૨૨-૨૩ જુલાઈ દરમિયાન સુરત, નવસારી, ડાંગ,વલસાડ અને તાપીમાં ભારે વરસાદની આગાહી

આપત્તિ વ્યવસ્થાપન મંત્રી રાજેન્દ્રભાઈ ત્રિવેદીએ SEOC, ગાંધીનગર ખાતે મીડિયાને સંબોધતા કહ્યું હતું કે, રાજ્યમાં અનેક વિસ્તારોમાં હાલ ધીમી ધારે વરસાદ થઇ રહ્યો છે. હવામાન વિભાગની આગાહી મુજબ આગામી સમયમાં ભારે વરસાદ પડવાની સંભાવના ધરાવતા જિલ્લા પર મુખ્યમંત્રી શ્રી ભૂપેન્દ્રભાઈ પટેલની સૂચના અનુસાર ચાંપતી નજર રાખવામાં આવી રહી છે. આ માટે મુખ્યમંત્રીશ્રી દ્વારા સંબંધિત કલેક્ટરઅને વહીવટી તંત્રને સજ્જ રહેવા જણાવાયું છે.

તેમણે કહ્યું હતું કે, આગામી તા.૨૨ અને ૨૩ જુલાઈ દરમિયાન સુરત, નવસારી, ડાંગ, વલસાડ અને તાપીમાં ભારે વરસાદની આગાહી છે. જ્યારે તા. ૨૩ અને ૨૪ જુલાઈ દરમિયાન કચ્છ, મહેસાણા, સાબરકાંઠા અને અરવલ્લીમાં તથા તા.૨૪-૨૫ જુલાઈના રોજ કચ્છ, જામનગર અને દેવભૂમિ દ્વારકા જિલ્લામાં ભારે વરસાદ થવાની સંભાવનાને કારણે રેડ એલર્ટ જાહેર કરાયું છે. આ સંભવિત પરિસ્થિતિમાં નાગરિકોને કોઈપણ પ્રકારની તકલીફ ન પડે તેમજ ઉદભવનારી તમામ પરિસ્થિતિને પહોંચી વળવા વહીવટી તંત્ર સંપૂર્ણ સજ્જ છે તેમ તેમણે ઉમેર્યું હતું.

મંત્રી ત્રિવેદીએ ઉકાઈ ડેમની વિગતો આપતા કહ્યું હતું કે, ઉપરવાસમાં પડેલા વધુ વરસાદના કારણે ઉકાઈ ડેમમાં પાણીની આવક વધતા ડેમમાંથી તબક્કાવાર બે લાખ કયુસેક જેટલું પાણી છોડાઈ રહ્યું છે પરંતુ આ પરિસ્થિતિમાં સુરતવાસીઓએ કોઈ ચિંતા કરવાની જરૂર નથી. ગુજરાતની જીવાદોરી સરદાર સરોવર ડેમમાં હાલ કુલ ૫૬ ટકા જળરાશીનો સંગ્રહ થયો છે જે સૌ ગુજરાતીઓ માટે આનંદની વાત છે. સૌરાષ્ટ્રમાં ખોડિયાર, હિરણ અને આંબાજળ ડેમ હાઈ એલર્ટ પર મુકવામાં આવ્યા છે તેમ તેમણે ઉમેર્યું હતું.

રાજ્યના વિવિધ વિસ્તારોમાં વધુ વરસાદના કારણે આશ્રય સ્થાનોમાં આશરો લઇ રહેલા તમામ નાગરીકો હાલની સ્થિતિએ સલામત રીતે પોતાના સ્વગૃહે પરત ફર્યા છે. રાજ્યમાં ૭૪,૨૩૨ નાગરિકોને કેશડોલ્સ ચુકવવામાં આવી છે, જ્યારે સર્વેની કામગીરી પૂર્ણતાને આરે છે. અત્યાર સુધીમાં NDRF, SDRF અને વહીવટી તંત્રના સહયોગથી ૧૫૬૬ નાગરિકોના રેસ્ક્યુ કરવામાં આવ્યા છે. તત્કાલીન મુખ્યમંત્રી અને વડાપ્રધાન નરેન્દ્રભાઈ મોદીએ ગુજરાતમાં સ્થાપેલી ઉત્તમ વીજળી વ્યવસ્થાના પરિણામે વરસાદની સ્થિતિમાં પણ તમામ ગામોમાં વીજ પુરવઠો ચાલુ છે.

