सिटी लाइट रोड पर स्थित महेश्वरी भवन के मैनेजर ने भवन बुकिंग के बिल में रिफंड की रकम में छेड़छाड़ कर वर्ष 2017 से जनवरी 2020 तक कुल 74.16लाख रुपए की चीटिंग की होने की जानकारी सामने आ रही है। मैनेजर को प्रतिमाह 47500 रूपए पगार दिया जाता था।
इसके बावजूद मैनेजर की नियत बिगड़ गई थी। मैनेजमेंट ने जब जीएसटी, टीडीएस का स्टेटस मांगा तो मैनेजर की करतूत सामने आ गई। मैनेजमेंट ने मैनेजर के ख़िलाफ़ पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज करवाई है।
मिली जानकारी के अनुसार मूलत: राजस्थान के और हाल में सिटी लाइट हाउस में रहने वाले तथा कपड़े का व्यवसाय करने वाले सत्य नारायण मांगीलाल दरगड ने शुक्रवार को पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई थी कि महेश्वरी भवन के स्टाफ रूम में रहने वाले और मूलत: राजस्थान के मैनेजर और अकाउंटेंट मनोहर केसर देव शर्मा ने चीटिंग की है।
शिकायत में बताया गया है कि महेश्वरी भवन में किराए से दिया जाता है और इस भवन की बुकिंग से लेकर तमाम कामकाज मनोहर करते हैं। इस दौरान मनोहर ने 2017 से जनवरी 2020 तक के समय के दौरान महेश्वरी भवन के हॉल तथा रूम किराए पर लेने वालों के से किराए की रकम वसूलते थे और बिल बना कर देते थे। इसमें जो रकम रिफंड करनी पड़ती थी उसमें चीटिंग की गई थी।
बताया जा रहा है कि बुकिंग रकम में जो रिफंड किया जाता था उससे बड़ी रकम की एंट्री करके छेड़छाड़ करते थे। मनोहर ही बिल की रकम की कंप्यूटर में एंट्री भी करते थे। इस तरह से बिल में छेड़छाड़ कर रिफंड कर अपनी पत्नी बबीता और अन्य संबंधियों के नाम पर चेक या आरटीजीएस कर रुपए खुद निकाल लेते थे।
मैनेजर मनोहर शर्मा ने की धोखाधड़ी की उमरा पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई गई है। अभी पिछले कई वर्षों के हिसाब बाक़ी है उसकी जाँच करने पर और गड़बड़ी मिल सकती है।