सूरत: पतंग प्रेमी चढे छत पर, प्रशासन की नजर छतों पर संख्या गिनने में

मकर संक्रांति के दिन शहर में अच्छी पवन चलने के कारण पतंग उड़ाने वालों का जोश दो गुना हो गया। हवामान विभाग के अनुसार मकर संक्रांति के दिन भर पवन की गति अच्छी रहेगी। दोपहर 10:00 बजे के बाद 8 किलोमीटर से लेकर 15 किलोमीटर तक की गति से संभावना बताई जा रही है। यानी कि पूरे दिन पतंग रसिको के लिए पतंग उड़ाने का मौसम बना रहेगा।

इस साल पतंग उड़ाने को लेकर 1 दिन पहले तक संशय बना था। कोरोना के कारण प्रशासन की सख्त गाइडलाइन के चलते पतंगप्रेमियों में निराशा थी लेकिन मकर संक्रांति के दिन लोगों ने सारे बंधन को तोड़ते हुए और कोरोना को ताक पर रखकर पतंग उड़ाने के लिए छत की और कुच कर दी। इसके पहले प्रशासन ने एक छत पर सिर्फ 5 से 6 लोग इकट्ठे होने की छूट दी थी।

इसके अलावा छत भी किराए पर नहीं देने की सूचना दी गई थी। जिसके चलते उत्तरायण का त्यौहार किस तरह मनाया जाएगा लोगों में यह सुविधा का विषय बना था पतंग बाजार में भी उत्तरायण के 1 सप्ताह पहले तक मायूसी थी। लेकिन जैसे जैसे त्यौहार नजदीक आते गया लोग सारे बंधन भूलते गए। 1 दिन पहले तो सूरत के रांदेर डबगरवाड़, भागल मतलब कि जहां पतंग बाजार है वहां पैर रखने की जमीन तक नहीं थी।

इतनी बड़ी संख्या में लोग पतंग और मांझा की खरीदी के लिए उभरे थे कि सांस लेना मुश्किल हो रहा था। वैसे ही मकर संक्रांति के दिन पवन देव ने भी लोगों का साथ दिया और सबेरे से ही पवन की गति अच्छी रहने के कारण हर साल की तरह इस बार लोगों को पतंग को बार-बार खींचने की जरूरत नहीं पड़ी।

हवामान विभाग के अनुसार दोपहर 10:00 बजे के बाद से पवन की गति अच्छी रहेगी जिसके लोग जमकर पतंग उड़ा सकते हैं। इस बार पतंगों की कीमत में 30% और मांजे की कीमत में 20% की बढ़ोतरी हुई है। लेकिन मकर संक्रांति के दिन कीमत या कोरोना दोनों की ही समस्या को लोग भूल कर पतंगों की पेच काटने में लगे रहे। ( प्रतिकात्मक : फाइल फोटो)