सूरत
सूरत महानगर पालिका द्वारा संचालित मस्कती अस्पताल के डॉक्टर्स ने एक 82 वर्षीय वृध्दा के के रूक गए दिल को पुन: धड़का दिया। कभी कभी ही होने वाली ऐसी घटनाओं के कारण पूरे शहर में यह मामला चर्चा का विषय बना है।
मिली जानकारी के अनुसार मस्कति होस्पिटल के डॉ रमेश मोदी के पास निगम के पूर्व मुख्य ऑडिटर स्वर्गीय दिनेश मसलवाला की पत्नी हसुतिबेन को लेकर उनके दो बेटों सुनील और संजय मसलावाला के साथ इलाज के लिएआए थे। डॉ मोदी की जांच में, हसुमतिबेन को डायबिटीज का पता चला। खाली पेट पर 440 और खाली पेट पर 552 लेवल था साथ ही उन्हे यूरिन इंफेक्शन और कीडनी की भी तकलीफ थी। इस हालत में सेप्टीसीमिया का खतरा होने से डॉ मोदी ने तुरंत आईसीयू में भर्ती होने की सलाह दी।
हसुमतिबेन को शुक्रवार को भर्ती कराया गया था। उनका आइसीयू में इलाज चल रहा था।
हसुमति बेन का उपचार चल रहा था उस दौरान शनिवार को 7.15 बजे अचानक उनका दिल रूक गया। डॉक्टर्स ने ध्यान आते ही तुरंत उनके दिल को पुन: धडकाने के लिए प्रयास शुरू कर दिए। तुरंत ही उनके श्वासनली में ट्यूब ड़ालकर उनके दिल की धडकन शुरू की। उन्हें वेंटिलेटर पर रख दिया गया। इसके एक घंटे बाद ही हसुमति बेन का दिल सामान्य होने लगा था। दो घंटे बाद वह जागृत हो गई। दो दिन के बाद वेंटिलेटर हटा दिया गया और दो दिन बाद उनके श्वासनली से पाइप निकाल दी गई।
डॉ अमीष पटेल, डॉ मनोज गोलानिया, डॉ हेमल मोदी और डॉ वीनस सेठ, डॉ अब्दुल, डॉ। शैलेंद्रसिंह के साथ-साथ डॉ निशा, डॉ वीरेन की टीम के साथ-साथ नर्सिंग स्टाफ भी निगरानी में थे।