लोक डाउन के दिनों का वेतन नहीं मिलने के कारण के गिरधरलाल कंपनी के हीरा श्रमिकों ने शनिवार को श्रम विभाग के कार्यालय के बाहर धरना प्रदर्शन दिया।
मिली जानकारी के अनुसार वराछा क्षेत्र की के गिरधरलाल डायमंड कंपनी ने बीते दिनों 62 हीरा श्रमिकों को नौकरी से निकाल दिया था। कंपनी की ओर से हीरा श्रमिकों को लॉकडाउन के दिनों का वेतन नहीं चुकाए जाने का आरोप है।
इसके चलते उन्होंने डायमंड वर्कर यूनियन में भी गुहार लगाई थी डायमंड वर्कर यूनियन ने इस बारे में कलेक्टर और श्रम विभाग को सूचित किया था। इस बीच शनिवार को श्रम विभाग की कंपनी संचालकों के साथ मीटिंग थी कंपनी संचालकों ने हीरा श्रमिकों को ग्रेच्युटी, बोनस और इन्सेन्टिव देने के लिए बात कही है। इसी बीच हीरा श्रमिकों ने उन्हे लॉकडाउन के दौरान का वेतन नहीं मिलने के कारण श्रम विभाग के बाहर ही धरना दिया।
श्रमिकों को दो महीने का वेतन चुकाने के लिए कंपनी संचालकों ने 2 दिन का समय मांगा है। सोमवार को के गिरधरलाल कंपनी पर इस सिलसिले में मीटिंग होनी है। डायमंड वर्कर यूनियन की ओर से डायमंड वर्कर यूनियन के उप प्रमुख भावेश भाई टाक उपस्थित रहे थे। सहायक श्रमिक कमिश्नर की उपस्थिति में के गिरधरलाल कंपनी की ओर से आकाश भाई और मितेश भाई शनिवार की मीटिंग में उपस्थित रहे।
हमारी संस्कृति मुश्किल समय में बाहर लाने का मार्ग बता रही है और मानव होने की महत्वता समझा रही है। वर्चुअल विश्व ने लोगों को जोड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करने के साथ-साथ हमें मनोरंजन, संदेशाव्यवहार और कार्य के नए अभिगम को ढूंढने में मदद की है।
यह प्रकार की एक नई और अनोखी पहल ध वेडिंग म्युजियम है, जहां कोई भी व्यक्ति विश्वभर में शादी के साथ जुडी संस्कृति और विरासत को ढूंढ सकता है।
सूरत की विश्वसनीय इवेन्ट क्युरेटिंग कंपनी प्रोक्रिएट ब्रान्ड्स एन्ड इवेन्ट्स द्वारा वेडिंग म्युजियम की वेबसाईट / पेज को 18 मई को इन्टरनेशनल म्युजियम डे के अवसर पर लाईव किया गया था।
विश्व के इतिहास में शादी संबंधित कई कहानियों, धार्मिक विधियों और आंतर सांस्कृतिक जुडे हुए हैं।
ध वेडिंग म्युजियम की टीम लग्नोत्सव संबंधित विचारधाराओ किस तरह समय पर विकसीत हो इसकी सुंदर और जानकारी प्राप्त करने के लिए हंमेशा उत्सुक रही है। जिससे टीम शादी संबंधित ऐतिहासिक और प्रवर्तमान जानकारी के साथ साथ कम प्रचलित तथ्यो और उनके संलग्न बाबतों को पेश करने का प्रयास किया है।
इस प्लेटफार्म इन्स्टाग्राम उपर लोन्च होने के केवल दो दिन में ही 27,000 से अधिक व्यू के साथ बेजोड प्रतिसाद मिला है, जो दर्शाता है कि विश्वभर में लोग रसप्रद हकीकत जानने इच्छुक है। ध वेडिंग म्युजियम शादी संबंधित सभी बातें वर्ल्ड रिकार्ड्स, पौराणिक महत्वत वाली शादी, प्राचीन शादी के आभूषण और ज्वेलरी, रोयल वेडिंग, पौराणिक धार्मिक विधियों इत्यादि समेत की जानकारी का भंडार उपलब्ध कराता है। ध वेडिंग म्युजियम का उद्देश्य आगामी समय में दर्शको समक्ष शादी संबंधित रोचक तथ्यो और रसप्रद जानकारी का भंडार पेश करने का है।
