सूरत: कोरोना की तीसरी लहर बच्चों के लिए गंभीर, क्या कर रहा है प्रशासन!!


सूरत सहित पूरा देश कोरोना की दूसरी लहर का सामना कर रहा है। प्रशासन दूसरी लहर का सामना करने के साथ ही तीसरी लहर के लिए तैयारी कर रहा है। तीसरी लहर में बच्चों के संक्रमित होने की आशंका जताई गई है। ऐसे में सूरत में पी़डियाट्रिक एसोसिएशन ने तैयारियां शुरू कर दी है। इसके लिए स्पेशल टास्क फोर्स का गठन किया गया है।

प्रशासन के अधिकारियो से मुलाकात के बाद आगे की तैयारी शुरू कर दी गई है।  सूरत में पी़डियाट्रिक एसोसिएशन के पदाधिकारियों और प्रशासन के अधिकारियों के साथ बैठक हुई। शहर के करीब 300 निजी अस्पतालों में कितने बाल रोग विशेषज्ञ, डॉक्टर और नर्सिंग स्टाफ हैं, इस पर चर्चा हुई। साथ ही इलाज की रणनीति भी तैयार की जा रही है।

इसके अलावा सूरत में पी़डियाट्रिक एसोसिएशन स्टाफ प्रशिक्षण के लिए कड़ी मेहनत कर रहा है। साथ ही माता-पिता और बच्चों को जागृत करने के लिए एक मॉडल विकसित किया जा रहा है। सूरत के निजी अस्पताल में 100 और सिविल और स्मीमेर अस्पतालों में एनआइएसयु, पीआईएसयु सहित कुल 128 वेंटिलेटर उपलब्ध हैं।

सूरत पीडियाट्रिक एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. कार्तिक सिसोदिया ने कहा कि सरकारी अस्पताल में बाल रोग विभाग के अलावा शहर में करीब 200 बाल चिकित्सा अस्पताल हैं और अगर हम एक अस्पताल में अनुमानित 15 आईसीयू बेड की गणना करें अगर 3000 बच्चे भर्ती हैं तो उपचार किया जा सकता है इसकी तैयारी भी शुरू कर दी गई है।

आम तौर पर कुल आबादी में 40 फीसदी बच्चे (18 साल से कम उम्र के) के हैं, लेकिन शहर से बाहर के मरीज भी इलाज के लिए आते हैं, इन सब बातों को ध्यान में रखते हुए तैयारी की जा रही है. डॉक्टर सोशल मीडिया के जरिए ऑनलाइन जागरुकता फैला रहे हैं सूरत में पी़डियाट्रिक एसोसिएशन की ओर से स्लम क्षेत्रों में रहने वाले माता-पिता को लक्षणों पर, अस्पताल कब जाना है, साथ ही तंत्र के सहयोग से आंगनवाड़ी कर्मचारियों को प्रशिक्षित किया जाएगा ताकि वे लक्षणों की पहचान कर सकें और लोगों को जागरूक कर सकें। इसके अलावा एसोसिएशन और डब्ल्यूएचओ। साथ में एक ऑनलाइन मॉड्यूल विकसित किया जा रहा है।

सिविल अधीक्षक प्रभारी डॉ. रागिनी ने कहा, ”हमें राज्य सरकार द्वारा निर्देश दिया गया है कि कोरोना की तीसरी लहर में 100 बेड की व्यवस्था की जाए। .” इन 100 बेड में 20 बेड का आईसीयू, 20 बेड का टेप डाउन और 20 बेड का ऑक्सीजन फैसिलिटी शामिल है। यह सुविधा सिविल अस्पताल  में स्टेम सेल भवन की 7वीं मंजिल पर स्थापित की जाएगी। जिसके लिए आवश्यक उपकरणों की सूची तैयार कर राज्य सरकार को भेजी गई है।