौद्र रूप देखकर लोग दंग है।

युवक ने महिलाओं से माफ़ी भी माँगी लेकिन महिलाएँ इतनी नाराज़ है कि वह माफ़ करने के मूड में नहीं गई है।उल्लेखनीय है कि शहर में आए दिनों महिलाओं और लड़कियों से छेड़खानी की घटना होते रहती है लेकिन महिलाएँ इसे नज़रअंदाज़ करती है।

जिसके चलते मनचलों का मन और बढ़ जाता है और यह छोटी छोटी घटनाएँ आगे चलकर घटनाएँ आगे चलकर बच्चियों से या महिलाओं से बलात्कार का रूप धारण कर लेती हैं। लेकिन आज की घटना के बाद यह युवक किसी भी महिला का नाम नहीं लेगा।

विदेश से रिटर्न हीरों पर से इम्पोर्ट ड्यूटी घटाने की मांग!



सूरत की सांसद दर्शना जरदोष ने मंगलवार को लोकसभा में हीरा उद्योग के समक्ष आ रही समस्याओ के बारे में केन्द्र सरकार से गुहार लगाई। उन्होंने रिजेक्ट हीरों की इम्पोर्ट ड्यूटी कम करने की मांग की है।
सांसद दर्शना जरदोष ने कहा कि सूरत एशिया नहीं बल्कि दुनिया में सबसे तेजी से आगे बढ रहा है।

दुनिया में तैयार होने वाले 100 हीरो में से 90 हीरे सूरत में बने होते हैं। अब हीरा उद्योग में परिवर्तन आ रहा है। पहले की अपेक्षा कट और पॉलिश्ड हीरो की प्रक्रिया में बदलाव आया है। केन्द्र सरकार की मेहनत से सूरत में अब फ्री जोन भी तैयार हो चुका है। जल्दी ही रफ हीरो का लेन-देन भी शुरू होगा। कोरोना के बाद सबसे पहले हीरा उद्योग शुरू हुआ है।

अंतरराष्ट्रीय बाजार शुरू होने के कारण हीरों का निर्यात शुरू हो गया है। लेकिन इन दिनों हीरा उद्योग के समक्ष कई समस्याएं आ रही है। उन्होंने कहा यदि हीरा उद्यमी 200 करोड का हीरा विदेशो में एक्सपोर्ट करते हैं। इनमें से अंदाजन 50 करोड़ रुपए के हीरे वापिस आते हैं तब  उस पर साढे सात प्रतिशत ड्यूटी चुकाते हैं।

यह ड्यूटी घटाकर दो प्रतिशत करनी चाहिए। इन्टरनेशनल ट्रेड शुरू हो चुका है। इस बारे में जीआर जारी करने की जरूरत है। इसके अलावा जरदोष ने कहा कि जीएसटी के कारण सबसे ज्यादा सूरत के उद्यमी परेशान हुए थे।


उल्लेखनीय है कि कुछ दिनों पहले जैम्स एंड ज्वैलरी एक्सपोर्ट प्रमोशन काउन्सिल ने भी विदेश से वापिस आने वाले हीरों पर से इम्पोर्ट ड्यूटी कम करने की गुहार लगाई थी। 

मानव अधिकारों के लिए होंगे सूरत डिस्ट्रिक्ट में सशक्त कार्य

“अखिल भारतीय मानवाधिकार निगरानी समिति” ने। जितेन्द्र सुराणा को प्रेसिडेंट और गौरव भसीन को वाइस प्रेसिडेंट के तौर पर चुना है। इस अवसर पर उन्होंने बताया कि समाज के विकास के लिए काम किए जाएँगे।

इस बारे में जारी प्रेस विज्ञप्ती में उन्होंने बताया है कि पुलिस एवम प्रशासन के साथ मिलकर समाज में पिछड़े वर्गों, महिलाओं इत्यादि के प्रति होने वाले भेदभाव को दूर करने के उद्देश्य से महत्त्वपूर्ण सामाजिक विधानों का कार्यान्वयन करने के साथ-साथ कानून के नियमों का पालन कराने के लिए अत्याधिक महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।मौलिक अधिकार एवं स्वतंत्रता से है।

जिसके सभी मानव प्राणी हकदार है। अधिकारों एवं स्वतंत्रताओं के उदाहरण के रूप में जिनकी गणना की जाती है, उनमें नागरिक और राजनैतिक अधिकार सम्मिलित हैं जैसे कि जीवन और आजाद रहने का अधिकार, अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और कानून के सामने समानता एवं आर्थिक, सामाजिक और सांस्कृतिक अधिकारों के साथ ही साथ सांस्कृतिक गतिविधियों में भाग लेने का अधिकार है।