इस अवसर पर टीम ने बताया कि, जब तुम ध वेडिंग म्युजियम देखोगे तब तुम्हारे विचारों को भूतकाल में ले जाकर कल्पनाशक्ति को जीवंत बनाने का प्रयास किजीए, जिससे आप यह सुंदर कार्य को अनुभव कर सकोंगे और इसमें से प्रेरणा भी प्राप्त कर सकोगे।
विकास की गति में तेजी से आगे दौड़ रहे सूरत में और एक विकास का पन्ना जुड़ गया है। सरसाणा स्थित कन्वेंशन सेंटर में 2000 लोगों की क्षमता वाले ऑडिटोरियम के लिए राज्य सरकार ने मंजूरी दी है।
इस ऑडिटोरियम का निर्माण लगभग 34 करोड रूपए की लागत से होगा। दक्षिण गुजरात में सबसे अधिक क्षमता वाला यह एडिटोरियम चेंबर ऑफ कॉमर्स की सार इंफ्राकोन कंपनी के सरसाना कन्वेंशन सेंटर की जगह में बनेगा।
सार इंफ्राकोन के चेयरमैन भरत गांधी सहित अन्य डायरेक्टर राजेंद्र चोखावाला, बी एस अग्रवाल, और अशोक शाह ने मीडिया को बताया कि इस ऑडिटोरियम के बाद शहर को एक मल्टीपरपज ऑडिटोरियम मिलेगा।यहां पर 800 गाड़ियों के पार्किंग के लिए भी व्यवस्था की जाएगी। राज्य सरकार इसके लिए 24.50 करोड रुपए की ग्रांट देगी।
सार के डायरेक्टर और चेंबर के पूर्व प्रमुख बी एस अग्रवाल का मीडिया को बताया कि शहर में 2000 सीट वाला ऑडिटोरियम अभी तक नहीं है। यह पहला ऑडिटोरियम प्रोजेक्ट इस तरह डिजाइन किया गया है कि इससे लोग अपनी जरूरत के अनुसार आधा हॉल इस्तेमाल कर सकते हैं।
मंदिरों में अब नहीं मिलेगा प्रसाद और ना ही चरणामृत
अनलॉक-1 देशभर में 20 जून तक लागू रहेगा इस दौरान केंद्र सरकार की ओर से कई स्थानों को खोलने की छूट दी गई है। सरकार की ओर से होटल,रेस्टोरेंट मॉल, धार्मिक स्थल और कई कार्यालयों को शर्तों के साथ खोलने की गाइडलाइन जारी की गई है।
लॉकडाउन में छूट मिलने के बाद जैसे-जैसे रेस्टोरेंट्स मॉल आदि खोल रहे हैं। इसे ध्यान में रखते हुए स्वास्थ्य मंत्रालय ने नई गाइडलाइन जारी की है। नई गाइडलाइन के अनुसार धार्मिक स्थलों पर एंट्री के हाथ सेनीटाइज करना पड़ेगा। हर श्रद्धालु की थर्मल स्क्रीनिंग की जाएगी।
सबसे बड़ी बात तो यह है कि अब मंदिरों में प्रसाद और चरणामृत नहीं मिलेगा।मूर्तियां धर्म ग्रंथ को भी नहीं छू सकेंगे। भजन-कीर्तन जैसे समारोह नहीं हो सकेंगे। मंदिरों में मास्क अनिवार्य होगा। लोगों को 6 फीट से ज्यादा की दूरी रखनी होगी। एंट्री करने से पहले हाथ पैर धोने होंगे। आरोग्य सेतु एप्लीकेशन भी डाउनलोड करना होगा। आने जाने के लिए अलग-अलग रास्ते का उपयोग करना होगा।
इसी तरह शॉपिंग मॉल में बिना लक्षण वाले लोगों को ही एंट्री दी जाएगी। थर्मल जांच और हैंड सैनिटाइजेशन करना होगा। सिनेमा हॉल, गेमिंग जोन आदि बंद रहेंगे। दुकानों के बाहर मार्केट पॉइंट बनाए जाएंगे। मास्क और सोशल डिस्टेंस का पालन करना होगा। लोगों की संख्या कम होगी। लाइन में लगे लोगों के बीच टोटल डिस्टेंस जरूरी होगा। पार्किंग भीड़ से बचने के लिए आयोजकों को जरूरी आयोजन करना होगा।