તેમણે કહ્યું હતું કે, હાલ કચ્છ, ડાંગ,વલસાડ અને પંચમહાલમાં ૧-૧ નેશનલ હાઈવે પર અગવડના કારણે વાહન વ્યવહારની વૈકલ્પિક વ્યવસ્થા કરવામાં આવી છે. રાજ્યમાં કુલ ૧૪,૬૪૧ પૈકી માત્ર ૫૫ નાના રૂટ પર બસ વ્યવહાર બંધ છે તેમ મંત્રીશ્રી એ વિગતો આપતા ઉમેર્યું હતું.


सूरत: ऊकाई डेम से फिर पानी छोड़ना शुरू, प्रशासन सतर्क

उकाई डैम के कैचमैंट के तेज बारिश के बाद अब हथनूर डैम के कैचमेंट एरिया में तेज बारिश के कारण प्रशासन चौकन्ना हो गया है। हथनूर बांध के कैचमेंट में बीते 24 घंटों में भारी बारिश के कारण 24 गेट खोलकर 1.21 लाख क्यूसेक पानी छोड़ना शुरू कर दिया है। इसके कारण सूरत प्रशासन भी अलर्ट हो गया है।

दो दिन पहले ही उकाई बांध के कैचमेंट में ज़्यादा बारिश के कारण प्रशासन सक्रिय हो गया था। डैम सतह बढने से शहरीजन चिंतित हो गए थे। अभी यह सब हुए कि केवल दो दिन हुए हैं ।

फिर से इस बार ऊकाई डेम के कैचमेंट के बजाय, हथनूर के कैचमेंट टेस्का में 5 इंच, चिखलधारा में 3 इंच, करनखेड़ा, डेडराई में 1 इंच के साथ कैचमेंट 24 घंटे में 1 इंच बारिश हुई। इसके चलते फिर से बांध के द्वार खोलना पड़ा है। इस बारिश के परिणामस्वरूप, हथनूर बांध से 1.21 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है।

पिछले दो दिनों से ऊकाई डेम के गेट को बंद करने के बाद, बांध का सतह स्तर 335 फीट को पार कर 335.24 फीट पर पहुंच गया। हथनूर डैम से छोड़ा पानी छोड़े ऊकाई डैम में पहुँचने से पहले ऊकाई बांध को खाली करना शुरू कर दिया गया है।

उकाई बांध के गेट आज शाम 5 बजे फिर से खोल 70,000 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। मध्यरात्रि 12 बजे तक पानी के रिलीज को बढ़ाकर 90,000 क्यूसेक करने की संभावना है। शाम 7 बजे, उकाई बांध की सतह 335.19 फूट थी।

इनफ़्लो 54,000 क्यूसेक और आउटफ्लो 70,000 क्यूसेक था। उकाई डैम का रूल लेवल 335 फीट का लेवल और 345 फीट खतरनाक लेवल है। तेज बारिश के कारण सूरत में तापी नदी में पानी की आवक बढ़ी है इसके कारण सूरत के प्रशासन को सतर्क कर दिया गया है।

बीते 2 दिन से शहर और जिले में तेज बारिश के कारण शहर में एक बार फिर से खाडियों का जल स्तर बढ़ने लगा है। शनिवार से शुरू हुई बरसात रविवार को भी दिन बाद जारी रही। इसके चलते मीठी खाड़ी, लिंबायत, पर्वत पाटिया तथा शहर के कई क्षेत्रों में जलभराव की परिस्थिति आ गई थी।

