नीरव मोदी की सूरत स्थित कंपनिया और ज्वैलरी जब्त करने का निर्देश

nirav modi


राष्ट्रीयकृत बैंको से हजारो करोड रुपए का लोन लेने के बाद चुकाने के बजाय विदेश भाग जाने के आरोपी नीरव मोदी की सूरत के स्पेशल इकोनोमिक जोन में स्थित कंपनियो सहित कुल सात संपत्तियो को जब्त करने के लिए कस्टम डिपार्टमेन्ट ने कोर्ट में कार्रवाई की थी। जो कि मंजूर कर ली गई थी। इसके बाद अब नीरव मोदी की संपत्ति जब्त करने का रास्ता साफ हो गया है। साल 2019 में बैंक घोटाला करने के बाद नीरव मोदी भारत से फरार हो गया था। इसके बाद से उसके खिलाफ कार्रवाई की जा रही थी।

नीरव मोदी ने सूरत के सचिन में स्पेशल इकोनोमिक जोन से भी ज्वैलरी निर्यात की थी। इस आधार पर सूरत के कस्टम विभाग ने जांच शुरू की। जांच के दौरान कस्टम विभाग ने कई बार समन्स दिया, लेकिन वह नहीं आया। इसके बाद से कस्टम विभाग ने सेज के फायर स्टार इन्टरनेशनल प्रा.लि, फायर स्टार डायमंड प्राइवेट लिमिटेड और राधेश्वरी ज्वेलरी कंपनी के प्लोट तथा फायर स्टार इन्टरनेशल प्रा.लि के दिल्लीगेट स्थित ऑफिस को जब्त करने की कार्रवाई की थी।

इसके साथ ही 12.09 करोड रूपए की ज्वैलरी भी जब्त करने की कार्रवाई शुरू की थी। जो कोर्ट ने मंजूर कर ली है। कस्टम विभाग के सूत्रों का कहना है कि इस मामले में लोन घोटाले को लेकर मुंबई डीआरआई भी जांच की थी। लेकिन प्लोट, फेक्टरी तथा ज्वेलरी जब्त करने के लिए सूरत कस्टम विभाग ने कार्रवाई की थी। जो कि मान ली गई है।