सोमवार को पेश किया गया बजट सूरत के कपड़ा उद्यमी अच्छा बता रहे हैं। कपड़ा उद्यमियों का कहना है कि बजट ने कोरोना वायरस के कारण मंद पड़े कपड़ा उद्योग को राहत दी है। सूरत के उद्यमियों को भय था कि सरकार कोरोना के कारण इस बार कोई सरचार्ज लगा सकती है या नया टैक्स लगा सकती है। यह नहीं करने से व्यापारी खुश है।
इसके अलावा सूरत के कपड़ा उद्यमी टेक्स्टाइल मेगा पार्क की मांग कर रहे थे। बजट में देश भर में 7 टेक्सटाइल मेगा पार्क बनाने की घोषणा की गई है।सूरत के उद्यियों का कहना है कि इसमें सूरत के लिए भी संभावनाएं बन सकती हैं। कई उद्यमियों ने तो अभी से इस पार्क को सूरत में लाने के लिए तैयारियां शुरू कर दी हैं और सूरत से सटे क्षेत्रों में टेक्सटाइल पार्क के लिए जगह ढूंढने की कवायद शुरू कर दी है।
दूसरी ओर बताया जा रहा है कि नायलॉन कपड़े की चैन को मेनमेइड यार्न के समांतर बनाने के लिए बजट में नायलॉन यान के कच्चे माल कैप्ट्रोलेक्टम, चिप्स और यार्न पर साढे प्रतिशत से कस्टम ड्यूटी घटा कर 5% कर दी गई है। जिसका लाभ कपड़ा उद्योग को जरूर मिलेगा। हालाकि स्पीनर यार्न पर ड्यूटी बढाने की मांग कर रहे थे। इसके अलावा ऑडिट वाले केसो की सीमा बढाकर 10 करोड़ तक कर दी गई है। जिसका लाभ सूरत के कपड़ा व्यापारियों को बड़े पैमाने पर मिलेगा।लगभग 70 प्रतिशत व्यापारी इस झंझट से मुक्त हो जाएंगे।
सूरत के कपड़ा उद्यमी कोरोना के कारण परेशान थे। व्यापारियों को टैक्स में बढोतरी की आशंका थी, ऐसे में आज जारी किया गया बजट कपड़ा उद्यमियों को राहत देगा। हीरा उद्योग की बात करें तो हीरा उद्योग के लिए भी बजट उम्मीदजनक रहा। जेम्स एंड ज्वैलरी एक्सपोर्ट प्रमोशन काउन्सिल के चेयरमैन कोलिन शाह ने बताया कि बजट में सोना, चांदी जैसी कीमती धातुओं पर 12.5 प्रतिशते से ड्यूटी घटाकर 7.5 प्रतिशत कर देने के कारण ज्वैलरी सेक्टर को बडा लाभ होगा।
पहले ड्यूटी ज्यादा होने के कारण भारत के उद्यमियों को अंतराष्ट्रीय बाजार में कड़ी चुनौती का सामना करना पड़ता था। इसका असर लोगों के रोजगार पर भी पड़ रहा था। इसके अलावा वित्तमंत्री ने गोल्ड एक्सचेंज के लिए नए सेबी(सिक्योरिटी एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इन्डिया) की बात कहीं है। इससे उद्यमियों को सोने की बिक्री में जरूर लाभ होगा।
सूरत या आसपास मेगा पार्क की उम्मीद
बजट में मेगापार्क की घोषणा की गई है। यदि यह सूरत या आसपार में बने तो इससे सूरत का कपड़ा उद्योग आगे बढेगा। यहां पर रोजगारी का सर्जन होगा। वॉटरजेट, रेपियर जैसी अत्याधुनिक टैक्नोलॉजी वाली मशीने भी लगाई जा सकेंगी। नायलोन यार्न और कच्चे माल पर ड्यूटी घटाने से उद्यमियों को लाभ होगा।
भरत गांधी, प्रमुख, फिआस्वी