सूरत शहर और दक्षिण गुजरात में ऐसे तो लगभग 8 दिन से बारिश हो रही है लेकिन, 1 दिन के विराम के बाद शनिवार से फिर से मेघराजा ने दस्तक दी है जिसके चलते बारिश से जनजीवन अस्त व्यस्त है। रविवार को भी कई क्षेत्रों में तेज बारिश के कारण पर्वत पाटिया, डुंभाल, लिंबायत, मीठी खाड़ी आदि कई क्षेत्रों में जो कि खाडी के किनारे हैं वहां पानी भर जाने के कारण लोगों को परेशान होना पड़ा। शहर के सड़क पहले से ही क्षतिग्रस्त हो गए हैं।

शहर के सड़कों पर गड्ढे हो गए हैं। बारिश के कारण गड्ढों में पानी भर जाने के कारण भी लोगों को परेशान होना पड़ा। मौसम विभाग के अनुसार अभी और 1 दिन तक बारिश की आगाही की गई है। ऐसे में लोगों की दिक्कत और बढ़ सकती है। दूसरी ओर दक्षिण गुजरात में भी बारिश के कारण गाड़ियों में भी पानी का स्तर बना रहेगा। पलसाना में पिछले 24 घंटे में 5 इंच भारी बारिश हुई है वहीं महुआ और बारडोली की बात करें तो वहां चार इंच से ज्यादा बारिश दर्ज की गई है।

जबकि चौर्यासी और मांडवी,मांगरोल, उमरपाडा में भी तेज बारिश हुई है। जिसके चलते का जलस्तर बढ़ गया है। पांडेसरा की भेदवाड खाड़ी का भयजनक 6.75 मीटर है लेकिन वह 7 मीटर पर बह रही है। उधना में काकराखाडी का भयजनक स्तर 6.50 मीटर के करीब बह रही हैं।

जो कि अभी 5.60मीटर पर बह रही है। लिंबायत की मीठी खाड़ी की भयानक से 7.50 मीटर है जो कि 7.70 मीटर पर बह रही है। भठेना खाड़ी के जनक 7.70 मीटर है जो कि अभी 5. 50 मीटर पर बह रही है। जिसके चलते लोगों में भी भय का माहौल फैल गया है। यदि बारिश की स्थिति यथावत रही तो प्रशासन के लिए कुछ समस्या जरूर खड़ी हो सकती है वरना रहने की जरूरत है।

सूरत में रोड पर गड्ढों को लेकर लगे पोस्टर, अपनी हड्डियों का बीमा करवा लो

एक सप्ताह से दक्षिण गुजरात सहित सूरत शहर में हो रहे बारिश के कारण सड़कों की हालत खराब हो गई है। परिस्थिति कुछ ऐसी बन गई है कि सड़क पर गड्ढे नहीं बल्कि गड्ढों में सड़क नजर आने लगी है। जिसके कारण शहर भर में लोगों में नाराजगी है।

लोगों का कहना है कि यदि एक-दो दिन भी बारिश हो जाती है तो सड़क धुल जाती है। ऐसे ही रांदेर क्षेत्र में भी ग्राम में क्षेत्रों में सड़क पर हुए गड्ढों के लेकर लोगों में नाराजगी है। लोगों के साथ मिलकर कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने रांदेर गांव के बस स्टैंड, मोरा भागल, बंबा गेट, कॉज वे सहित कई रास्तों पर बैनर लगा दिया है। बैनर में यह लिखा गया है कि रांदेर गांव में आपका स्वागत है।

यहां के काम करने के लिए भगवान प्रकट होंगे सूरत महानगरपालिका राम भरोसे है। अपनी हड्डी का बीमा करवा लें। कांग्रेस के कार्यकर्ता ने इस बारे में बताया कि रांदेर के प्रवेश द्वार से लेकर तमाम मेन रोड पर गड्ढे हो गए हैं। इनके कारण वाहन चालकों को भारी मुसीबत का सामना करना पड़ रहा है। इस बारे में कई बार शिकायत की जा चुकी है। लेकिन प्रशासन यहां पर काम करने नहीं आ रहा है। प्रशासन का कहना है कि बरसात रुकने के बाद काम होगा। जिसके चलते यह पोस्टर लगाए गए हैं।


