सूरत,

तमिलनाडु सरकार के हैण्डलूम एवं टेक्सटाइल मिनिस्टर थिरु आर. गाँधी एवं उनके सचिव डीपी यादव सहित अधिकारियों की टीम ने गुरुवार को सचिन स्थित लक्ष्मीपति प्लांट का दौरा किया।

इस दौरान उन्होंने यार्न एवं कपड़े के बनने की प्रोसेस को बारीकी से समझा ।लक्ष्मीपति ग्रुप के डायरेक्टर संजय सरावगी ने बताया कि श्री थिरु आर. गाँधी ने तमिलनाडु में आने एवं प्लांट डालने का निमंत्रण दिया।उन्होंने कहा कि सरकार कि तरफ़ से आपको हर संभव मदद की जायेगी। उनके पूरे डेलीगेशन ने धागे से लेकर कपड़े बनने तक की नई-नई तकनीक के बारे में भी खुलकर चर्चा की।

इसके पश्चात उन्होंने मार्केट स्थित लक्ष्मीपति के सेल्स ऑफिस गये एवं कपड़े की मार्केटिंग के बारे में समझा । लक्ष्मीपति ग्रुप द्वारा सभी का स्वागत किया गया ।

कोरोना के कारण मंदी से परेशान सूरत के कपडा व्यापारियों के लिए थोडी सी राहत भरी खबर है। अभी तक कोरोना के कारण व्यापार कमजोर रहने के बाद रिटेल मार्केट में खरीद निकलने के कारण दक्षिण भारत के व्यापारियों का आवागमन बढा है और वह ऑर्डर भी दे रहे है। आंध्रप्रदेश और तेलंगाना में आडी की सीजन के कारण व्यापारी सूरत से बड़े पैमाने पर कम और मध्यम कीमत की  साड़ी और ड्रेस की खरीद कर रहे है। इसके चलते सूरत के व्यापारियों के पास बीते दिनों स्टोक में पड़ा स्टोक समाप्त हो गया है।

लॉकडाउन के कारण परेशान कपड़ा व्यापारियों को थोड़ी राहत मिली है। कपड़ा बाजार में इन दिनों दक्षिण भारत के व्यापारियों का आवागमन बढ गया है।  कपड़ा व्यापारी नरेन्द्र साबू ने बताया कि सामान्य तौर पर जुलाई महीने से अगस्त तक आडी का सीजन रहता है। बीते दिनों कोरोना के कारण व्यापार ठप्प था, लेकिन आगामी दिनों मे व्यापार अच्छा रहने की उम्मीद है।

इन दिनों आंध्रप्रदेश और तेलंगाना के व्यापारियों की ओर से आडी के लिए ऑर्डर मिल रहे हैं। हालाँकि तमिलनाडु सहित अन्य स्थानों पर बुरा हाल है। आंध्रप्रदेश और तेलंगाना के व्यापारियों की ओर से ऑर्डर मिलने के कारण पिछले दिनों कोरोना के कारण व्यापारियों के पास जो स्टोक था वह व्यापारी कुछ कीमत घटाकर बेच रहे है। चूंकि शहर के बाहर के व्यापारियों की खरीदारी के बाद कारोबार में तेजी आई है, ऐसे में बाजार में दुकानों के घंटे बढ़ाए जाने को लेकर हलचल है। वर्तमान जो समय है उसमें पार्सल तैयार कर भेजने में दिक्कत हो रही है। क्योंकि कोरोना के कारण बाजार की दुकानों को रात 8 बजे बंद करने का आदेश दिया गया है।

कोविड महामारी के कारण जहां कपड़ा व्यापारियों को काफी नुकसान हुआ है और अब शहर के बाहर के व्यापारियों की खरीदारी बहुत अच्छी है, वहीं व्यापारियों को चिंता है कि समय बीतने के कारण कारोबार फिर से नहीं बढ़ेगा। बाजार के स्टालों के घंटे बढ़ाने को लेकर आज विभिन्न व्यापारियों के बीच चर्चा हुई।राज्य सरकार द्वारा छूट की घोषणा के बाद रात 11 बजेकर्फ्यू शुरू हो जाता है। वहीं कपड़ा बाजार में दुकानें बंद करने का समय अभी रात 8 बजे तक है. यदि समय एक घंटे बढ़ा दिया जाता है, तो पार्सल बेहतर तरीके से भेजे जा सकते हैं।