इसके अलावा भोजन का अधिकार काम करने का अधिकार एवं शिक्षा का अधिकार।” सभी वर्गो की सुरक्षा एवम सहायता हमारी मुख्य प्राथमिकता रहेगी”।

सूरत: कोरोना के मरीजों के फेफडे को मजबूत करने ले लिए यह प्रयोग शुरू

कोरोना संक्रमण के कारण मरीजों के फेफड़े पर बुरा असर पड़ता है। डॉक्टर्स की जांच में पाया गया है कि जिन लोगों को कोरोना संक्रमण हो जाता है उन लोगों में शरीर के फेफडे सहित अन्य कई अंग कमजोर हो जाते हैं। ऐसे में सूरत सिविल होस्पिटल में कोरोना से संक्रमित मरीजो को स्पाइरोमेट्रीक कसरत करवाई जा रही है।

ऐसा माना जाता है कि स्पाइरोमीटर नाम की मशीन से कसरत कराने से मरीजों के श्वासोश्वाच्छ की प्रक्रिया सरल हो जाती है। मेडिकल भाषा में इसे ब्रिधिंग एक्सरसाइज के नाम से जाना जाता है।
सिविल होस्पिटल के डॉक्टर रेजीडेन्ट डॉक्टर अजय कुमार ने मीडिया को बताया कि कोरोना वायरस फेफडों को खराब कर देते हैं। इस कारण श्वास लेने की क्षमता भी खराब हो जाती है। इसे पल्मोनरी फाइब्रोसिस कहा जाता है।

फेफडे के जितने हिस्सो में फाइब्रोसिस होता है वह निष्क्रिय हो जाता है। फेफडा ऑक्सीजन के साथ रक्त को पूरे शरीर में पहुंचाता है।

इसलिए कोरोना से जिन मरीजों के फेफडे कमजोर हो रहे हैं ऐसे मरीजों को स्पाइरोमेट्री मशीन से कसरत करवाई जा रही है। इससे उन्हें सॉस लेने में सरलता होती है। बताया जा रहा है कि एक महीने लगातार कसरत करने से मरीजों को थोड़ी राहत का अनुभव होता है।


उल्लेखनीय है कि हाल में ही राजकोट में कोरोना से पीडित मरीज के शव का पोस्टमार्टम किया गया था। इसमें यह पाया गया कि कोरोनाग्रस्त मृतक के फेफड़े और कीडनी पर कोरोना का असर पहुंचा था। गुजरात में कोरोनाग्रस्त मृतक के शरीर का पहला पोस्टमार्टम था।

वेसू में किशोरी से देहविक्रय के मामले में दो और पकडाए, कई बड़े लोगों के नाम आए

वेसू क्षेत्र में बड़ौदा की लड़की से ब्यूटीपार्लर में देहविक्रय के मामले में पुलिस की जाँच जारी है। गुरूवार को दो और लोग पकड़े गए।


मिली जानकारी के अनुसार गत 9 तारीख को वीआइपी रोड पर गोयंका स्कूल के पास एक किशोरी रो रही थी। उस दौरान एक जागृत नागरिक ने पुलिस को इसकी जानकारी दी। पुलिस जब किशोरी के पास पहुंची तो इस किशोरी ने अपनी सारी जानकारी देते हुए बताया कि 20 जुलाई को वह घर से शैंपू खरीदने के लिए गई थी।

उस दौरान सूरत के भटार के इन्दिरा नगर में रहने वाली उसकी परिचित महिला मुस्कान मोहम्मद शेख ने नौकरी देने के बहाने सूरत ले आई थी और मनी मार्केट शॉपिंग सेंटर में तमन्ना मसाज पार्लर में ले गई थी।

इसके अलावा मोक्ष डे स्पा तथा वीआईपी रोड पर मारवेला कांपलेक्स में न्यू पूजा, इंडियन स्पा तथा रूंगटा शॉपिंग सेंटर में भी दोनों में ले जाकर उससे मसाज पार्लर की आड़ में व्यापार करवाया था। इसके आधार पर पुलिस ने गुरुवार को इन तमाम में स्पा और मसाज पार्लर में छापा मारकर मुस्कान शेख तथा मसाज पार्लर संचालक शोभा उर्फे संगीता घोष, भेस्तान आवास के रामानुज जयसवाल, ममीना मंडल, गोडादरा के राजेंद्र कनौजिया, डिंडोली के जलाराम नगर के अमित रविंद्र सिंह तथा कर्मचारी राम लखन रमेश सिंह, अनुज बजरंगी यादव रोशन, सुजीत पप्पू सिंह, कुंन्दाबेन आनंद अखाड़े को गिरफ्तार किया था।