उल्लेखनीय है कि बारिश के चलते इन दिनों शहर के ज़्यादातर रोड पर गड्ढे दिख रहे है। जैसे कि शहर के रांदेर, डिंडोली,कतारगाम, वराछा गोडदरा, पांडेसरा आदि कई स्थानों के रोड पर दूरी तक गड्ढे बन गए हैं।रोड पर गड्ढों के कारण शहरीजनों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। गड्ढो में पानी भर जाने के कारण लोगों की समस्या और बढ़ जाती है। बाइक चालकों के लिए गड्ढों ने मुसीबत खड़ी कर दी है।

चार दिन से तालाब में फंसे थे नौ लोग, फायर ब्रिगेड ने बचाया


शहर और जिले में बीते पांच दिन से हो रही बरसात के कारण खाडियों के साथ नदियो में भी पानी का जलस्तर बढ गया है। सूरत शहर के साथ जिले में भी बारिश के कारण लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

सूरत फायर विभाग के कर्मचारियों ने सचिन के समीप उंबेर गांव के पास खाडी के पास स्थित जिंगा तालाब में बीते चार दिन से फंसे नौ लोगों को रेसक्यू कर बचा लिया। इस बारे में मनपा और फायर ब्रिगेड के अधिकारियों ने बताया कि गभेणी गांव चार रास्ता के पास नौ लोग चार दिन से जिंगा तालाब में फंसे हैं ऐसा फोन कंट्रोल रूम में आया था। इस पर कार्रवाई करते हुए अडाजण फायर स्टेशन के अधिकारी रेस्क्यू बोट लेकर पहुंच गए और तमाम लोगों को रेस्क्यू कर निकाला।

इसके बाद दांडी- उभराट रोड पर भी नरोद गांव में चार लोग फेसे थे। रेस्क्यू टीम ने जाकर उन लोगों को भी सुरक्षित स्थानो पर पहुंचाया। बताया जा रहा है कि बीते पांच दिनों से शहर में लगातार बारिश के कारण शहर में खाडियों के कारण लोगों की परेशानी बढी है वहीं शहर से जुडे क्षेत्रों में भी लोग परेशान है।

सूरत में ऑनलाइन जुआ क्लब पकड़ाया
सूरत में कोरोना के दिनों में लोग बाहर नहीं निकल रहे ऐसे में ऑनलाइन जुआ का क्लब खुब तेजी से चल रहा ह। शहर क्राइम ब्रांच ने बुधवार को पाल में चल रहे जुऑ के क्ल्ब का पर्दाफाश किया है।
मिली जानकारी के अनुसार सूरत क्राइम ब्रांच के अधिकारियों को सूचना मिली थी कि पाल गौरवपथ रोड पर स्थित मोनार्क आर्केड में दूसरे मंजिल पर विक्टर आइटी सोल्युशन नाम की ऑफिस में ऑनलाइन जुऑ का क्लब चलाया जा रहा है।

इस जानकारी के आधार पर टीम बनाकर पुलिस ने छापा मारा। इसमें जिगर, राहुल और कार्तिक जुआ खेलते हुए पकडे गए। यही लोग यहां के संचालक हैं। इन लोगों ने इसके लिए अहमदाबाद के भरत भाई से युके सर्वर किराए से लिया था।

इसके बाद फेक आईडी बनाकर अलग अलग आई डी से 30 डोमेइन से अलग-अलग वेबसाइट बनाई थी। इसके बाद अरमेनिया देश के नारिक नाम के किसी शख्स से ऑनलाइन वेबसाइट में जुआ का लाइव वीडियो रखकर जुआ खिलवाते थे। 


बताया जा रहा है कि अरोपी बेबसाइट मं तीन पत्ती, रूलेट, अंदर बाहर, ड्रेगन टाइगर, बकारंट का जुआ आदि गेम खिलवाते थे। इसके अलावा क्रिकेट, टेनिस, फूटबॉल आदि गेम्स पर भी हार जीता का जुआ खेलने के लिए ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म प्रोवाइड करते थे। इसके लिए दो लाख्र रुपए तक वसूल करते थे।