इसी तरह होटल में डिजिटल लेनदेन करना होगा, एंट्री और एग्जिट के लिए अलग व्यवस्था करनी होगी, ग्राहकों का रिकॉर्ड करना होगा, कमरे सेनीटाइज करने होंगे। रेस्टोरेंट में मास्क और दूरी जरूरी रहेगी। वेटिंग लिस्ट में हो तो हाथ धोते रहना पड़ेगा। स्टाफ हाथ और मुंह ढक कर काम करेंगे। रेस्टोरेंट्स की सिर्फ 50% सीटें भरने चाहिए। ग्राहकों के जाने के बाद सीटों को सेनीटाइज करना पड़ेगा। बुजुर्ग और गर्भवती महिलाओं को एंट्री नहीं होगी। मेनु को डिस्पोजल फॉर्म में रखना होगा।
कोरोना बिमारी ने लोगों की जीवन शैली बदल दी है ।लोगों को इसी नई जीवनशैली के साथ जीना पड़ेगां कोरोना के कारण अब तो ना ही शादी ब्याह में भीड़ लग सकती है ना ही किसी धार्मिक आयोजन में।
कोरोना के कारण लोगों को अपनी जीवनशैली बदल लेनी पड़ेगी। शुक्रवार को सुहागन औरतों के लिए वट सावित्री का व्रत मनाया गया। सूरत में इस व्रत को सुहागन औरतों ने मास्क और सोशल डिस्टेंस का पालन करते हुए मनाया।हिंदू धर्म के अनुसार सुहागन औरतों के लिए वट सावित्री का व्रत बहुत मायने रखता है।
अपने पति की लंबी उम्र के लिए महिलाएं पूजा करती हैं।आज भी महिलाओं ने व्रत किया वट सावित्री के दिन वट के पेड़ के चारों ओर महिलाएं प्रदिक्षणा कर पूजा की। इस मौके पर महिलाओं की बड़ी भीड़ रही। कोरोना के संभावना को देखते हुए महिलाओं ने सोशल डिस्टेंस रखते हुए और मास्क पहनकर इस व्रत को मनाया।
कई महिलाओं ने तो भीड़ की आशंका देखते हुए सोसाइटी में पूजा करना उचित समझा घर के समीप ही पेड़ पर पूजा की। पूजा कराने वाले पंडित के हाथ में भी सैनिटाइजर जीवन शैली के अनुसार लोगों पर रहना पड़ेगा और पूजा-पाठ भी करनी पड़ेगी।
कुछ चीटर मेरे नाम से पैसा मांग रहे हैं सावधान रहना सोनू सूद
बॉलीवुड के कलाकार सोनू सूद इन दिनों अपने मानवता के काम पर चलते पूरे देश में चर्चा का विषय है। लोग डाउन के दौरान उन्होंने हजारों श्रमिकों को अपने गांव भेजने की व्यवस्था की है।सोनू सूद के नाम से कुछ चीटर लोगों से पैसा मांग रहे हैं।
यह जानकारी मिलने पर सोनू सूद ने लोगों को ऐसे लोगों से सावधान रखने को कहा है और यदि कोई उनसे सोनू सूद के नाम पर पैसा मांगता है तो उसको पुलिस के हवाले करने की बात कही है।
सोनू सूद ने कहा कि कई चीटर लोग आपसे पैसा रखने के लिए मेरे नाम पर आपका संपर्क कर सकते हैं यदि कोई ऐसी घटना हो तो मुझे संपर्क करें या पुलिस स्टेशन पर जाकर जानकारी दें क्योंकि हम अपनी सेवा के बदले में कुछ भी नहीं मांग रहे हैं सोनू सूद ने अपने ट्विटर अकाउंट पर भी यह जानकारी दी है।
लॉकडाउन के कारण जहां सब अन्य समस्या के कारण परेशान थे वहीं पान-मसाला खाने वाले और शराब पीने वाले यह नहीं मिलने से परेशान थे.