बजट अच्छा, कोई सरचार्ज नहीं
वित्त मंत्री ने घोषित किया बजट सूरत के उद्यमियों के लिए लाभदाई रहेगा। कोरोना के समय में सरकार ने नया कोई सरचार्ज नहीं लगाया। यह सराहनीय है। बजट में इन्फ्रास्ट्रक्चर पर बड़ा खर्च करने की बात है। इससे रोजगार बढेगा। विकास होगा। एमएसएमई सेक्टर को लाभ मिलेगा। बजट मे कपड़ा उद्योग की कई मांगें मान ली गई है।
दिनेश नावडिया, प्रमुख, चेम्बर ऑफ कॉमर्स
सूरत को मिल सकता है मेगा टैक्सटाइल पार्क
चेंबर ऑफ कॉमर्स के उप प्रमुख आशीष गुजराती ने बताया कि चेंबर की ओर से बार-बार की टैक्सटाइल मेगा पार्क की मांग की जा रही थी सरकार ने इसकी घोषणा कर दी है। साथ ही यह टेक्सटाइल मेगापार्क 3 साल में बन जाएगा। ऐसा भी बताया जा रहा है। पार्क बनने से कपड़ा उद्योग को बड़ा मिलेगा। सूरत में कपड़ा उद्यमी जगह ढूंढने में लग गए हैं।
आशिष गुजराती, उपप्रमुख, चैम्बर ऑफ कॉमर्स
नायलॉन यार्न के कच्चे माल पर ड्यूटी घटी
यार्न कारोबार से जु़डे़ विनय अग्रवाल ने बताया कि केंद्रीय बजट से कपड़ा उद्यमियों को राहत मिलेगी। नायलॉन यार्न को पॉलिएस्टर की तरह समांतर बनाने के लिए यार्न के कच्चे माल कैप्रोलेक्टम, चिप्स और यार्न पर साढे सात प्रतिशत से ड्यूटी घटाकर पांच प्रतिशत कर दी है। यह जरूर कपड़ा उद्योग को गति देगा।
विनय अग्रवाल, यार्न कारोबारी
बढेगी रोजगारी की संभावना
केन्द्रीय वित्तमंत्री ने आज घोषित किए बजट में कपड़ा पॉलिएस्टर, नायलोन और कॉटन कप़ड़ा उद्यमियों के लिए अच्छा है। बजट में नायलॉन यार्न और के कच्चे माल पर ड्यूटी घटा दी गई है। उन्होंने बताया कि देश भर में 7 मेगा टैक्सटाइल पार्क को मंजूरी मिलने के कारण रोजगारी बढ़ेगी और कपड़ों का उत्पादन भी बढ़ेगा। इसके चलते कपड़ा उद्योग में विकास की संभावनाएं बनेंगी।
नारायण अग्रवाल, पूर्व चेयरमैन, एसआरटीईपीसी
नायलॉन यार्न का आयात बढेगा
यार्न उद्यमी राकेश बंसल ने बताया कि कोरोनावायरस के कारण कारोबार की हालत सही नहीं हैं। ऐसे में सरकार ने कोई नए चार्ज नहीं लगाकर और जीएसटी के दरों में भी कोई बदलाव नहीं किया। ऐसे में बजट अच्छा है। सरकार के कई फैसलों के चलते व्यापार उद्योग को गति मिलेगी। नायलॉन यार्न की की ड्यूटी घटने के कारण नायलॉन यार्न का आयात बढ़ने की उम्मीद है।
राकेश कंसल, यार्न कारोबारी
नए टैक्स नहीं डाले,यह भी राहत के समान
कपड़ा व्यापारियों ने कई मांगे की थी जो कि अभी बाकी है। हालाकि बजट में कोई नैए टैक्स नहीं डाले गए यह अच्छी बात है। इसके अलावा सूरत में टेक्सटाइल मेगा पार्क मिलने की उम्मीद जगी है यदि यह पार्क मिलता है तो सूरत का कपड़ा उद्योग और तेजी गति से आगे बढ़ेगा। व्यापार को और नई दिशाएं मिलेंगी।
रंगनाथ शारड़ा, प्रवक्ता, फोस्टा