रिंगरोड कपड़ा बाजार में मजदूरी दरों वृद्धि की मांग के साथ पार्सल ढुलाई मजदूरों ने हड़ताल की हैं। 24 जुलाई शनिवार से शुरू हुई हड़ताल में अब तक कुल 24 से अधिक मार्केटों के मजदूर जुड़ चुके हैं। इनमें शिवशकित, अभिषेक, गोलवाला, सिल्कसिटी मार्केट, मिलेनियम और महावीर के मजदूर भी हड़ताल में शामिल है।

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रिंगरोड की लगभग सभी मार्केटों में पिछले तीन-चार वर्षों से पार्सल ढुलाई शुल्क में वृद्धि नहीं कि गई हैं पिछले तीन-चार वर्षों में पेट्रोल-डीजल के दामों में भारी वृद्धि दर्ज हुई हैं उसके साथ-साथ अब ट्रासपोर्ट भी शहर से दूर कड़ोदरा और सारोली कि तरफ चले गए हैं ऐसे में तीन-चार वर्ष पुरानी दरों पर काम करना असंभव हैं।

सूरत जिला टेक्सटाइल मार्केटिंग ट्रांसपोर्ट लेबर यूनियन के अध्यक्ष उमाशंकर मिश्रा व प्रवक्ता शान खान ने बताया कि मजदूरों दरों में वृद्धि को लेकर मार्केटों के प्रबंधन से पिछले तीन-चार माह से लिखित मौखिक रूप से मांग कर रहे हैं किन्तु कोई संतोषजनक उत्तर नहीं मिल रहा हैं जिसके चलते हमें विवश होकर हड़ताल का रास्ता अपनाना पड़ रहा हैं।

यदि जल्द से जल्द सभी मार्केटों में भाव वृद्धि की घोषणा नहीं कि गई तो सभी मार्केटों में हड़ताल करेंगे। इस बीच जय राधे, श्रीजी, न्यू लकी, बालाजी, साई दर्शन, न्यू टीटी टेक्सटाइल मार्केटों में मजदूरी दरों में वृद्धि की घोषणा के बाद मजदूर वापस काम पर लौटे।

लॉकडाउन के बाद से कपडा बाजार में चीटिंग की समस्या बढती जा रही है। पुलिस स्टेशन में प्रतिदिन पेमेन्ट नहीं चुकाने की शिकायते दर्ज हो रही है। रविवार के दो व्यापारियों ने लाखो रुपए का पेमेन्ट नहीं मिलने की शिकायत दर्ज करवाई थी। इसके बाद अब कोलकाता के ठगो ने सूरत के कपड़ा व्यापारी के पास धोखाधड़ी का मामला सामने आया है।

उधारी में ली 8.23 लाख की साडी का भुगतान मांगा तो जान से मारने की धमकी मिली। व्यापारी ने सलाबतपुरा थाने में मामला दर्ज कराया है। सलाबतपुरा पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक़ गोडादरा की श्याम सृष्टि रेसीडेंसी निवासी महेन्द्र टुपलालभाई वर्मा की
रिंगरोड अंबाजी टेक्षटाईल मार्केट में काजल सारीज के नाम से दुकान  है। कोलकाता के सुनील चांडक तथा अमरेंद्रसिंह ने वर्ष 2017 में पीड़ित व्यापारी का सम्पर्क किया।

उसके बाद तय समय पर उधारी के पैसो का भगतान करने का वादा कर 8 लाख 23 हजार 097 रूपये का साडी का माल खरीदा था। समय की अवधि पूर्ण होने के बाद भी पैसो का भुगतान नहीं करने पर पीड़ित ने ठगो से पैसो की मांग की। आरोपियो ने भुगतान करने की बजाय उसे जान से मारने की धमकी दी। व्यापारी ने सलाबतपुरा थाने में  मामला दर्ज कराया हैं।

पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच आगे बढाई है। उल्लेखनी है कि लॉकडाउन के बाद से कपडा बाजार में चीटिंग की समस्या बढती जा रही है। पुलिस स्टेशन में प्रतिदिन पेमेन्ट नहीं चुकाने की शिकायते दर्ज हो रही है। कई मामलो में तो सूरत के व्यापारी पेमेन्ट मांगते है तो जान  से मारने की धमकी देते हैं.