पुलिस ने छापा मारकर 13 लेपटॉप, 8 मोबाइल, टीवी सहित मुद्दा माल जब्त कर जिगर दिपक टोपीवाला, राहुल प्रजापति, कार्तिक हिसोरिया, हुसैन कोकावाला, भाविक शेठ,  कुलक काबराबाला, जैमेश राठोड, अर्जुन कंसारा, कृशान कंसारा, राज आनंद, इशिता गांधी, क़पा पेन्टर. शशांग टेलर को गिरफ्तार किया

सूरत मे लगातार बारिश के कारण कई खाड़ियाँ भयजनक स्तर पर

सूरत सहित दक्षिण गुजरात के कई क्षेत्रों में बीते दिन 2 दिन से लगातार बरसात होने के कारण सूरत शहर में चारों ओर पानी पानी गया है। खासकर निचले क्षेत्रों में और खाड़ी प्रभावित क्षेत्रों में आसपास के कई रियायशी इलाकों में पानी भर जाने की शिकायत सामने आ रही है।


सूरत में पूरे मौसम के दौरान बरसात का माहौल अब जम रहा है ऐसा प्रतीत हो रहा है। नवसारी, तापी वलसाड आदि क्षेत्रों में तेजी से 2 दिन लगातार बारिश जारी है। इसके कारण सूरत के परवत पाटिया, लिंबायत, पुणा, नानपुरा, कादर शाह की नाल, भागल, नवसारी बाजार रांदेर सहित कई क्षेत्रों में निचले क्षेत्रों में पानी भर गया। प्रशासन का कहना है कि बीते 24 घंटे में सूरत में 40 मिलीमीटर बरसात हुई। जिसके कारण लिंबायत तथा पर्वत पाटिया और कपड़ा बाजार के पास खाड़ी में पानी का जलस्तर बहुत ज्यादा बढ़ गया था।

खाडी वाले क्षेत्रों में पानी भर जाने से कुछ रियायत इलाकों के घरों में भी पानी भर गया। कई क्षेत्रों में तो रोड पर तीन से चार मनपा की ओर से बरसात के मौसम के 2 महीने पहले ही प्री मॉनसून कार्यवाही की गई थी लेकिन, आज जब जरूरत पड़ी तो कई स्थानों पर बरसाती गटर जाम होने से भी पानी का प्रवाह रुक गया था। कपड़ा बाजार में भी खाड़ी प्रभावित क्षेत्रों में कुछ मार्केट में पानी भरा जाने की जानकारी सामने आ रही है।


मनपा के फ्लड कंट्रोल रूम के अनुसार गुरुवार सवेरे से सेंट्रल जोन में 74 मिमि मीटर वराछा में 76 मिमिटर वराछा बी में 92 मिलीमीटर रांदेर में 71, कतारगाम में 77, उधना में 18 मिलीमीटर बारिश हुई। उकाई डैम का जलस्तर 301.09 पर पहुंच गया। इनफ्लो 29441 और आउटफ्लो 600 क्यूसेक दर्ज किया गया।

वही काकरापार डैम का लेवल 161.90  फीट रहा। जबकि इसका भय जनक जलस्तर 176 फीट है। पिछले दो दिनों में कोजवे 6 मीटर से ओवरफ्लो होने के बाद आवाजाही के लिए बंद कर दिया गया है।

शहर के खाडियों में का भेदवाड खाडी का जलस्तर 6.15 मीटर है और भयजनक स्तर 6.75 है। सीमाडा खाडी का जलस्तर 5.20 मीटर है जबकि भयजनक स्तर 5.50 मीटर है। भाठेना खाडी का जलस्तर 6.30 मीटर है जबकि भयजनक स्तर 7.70 है।

काकरा खाड़ी का भयजनक स्तर 6.50 है जबकि अभी वह 6.10 मीटर है।मीठीखाडी का भयजनक स्तर 7.50 है जबकि अभी वह 8.45 मीटर है।