हांगकांग में कोरोना के कारण हीरा कारोबारी चिंतित

हांगकांग में कोरोना के संक्रमितो की संख्या बढ़ने के कारण सूरत के ज्वैलरी इंडस्ट्री को फिर से झटका लगा है। सूरत से बड़े पैमाने पर कट और पॉलिश्ड हीरे तथा रक्षाबंधन के दिनों में राखी के फॉर्म में ज्वेलरी हांगकांग निर्यात की जाती थी जो कि इस बार बहुत कम हो गई है।

एक अंदाज के अनुसार सूरत में बनने वाले डायमंड लगभग 40% तक हांगकांग में निर्यात किए जाते हैं जोकि हांगकांग से बेल्जियम और अन्य राज्यों में जाते हैं लेकिन बीते दिनों में हांगकांग में कोरोनावायरस फिर से बढ़ने के कारण वहां के बाजार बंद हो गए हैं ।जिसके चलते ज्वेलरी की खरीदी पर भी असर पड़ी है।

ज्वेलरी इंडस्ट्री से जुड़े उद्यमियों ने बताया कि सूरत से हांगकांग के लिए हर साल रक्षाबंधन के त्यौहार पर राखी के रूप में लाखों रुपए की ज्वेलरी निर्यात की जाती थी लेकिन हांगकांग में इन दिनों बाजार बंद होने के कारण ज्वैलरी इंडस्ट्री को नुकसान का सामना करना पड़ेगा। इसके अलावा बेल्जियम में भी वैकेशन हो जाने के कारण वहां भी डिमांड घट गई है।

उल्लेखनीय है कि स्थानीय हीरा उद्योग पहले ही मंदी के दौर से गुजर रहा है ऐसे में जो थोड़ी बहुत खरीदी हो रही है। उस पर भी इस तरह से रोक लग जाने के कारण स्थानीय उद्यमियों की हालत और ख़राब हो गई है। कोरोना के कारण हर साल ज्वैलरी के रूप में जो राखी भेजी जाती थी वह लगभग 25% कम हो गई है।

इंडियन बुलियन ज्वेलर्स एसोसिएशन के स्टेट डायरेक्टर ने ने नैनेष पच्चीगर ने बताया कि सूरत से हांगकांग में हर साल 40% जेम्स एंड ज्वैलरी का व्यापार होता है यहां से डायमंड हांगकांग जाते हैं और इसके बाद दूसरे देशों में जाते हैं इस बार हांगकांग में कोरोना के कारण वहाँ पर बाज़ार बंद होने से ज्वैलरी और डायमंड की डिमांड में कमी आई है।