सूरत में व्यापार उद्योग के एक बार फिर से पटरी पर आ रही है। अन्य राज्यों से श्रमिक भी बड़ी संख्या में वापस आ चुके हैं। ऐसे में श्रमिकों के कारण भी कोरोना का संक्रमण बढ़ रहा है।
शहर में बीते दिनों हीरा उद्योग में बड़ी तेजी से हीरा श्रमिकों को कोरोना का संक्रमण लग रहा था। वहां पर परिस्थिति काबू में आ रही है लेकिन अब सूरत के टेक्सटाइल मार्केट में काम करने वाले श्रमिकों और उनसे जुड़े हुए लोगों के बीच कोरोना बढ रहा है। ऐसे लोग को रोना के सुपर स्प्लेंडर बन रहे हैं परिस्थिति को देखते हुए मनपा की ओर से टेस्टिंग सेंटर की संख्या में बढ़ोतरी की गई है।
हाल में ही फोस्टा की ओर से कपड़ा मार्केट के व्यापारियों और श्रमिकों का कोरोना टेस्ट उनके ही मार्केट में किए जाने को लेकर घोषणा की गई है। साथ ही में व्यापारियों से मां की गाइड लाइन का से पालन करने का अनुरोध भी किया है। प्रशासन की ओर से कपड़ा बाजार में संक्रमण नहीं बढ़े इसलिए कड़ी गाइडलाइन जारी की गई है।
कल फोस्टा की ओर से जारी की गई विज्ञप्ति में बताया गया है कि आने वाले दिनों में सभी मार्केट ओं में सूरत महानगर पालिका के जांच करने वाले टीम आ रही है। जिससे कि मार्केट के व्यापारी और कर्मचारी ₹200 में ही अपना कोरोना की जांच कर सकते हैं।
साथ ही फोस्टा ने सभी मार्केट एसोसिएशन ओं में ऑक्सीमीटर रखने के लिए भी कहा है ताकि लोगों का ऑक्सीजन लेवल मापा जा सके। साथ ही मार्केट को सेनीटाइज करने एवं अन्य कई नियमों के बारे में भी फोस्टा ने मार्केट एसोसिएशन को पत्र लिखकर सचेत कर दिया है।
मनपा की ओर से इस दौरान एक नया फैसला भी किया गया है कि यदि कोरोना पॉजिटिव व्यक्ति ने किसी स्थान की विजिट की है तो उस जगह कौन 48घंटे के लिए बंद किया जाएगा और उसे डिसइनफेक्ट किया जाएगा। साथ ही यदि किसी स्थान पर एक से अधिक कोरोना के पॉजिटिव पाए गए तो ऐसे स्थान या ऑफिस आदि को भी 48 घंटे के लिए बंद किया जाएगा।