सूरत कपड़ा बाज़ार में तीन ठगो ने कपड़ा दलाल के साथ मिलकर ग्रे कपड़ा व्यापारी को 49 लाख 42 हजार 518 रूपये की चपत लगाई और जब उसने पेमेन्ट माँगा तब गाली गलौच कर जानसे खत्म करने की धमकी दी। यह मामला सलाबतपुरा थाने में दर्ज हुआ है।


सलाबतपुरा पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक़ पीपलोद के रिट्रीट हाइट्स निवासी राकेश गोपालभाई देवड़ा कपड़ा व्यापरी है।उनका रिंगरोड के जीवनदीप कॉम्प्लेक्स की संख्या नंबर 602 में कपिराज क्रिएशन प्राइवेट लिमिटेड के नामसे ग्रे कपड़ा का कार्यालय है।

पूना सरोली रोड की कुबेरजी वल्ड मार्केट के दूकानदार धर्मेन्द्र कनु पटेल,जैमिन राजेश पटेल तथा विपुल ईश्वर पटेल सहित तीन ठगो ने सागर कापड़िया नामक कपड़ा दलाल के साथ मिलकर दिसंबर 2020 में पीड़ित व्यापारी का सम्पर्क किया, उसके बाद तय समय पर ग्रे ख़रीदा। पहले समय पर पेमेन्ट करते थे। इसके बाद ग्रे ख़रीद कर पेमेन्ट नहीं किया।

समय पर पेमेन्ट करने का झासा देकर 49 लाख 42 हजार 518 रूपये का ग्रे कपड़ा खरीदा था,अवधि पूण होने के बाद भी पैसो का भुगतान नहीं करने पर पीड़ित ने ठगो से पैसो की मांग करने पर गाली गलौच कर जानसे खत्म करने की धमकी दी। पीड़ित ने चारो ठगो के खिलाफ सलाबतपुरा थाने में धोखाधड़ी का मामला दर्ज करवाया,पुलिस ने अग्रिम जांच शुरू की है।

रिटेल और थोक व्यापारियों को एमएसएमई सेक्टर में शामिल करने से बड़ी संख्या में कपड़ा व्यापारी इसमें शामिल हो जाएगें। कोरोना के कारण बुरे दौर से गुजर रहे व्यापार को प्राणवायु देने के आशय से सरकार ने यह फैसला किया है। कपड़ा व्यापार एमएसएमई सेक्टर में आने के कारण सूरत के कपड़ा बाजार में छाया आर्थिक संकट समाप्त होने की पूरी उम्मीद है। जानकारो का कहना है कि एमएसएमई सेक्टर में शामिल व्यवसायियों को सरलता से और कम दरो पर लोन मुहैया कराई जाती है। इसके लिए उन्हें उद्यम सर्टिफिकेट लेना होता है. जो कि सरकारी पोर्टल पर किया जाता है।


सूरत मर्कन्टाइल ऐसोसिएशन की आयोजित रविवार की साप्ताहिक व्यापारी समस्या समाधान मिटिंग में लगभग 185 कपडा व्यापारियों ने हिस्सा लिया है। मिटिंग को SMA की आर्थिक लीगल टीम के एडवाइजर CA  आकाश प्रेमकुमार अग्रवाल जी ने 30 मिनट का उदबोधन भारत सरकार द्वारा टेक्सटाइल व्यापारियों को MSME में शामिल किये जाने के बाद कपडा व्यापारियों को इस नियम से क्या क्या लाभ मिलेगा उसकी पुरी जानकारी उदाहरण सहित बहुत ही सरल भाषा में विस्तार पूर्वक वर्णन किया है।

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उन्होंने कहा कि व्यापारिक संगठनो की अपील के बाद सरकार की ओर से रिटेल और थोकबंध व्यापार में जो व्यापारी एनआईसी कोड 45,46और 47 में आने वालों को प्रायोरिटि सेक्टर लेन्डिंग का लाभ मिलेगा। उन्होने बताया कि बैंकों को अपने ऋण का कुछ हिस्सा प्रायोरिटी सेक्टर जैसे कि हाउसिंग, इन्फ्रास्ट्रक्चर या एमएसएमई को देना होता है। एमएसएमई में शामिल व्यापारियों को भी इसमें से लोन मिलेगा। इस लोन में ब्याज कम होता है, सरलता से मिलती है और कोलिटरल कम रखना होता है। व्यापारी ने बहुत ही उत्साह से  CA साहब की बातों को सुना तथा समझा है ओर कई व्यापारियों प्रश्न किये जिनका सन्तोष पूर्वक मिला दिया।