उमरा पुलिस ने गत रोज और एक मसाज पार्लर की संचालिका और मैनेजर को पकड़कर पूछताछ शुरू की है। जबकि अभी तक इसकी मास्टरमाइंड फरार हैं। गत रोज रूंगटा शॉपिंग सेंटर के जीमी न्यू स्पा की संचालिका मधु जयसवाल जो कि मूल यूपी बनारस की हर हाल में भेस्तान के सुमन स्मृति आवास में रहती है तथा उसके मैनेजर अमित रमेश उनडकट( वास्तुग्राम एपार्टमेन्ट, वेसू) को गिरफ्तार किया है।

इसके मास्टर माइंड प्रमोद सिंह और उसकी प्रेमिका रिया सिंह पुलिस फरार हैं।चर्चा है कि तक पकड़े गए लोगों ने पार्लर में कई बड़े रईश लोग आने की जानकारी दी।

समुद्रमंथन के समय भगवान विष्णु ने धारण किए गोपाल सुंदरी रूप के सूरत के इस मंदिर में होती है बड़ी भीड

भगवान श्रीकृष्ण की महिमा की महिमा ही निराली है।भगवान कृष्ण की महिमा जितनी आंकी जाए उतनी कम है लेकिन, सूरत के इस मंदिर में भगवान श्रीकृष्ण मोहन विराजमान है जिसका दर्शन भक्तों को खुब आकर्षित करता है।

समुद्र मंथन के समय भगवान विष्णु ने मोहिनी का रूप धारण किया था जो कि गोपाल सुंदरी का रूप माना जाता है। भारत में गोपाल सुंदरी के सिर्फ दो मंदिर है।इसमें एक वाराणसी और दूसरा सूरत में है सूरत के अश्विनी कुमार तापी तट के किनारे वेदराज महादेव मंदिर के नजदीक यह मंदिर है।


कृष्ण भक्त जन्माष्टमी में मोहिनी स्वरूप के दर्शन के लिए बड़ी संख्या में यहां पर आते हैं। भक्तों का कहना है कि इसवी सन 1820 में केरल प्रदेश के सशल गांव में जन्मे हुए स्वामी श्री परमहंस आत्मानंद सरस्वती नव वर्ष की उम्र में गुरु विश्वेश्वर के पास अभ्यास के लिए गए थे और गुरु की सेवा करके संस्कृत धर्मशास्त्र,वेदांत, विज्ञान,योग की जानकारी ली।

आत्मानंद सरस्वती ने सिर्फ 17 साल की उम्र में शिवकांची में संन्यस्त दीक्षा ली थीं। इसके पश्चात उन्होंने देश भर में वेदांत और तत्व ज्ञान का प्रचार किया। उन्होंने अनेक जगह मठ और धर्मशाला बनवाई।सूरत में गोपाल सुंदरी मंदिर और मठ की स्थापना की थी। सूरत और रांदेर में उनके कई भक्त थे।

जिस भगवान शंकर के अर्धनारीश्वर रूप की भी कल्पना की गई हैं उसी तरह भगवान श्रीकृष्ण भगवान के इस रूप की कल्पना की गई है। भगवान गोपाल सुंदरी का मंदिर सोने और कसाब के काले पत्थर से बनाया गया है। जन्माष्टमी पर यहाँ बड़ी संख्या में भक्त आते है।

सूरत से सनफ्रान्सिको, न्यूयार्क और शिकागो के लिए फ्लाइट की व्यवस्था

सूरत के लोगों के लिए खुशखबरी है। लंबे समय स सूरत के लोग सूरत से अंतरराष्ट्रीय विमान शुरू करने की मांग कर रहे हैं। सूरत एयरपोर्ट से फिलहाल शाहजहां के लिए एक लाइट शुरू की गई है।उसके बाद अभी तक इसमें कोई प्रगति नहीं हुई थी।

