देशभर में आज कई शहरों में भगवान श्री जगन्नाथ की रथयात्रा निकाली जा रही है।सूरत के जहांगीरपुरा इस्कॉन मंदिर में कड़ी पुलिस सुरक्षा के बीच आज भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा निकली। कोरोना सहित अन्य कारणोसे आयोजकों ने रथयात्रा मंदिर परिसर में आयोजित करने का निर्णय लिया।

श्रद्धालुओं की संख्या को देखते हुए इस्कॉन मंदिर में पुलिस घेराबंदी की गई। मंदिर परिसर में भगवान जगन्नाथ के भक्तों ने रथ को खींचा। जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए। “हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे” के नारे के साथ भक्त उत्साहपूर्वक मंदिर परिसर में भक्तो ने प्रभु को याद किया।
श्रद्धालुओं को नियंत्रित करने के लिए मंदिर के बाहर भारी संख्या में पुलिस तैनात है। इस्कॉन 200 लोगों को एक बार में परिसर में आने की अनुमति है। साथ ही 50 भक्तों को रथ में प्रवेश करने और खींचने की अनुमति है। भक्तों द्वारा लाए गए प्रसाद को मंदिर ट्रस्ट से स्वीकार किया जा रहा है।
भगवान जगन्नाथ नगराचार्य सूरत में इस्कॉन मंदिर की 17 किमी रथयात्रा का रास्ता पुलिस ने घटाकर 3 किमी, फिर 700 मीटर कर दिया। इससे चिंतित भक्तो ने 200 मीटर में ही प्रभु की रथयात्रा कराने का फैसला किया था। अब तक रथयात्रा शहर से कुल 5 स्थानों अर्थात् पांडेसरा, सचिन, अमरोली, जहांगीरपुरा और महिधरपुरा से निकलती थी।
इस्कॉन मंदिर द्वारा रात 8:45 बजे तक मंदिर परिसर में रथयात्रा आयोजित करने की योजना है ताकि सभी भक्त रथयात्रा को देख सकें और भीड़ न लगे। मंदिर में आने वाले सभी भक्तों को प्रसाद के रूप में करीब 150 किलो लपसी बनाई गई। इस्कॉन मंदिर के मीडिया प्रवक्ता सरोज प्रभु ने कहा, “हम मंदिर परिसर में आने वाले सभी भक्तों से सामाजिक दूरी और मास्क पहनने का लगातार आग्रह कर रहे हैं।” हमने भक्तों को रथ खींचने के लिए भी विशेष ध्यान रखा है लेकिन हम एक बार में मंदिर में प्रवेश नहीं करने दे रहे हैं। समय-समय पर 100 से 200 लोगों को मंदिर परिसर में प्रवेश की अनुमति होगी। कोरोना संक्रमण के चलते प्रसादी की व्यवस्था नहीं पुलिस ने मंदिर परिसर और उसके आसपास कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए पूरी व्यवस्था की है।