लॉकडाउन के कारण दो महीने तक वाइन शॉप बंद रहने से शराब के लिए परेशान लोगों ने शराब की दुकान खुलते हीं शराब की खरीद के लिए लंबी लाइन लगा दी। यह लाइन इतनी लंबी हो गई कि वाइन शॉप संचालकों को टोकन सिस्टम से शराब बेचना पड़ा। आज एक ही दिन में एक हजार से अधिक शराब की बोटल बिक गई।
मिली जानकारी के अनुसार परमीट वाले लोगों को हर महीने पांच वाइन शॉप दुकाने से लेने की छूट है। लेकिन पिछले दो महीने से लॉकडाउन के कारण दुकान बंद होने से लोग खरीद नहीं पाए थे। दूसरी ओर वाइन शॉप में भी बियर की बिक्री की समय सीमा समाप्त हो जाने से वापिस करने की नौबत आई थी। इश दौरान 1 जून से दुकान खोलने की छूट मिलते ही लोग ब़डी संख्या में पहुंच गए थे।
सबेरे नौ बजे से ही लोगों की लाइन लगने लगी थी और वराछा, मेरियोट होटल, टीजीबी तथा लोर्डस प्लाजा होटल में लोगों को नंबर का टोकन देना पड़ा। वाइन शॉप संचालकों ने लगभग दौ सो लोगों को टोकन दिए। आज लगभग 170 लोगों को ही बियर दे पाए। बाकी को कल बुलाया है।
यार्न और जरी की खरीद पर 60 दिन का ब्याज नहीं चुकाएंगे सचिन सचिन जीआइडीसी के उधमी
लॉकडाउन के बाद व्यापार धंधा खुलते ही पेमेन्ट की रामायण शुरू हो गई। रविवार को सूरत कलर केमिकल मर्चेंट एसोसिशन के सदस्यों की मीटिंग में पेमेन्ट संबधित कई महत्वूपूर्ण फैसले लिए गए। इसके बाद सोमवार को सचिन जीआइडीसी के कपड़ा उधमियों की मीटिंग हुई। इसमें बिते 60 दिनों तक लॉकडाउन के कारण कारोबार ठप्प होने के कारण इन दिनों का ब्याज नहीं चुकाने का फैसला किया है।
सचिन जीआइडीसी वीवर्स एसोसिएशन के प्रमुख महेन्द्र रामोलिया ने बताया कि लॉकडाउन के बाद अभी तक कारोबार अच्छे से नहीं शुरू हो सका है और यार्न वाले, जरी वाले सहित तमाम उधमी पेमेन्ट की ड़िमांड कर रहे है। रामोलिया ने बताया कि अन्य राज्यों में काम करने वाले ज्याअभी तक सचिन जीआइडीसी में 2250 यूनिटों में से सिर्फ 350 शुरू हो चुके हैं और अभी पता नहीं कितने दिन लगेंगे। ऐसे में सोमवार को सचिन जीआइडीसी के वीवर्स की ओनलाइन मीटिंग में जरी और यार्न के 60 दिनों के बकाया पेमेन्ट का ब्याज नहीं देंगे।
सूरत
सूरत के पुणा क्षेत्र में रहने वाली किशोरी को मुंबई से लौटते समय भरूच रेलवे स्टेशन पर मिले दंपत्ति ने उसे देह व्यापार में धकेलने के मामले में क्राइम ब्रांच ने आज अंकलेश्वर के दंपति की धरपकड़ की है।
मिली जानकारी के अनुसार सूरत के पुण क्षेत्र में रहने वाली किशोरी 3 माह पहले गायब हो गई थी। इसके बाद अचानक उसने अपने माता को फोन कर बताया कि उसका अपहरण हो गया है।
यह जानकर चौंक उठी माता ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी। इसके बाद पुलिस ने किशोरी ने जिस नंबर पर फोन किया था उस नंबर का संपर्क किया वहां पर पूछताछ करने के बाद पुलिस पुलिस को कड़ी मिलते चली गई। बाद में पुलिस को पता चला कि किशोरी को अंकलेश्वर ले जाया गया है। फोन नंबर ट्रेस करते हुए पुलिस अंकलेश्वर पहुंची अंकलेश्वर में इस किशोरी को एक क्षेत्र में विक्रय के लिए बेचा गया था। वहां से पुलिस ने मुक्त कराया और किशोरी से मिली जानकारी के आधार पर सुमैया जाकिर और एजाज नाम की शक शक की तलाश जारी कर दी।
किशोरी ने बताया कि 3 महीने पहले मुंबई से निकलने के बाद मुंबई अपने प्रेमी से मिलने गई थी उसे समझा कर वापस भेज दिया लेकिन, गलती से वह भरूच पहुंच गई जहां सुमैया नाम की महिला उसे रेलवे स्टेशन पर मिली और उसने पति ने मिलकर उसे देह व्यापार में बेच दिया। जाकिर और एजाज नाम के शख्स ने बारबार उससे दुष्कर्म किया।इस जानकारी के आधार पर पुलिस ने छापा मारकर जाकिर अयूब अर्थ मैया को गिरफ्तार कर लिया है।
पॉजिटिव केस ना आए तो मार्केट का फिर से दौरा कर खोलने पर किया जाएगा!!