लेकिन रविवार को सूरत के लोगों के लिए खुशखबरी आई है। सूरत से सिंगल पीएनआर टिकट पर अब सन फ्रांसिस्को, शिकागो, और न्यूयॉर्क की फ्लाइट सूरत के लोगों को मिल सकेगी। यह व्यवस्था एयर इंडिया के सूरत से दिल्ली जाने वाली शाम की फ्लाइट शाम की फ्लाइट में शुरू की गई है। इस व्यवस्था के अनुसार जिन्हें सन फ्रान्सिको, शिकागो या न्यूयॉर्क जाना होगा उन्हें सूरत से सिर्फ एक टिकट लेनी होगी और दिल्ली जाने के बाद उन्हें फ्लाइट बदलना होगा। उन्हें वहां पर टिकट का इंतजाम नहीं करना होगा।

इस सिस्टम में सूरत से न्यूयॉर्क सनफ्रान्सिको और शिकागो के लिए एक ही टिकट बनेगा। बताया जा रहा है कि अब तक सूरत के लोगों को इन शहरों में जाने के लिए मुंबई या दिल्ली के एयरपोर्ट अथवा अन्य बड़े एयरपोर्ट से फ्लाइट मिलती थी। इसके लिए उन्हें पहले वहां का टिकट लेना पड़ता था और इसके बाद विदेश का टिकट खरीदना पड़ता था। यह सुविधा शुरू होने से उन्हें सूरत से ही टिकट बुक हो जाएगा।इससे यह फायदा है कि पहले यदि पैसेंजर निश्चित समय पर एयरपोर्ट पर फ्लाइट की कमी या की किसी भी कारण से मुसाफिर निर्धारित समय पर एयरपोर्ट नहीं पहुंचे तथा अपनी फ्लाइट चुक जाए तो उसे रिफंड नहीं मिलता था लेकिन, इस व्यवस्था के बाद यदि मुसाफिर फ्लाइट की खामी के कारण एयरपोर्ट पहुंचने में देरी करे तो वह रिफंड का पात्र होगा।

सूरत से यह सुविधा शुरू होने के कारण सूरत के लोगों को बहुत राहत होगी।सूरत के लोग अपने परिवार जनों से मिलने या व्यापार के उद्देश्य से यहां पर आते जाते रहते हैं। आपको बता दें कि लॉडाउन के बाद अंतरराष्ट्रीय उड़ाने बंद कर दी गई हैं,लेकिन 23 जुलाई से कुछ देशों के लिए अंतरराष्ट्रीय विमान सेवा होने की उम्मीद ह।

सूरत मे कोरोना का हाहाकार! 24 घंटे में इतनी …ज्यादा मौतें!!!

सूरत में कोरोना हाहाकार मचा रहा है। प्रतिदिन बड़ी संख्या में कोरोना के नए मरीज दर्ज हो रहे हैं और मृतकों की संख्या भी बढ रही है। आज कुल 20 लोगों की मौत ने सूरत शहर और जिले में लोगों की नींद उडा दी है।


 सूरत में कोरोना का संक्रमण गंभीर चिंताजनक ढंग से आगे बढ रहा है। सोमवार को कुल 291 कोरोना पॉजिटिव मरीज दर्ज हुए। इसमें सूरत सिटी के 221  हैं और जिले के 70 हैं। अब तक कोरोना के कारण शहर में कुल शहर में 7540 और जिले में 1410 केस दर्ज हुए हैं। कुल मिलाकर शहर और जिले में कोरोना संक्रमितो की संख्या 8950 पर पहुंच गई है।

आज कुल 20 लोगों की मौत के साथ कुल 375  लोगों की जान जा चुकी है। इसके अलावा शहर और जिले में 262 लोगों को डिस्चार्ज किया गया। अब तक कुल 5521 लोगों को डिस्चार्ज किया जा चुका है। मंगलवार को मनपा कमिश्नर ने शहर के लोगों से सर्दी खासी या बुखार हो तो लोगों से दूरी बनाए रखने की अपील की।

इसके अलवा कपड़ा बाजार में और हीरा उद्योग में दुकाने खोलने वाले व्यापारियों से सोशल डिस्टेंस का पालन करने तथा मास्क पहनने आदि के लिए भी कहा। इसके अलावा उन्होंने सूरत में कई क्षेत्रो में संक्रमण तेजी से बढ रहा है। जैसे कि वराछा, सरथाणा, पूणा, पूणा गाम, योगीचौक, कारगील चौक, बॉम्बे मार्केट, सिंगणपोर, अमरोली, छापरा, भाठा. डभोली. पाल, अडाजण. पालनपोर, सलाबतपुरा, भाग, चौक बाजार, सोनी फलिया, सैयदपुरा, गोपीपुरा, नानपुरा, डिंडोली, उधना, पांडेसरा, भटार और अन्य क्षेत्रों में तेजी से कोरोना फैल रहा है।