एसएमए के प्रमुख नरेन्द्र साबु ने कहा कि MSME में आने से कपडा व्यापारियों को अपने व्यापार मे काफी लाभ मिलेगा।।इसके बाद कोर कमेटी के सदस्य गौरव  भसीन ने आज की कोरोना महामारी के बाद नयी परिस्थितियों में आनलाइन व्यापार की जरुरत पर तथा कैसे करना चाहिए सभी व्यापारी भाईयों को आनलाइन व्यापार की जानकारीया साझा की ।

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आज की परिस्थितियों में व्यापार में बदलाव की सख्त जरुरत है। अतः हमें आफ लाइन व्यापार से आनलाइन व्यापार में अग्रसर होना चाहिए क्योंकि आफलाइन व्यापार की समय सीमा निश्चित है जबकि आनलाइन व्यापार 24×7×365 दिन चलता है।। आज की जरुरत आन लाइन व्यापार की है।।लगभग 58 व्यापारियों ने अपनी अपनी समस्याएं दर्ज कराई है जिनमें से 5 समस्याओं का समाधानथ किया गया है तथा कुछ मामलें कानुनी कार्यवाही के लिए लीगल टीम को ट्रांसफर कर दिया है।।

आज की सभा का संचालन दुर्गेश टिबडेवाल ने किया तथा  समस्याओं का विवरण आत्माराम बाजारी ने दिया एवं समस्या समाधान SMA प्रमुख नरेन्द्र साबू  ने किया है। उल्लेखनीय है कि सूरत मर्कनटाइल ऐसोसिएशन अपने रजिस्टर्ड सदस्य व्यापारियों को MSME में रजिस्ट्रेशन के लिए SMA आर्थिक  लीगल टीम के एडवाइजर CA आकाश प्रेमकुमार अग्रवाल के सहयोग से मुफ्त बगैर किसी भी चार्ज के निस्वार्थ सेवा प्रदान की जाएगी।

कपड़ा बाजार भले ही 23 दिनों के बाद खुला है, लेकिन एम्ब्रॉयडरी के पचास प्रतिशत कारखाने ही शुरू हुए हैं। ज्यादातर संचालको ने पुराने ऑर्डर के लिए 20 फीसदी उत्पादन ही जारी रखा है। मैन्युफैक्चरर्स का मानना ​​है कि जब तक ट्रेडर्स पुराना पेमेंट क्लियर नहीं कर देते, तब तक नया माल उधार नहीं देना चाहिए। ताकि पार्टी के उठने पर जोखिम से बचा जा सके।

सूरत शहर व जिले में प्रतिदिन 2.50 लाख मशीनों पर जॉबवर्क का कार्य होता है। पूरे सीजन में बंद रहने से डेढ़ साल में कोरोना को 2,500 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। और पिछली दिवाली का भुगतान अभी तक कई व्यापारियों का बाक़ी है। व्यापारी कह रहे हैं कि अन्य राज्यों से भुगतान नहीं आ रहा।

एम्ब्रॉयडरी का काम करने वाले करीब 70 फीसदी कारीगर घर चले गए हैं। बमुश्किल 30 फीसदी मजदूर छोटे से लेकर बड़े काम चला रहे हैं। पूरे उद्योग को पटरी पर आने में एक और महीना लगेगा। टेक्सटाइल एम्ब्रायडरी जॉब वर्क एसोसिएशन के अध्यक्ष हितेश भिखाड़िया का कहना है कि कारीगरों की संख्या कम है और नए ऑर्डर बहुत कम हैं। अब से नकद में व्यापार करने और नया उत्पादन नहीं करने का निर्णय लिया गया है।


सूरत शहर में और कपड़ा बाजार में तेजी से बढ़ रहे कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए प्रशासन ने पूरी तरह से प्रयास करना शुरू कर दिया है।जिसके चलते आए दिनों मनपा कमिश्नर मार्केट के व्यापारियों से मीटिंग करके उन्हें सलाह सूचना दे रहे हैं। इसी श्रृंखला में बुधवार को भी सूरत के कपड़ा मार्केट के व्यापारियों के साथ मनपा कमिश्नर की मीटिंग थी।

मीटिंग में मनपा कमिश्नर में कपड़ा व्यापारियों को इस साल स्नेहमिलन के आयोजन नहीं करने की सूचना दी। हर साल कपड़ा मार्केट में होली के त्यौहार के दौरान कपड़ा मार्केट के व्यापारी स्नेह मिलन का आयोजन करते हैं लेकिन इस बार कोरोना की गति को देखते हुए मनपा कमिश्नर ने एहतियात के तौर पर यह कदम उठाया है।