सूरत के कपड़ा मार्केट और डायमंड मार्केट को खोलने को लेकर बुधवार को चेंबर ऑफ कॉमर्स में मनपा कमिश्नर के साथ आयोजित मीटिंग में मनपा कमिश्नर बंछानिधि पाणी ने कहा कि टेक्सटाइल मार्केट और डायमंड मार्केट सूरत के सेंट्रल और लिंबायत जोन में है लिंबायत जॉन कोरोना के लिए सबसे ज्यादा संवेदनशील है।वहां पर कोरोनी का संक्रमण लगने की संभावना सबसे अधिक है। भविष्य में प्रशासन को वहां पर ज्यादा मेहनत करनी पड़ सकती है। इसलिए पॉजिटिव केस वाले क्षेत्रों की फिर से विजिट कर वहां पर एक्यूट रेस्पिरेक्टरी इंफेक्शन के केस नहीं मिल रहे हो तो कंटेनमेंट एरिया के लिए विचार किया जाएगा।
फिलहाल पालिका मीटिंग कर कंटेंटमेंट एरिया को भविष्य में किस किस तरह खोला जाएगा इस पर प्लानिंग कर रही है। उन्होंने कहा कि चेंबर अथवा अन्य संस्थाएं वाहन की व्यवस्था करेंगे तो महानगरपालिका उन्हें खोलने के लिए निशुल्क सोडियम हाइपोक्लोराइड देगा। उन्होंने कहा कि सूरत में 80% लोग बिना लक्षण के हैं महापालिका, पोलिस, डॉक्टर और कलेक्टर ऑफिस के कर्मचारी भी संक्रमित हुए हैं।सूरत में सिविल हॉस्पिटल के अलावा अन्य कोई व्यवस्था नहीं है। निजी अस्पतालों को अभी नहीं शामिल किया गया है।
भविष्य में परिस्थिति देखकर निर्णय लिया जाएगा। कमिश्नर ने कहा कि फिलहाल रिवर्स माइग्रेशन भी शुरू हुआ है। राजस्थान और सौराष्ट्र के लोग सूरत में वापस आ रहे हैं। सूरत की इकोनामी शुरू होगी। इससे पहले प्रोटोकॉल तय किए जाएंगे। लोगों को संक्रमण नही लगे इसलिए वर्कप्लेस पर क्या ख्याल रखना है। इसलिए महानगरपालिका ने निर्देश जारी किए हैं। कमिश्नर ने कहा कि चीन,साउथ अफ्रीका,सिंगापुर जैसे कई देशों ने लॉकडाउन में राहत देने के बाद फिर से लोग डाउन लागू किया है।
कोरोना की भले कोई दवाई अभी तक नहीं उपलब्ध है। लेकिन इंडस्ट्री शुरू करने के बाद आर्थिक दिक्कत जरूर दूर की जा सकती है। लोगों को भोजन मिले इसलिए इंडस्ट्री शुरू करना पड़ेगा।इंडस्ट्री शुरू करने के लिए पर्याप्त व्यवस्था की जा रही हैं। राज्य सरकार ने इंडस्ट्री शुरू करने के लिए छूट दी है लेकिन, हमें कई सावधानियां बरतनी होगी। मास्क पहनना होगा ,सोशल डिस्टेंस का पालन करना होगा इत्यादि कई चीजें ध्यान में रखनी होगी। चेंबर के प्रमुख केतन देसाई ने कहा कि शहर में 2500000 श्रमिक हैं।
पिछले 2 महीने से व्यापार उद्योग बंद होने के कारण वह लाचार हो गए हैं। इसलिए कपड़ा मार्केट और हीरा मार्केट के अलावा रिटेल ज्वेलरी शो रूम शुरू करने के लिए मनपा कमिश्नर से आग्रह किया।इसके अलावा प्रॉपर्टी टैक्स में छूट देने तथा इंडस्ट्री को सैनिटाइजेशन के लिए मदद करने के लिए भी आग्रह किया।
सूरत
लॉकडाउन में यदि कोई वर्ग परेशान हुआ है तो वह श्रमिक वर्ग है। 23 मई को गुजरात से ओडिशा जा रहे श्रमिक स्पेशल ट्रेन में ही एक श्रमिक की मौत हो गई।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार गुजरात के सूरत में बड़ी संख्या में ओडिशा के श्रमिक कपड़ा उधोग में काम करते हैं इन दिनो लॉकडाउन में कारखाने बंद होने के कारण लाचार श्रमिक अपने वतन लौट रहे है।
