अमरीका में रहने वाली वलसाड की बेटी ने भेजे 35 करोड़ के रेमडेसिविर!


कोरोना वायरस सूरत,गुजरात सहित देशभर में हाहाकार मचा रहा है। होस्पिटलो में दवा और बेड की कमी के कारण लोग परेशान है।कोरोना में कारगर मानी जानेवाली रेमडेसिविर इंजेक्शन नहीं मिलने के कारण मरीजों की हालत पतली है। कई लोग नक़ली रेमडेसिविर इंजेक्शन और कालाबाज़ारी करते पकड़े गए।

पहली लहर में, केवल शहरवासी और अधिक उम्र के लोग कोविड से संक्रमित थे। लेकिन दूसरी लहर ज्यादा खतरनाक और जानलेवा साबित हो रही है। बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक हर उम्र के लोग संक्रमण का शिकार हो रहे हैं। राज्य के 36 ग्रामीण क्षेत्रों में तीन महीनों में कुल 8000 से अधिक सकारात्मक मामले सामने आए हैं।


महामारी के समय में, भारत को दुनिया के कई देशों से मदद मिल रही है। ब्रिटेन, रूस, संयुक्त राज्य अमेरिका और कनाडा से बड़े चिकित्सा उपकरणों से लेकर ऑक्सीजन तक मदद कर रहे है। वलसाड के पारडी तालुका के वलवाड़ा गांव की पुत्रबहू एवं परिया के सुभाषभाई छोटुभाई देसाई की बेटी रूपा देवांग देसाई ने मातृभूमि के प्रति अपनी ज़िम्मेदारी अदा करते हुए अमेरिका से भारत की मदद की है।

गुजरात में बिगड़ते कोरोना के हालात देखते हुए उन्होंने कोरोना के इलाज के लिए 35 करोड़ रुपये का रेमडेसिविर इंजेक्शन भेजा हैं। टअमेरिका से मुंबई भेजी गई थी। जहां केतन और पार्थव नाम के दो व्यक्तियों ने कस्टम्स से क्लीयर कराकर भारत सरकार को वितरण के लिए जत्था सौंप दी है। रूपा देवांग दशवाड़ा के कालिदास नायक की पुत्रवधू हैं। जो मुंबई में मफतलाल समूह के उपाध्यक्ष थे।


केवल महानगर से ही नहीं बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों से भी विदेशों में स्थायी हुए परिवार मातृभूमि की मदद के लिए आग आ रहे हैं। धंधुका तालुका के नावडा गाँव के मोणपरा परिवार के कई सदस्य व्यापारिक उद्देश्यों के लिए अमेरिका में बस गए हैं। गांव के मूल निवासी भरतभाई मोणपरा की बेटी अमेरिका में डॉक्टर के रूप में सेवा दे रही है। डॉ पूजा और मनीषा ने शादी के लिए बचाये 15 हजार डॉलर केविड केयर में दान कर ग्रामीण विस्तार (देश) की सेवा की है।

कोरोना वायरस की यह दूसरी लहर शहर के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्रों में भी फैल रही है। जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य का बुनियादी ढांचा बिगड़ रहा है।विदेश में रहने वाले कई भारतीय कोरोना के लिए राज्य सरकार और केन्द्र सरकार की मदद भी कर रहे है।कई देशों की ओर से भी भारत में ऑक्सीजन और दवा आदि भेजी जा रही है।