इन क्षेत्र के लोग कारण बिना बाहर नहीं निकलने और घरो में ही रहे वह उनके लिए हितावह है। इसके अलावा कल मनपा कमिश्नर ने मालिक तथा सोसायटी के प्रमुखो से पल्स ऑक्सिमीटर रखने का आग्रह किया ताकि यदि किसी को आवश्यकता पड़े तो तुरंत ही उसकी ऑक्सीजन लेवल जाना जा सके और उसका उपचार किया जा सके। मनपा कमिश्नर ने बताया कि जिन लोगों को ऑक्सीजन लेवल 95 के उपर है उनके लिए कोइसमस्या नहीं है लेकिन जिनका ऑक्सीजन लेवल 94 या उससे कम है।

सूरत महानगर पालिका के कमिश्नर बंछानिधी पाणी ने सूरत के लोगों से कोरोना को ध्यान मे रख कही यह बात!

Posted by Business Patra on Tuesday, 14 July 2020

सूरत में कोरोना की तेज रफ़्तार बरकरार! सोमवार को 6 की मौत

कोरोना के केस की संख्या सोमवार को भी ज्यादा रहा। रविवार को सूरत में 264 केस दर्ज होने के बाद सोमवार को सूरत में कोरोना के 260 नए मामले सामने आए। इसमें से सूरत सिटी के 201 हैं और जिले में 59 नए केस दर्ज हुए।

अब तक सूरत सिटी में कुल 5894 केस दर्ज हो चुके हैं, जबकि जिले में 862 केस दर्ज हुए हैं। शहर और जिले दोनों में मिलाकर कुल 6756 केस दर्ज हुए हैं। कोरोना के कारण आज 6 लोगों की मौत हो गई। अब तक कुल 250 लोगों की जान जा चुकी है। जिसमें की सूरत शहर में 226 और सूरत जिले में 29 केस मिले हैं।

आज कुल 126 लोगों को डिस्चार्ज किया गया। इनमें 110 शहर के और 16 जिले में से हैं। अब तक कुल 4061 लोगों को डिस्चार्ज किया जा चुका है। जिसमें कि 426 जिले के हैं। सूरत महानगर पालिका कमिश्नर बंछानिधि पाणी कतारगाम जॉन और वराछा जोन के लोगों को विशेष सावधानी रखने के लिए कहा। सूरत में कोरोना के केस लगातार बढ़ते जा रहे हैं।

जिसके कारण प्रशासन की नींद उड़ गई है। सोमवार को रिंग रोड स्थित टेक्सटाइल मार्केट की जेजे मार्केट, मिलेनियम मार्केट, सूरत टेक्सटाइल मार्केट सहित कुल 4 मार्केट को सील कर दिया गया था। क्योंकि कपड़ा बाजार में तेजी से कोरोना के मरीज मिल रहे हैं। हालाँकि की कुछ देर के बाद प्रशासन ने सभी मार्केट कोखोल दिया। मनपा प्रशासन की कपड़ा बाजार पर बारीकी से नजर है।

आपको बता दें कि मनपा प्रशासन की ओर से शहर के कई क्षेत्रों को डिसइनफेक्ट करने की कार्यवाही भी की जा रही है। क्षेत्रों में कोरोना के मरीज मिल रहे हैं। उन क्षेत्रों में मनपा की ओर से डिसइन्फेक्शन की कार्यवाही भी जारी है। सूरत महानगर पालिका की ओर से कोरोना के बढ़ते कदम को रोकने के लिए कल जारी की गई लाइन के अनुसार बिना मास्क के दुकान पर जाने वालों को सामान नहीं बेचने के लिए मनपा ने दुकानदारों को कहा है।

यदि कोई इस पकड़ा गया तो 5000 का जुर्माना वसूल किया जाएगा। उल्लेखनीय है कि मनपा की ओर से कोरोना की रोकथाम के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। मनपा ने शहर में सभी क्षेत्र के लोगों से बार-बार सोशल डिस्टेंस का पालन करने, मास्क पहनने और बार-बार हाथ धोते रहने का आग्रह किया है।

इसके बावजूद कई क्षेत्रों में मनपा की बातों को नहीं मानने के कारण कई क्षेत्रों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। फिलहाल शहर के वराछा और कतारगाम जोन पर मनपा का पूरा फोकस है। इन दोनों जोन में से कोरोना के मरीज कैसे कम किए जाएं प्रशासन इसकी चिंता में लगा हुआ है।