सूरत से इन श्रमिकों के लिए ट्रेन नि:शुल्क है। इस दौरान ओडिशा के गंजाम जिले का निवासी प्रफुल स्वाइ 23 मई को ओडिशा जाने के लिए श्रमिक स्पेशल ट्रेन से रवाना हुआ, लेकिन वह महासमुंद पहुंचने से पहले ही ट्रेन में उसकी मौत हो गई। हालाकि कारण नहीं पता चल सका है। वहां मृतदेह पहुंचने पर मृतक के बेटे अनिल स्वाइ ने अंतिम संस्कार किया और लाइव कर माता को अंतिम दर्शन कराए।
१४ साल की किशोरी का रेल्वे स्टेशन से अपहरण कर बेच दिया
पुणा क्षेत्र से गायब लड़की को अपहरणकर्ताओं से छुड़ाने के बाद पुलिस ने आप बड़ी तेजी से मामले की जांच शुरू की है। पुलिस को इस मामले में तीन लोगों की खोज कर रही है। जिसमें की सुमैया जाकिर और अयूब इन तीनों को ही पुलिस कई जगह पर छापेमारी कर ढूंढ रही है। अंकलेश्वर से अपहरणकर्ताओं के चंगुल से छूटने के बाद किशोरी ने जो कुछ बताया वह सब के रोंगटे खड़े कर देने के लिए काफी है।
युवती ने बताया कि तीन महीने पहले अपने माता पिता से किसी बात पर झगड़ा होने के कारण वह मुंबई अपने बुआ के यहां चली गई थी। बुआ के यहां से युवती अपने प्रेमी से मिलने पहुंचे प्रेमी ने उसे समझा कर फिर से सूरत आने के लिए कहा और टिकट के पैसे भी दिए। वह सूरत के लिए ट्रेन में बैठी तो सही लेकिन गलती से भरूच पहुंच गई। भरूच पहुंचने के बाद वह समझ नहीं पा रही थी कि क्या करें इस दौरान उसकी अकेलेपन का लाभ उठाकर सुमैया नाम की एक औरत उसके पास गई और मीठी मीठी बातें कर उसकी मदद करने के बहाने अपने घर ले गई।
वहां सोमैया ने उसको जाकिर और अयूब के हवाले कर दिया। दोनो ने बारी बारी से उसके साथ दुष्कर्म किया। किशोरी बार-बार उन दोनों से गुहार लगाते रही कि उसे अपने माता-पिता के पास जाना है। लेकिन दोनों ने ही उसकी इज्जत को तार-तार कर दिया। बाद में उसे अंकलेश्वर ले जा कर देह विक्रय में बेच दिया। 2 महीने से वह बार-बार लोगों के हवस का शिकार बन रहे थे। इस दौरान उसे मौका मिलने पर उसने किसी महिला के फोन पर अपने माता-पिता को फोन कर सारी जानकारी दी। तब मामला सामने आने के बाद पुलिस ने इस लड़की को अपहरणकर्ताओं से छुड़वाया।
सूरत
आख़िरकार सूरत पुलिस को पुणा क्षेत्र की अपह्यत लड़की को ढूँढने में सफलता मिल गई। पुलिस ने कल देर रात अंकलेश्वर में एक जगह छापा मारकर किशोरी को छुड़ा लिया। पुलिस ने इस युवक को देहविक्रय के लिए बेच देने वाले एक शख़्स को भी गिरफ्तार किया है। पुलिस ने बड़े ही होशियारी के साथ मोबाइल डिटेल के आधार पर पूरे डिटेकश्न को अंजाम दिया।
मिली जानकारी के अनुसार पुणा क्षेत्र की १४ वर्षीय किशोरी तीन महीने पहले घर से निकली और वापिस नही आई। घरवालों को लग रहा था कि वह अपने दादी के यहाँ गई है। इस दौरान दो दिन पहले किशोरी के पापा पर कॉल आया और पूरी घटना सामने आई।
मिली जानकारी के अनुसार हर्षदा बेन सूरती और उनके पति दीपक सूरत हॉस्पिटल में ड्यूटी करते हैं। जिसमें की सबसे बड़ी बच्ची प्रतिमा गत 29 तारीख को अपनी दादी के यहां गई थी लेकिन, देर तक नहीं लौटी। उसके बाद से वह लापता थी। इस दौरान गत मंगलवार को हर्षदा बहन के पति पर एक अजनबी नंबर से फोन आया था। जिसमें फोन करने वाली ने अपनी पहचान उनके बेटी प्रतिमा के तौर पर दी।
