अपराधिक गतिविधियों को अंजाम देने वाले गुंडे और लुटेरों में अब नए-नए प्रकार के व्यसन बढ़ते जा रहे हैं। शहर पुलिस ने एसओजी के साथ मिलकर गत दिनों सलाबातपुरा मान दरवाजा क्षेत्र के पास टैनामेंट में एक मेडिकल स्टोर पर छापा मारा था जहां पर की कहीं नशीली दवाइयां बरामद की गई। यह दवाइयां असामाजिक तत्वों में लिप्त गुंडे और बदमाश बड़े पैमाने पर उपयोग करते हैं।
इन दवाओं के व्यसन से शरीर तंत्र तंद्रा में रहता है और पकड़े जाने के बाद यदि पुलिस पिटाई करती है तो भी दर्द का एहसास नहीं होता। इस कारण गुंडे यह दवाइयां लेते हैं। बीते दिनों शहर में पुलिस ने कई ड्रग्स कारोबारियों को गिरफ्तार किया था तब से एमडी ड्रग्स मिलना बंद हो गई है। जिसके बाद असामाजिक तत्वो ने मेडिकल स्टोर पर से नशीली दवाइयां खरीद कर उनका व्यसन शुरू किया है।
एमडी ड्रग्स के स्थान पर अब नशीली सिरप और टेबलेट की बिक्री बढ़ गई है। कुछ मेडिकल स्टोर पर बिना किसी प्रिस्क्रिपशन के और ज्यादा कीमत पर यह दवा बेची जाती है। पुलिस ने मान दरवाजा के पास मेडिकल में से 100000 की सिरप और टेबलेट जब किए थे।
पुलिस सूत्रों का कहना है कि उधना,लिंबायत,डिंडोली,पांडेसरा सहित शहर के कई क्षेत्रों में असामाजिक तत्व रहते हैं। उन्हें कई मेडिकल पर नशीली दवाइयां सरलता से मिल जाती हैं। चोरी लूटपाट सहित अन्य अपराध करने से पहले यह नशीली दवाइयों का सेवन करते हैं और उसके बाद अपराध करते हैं।
पुलिस अधिकारियों ने गत दिनों एक मेडिकल स्टोर पर छापा मारकर अल्प्राजोलम, निकोडोल अल्ट्रासेट तथा कोडीफ्री,कोडीरेम,कोडीक्योर,कोडी स्टार नाम की दवाइयां जब्त की थी। महिधरपुरा की आंगडिया पेढी में कुछ दिनों पहले ही लूट हुई थी। लूट करने वाले आरोपी ने पकड़े जाने के पहले नशीली 5 टेबलेट पी ली थी यह नशीली दवाई पीने के बाद नशा चढ़ता है और आरोपी में एनर्जी आती है जिससे कि उन्हें अपराध करने के लिए वेग मिलता है।