इसके अलावा सभी मार्केट के व्यापारियों और वहां काम पर आने वालों को सैनिटाइजर का उपयोग करने और मास्क पहनने की हिदायत दी। उन्होंने यह भी कहा कि मार्केट क्षेत्र में जो लोग काम करते हैं और जिनकी उम्र 45 साल से अधिक हैं उन्हें वैक्सीनेशन ले लेना चाहिए। थोड़ी सी भी लापरवाही के कारण बाजी न बिगड़ जाए।

इसलिए प्रशासन ने कपड़ा मार्केट क्षेत्र में कोरोना की जांच भी बढ़ा दी है और साथ ही वैक्सीनेशन के लिए भी कैंप लगाए हैं। फोस्टा के प्रमुख मनोज अग्रवाल ने बताया कि उन्होंने मीटिंग के दौरान अन्य राज्यों से आने वाले व्यापारियों को क्वारंटाइन नहीं किया जाए ऐसी मांग की थी लेकिन मनपा के कमिश्नर ने कहा कि कोरोनावायरस जाने के बाद यह छूट दी जाएगी।


कोरोना के बढते कदम को देखते हुए प्रशासन एहतियात के लिए कदम उठा रहा है। इसी सिलसिले में रात के 10 बजे से सबेरे 6 बजे तक कर्फ्यू लगाने का फैसला किया गया है। इससे कपड़ा मार्केट में पार्सलो को ले जाने में दिक्कत हो रही है। इस बारे में फोस्टा ने पुलिस कमिश्नर से गुहार लगाई है।


फोस्टा ने ज्ञापन में बताया है कि सूरत शहर में बढ़ रहे कोरोना संक्रमण को ध्यान में रखते हुए सूरत कपड़ा मार्केट में सूरत महानगरपालिका कमिश्नर बंछानिधि पाणी  द्वारा जारी गाइडलाइन में कपड़ा मार्केट का समय सुबह 10.00 बजे से शाम 07.00 बजे तक का कर दिया गया है। गुजरात सरकार द्वारा कोरोना वायरस की वर्तमान परिस्थिति को ध्यान में रखते हुए दिनांक 17/03/2021 से सूरत शहर में रात्रि 10.00 बजे से सुबह 06.00 बजे तक नाइट कर्फू लगाया गया है।

पुलिस के परिपत्र के अनुसार शाम 07.00 से 10.00बजे तक रिंगरोड टेक्सटाइल विस्तार में गुड़स वाहनोँ का प्रवेश प्रतिबन्ध रखा गया है। जिससे व्यापारी अपना पार्सल मार्केट बंद होने के पश्चात ट्रांसपोर्ट में नहीं भिजवा सकेंगे।


 वर्तमान परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए उपरोक्त जाहिरनामा में रात्रि 07.00 बजे 10.00 बजे तक के प्रतिबन्ध को हटाया जाये, जिससे कपड़ा मार्केट 07.00 बजे बंद होने के पश्चात व्यापारी 10.00 बजे कफ्यू लगने से पहले अपना माल ट्रांसपोर्ट में भेज सके एवं गुजरात सरकार द्वारा जारी की गई गाइडलाइन की पालना की जा सके।

व्यापारियों जोश में कहा -प्रोसेसिंग मिल में नहीं होगी ग्रे की डायरेक्ट डिलिवरी


सूरत: कपड़ा व्यापारियों और विवर्स के बीच ग्रे ट्रांसपोर्टेशन चार्ज और 6 प्रतिशत की छूट के मुद्दे पर चल रहे विवाद के बीच बुधवार को सभी कपड़ा व्यापारियों के संगठनों ने बनाए व्यापार एकता मंच के पदाधिकारियों की बैठक हुई। मीटिंग में 6 प्रतिशत डिस्काउन्ट के बिना ग्रे को स्वीकार नहीं करने का निर्णय लिया गया।


 कपड़ा बाजार में व्यापारियों और विवर्स के बीच पिछले दो सप्ताह से विवाद चल रहा है। एक ओर, विवर्स का कहना है कि कपड़े की कीमत बढ़ रही हैं। इसलिए व्यापारियों से प्रति ग्रे मीटर 10 पैसे प्रति परिवहन शुल्क लेंगे। जिसका व्यापारी विरोध कर रहे हैं। व्यापारी चार्ज देने के लिए तैयार नहीं हैं और दूसरी तरफ 6 प्रतिशत की छूट मांग रहे हैं।