इसके बाद बात नहीं हो सकी। बेटी की अपहरण की बात सुनकर पूरा परिवार रोने लगा। उन्होंने जब नंबर पर दोबारा कॉल किया तब लडकी ने रोते-रोते कहा ‘मैं प्रतिमा बोल रही हूं मैं यहां फस गई हूं। मुझे जगह का पता नहीं मेरा मुंह दबाकर मुझे उठा लाया गया है मैं बाजू वाले के यहां से फोन कर रही हू’।
ऐसा कह कर उसने फोन काट दिया। इस घटना की जानकारी परिवार ने पुलिस को दी पुलिस ने इस मामले की जांच करने पर मोबाइल के आधार पर कॉल डिटेल निकाले हैं।
पुलिस ने लड़की का फ़ोन जिस पर से आया था इस महिला के साथ बात भी की। महिला ने बताया कि उसकी प्रतिमा से मुलाकात अंकलेश्वर में हुई थी। बाद में प्रतिमा फस गई थी। प्रतिमा ने इस महिला से मदद करने के लिया था और घर पर फोन किया था।
पुलिस के डर से पहले इस महिला ने अपना लोकेशन नहीं बताया लेकिन, पुलिस ने कॉल डिटेल के आधार पर इसका लोकेशन ढूंढ लिया। इसके घर जाने पर वह नहीं मिली। बाद में इसका फोन नंबर अंकलेश्वर मे ट्रेस होने के कारण पुलिस ने वहां जांच शुरू की। अंत में मंगलवार की रात को पुलिस ने कॉल ट्रेसिंग के आधार पर अंकलेश्वर में एक जगह छापा मारकर युवती को छुड़ा लिया।
किशोरी ने पुलिस को बताया कि ज़ाकिर नाम का एक युवक उसे फुसलाकर अंकलेश्वर ले गया जिसने कि वहां उसे देहविक्रय के लिए बेच दिया और कई दिनों से वहां पर उसका शोषण हो रहा था। फिलहाल पुलिस ने पूरे मामले की जांच पड़ताल शुरू कर दी है।
(किशोरी का नाम काल्पनिक है)
सूरत
लॉकडाउन में लोग घर से बाहर निकलने के लिए नए नए बहाने बनाते हैं। कोई दवा के बहाने बाहर निकलता है, तो कोई बीमारी के बहाने बाहर निकल रहा है। ऐसे में दक्षिण गुजरात के पारडी में एक प्रेमी गत रात को अपनी प्रेमिका से मिलने के लिए लेडीस ड्रेस पहन कर बाहर निकला था हालांकि, पुलिस ने उसे रास्ते में ही पकड़ लिया।
पूछताछ के दौरान उसने बताया कि बीते कई दिनों से वह अपनी प्रेमिका से नहीं मिल सका था। इसलिए प्रेमिका उसे बार-बार मिलने के लिए बुला रही थी। आखिर हितेश नाम के इस युवक ने कल अपनी प्रेमिका से मिलने का फैसला किया और रात को पंजाबी ड्रेस पहनकर पर दुपट्टा बांधकर मुंह पर निकल पड़ा।
रात के 2:30 बजे के करीब रोड पर से गुजर रहा था। इस दौरान एक अकेली औरत को रोड पर घूमता देख पुलिस ने उसे रोका और पूछताछ की। इस दौरान जब युवक ने दुपट्टा हटाया तो भांडा फूट गया।
पुलिस ने युवक को पकड़कर धमकाया तो असली मामला सामने आया। युवक ने बताया कि उसकी प्रेमिका से मिलने के लिए बार बार बुला रही थी। इसके चलते आखिर वह ड्रेस पहन कर ही अपनी प्रेमिका से मिलने निकल पड़ा।
गौरतलब है कि प्रशासन ने लोगों से बार-बार अपील की है कि जरूरी काम बाहर नहीं निकले लेकिन इसके बावजूद लोग प्रशासन की इस अपील को अनसुना कर रहे हैं और छोटे-छोटे काम से भी बाहर निकलते हैं इस कारण कोरोनावायरस और बढ़ रहा है।
मंगलवार को 50000 लोग होंगे सूरत से रवाना!
