सूरत मर्केन्टाइल एसोसिएशन की ओर से सूरत के कपडा व्यापार को आगे ले जाने और चीटरो से मुक्त कराने के लिए बनाई गई अर्जुन एप्लीकेशन के डेमोस्ट्रेशन के लिए शनिवार के एसएमए का प्रतिनिधिमंडल उच्च पुलिस अधिकारियों से मिला।
डेमोस्ट्रेशन देखने के बाद पुलिस अधिकारियों ने कहा कि अप्लीकेशन में जो लोग रजिस्टर्ज हो उनका जीएसटी नंबर भी लिया जाए ऐसी व्यवस्था रहेगी तो और अच्छा होगा। कपड़ा बाजार में व्यापार बढने के साथ चीटिंग की समस्या बढ रही है।
कई बार जानकारी के अभाव में चीटर तक पहुंचना मुश्किल हो जाता है। ऐसे में सूरत मर्केन्टाइल एसोसिएशन ने अर्जुन नाम का एप्लीकेशन बनाया है। जिसमें कि रजिस्ट्रेशन लेने वाले व्यापारी की सारी जानकारी इसमें उपलब्ध होगी। एसएमए इसमे सूरत के सभी कपड़ा व्यापारियों को रजिस्टर्ड करना चाहती है। इस बारे में एसएमए ने पुलिस के अधिकारियो से भी बात की है।
शनिवार को पुलिस अधिकारियों के समक्ष अर्जुन एप का डेमोस्ट्रेशन भी किया गया। सभी अधिकारियों ने अच्छी प्रकार समझने के बाद कुछ सुधार करने का सुझाव भी दिए।
ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर ने कहा है कि कपडा मार्केट की सभी संस्थाओं से विचार विमर्श के बाद इस पर कोई निर्णय लिया जायेगा। SMA प्रमुख नरेन्द्र साबू ने कहा है कि कोई भी व्यापारिक एप का लाभ सभी व्यापारियों को तभी मिल सकता है जब प्रत्येक व्यापारी अपने स्वयं के व्यापार को तथा अपने व्यापार से जुडे सभी घटकों के रजिस्ट्रेशन करनें का आयोजन करें ।
इस सन्दर्भ में अगर हमारी व्यापारी सुरक्षा कवच अर्जुन एप को प्रशासन की सहमति से कपडा व्यापारियों का रजिस्ट्रेशन अनिवार्य कर दिया जाये तो व्यापारी के लाभ के साथ साथ पुलिस प्रशासन को भी सहायता मिलेगी।