 इन मामलों ने दोनों पक्षों के बीच विवाद को गर्म कर दिया है। चार दिन पहले, विवर्स के एसोसिएशन फोगवा ने मीटिंग की और ट्रान्सपोर्टेशन चार्ज  के बिना ग्रे नहीं बेचने का फैसला किया। इसके बाद बुधवार को रघुकुल और मिलेनियम -2 मार्केट में व्यापारी एकता मंच के सभी पदाधिकारियों की एक बैठक आयोजित की गई थी।

जिसमें सभी व्यापारियों ने 6% छूट के बिना माल स्वीकार नहीं करने का फैसला किया। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि वे परिवहन शुल्क का भुगतान नहीं करेंगे। इसके अलावा, व्यापारियों ने कहा कि अगर व्यापारी इस शर्त पर ग्रे नहीं देते हैं, तो डायरेक्ट प्रोसेसिंग मिलों को भेजा जाने वाला ग्रे कपड़ा भी रोक दिया जाएगा और डायरेक्ट मिल में जाने वाले माल की डिलिवरी बाजार में रोक देंगे। 

मीटिंग में फैडरेशन ऑफ सूरत टैक्सटाइल ट्रेडर्स एसोसिएशन, साउथ गुजरात टैक्सटाइल ट्रेडर्स एसोसिशएन, सूरत मर्कन्टाइल एसोसिएशन, व्यापार प्रगति संघ, टैक्सटाइल ट्रेडर वेल्फेयर कमिटि, टैक्सटाइल युवा ब्रिगेड और गुजरात ट्रेडर्स के सदस्य उपस्थित रहे।


फैडरेशन ऑफ गुजरात वेल्फेयर विवर्स एसोसिएशन की ओर से शनिवार को ग्रे की डिलिवरी पर ट्रान्सपोर्टेशन चार्ज लेने का फैसला किया है। सूरत मर्कन्टाइलए एसोसिएशन ने इसका विरोध किया। 


सूरत मर्कन्टाइल एसोसिएशन की ओर से रविवार शाम 4 से 5 बजे मनभरी फार्म हाउस के प्रांगण में नरेन्द्र साबू के नेतृत्व में तथा कोर कमेटी व वर्किंग कमेटी के सभी सदस्यों की उपस्थिति में समस्या समाधान मिटिंग हुई। मीटिंग में विवर द्वारा सूरत कपडा मार्केट में डिलीवरी चार्ज करने के निर्णय पर भी चर्चा की गई, तथा सभी व्यापारियों ने एकमत से उपरोक्त डिलीवरी चार्ज नियम का विरोध करने का निर्णय लिया सभी व्यापारियों ने एक स्वर से कहा है कि पुराने नियम के अनुसार ही माल की डिलीवरी ली जायेगी तथा कोई भी नया नियम नहीं मानेगा।

व्यापारियों का कहना था कि इस तरह से अचानक कोई भी निर्णय थोप दिए जाने से नही माना जाएगा। यदि विवर्स पुराने नियमों के अनुसार व्यापार करेगे और ग्रे की डिलिवरी देंगे तो ही माल लेंगे।


इसके अलावा मीटिंग में व्यापारियों ने अपनी अपनी समस्याएं कही। प्रमुख नरेन्द्र साबू ने सुनवाई की तथा समस्याओं का विवरण आत्माराम बाजारी  ने दिया । मिटिंग का संचालन दुर्गेश टिबडेवाल ने किया।सभी समस्याओं को समाधान के लिए कोर कमेटी तथा वर्किंग कमेटी के पंच पैनल को सौंप दिया तथा कुछ शिकायतों को लीगल टीम की एडवाइजर रीना  सोलंकी  को सलाह मशविरा के लिए ट्रांसफर कर दिया।
 
नरेन्द्र साबू ने बताया कि सूरत मर्कनटाइल ऐसोसिएशन 1 अप्रैल से सूरत कपडा बाजार के व्यापारियों की सलाह मशवरा के बाद ट्रेडर्स, वीवर तथा मिल से सम्बंधित व्यापार की गाइडलाइन जारी करेंगी।

दूसरी ओर सूरत टैक्सटाइल ट्रेडर्स एसोसिएशन की ओर से भी ग्रे पर ट्रान्सपोर्टेशन चार्ज को ले कर शाम साढ़े चार बजे सूरत टैक्सटाइल मार्केट में मीटिंग बुलाई है।