श्रमिकों के पलायन का दौर जारी है। सोमवार को बड़ी संख्या में श्रमिक रवाना होने के बाद मंगलवार को भी 31 ट्रेनों से लगभग 50,000 श्रमिक अपने गांव लौट जाएंगे। सूरत के लिए मंगलवार को जो ट्रेन चलेंगी उनमें यूपी के लिए सबसे अधिक14, बिहार के लिए 10 ट्रेन और उड़ीसा के लिए 07 ट्रेन है। इसके अलावा आंध्रप्रदेश और केरल की ट्रेन को सूरत में ठहराव दिया गया है।
अब तक यूपी बिहार झारखंड उड़ीसा सहित अन्य राज्यों के 10 लाख से अधिक श्रमिक अपने गांव जा चुके हैं। रेलवे प्रशासन अपनी ओर से श्रमिकों को वतन भेजने के लिए हर संभव प्रयास कर रहा है। राज्य सरकारों ने भी अपने श्रमिकों को बुलाने के लिए टिकट की कीमत माफ करवा दी है। ऐसे में बड़ी संख्या में श्रमिकों का पलायन जारी है। सूरत से मंगलवार को 50,000 श्रमिक अपने गांव को लौट जाएंगे।
लॉकडाउन के कारण काम धंधा बंद हो जाने से परेशान श्रमिक सूरत में रहना नहीं चाह रहे। हालांकि धीरे-धीरे व्यापार उद्योग शुरू हो रहा है लेकिन, इसके बावजूद श्रमिकों ने अपना मन बना लिया है। इस बार गांव जाने वाले कई श्रमिक तो लौट कर ही नहीं आएंगे। ऐसी आशंका भी व्यक्त की जा रही है। रेलवे के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार 2 मई से लेकर अब तक श्रमिक ट्रेन चलाई जा रही है।
पश्चिम रेलवे ने अब तक 1000 श्रमिक दौडाई हैं। इन ट्रेनों के माध्यम से 15 लाख से अधिक श्रमिक अपने मंजिल तक पहुंच चुके हैं। फिर भी श्रमिकों की सूची अभी तक लंबी है सूरत से अभी तीन लाख से अधिक श्रमिक अपने वतन जाने के लिए तैयार हैं।
सूरत
चार दिन पहले आए एक फोन के बाद से सूरत पुलिस की नींद हराम हो गइ है। दरअसल चार दिन पहले पुणा थाना क्षेत्र में सुभाष नगर के नजदीक अंबेडकर हाउस में रहने वाले हर्षदा बेन दीपक भाई सुरती पर एक फोन आया था जिसमें कि उनकी चौदह साल की बेटी उसका किसी ने मुंह बाध कर अपहरण कर लिए होने की बात कह कर रोने लगी।
इसकी जानकारी जब परिवार ने पुलिस को दी तब से पुलिस की नींद हराम हो गइ है। मिली जानकारी के अनुसार हर्षदा सूरती और उनके पति दीपक सूरत हॉस्पिटल में ड्यूटी करते हैं। जिसमें की सबसे बड़ी बच्ची प्रतिमा गत 29 तारीख को अपनी दादी के यहां गई थी लेकिन, देर तक नहीं लौटी। उसके बाद से वह लापता थी। इस दौरान गत मंगलवार को हर्षदा बहन के पति पर एक अजनबी नंबर से फोन आया था। जिसमें फोन करने वाली ने अपनी पहचान उनके बेटी प्रतिमा के तौर पर दी।
इसके बाद बात नहीं हो सकी। बेटी की अपहरण की बात सुनकर पूरा परिवार रोने लगा। उन्होंने जब नंबर पर दोबारा कॉल किया तब लडकी ने रोते-रोते कहा ‘मैं प्रतिमा बोल रही हूं मैं यहां फस गई हूं। मुझे जगह का पता नहीं मेरा मुंह दबाकर मुझे उठा लाया गया है मैं बाजू वाले के यहां से फोन कर रही हू’। ऐसा कह कर उसने फोन काट दिया। इस घटना की जानकारी परिवार ने पुलिस को दी पुलिस ने इस मामले की जांच करने पर मोबाइल के आधार पर कॉल डिटेल निकाले हैं।
पुलिस ने लड़की का फ़ोन जिस पर से आया था इस महिला के साथ बात भी की। महिला ने बताया कि उसकी प्रतिमा से मुलाकात अंकलेश्वर में हुई थी। बाद में प्रतिमा फस गई थी। प्रतिमा ने इस महिला से मदद करने के लिया था और घर पर फोन किया था।
पुलिस के डर से पहले इस महिला ने अपना लोकेशन नहीं बताया लेकिन, पुलिस ने कॉल डिटेल के आधार पर इसका लोकेशन ढूंढ लिया। इसके घर जाने पर वह नहीं मिली। बाद में इसका फोन नंबर अंकलेश्वर मे ट्रेस होने के कारण पुलिस ने वहां जांच शुरू की है। उल्लेखनीय है कि अभी तक अपह्यत लड़की के पिता को यह लग रहा था कि लड़की उनकी दादी के यहां गई थी।
(किशोरी का नाम काल्पनिक है)